जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में रविवार को बादल फटने से भीषण बाढ़ और लैंडस्लाइड हुई, जिससे कोहबाग इलाके में भारी तबाही मची। इस आपदा में कई घर, वाहन और स्थानीय आईटीआई कॉलेज मलबे में दब गए, जबकि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा। एक पीड़ित महिला ने कहा, "हमारा पूरा मकान ही डूब गया... हमारी कोई चप्पल कोई कपड़े तक नहीं बचे, हम क्या करेंगे अब कहाँ जाएंगे?" प्रभावितों ने प्रशासन से मदद न मिलने का आरोप लगाया है, वहीं उमर अब्दुल्ला और फारूक अब्दुल्ला ने मुआवजे और सहायता का आश्वासन दिया है।
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00:00खबर जमू किश्मीर से है जहां आस्मानी आफ़त ने कहर बढ़ पा दिया
00:03रामबन में कल बादल फटा बादल फटने से भारी तबाही हो गई
00:07दरसल बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई
00:11इसके बाद पुलिस ने करीब सो के आसपास लोगों को सुरक्षित भी इस मलबे से बाहर नेकाला है
00:16लेकिन परिशान करने वाली बात ये है कि रामबन में फिर से बारिश होने लगी
00:20जिस से राहत और बचाव का काम खासा प्रभावत हुआ है
00:24जिला प्रशासन और पुलिस के साथ सेना राहत और बचाव के काम में जूटी हुई है
00:28जूड नाशनल हाईवे 44 है उसको खोलने का काम चल रहा है
00:32रविवार को ये आपता आई
00:34रामबन में भारी नुकसान हुआ
00:37रामबन के अंदर ना सिर्फ घर दुकान बलकि होटेल के साथ साथ
00:41कॉलेज हर तरफ सिर्फ और सिर्फ मलबा पस्वरा नजर आ रहा है
00:45जिन लोगों के घर आस्मानी कहर की भेट चड़ गए
00:48वो परिवार बेहत परिशान है
00:50सर्च पाने के लिए उनके पास अब कोई जगा नजर नहीं आ रही है
00:54तो रामबन में ये जो मौसम की मार है वो थमने का नाम नहीं ले रही है
00:58अब रामबन में क्योंके बारिश भी आज हो गई है
01:00इसी वज़े से राहत और बचाव के काम में मुश्किले आ रही है
01:03बादल फचा रामबन अलाके में जिसके बाद पहार से मलबा जो है वो पानी के साथ बहता हुआ
01:11सेलाप का मलबा बन कर नीचे आया नीचे जहां लोगों की घर, लोगों की दुकाने, लोगों के मकान, लोगों की गाडियां
01:19सब कुछ चपेट में आते चले गाए
01:22और ये तस्वीर आपके सामने जो नाश्री हाईवे पर नंबा जाम लगा हुआ है, सेना मौके पर मौके पर मौजूद है, जाम खुलगाने की कोशिची की गई है
01:29मलबा जो आगिया था नाश्री हाईवे पर उसे हज़ाने का काम चल रहा है, आप देखें कितने लोग यहाँ पर परिशान, बेबस, हाथ जोड़े, सेना से मदद की गुहार लगाते हुए
01:39और सेना यहां मुस्तैत लोगों की मदद करने के लिए
01:42तो ये बादल रविवार को फटा, रविवार को रामबन में आस्मानी आफ़त, जिससे जमू श्रीनगर हाईवे को नुकसान भी पहुत पहुचा है, हाईवे पर भारी तादाद में मलबा आकर गिर गया है
01:55जो सेरी इलाका है, नाश्रीन हाईवे का पूरा हिस्सा यहां सेरी इलाके में ढह गया, ये देखिए, तस्वीरे आपके सामने है, और साथी चिनाब नदी पर बने प्रोजेक्ट के एक दफतर को भी आसा नुकसान पहुचा है, इसी के चलते हाईवे को पूरी तरह खोलने
02:25हम इस समय रामबन के सेरी इलाके में हैं, ये वो इलाका है जहां पर रवीवार को बादल फटने से सबसे ज़्यादा तबाही हुई है और जहां जम्मू स्रीनेगर नाश्रीन हाईवे को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुचा है, तस्वीरे आप देखें बीपी नियूस प
02:55पॉइंट है, जहां तक वाहनों को जाने की इजाजत है, इसके बाद आगे जो भी स्रीनेगर की तरफ जाना चाहेगा, उसे यहां से पैदल जाना है, तरफ आप देखिए कि कितना घारा, कितनी मिटी यहां पर है, जिसे साफ करने के लिए यहां पर जेसी बीज लगाए ग
03:25जाते हैं, जाते हैं, जाते हैं, पूरा रोड तैसने इसे हुई यह लगाए थे एक बना परसूर रात में ड्यात हो गया, नुकसान तो बहुत जादा है, आप खुद देख सकते हो, नुकसान जो है, बेहत हुआ है, आप वान साइट तो लगता है, शाम तक हो जाएगा, व
03:55आप देखे कह रहे हैं कि एक तरफ का रास्ता आज शाम तक खोला जा सकता है पर उसकी उमीद जो है वो कम है वही प्रशासन का दावा है कि हाईवेव को पूरी तरह से वाहनू के चलने लाइक करने के लिए कम से कम चार से पास दिन लग सकते हैं
04:10इस हादसे के बाद जो जमीन पर हालात है वो लगतार हम आपको दिखा रही हैं देखे यहां जमुकुश्मीर के रंबन में बादल फटा इसी की वज़े से अचानक बार आ गई पहार का जो मलबा है वो गाउं की तरफ बहता हुआ आ गया इसी की चपेट में कई लोग आ गए
04:40लोगों ने खुद को घिरावा पाया मलबे के सेलाब में हर तरफ सिर्फ और सिर्फ मलबा नजर आ रहा था बनिहाल इलाका है यहां कई जगा लैंसलाइट की वज़े से जो जमुश्रीनगर नाशनल हाईवे है उसको भी बंद करना पड़ा है फिलहार हाईवे खोलने की को
05:10पूरे कॉलेज कैमपस में पत्थर, मिट्टी, मलबा बस यही है जो नजर आ रहा है
05:16मैं रामबन इलाके में हूँ और जिस जगा मैं खड़ा हूँ जिस मलबे पर मैं खड़ा हूँ यह रामबन का आई टी आई कॉलेज है आई टी आई कॉलेज भी इस मलबे की जद से नहीं बच पाया और क्या क्लास रूम, क्या प्रेक्टिकल रूम या क्या टीचर्स के कमरे
05:46यहां पर प्रेक्टिकल होते थे क्या कंप्यूटर के प्रेक्टिकल हो क्या मोटर मेकैनिक के प्रेक्टिकल हो यहां पर होते थे लेकिन शायद ही आप आपको यहां कोई कंप्यूटर या लैप्टॉप दिखाए दे जो अलमीरा है अलमारिया है किस तरह से यहां पड़ी हु�
06:16सिस्टम भी लगाई तों कि यहां पर हमारा
06:17डॉट्यमेंट टेड़ था वर साथ में हमारा
06:19मोर्डर मेकैनिक था तो दोनों में बीच में वाल थी
06:21पार्टेशन वाल थी तो क्या हुआ कि
06:23वहां से पानी जो फलो आया है तो पार्टेशन वाल
06:26को तोड़ते हुए कि साथ में हमारे सिस्टम इस साइट से और साइट से लगे हुए था तो वो सब कुछ वो तबाह कर दिया है
06:31तो रामबन जिले में रवीवार को बरसी आस्मानी आफ़त में सबसे जादा कुहराम जो है
06:37वो यहां का जो कोहबाग अलाका है वही मचा रहे है
06:40यहां मलबे की चपिट पे दरजनों घर आ गए हैं जिसके बाद अब लोग मलबे से अपने बचे कुछे सामान को समेटने की कोशिशे करते नजर आ रहे हैं
06:49प्रवीवार को यहां इस कोहबाग अलाके में आस्मानी आफ़त बरसी तो यहां दरजनों घरों का क्या हश्र हुआ है यह दिखाने की कोशिश करता हूँ
07:00मैं समय फयाज साब के गर पे हूँ यह फयाज साब का गर है तीन कमरे का गर है लेकिन अब यहां आप देखिए क्या हालत है यह कमावेश बैडरूम रहा है क्योंकि यहां पर दो बैड है लेकिन बैड का बिस्तरा और मैटरस और ओडने वाली चादर यह सब कहा है शायद ही
07:30पे बिचाने वाला बिचोने और ये जो वाडरोब है क्या हालत हुई है इस कमरे की तस्वीरें खुद बया कर रही है
07:38कोहबाग इलाके में ऐसे करीब 30 गर हैं जो इस कुदरती आफ़त की चपेट में आए हैं और इन गरों का क्या हाल है
07:48आप देख सकते हैं सभी 30 गरों की कमावेश ये स्थितिय एदर देखिए इस कमरे में गारा और मिट्टी अभी तक पड़ी हुई है
07:57और यहाँ अभी तक सफाई भी नहीं की गई है बिजली का आलम ये है कि बिजली अभी पूरे रामबन में नहीं आई है
08:04और इस कमरे में अगर मैं देख पाऊं तो यहां पर अंदर जाने की जगा नहीं है क्योंकि यहां पर पूरा जो कमरा है वो गारे से बढ़ा हुआ है क्या हालत है यहां पर यह देखिए और ऐसे करीब 30 गर यहां पर है
08:20पच्छों को किस तर नहीं पर जाने कोशी की बागी कुछ नहीं किया आप देख रहे हो कि पिछे जे खिरकी तोड़के पूरा मलबा यहां से बार
08:44माता जी को देख रहा हुआ है पूरा बहुत तो आपको कभी लगा कि आपने ही बचेंगे ने बिलकुल लगाई कि यह पूरा मलबा की टूड के आ गया इतना मलबा और इतना पानी चाड़ा था तो बुजर्ग थे मैं माता जी को देख रहा हूं
09:12बच्ञ रेंख निक्ल जाता है तो यह खाए पतने कोन आया उसने बास यह से भी देखाश आ जिक रहा है चले आ जै यह को सुनने वाल ही निहीं यह ंब
09:19पर जब बार निकल जाता है उसने बास यहां से इब देखा से कहां जी करो करो जी चले आगे यहां को सुनने वाल हीं नहीं है
09:35अभी तक तो कोई आये नहीं है तो सब कर यही हाल है अब सवाल यह है कि आगे क्या किया जाए
09:44सर वो आप पेशासन सोचना हमारे बारे में क्या करेंगे क्या रखेंगे कैसे जाएंगे कहां गुजारा होंगा हमारा
09:50तुरामबन का ये कोबाग इलाका और यहां की तस्वीरें देख कर किसी की भी रूह काब जाएगी
09:59अपने आश्याने को बिखरता देख यहां के लोगों की आँखों में सिर्फ और सिर्फ आँसु हैं
10:04इस इस इलाके में जिस तरह से मलबा आया रुबीना यहां रह रहे दरजनों परिवारों की तरह यह अपनी जान बचाने के अलाबा कुछ नहीं और बचा पाएं
10:14मैं समय रामबन के कोहबाग इलाके में हूँ और यह वो इलाका है जहां कुदरती कहर ने सबसे ज्यादा असर बड़ पाया है
10:23मेरे पीछे जो आप यह कोहबाग का इलाका देख रहे हैं यहां पर करीब 11 गरों को नुक्सान पहुचा है और उनमें से 4 गर कहा है यह किसी को नहीं पता
10:34यहां पर इस इलाके के लोग जमा हैं और अब सवाल ये उट रहा है कि यहां जो नुकसान हुआ है उसकी बरपाई कौन करेगा
10:43जो कुछ सामान बचा है लोग उसे आप देख सकते हैं कि यहां मलबे में डूनने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन लोगों के हाथ कुछ नहीं लग रहा
10:52ग्यारा गर यहां बने थे जिन में से आदे तो पूरी तरह जमी में समा गए हैं जबकि चार गरों का अभी कोई पता नहीं है
11:00यहां पर आप देख सकते हैं पूरी बस्ती जमा है और गुसा प्रशासन से भी है क्योंकि आरोप यह लग रहे हैं कि प्रशासन ने इनकी मदद नहीं की
11:09एक महिला काफी समय से यहां रो रही है शायद उनका गर को भी नुक्सान हुआ है
11:15मैडम आपका नाम क्या है मेरा नाम रुबीना रुबीना आप काफी समय से रो रही है क्या किस बात का सबसे ज़्यादा आपको दुख है
11:24देखो हमारा पूरा मकानी डूब गे हम यहां 10-12 घर थे सब के सब डूब गे हमारे कोई चपल कोई कपड़े तक नहीं बचे हम क्या करेंगे अब कहा जाएंगे कैसे रहेंगे
11:37चलो कहीं किराये पे कमरा लेंगे लेकिन जब समानी नहीं बचा है मलबे से ढूंड ढूंड के बरतर निकाल रहे हैं क्या करेंगे किस समझ ही नहीं आ रही है
11:47जमीन दोज हो गया, मेरे साथ साथ और चार थे, वो भी जमीन दोज हो गया, जो बाकी छे बचे हैं, उनका भी कशनी रहा है, किसी का कशनी बचा, कोई नहीं आया, सर यहां आया, हमें कहा गया के कमिनिटी हाल में बैठो, अगर हम कमिनिटी हाल में बैठेंगे तो हमारे जो म
12:17हुई है इस पर जिम्म कश्मीर के मुख्य मंत्री उमर अब्दॉल्ला ने लोगों को भरोसा दिया है कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी और साथ ही अथिकालियों को निर्देश दिये हैं जरूरी चीजों के बेवजे दाम बढ़ाने वालों के खिलाफ कारवाई की जाए व
12:47वहां बस नहीं सकते हैं उसारा पहाड नीचे आव गया है इसके उसकी तरफ भी हमें ध्यान है अब देखें नैशनल हाईवे हैज बिन इफेक्टि अगर आज ट्रेन होती तो लोग बच सकते थे ट्रेन से जा सकते थे अगर अवसम इतना खराब था मुझे राजम आ नहीं
13:17के साथ साथ जो रेजिदेंशल एरियाज इन पस्यों में जो है बह गए हैं उनको हम किसी तरह जो है रिस्टॉर करें रिलीफ जो है उसका इंतिजाम किया जा रहा है और मरकस से कोश्टिक से बात की जा रही है कि नैशनल डिजास्टर फॉर्स जो है उनको भी वहां पे मौ
13:47ABP News आपको रखे आगे