कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओमप्रकाश का कत्ल, जानें हत्याकांड की पूरी कहानी
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00:00नमस्कार आप देख रहे हैं आज तक डिजिटल और मैं हूँ आपके साथ अनू पाकाश वर्मा
00:05मेरे साथ है क्राइम तक के डिप्टी एडिटर चिराग गोटी
00:07चिराग बहुत-बहुत स्वागत है आपका
00:09खबर है करनाटक के पूर्व डिजिपी उम परकाश की हत्या के मामले से जुड़ी हुई
00:16बिहार के मुल रूप से रहने वाले उम परकाश करनाटक के पूर्व डिजिपी
00:23और साल 1981 बैच के वो IPS आफिसर रहे लेकिन संदिग्द परिस्टियों में उनकी मौत की खबर सामने आई
00:30और चौंकाने वाले तथे तप सामने आए जब इस हत्याकांड में शामिल
00:35कथित तोर पर उनकी पत्नी और उनकी बेटी को इस हत्याकांड में शामिल पाया गया
00:40और उन्हें हिरासत में पूछ ताज के लिए गया
00:42बेटा उस वक्त घर पर नहीं था और जब बेटा घर पहुंचा तो उसने नीचे ग्राउंड फ्लोर पर अपने पिता की खून से लटपत लाश देखी और उसके बाद धीरे धीरे ये सारा मामला आइने की तरह साफ होता चला गया लेकिन इसमें एक चुब बड़ा एंगल है
01:12जिसमें जो पिडित होता है वो कलपनाएं करता है कहानिया बुनता है और ऐसा ही कुछ पूर डिजीपी की पत्नी पलवी कहानिया बुनती थी अक्सर वो नहीं लगता था कि उनके पती उन्हें मार देंगे वो ये भी दावा करते थी कि उनके पती घर में पिस्टॉल लेकर
01:42हाला कि अभी मेडिकल रिपोर्ट्स पुलिस इसकी इंवेस्टिगेशन कर रही है
01:47लेकिन इतना साफ है कि दोनों में डिस्प्यूट हुआ और अब वाइफ का पक्षा गया है
01:52उनका कहना है कि वो पहले हिटेड आर्गुमेंट उनकी तरफ से हुआ
01:56और उन्हों ने अपनी गन्जो है वो मुझे दिखाई इसके बाद गुस्से में उन्होंने दो चाकू से उनके उपर वार किये
02:04जिस्से उनकी मौत होगी उनकी जो बेटी थी भू इसमें शामिल है नहीं है ये अभी जाज की बात है
02:09उन्होंने अपने आपको लॉक कर लिया था, रूम में बुलिस महुची और उनको निकाला गया, दर्वाजा तोड़ा गया
02:15ये भी ख़वर आई कि इन्होंने जब मार दिया था पल लवी ने अपने हस्बेंट को जो पूर बडी जी पी है
02:22उसके बाद उन्होंने फोन किया एक IPS आफिसर को और ये बताया कि मैंने जो मॉंस्टर है उसको मार दिया
02:27मतलब आप सोचे किस तरह के रिलिशन्शिप थे दुनों में और जिसका कितना दुख़द अंत हुआ
02:32करनाटक में जो करनाटक के पूर डी जी को है बैंगलूरू में पूरा वाक्या हुआ
02:37फिलाल अभी इन्वेस्टिकेशन की जाए उनके घर पर ही ये पूरी हटना हुई
02:40रविवार को चार बजे के आसपास पुलिस को इन्फॉर्मिशन गई थी
02:43जिसमें उन्होंने ये इन्फॉर्म किया था पुलिस को कि ऐसे ऐसे उन्होंने इस हत्यागान को अंजाम दे दिया
02:49और ये भी बताया था कि उन्होंने मारा है प्लस खुद मतला एड्मिट किया इसके बाद उनकी जो बेटी जब पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा पूरा खून था उनकी टेबल पर डैनिंग टेबल पर उनकी लाश पड़ी हुई थी
03:04कई जगा कट्स थे उनके पेट पर थे निशान गर्दन पर निशान थे इसके बाद इमीडेटली उनको पुलिस ने पकड़ा उनकी बेटी ने कमरे में अपने आपको लॉक किया बाद में जब पुलिस ने दर्वाजा तोड़ा उनको भी निकाला अभी वही जैसे मैं ने �
03:34जो डीजी पी थे वो अपनी बेहन कहां चले गए थे सिर्फ इस वजए से क्योंकि घर में डिस्क्यूट होते थे और उनको वापस लाए गया तो क्या ये कोई प्लैन था उनको वापस लाने का और इस तरह से उनका मुर्डर करने का ये जांची कौन वापस लेकर रहा है प
04:04पूरे केस में क्योंकि इसमें होता है ना इसा हमने तो मतलब इस बीमारी से प्लिडित कई ऐसे किसे हैं ऐसे कई केसे हैं जहां पर जो पेशन्ट होता है वो कहानिया बुनता है माली जिए मैं अगर इस बीमारी से प्लिडित हो तो मैं आपके बारे में कहानिया बुन सकता ह
04:34का पहले सी चल रहा है।
04:35कलेश तो था, इसमें तो कोई दो रहा है, अब ये बिमारी भी है और इसकी भी लॉंग हिस्ट्री है।
04:41लेकिन इसमें अगर आप किसी पर भ्रहम की स्थिति में रहता है, इसमें जादतर इनसान जो है।
04:47और ये कई सारी कलपनाय कर लेता है, लेकिन अब इससे इस मर्डर का कनेक्शन कुछ अलग चीज लग रही है, हलागि पुलिस की तफ्तीश में दोनों पॉइंट्स हो पन है, और जिस तरह से पुरी घटना हुई, चुकि डीजीप का मामला था, पूर बीजीप करना टके रहे
05:17इनी का involvement है, मतला शक जाहिर के शरवात पर उसने confess भी किया बाद में, और ये कहा कि भई मैंने ही मारा है, तो इसमें एक तरह से open and shut मामला तो ही, लेकिन वजह है क्या है, क्या कोई प्रॉपर्टी के dispute है, या कुछ और ऐसी बाते हैं जो अभी शाहिद नहीं आई है, ये भी
05:47जो लेडी है, पलवी, उनका कहना है कि उनकी मिसिस है, उनका कहना है कि पहले इन्होंने गन जो है वो उनकी तरफ कर दी थी, इस वजह से उनको गुसा आ गया, उन्होंने तो ये भी काया कि वो अकसर घर में गन लेकर लहरा के चलते हैं, तो यह इतना practical है क्या, या ये सिज
06:17कुसिसीटी वी वगेरा भी है कि घर में?
06:19कुसिसीटी वी मिले हैं लेकिन अभी पुलिस ने बहुत जादा इसमें रिवील नहीं किया है
06:23क्योंकि कल करीबन चार बज़े के आद सपास पुलिस को कॉल मिलती है
06:28कि भई ऐस ऐसे हो गया, वो मौक्य पर पहुंचती है
06:31बाड़ी तो हैंड़ोवर कर दी गई है पोस्टम करने के बाद लेकिन जब मौक्य पर पहुंचते तो वो खुदी मतलब पूल अप्लड में होते हैं
06:39उनकी वाइफ महाँ पर मौजूद होती है बाद में
06:42एक इसमें यह बताई कि जब इस तरह का कोई मेंटर केस होता है
06:46उसमें अगर कोई आरोपी के साथ में कोई मेटिकल इशूस जुड़े हुए हैं जैसे इसमें सिजोफरिनिया का जुड़ा हुआ है
06:52तो यह नियाले की चौकट पर जाकर कितना केस को कितना इसको अलग बना देता है
06:58अगर मालीकत पर बिमारी के आर्ड में कोई क्रीम थोड़ी कर सकते हुट
07:03बिमारी के आर्ड में तो पता नहीं ए tutti गया करकी कर रहा है
07:08वह क्या वह है कोई ऐसा तो नहीं आप मारत बाकि डिमाग चल रहा है
07:13इस पर्टिकुलर पॉइंट पर आपका दिमाग नहीं चल रहा और आपको रिलीफ मिल जाया, ऐसा नहीं होता
07:16वो बहुत सारे सरकम्स्टांसियों चेक करने पड़ेंगे
07:20कि भई ऐसा तो नहीं कि इनकी बहुत पुरानी हिस्ट्री है लड़ने की
07:24कब से लड़ रहे हैं क्योंकि पॉड़ासियों ने बताया, इंस्पेक्टर ने भी बताया
07:27कि उनको भी डीजीपी साब का कॉल आया था और ये कहा था कि अभी मताना मैडम घर पर है
07:33मतलब इस तरह की बाते हैं आप सोचीए कि मतलब मैडम की फस्तेती में मताना
07:37मतलब आप क्या इतना मेजर डिस्पूट है परिवार का तो ये जाँच के बाद ही साबता है
07:42बिल्कूर जब तस्वीर तो तवी साफ होगी जब जाँच होगी
07:45पूर वड़ीजीपी के हत्या निश्यत तोर पर कई सवाल खड़े करती है
07:49लेकिन ये मामला जितना पारिवारिक मालूम होता है
07:52उससे जादा इसमें बिमारी का भी एंगल है
07:55जिसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता
07:57सिजोफरेनिया जिससे की पूर वड़ीजीपी की पतनी पल भी प्लित है
08:02बारा साल से उनका इलाज चल रहा है
08:04जाच के दाएरे में क्या ये बिमारी भी रहेगी
08:07ये भी देखना दिल्चस्प होगा
08:08बदबर शुक्रिया इस तमाम जानकारी के लिए
08:10यहां रुक रहे हैं लेकिन आप कहीं जाईएगा नहीं
08:12बने रही हमारे साथ देखते रहे हैं
08:14आज तक डिजिटल
08:16जैसे कि मैं सो रहा हूं तो पिता जी को जगाना है मुझे
08:19तो वो डारेक्ट उठाने के बजाए
08:21और हिंसा की परंपरा मेरे यह नहीं थी सो भागे से
08:24तो वो क्या करते थे कि
08:25उस कंबरे में आ जाएंगे या बार से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे
08:29प्रात काल उठी के रगुनाथा
08:32मात पिता गुरु नावही माता
08:37कभी कभी मैं गुस्से में उठकर के रहे पापा
08:39चरनस प्रश्कीया रस हो गया वने काम मोट उठाना