विशेष: पहलगाम में धर्म पूछकर आतंकियों ने की सैलानियों की हत्या? पूरे देश में गुस्से की लहर
Category
🗞
NewsTranscript
00:00हम बात कर रहे थे उनकी जो घर को लोट के नहीं आ पाए
00:04बात लेटनेन विने नर्वाल की हो रही है जिनकी शादी अभी 16 अप्रेल को हुई थी
00:09शादी के बाद पहलगाओं पत्नी के साथ घूमने गए थे
00:12मगर मौत के लिफाफे में लिप्टा हुआ उनका शव लोटा है
00:38ढूंड के लाओ कोई नीम हकीम डॉक्टर या वैथ जो इलाज कर सके इस तकलीफ करें
00:44बताओ कोई नुस्खा जो छलनी हो चुके हरदय पर मरहम का काम करें
00:51कौन बताएगा इस महिला का क्या कसूर था जो इसे ये सजा मिली है
00:58अभी तो ब्याह की महंदी का रंग भी न उत्रा था अभी तो कानों में ब्याह की शेहनाई ही गूंज रही थी
01:05अभी तो दुलहन होने की खुशी सीने में छलक ही रही थी
01:10लेकिन दो पायों की दुनिया में घुसाए आदम खोरों ने सजीद हजी दुलहन को बेवा बना के छोड़ दिया
01:18जिस ताबूत से यह महिला लिपट के जार-जार हो रही है उसके भीतर नौजवान विने नर्वाल का पार्थिव शरीर है सजीरा नौजवान विने नर्वाल
01:30महस छे रोज पहले सिर्फ छे रोज विने और हिमान्शी का विवा हुआ था तारीक थी 16 अप्रेल 19 अप्रेल को रिसेप्शन था उसके बाद जिन्दगी को बहतर तरीके से जीने के खौब लिए दोनों कश्मीर की वादिया पहुचे थे जीवन की नई शुरुआत का कु�
02:00करनाल के जो रहने वाले विने नर्वाल है उनकी भी जान चले गई
02:30कुछ दिन पहले उनकी शादी हुई थी वहां घूमने के लिए गए थे अपनी पत्नी के साथ और टैरोस्टों ने जो है उन पे उपर वे अटाक करके उनको मौत के घाट उतारा
02:37एसी घटना मैंने तो अपने जीवन में नहीं देखी अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को सबग सिखाया जाए तुरंत पाकिस्तान के ओपर हमला करना चाहिए
02:47इससे दुखत गटना हो और होई नहीं सकती जिसका एक बेटा है और वो भी मार दिया जाए तो उनके बढ़ापे का साहरा इससे और दुखत गटना उनके लिए क्या हो सकती है
02:59विनय नर्वाल के दादा बताते हैं कि तीन साल पहले नेवी में बहाल हुए विनय नर्वाल इन दिनों कोची में तैनाथ थे ब्याह के लिए ही तो छुट्टी लेकर घर आये थे जिन्होंने पोते की छादी छलनी की उनके सीने में भी सुराफ होने चाहिए
03:14इसी ही कारवाई पाकिस्तान के साथ की जाए उनके तो भी आप इसका बदला लिया जाएगा
03:22जो लोग भूमने गए थे वहां खुछ थे उन पर अटाक किया गया तो किस आप क्या चाहते हैं भारत सरकार उन से कड़ा एक्सन ले और जो उनको पकड़े सर्च करके
03:39और उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए मौत से इलावा कोई दूसरी सजा नहीं होनी चाहिए उनको
03:46विनए अब नहीं रहे शादी के एक हफते के अंदर दहशत गर्दों ने विनए की जान ले दे अब विनए के परिवार के सामने सांस्वना दिलासा और भरोसे के अलावा कुछ नहीं बचा इन्हें उम्मीद बस गही है कि भारत सरकार आतंकपात के इस नासूर को हमेशा के
04:16लोगों को जो जखम दिया है जिन्दगी भर का ये जखम कभी नहीं भरेगा महाराश्टर से भी खुशिया समेट कर कुछ लोग पहलगाओं पहुचे थे उन्हें मालूम नहीं था कि उनमें से कई लोग जिन्दा नहीं लोटेंगे अब दर्द का पूरा काश है और एक सव
04:46हुर्दय पर हथोड़ों सी चोट करती कहानियों में सर्फ चहरे बदलते हैं जितकार नहीं महाराश्टर से भी कुछ लोग निकले थे पहलगाम की खुबसूर्टी देखने मगर किसे मालूम था कि उनमें से छे लोगों का शव कफन में लिप्टा हुआ लोटेगा
05:05जिन्होंने देखा वो बताते हैं कि किसी के सर में गोली मारी गई, किसी की छाती पर, किसी के पेट में और किसी की कनपटी पे सुराख किया लिया
05:15ये सिर्फ मौत नहीं है, बलकि सब्वेता के शिखर पर शर्म की वोगा था है जहां पहाडों का सीना में छलनी है
05:22मौत का मौन सबसे फ्यानक होता है, वो चीखता है, जोर से, अगर आप सुनना चाहिए
05:28सोचिये कैसी दहशत थी, कि जब सेना के जवान इनकी सुरक्षा के लिए इनके पास पहुँचे हैं, तो ये दहशत से चीखने लगा
05:41हम इंडियन आर्मी हैं बैठो, आप लोग कहां से आये, कहां से आया आप लोग पहलगाम के आतंकी हमले में जानगवाने वाले दोमी वली के ये तीन शक्स हुए थे, संजय लेले, अतुल मोने और हिमंग जोशी, दोमी वली वेस्ट के रहने वाले तीनों मुर्तक अपने �
06:11करते हैं कि जब आतंकीयों ने अतुल की छाती चल्ली कर दी उसके बाद उनकी पत्नी सरिष्टेदार की बात हुए, क्या बात हुए?
06:41कि आतुल नहीं रहे करके और मेरे सामने ही शुट किया गया है, हम जब सब बेठे थे, कि आप हिंदू हो और आपका मज़ग क्या है, और सब पूछके उनने सिधा शुट कर दिया है, लग धर्म पूछा और सिधे गोलियां चला दिया है, थे उनके सिरी पे मारा और इनके �
07:11प्रेशर में आ जेती थी, इसलिए मैं ने बूला कि आने के बाद हम सब चीज़ पे बाग करेंगे लिए।
07:41पता चलेगा जब में बेटी आएगी तक पता चलेगा सब, क्योंकि क्या है न, कोई क्या बोलता है तो ऐसे सुनकर, हम उसको तकलिव नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि वो भी छोटी है, उसने सामने से अपने पापा का देखा हुआ है, तो हम उसको जादा नहीं पूछ प�
08:11जिन्होंने अपनों को खोया, उसकी तकलीव उन्हें जिंदगी भर रहेगी, आज तक्वियों रहेगी।
08:41पें तहां दुख है, मगर साथ में उनके भीतर एक घुसा है, काक्रोश है, वो गोली का बदला गोली से चाहते हैं, मौत का बदला मौत से चाहते हैं, उनकी चाहत है, कि जिन आतंकियों ने उनके परिवार के लोगों को उनसे छीना है, उन आतंकियों का समूल नाश होना च
09:11साला से रोनाचल तर और यूपी से के्रल तर आतंकियों ने छीट दिया है हमारा ही लहूं हमारे छेहरे पर
09:22पहली बार ऐसा हुआ है कि आतंकियों के एक हमले से पुरे देश त्राइफ को जख्व मिला है
09:27पहलगाम में आतंगपादियों ने जो हमला किया उसके बाद से देश के हर कोने में घमो दर्द का माहौल चाया हुआ है
09:37पंद्रा राज्यों के लोग इस हमले में मारे गये हैं उनमें गुजरात के सूरत और भावनगर के रहने वाले लोग भी शामिल है
09:43जिन्दगी पल भर में कैसे मातम में बदल जाती है इस परिवार से पूछिए
09:51सूरत के रहने वाले शैलेश हिम्मत भाई कड़तिया पिछले चार सालों से मुंबई में रहते थे
09:58मुंबई से ही वो अपने परिवार के साथ पहल गाम घुमने गए थे जहां आतंकी हमले में उनकी मौत हो गई
10:04वो चार सार पहले यहां पे रहते थे फिर उनकी ट्रांसफर हो गई कोई साहध वो स्टेट ब्रेंक उप इंडिया में कहीं साहध काम करते थे
10:11और अभी मुंबई में चार साल से रह रहे हैं इसके अलाबा हमले में भाव नगर के रहने वाले विनु भाई दाभी भी जखमे हुए हैं जिनका इलाज अभी चल रहा है
10:21अजरोज इलोको पहल गाम मा गया था त्या अचानक से उमलो चो ऐमार पपपा ने आथे वाज्यू से अच्यार ओस्पीटलाइज करेल से न अच्यार एनी तबियास्ची स्टेंड से लेक मार मंमी साते पन वाद भाद थाई शे नमार मंमी नीलोको रिटन आव से नमार प�
10:51जैपूर के रहने वाले नीरज उधवानी को भी आतंकियों ने पहल गाम में मार डाला
10:56आतंकियों ने 32 साल के नीरज से उनका आईडी कार्ड मागा और फिर गोली मार दी
11:00आदमी की बस्ती में बसे आदम खोरों ने बेरहमी से मारा
11:05जिन्दगी मौत के लिफाफे में लिब्टी हुई आई है
11:07शाम को ख़बर मिली कि नीरज जी को गोली लगी है
11:10वो उनकी मेसेज जो उनके साथ थी वाँ गोमने में
11:13उसने बताया कि नीरज को गोली लगी है
11:17उसे बाद हमने पता किया क्योंकि उनको अलग शिफ्ट कर दिया गया था