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Pahalgam Attack: सरकार के एक्शन पर गुस्से में Swami Avimukteshwarananda, कह डाली चुभने वाली बात

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Transcript
00:00कोई है जो भारत को चुनवती दे रहा कोई है कोच कोच करके कि हिंदू हो मार रहा है इसका मतलब है कि कोई है जो हम हिंदू को चुनवती दे रहा है
00:09अब से पहले तो चवकिदार को पकड़े गया ना कि तुम कहां थे क्यों यह गटना हो गई तुम्हारे रहते हुए यहां तो कुछ पता ही नहीं है कोई लड़ा ही नहीं है
00:18किसी ना उनको रोकने के कोशिश भी नहीं कि वह आए गटना की आराम से चेले गए पूंध बूंध के लिए तरसेगा पाकिस्तान एक गिलास सुद्ध पानी नहीं मिल पाएगा खेती नस्ट हो जाएगी बिजली नस्ट हो जाएगी यह वो जाएगा गजब बता रहे ते ऐस
00:48दे रहा है, कोई है, पूछ पूछ करके कि हिंदू हो मार रहा है, इसका मतलब है कि कोई है, जो हम हिंदूओं को चुनवती दे रहा है, इसलिए भारत देश को चुनवती है, तो भारत देश के नेताओं को, हमारी सरकार को, उस चुनवती को स्विकार करके, चुनवती देने �
01:18पे हम भी अपने हिंदू समाज के लिए चिंतित हैं हम भी इस बारे में मंधन कर रहे हैं कि हमारी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित हो सके क्योंकि जो सरकारे हैं वो तो कहीं न कहीं अस्पल हो रही हिंदू होने के नाते हमको मार दिया जाता है
01:41मारने माला स्वाइकड़ों के इलोमीटर से चलके आता है
01:45बड़े-बड़े अथियार अपने साथ लिये रहता है
01:48एक नहीं अनेत की संख्या होती है
01:51आराम से आ जाता है आराम से गटना करता है
01:5530-40 मिनट रुक करके लोगों को मारता है
01:58पूछता है यह करता है वो करता है
02:00और फिर आराम से चला जाता है
02:01कहां से आया कहां चला गया पता ही नहीं है
02:04तो यह जो गटना है इसने बता दिया है
02:09कि हर हिंदू को अपनी सुरक्षा के लिए
02:11अब स्वयम सचेष्ट होने की आवसिक्ता है
02:13इसलिए इंदूओं को इस बारे में चिंतन करने की जरूरत है और अगर आब सिक्ता पड़े तो शस्तर-शास्तर का अभ्यास भी करना चाहिए और दारन भी करना चाहिए ताकि आब सिक्ता पड़ने पर
02:30कर सकें.
02:32तो ही तो स्पष्ट हो गया है कि यह हमारे विरुथ कारी किया जा रहा है
02:42सबसे समस्या यह है कि जब हमारे गर में हमने चवकीदार रखा हुआ है
02:47और हम कहीं चले गया हमारे गर में कोई गटना होती है तो हम सबसे पहले किसको पकड़ें
02:54सबसे पहले तो चवकीदार को पकड़े गया न, कि तुम कहा थे, क्यों यह गटना हो गई तुम्हारे रहते हुए, किस लिए तुम को रखा थे, लेकिन यहां नहीं ऐसा हो रहा है,
03:07यहां जो है कहते तो हैं कि हम चवकीदार, लेकिन चवकीदारी अगर की गई होती, चवकीदार अगर अपने काम में पका होता है, तो उसके उपर आक्रमन करके उसको कोई मार दे, लेकिन फिर कहा जाता है कि इस चवकीदार ने अपना निभाया, यहां तो कुछ पता ही नहीं
03:37बादा नहीं है कहां है चौकिदार और चौकिदार के बारे में चर्चा ही नहीं हो रही है अब कह रहे हैं हम उनको सबक सिखा देंगे हम यह कर देंगे हम वो कर देंगे पाकिस्तान की धरती से आये थी अरे भाई पाकिस्तान की धरती से आये थी इतनी जल्दी कैसे पता चल �
04:07जल को रोकने या उसको डाइवर्ट करके अपने ही यहाँ अपने ही देश में रख लेने का कोई उपाय ही नहीं है हमने विशेशग्यों से पूछा कि अगर हम सिंधु नदी का जल पाकिस्तान में जाने से रोकना चाहते हैं तो हमारे पास क्या वेवस्ता है उन्होंने कहा हम
04:37तो एसी परिस्तिती में हम यह कह दे रहे हैं कि हम सिंदु नदी का जल रोख लेंगे और relatively न के एंकर आपके लिए पाकिस्तान एक इस एक क्थीन
04:52पानी को ऑचाई इसे लग रहा था कि जैसे प्यास तो लगई वह पाकिस्तान को और इधर विशे�적 के बता
05:03रहे हैं कि हमारे पास पानी को रुख लेने का कोई उपाई ही नहीं तो यह जो बातें हैं यह समझ से बाहर है हमारा यह कहना है कि गटना बहुत बड़ी हुई है इससे बहुत सारी सिक्षा समझ लेने की आवसकता है सबक लेने की आवसकता है और सबसे पहले जिन लोगों से �
05:33झाल झाल

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