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  • 2 days ago
Song : Saiyad Raja Ka aatank
Album : Saiyad Raja Ka aatank
Singer : Durjan Yadav
Lyricist : Mritunjay Kavi
Producer : Sandeep Nishad
Digital : Amarnath Prajapati
Digital Partner : 7Sargam Digital
Trade Inquiry : 7007149143 , 9696961705

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Music
Transcript
00:00क्यों धड़ा से धर्म का दिखंदन हुआ धर्मधारी धरातल के पर हाथ में धर्म के नाम पर सर धुकाया कोई
00:21सर कटाया कोई बास इति हास ले चहरहा कब्र पर दिन के स्रधातमन रोत दनत जनाजा के हसास ले जिन्दगी जिनके जीवन की गर्मा बनी प्रेम पागल पसित प्यार के प्यास में
00:51मिर्जा पुर्जिली की गाथा सुने है बीर लोरी के बारे में यह यादों का इतिहास रहा
01:08वो कितना कुरूर राजा था जिसका नाम मुलागित रहा गाना में कि तरज बाई है
01:18कि दूसरों के लिए जो रोता है
01:39कि दूसरों के लिए जो रोता है
01:56दूसरा के लिए जो रोता है अरे रोता है लाखों में कोई ये कर
02:05होता है लाखों में कोई ये कर
02:26जो कभी जी बताए है कि इतिहास आज इसे पांक सो बरस पुराना है और एक हिया कि इतिहास इस पुनावन ध्यान से
02:40संसोरा सोनहतर बाबा हाँ भाई अब विरा लडगल तो लड़क हुई हाँ हाँ हाँ हाँ इन लड़ी के वाली हो हमेरे पर ले तो हर मेल कभी राग
02:55संसोर सोनहत्त तरह भारी जुड मधाया भारत में याहिया है और अंग देव आया
03:07उतक्यों को बहिन बितिया ना चीनत रहल जोने कना मुलावी तरहल एक महाना दमी इंदुस्तान के धरती पर इलन
03:23कि यहां कि लोगों इसे चे काम करावा लगलन जबरी हिंदू बनते से मुश्मिन हिंदू बनते से मुश्मिन यल्ला के नाम पर मुला परते से कर्मा भोला के धाम पर
03:41अजय को आज बनते से मुश्मिन बनते से मुश्मिन यल्ला के नाम पर मुला परते से कर्मा भोला के धाम पर
04:09अब मफुराय वधे वंति का सबस्तांद पढ़ गया था रमय जिता पुरान पर पुरान कर गया था
04:26चिप गये हमारे गरफे ब्रम्हा भी नासी अब ही तो मेज़ापुर का बयान सुला उचारो और को मंदिरवा गिरवावत
04:41मंदिर मंदिर गिरवा तो पहुचा भोला के लगरी कासी कासी विसुनात मंदिर को गिरवाने लगा है मंदिर के जगा मस्जिद बनवाने लगा है
05:02रोके है भक्त भीरू रोके है भक्त भीरू संकर का सब पुल्यारी लगाया है और अंगेर तर से उसपर से एक भाई
05:19आज तो हमेरे देश में मंदिर मंदिर के मुद्दा उठाके नेता लोग इस जंता के जिंगी मारत हों बर्माद है हमारा देश
05:37कोई मंदिर बनवा रहा है कोई मस्जिद गिरवा रहा है तमाम तरह का प्रक्रवे चरल्वा भीया सोरस उनहत्र के इतिहास हो बनारस में कासी विसुनात मंदिर का महंत रहलरू स्री राम हरक पांडी
05:54कालो नरे तेरा माथा खराब है बासा जहां आज तुम पांडी रख दिया है इस इससे लोग कासी कहते हैं हमारे जीते हम बाबा के महंत राप पुजारी हैं हमारे जीते तुम मंदिर नहीं गिरवा सकता बड़ी बासा के रहा
06:16आह, प्रण जी करना सुनो जब कर लो कि जिन्दा हूं हमारे जीते जी तुम मंदिर गिरिवा सकता कर ती में पघला मत
06:36कोई बेशे की कुर्बादि patchy क नहीं तो करेतो झाऊ Case
06:45कि आज कई कि हासना गंदा हो पहलों में तो गंदा हो एक पर्दा लगवागी बता ही हूँ
06:57राम हरक पांडे माखूल जबाब जहना करना सुनो बासा जहां तु पाव रखा है अरे बढ़के स्वरादसे भी न्यारी हो
07:10अरे कासी के न्यारी हो अरे कासी के न्यारी हो
07:34अरे पांडे के कहा यारी हो
07:40आजी माना कहना, करब बलिगान अपने गोधी के ललना, जिनी की धरम से नाई भारी हो, अर का सी के नगरी जा
08:10संकर भगवान का हम महं था ही पुजारी है वे नारस में, तो बेट वए ने आपन काटे के बाए अब बैल निकाए आपन काट रे, बड़ी बुधी राजा चाहे बासा के होले, तब वहदा के उपावलन कहना सुनो पंडित, औरंग जेव दिल मचल उठा, औरंग जेव दिल म
08:40अच्छे को देते हो फासी, क्या जान गवाने से संकर तेरा पालन कर सकता है, जो बस्र बिना नंगा रहता परवत के खोर में बसता है, लो सोने चानी की है दोलत, जूठा सब धरम का पंदा है, मंदीर के जगह यादी मस्जिद है, तो इसमें ना कोई पंदा है, करने का प�
09:10हजार पांच सब भरी समझा उड़ावा जिन्दगी के, दिने में भगवाने ख़ली नंगा बदल लो, अच्छा तो ठीक से सोचे लगना पंदी जी, कि राजा सहत जना तो ठीक कहा थुआ, तो जहीं बदल गे, एक सिनेमा वाला लोग लिख लेबा, एकर अरथ हमेरे नाया
09:40याँ अरे, हम बखलाई लजाबख अब का रहो, जजबहरे थे गुज़ुर।
10:03यह तरज गाना में देहल गई लेकिन हो पंडी जी का कई लेन के नराज मत हुई पूल बाबन के ना कह थे
10:11सोरा सो नहत्तर में जो न बनारस का बरका पंडी जी रह लेन कि लो भी बाबा कह लेना जारी आलो भाई गई ले
10:21अरे उसको ना चानी के दतारिया लो भाई गई ले हो अलो भी बाबा कह नजारिया लो भाई गई ले हो
10:44बीस रुपे एक आप रिषकार मिला है आप बारात माली के तरफ से बाबू जी के पडामबा इतने आदमी के नालकोलो के विरहा में बताए जेके इतिहास दबाए के रखलस
10:56लेकिन गाने की सुरुआत थी कि दूसरों के लिए जो रोता है लाखों में कोई एक होता है
11:04अच्छा तो सोना चानी लेकर गहरे टहर देलन मंदिर गिराए पापी मासित बना वावे सबने बहुत गरीब आदिनी
11:26सेद जोलाहाया के लगना सामझा अरे उन्हले खूनी तलवारियाद आई गई लहो
11:42उन्हले खूनी तलवारियाद अबद देखाई गई लहो
11:46मेतना भरम लाकीरिया बताई गई लहो
11:50सारा इंतिजाम भाजपा वाले कुर्जी के चकर में
12:03आज मुसल्मानों के पीछे पड़े हैं
12:06सोरह सो नहत्तर में गरीब मुसल्मान जिसका नाम सज्यद रहा
12:10देहाद का रहने वाला मुसल्मान अपने बिटवार अज्याद के साथ बनारस नगरी में आया था
12:16बेनिया बाग मैदान सभी लोग जानते होंगे उस बेनिया पार्क मैदान में है गरीब मुसल्मान रहता था
12:22बनारस में मजदूरी करता था जिससे उसका परियार जीता था
12:26आज इस गरीब को पता लगा है जिस भोले बाबा की नगरी में जिवन बतर होता है
12:31आज हमरे जियते कैसे भोले बाबा को मंदिर गिरी
12:34गंदी बात है
12:36मुसल्मान है
12:38लेकिन धरन से खेलवार करना यह गंदी बात है
12:41हथवार में नगी तलवार लेकि
12:43जिके दू टाइम के उतीना नसीब हो
12:45पहुच देलन बासा से करन की काकरत हुआ
12:50कलना हओि सुना
12:52यह बाबन आदमी जे धरम के ठेकेदार भा
12:55ओके घरे लोटा चलिई
12:57अभी मिया बरका खार खावर गल
13:02अबे दिमाग खरावे तुम्हारा
13:05तुम भी मुसल्मान हम भी मुसल्मान बोल
13:07तुम अगर भोले बाबा का पुजारी बनता है
13:10तो क्या आपने बेटे की कुर्बानी दे सकता है
13:12बोला या वस
13:14कुर्बानी दे सकता हूँ
13:16या सोना चानी ले सकता है
13:17नहीं चाहिए
13:18यह जवाब देलन
13:20कुर्बानी
13:22हमरे लालन के होई
13:24धर्म का मुझे अदाना करेगा
13:28सोना चानी
13:29अवरंद जेब ललकार
13:38उठाना मेरी बात स्युकार किया
13:41अरे मुसल्मान होकर
13:43कि तूने हिंदु धर्म
13:45से प्यार किया
13:46बोला स्य ना हिंदु हूँ
13:48ना मुसल्मान हूँ
13:50अवलाद हूँ भगवान की
13:52इंसान हूँ
13:53इंसान हूँ
13:54जाए ही मंदिर तर ख़डा है
14:00अपने बिटवा के लिए के काड़ा लानत है बासा तुझे जाना नहीं तु देख ले इस मुसल्मान के पास कितना दिल है जीवा अपने बिटवा के लिए आवा चल ले धून बदल गई अरत तमाम चल बा अभी हमेरे कभी जी सुनावत रहलन कि ला पिला दे साथ ला बतलों
14:30कि जावत रहली कि हे प्रभोयान दर्दाता है इसे घरम धून-फून का धियान ना दे तो कौनों के बहा हम बताई की तो धेर पूरा नहों पहिनों आरा मिला में लोग है के जाओं है कि छी ती जै दस नी यहीं जब राम बन जाने नहीं
15:00यू जब राम बन जाने जाने ला दे पूराम बन जब से दी जाने
15:15किचे दराचे दन्या से प्यार मानिला, अरे प्यार मानिलारे याना इन्याम यानिला, अनार मानिला
15:30बहुत धेर दिन पहले से हमेरे तोहरे घरे फुल मेरारू पिचाए यह गावेल।
16:00मरवा में जब या हो लगी तो उसे ही के गई हैं
16:03सावर सावर सूरत याद तोहार तुलाहा
16:08अज काल कर नहीं काद हो या बतावो थों की बड़ी नई तर जाएगे लेओ
16:22अचाहि नई यों नहों जातो लपदे या तोही नई कईसे होते हो
16:26चाहे आद्ध खाला चाहे काली लाला
16:31आइता मा रहो परासलान लाला
16:35हाव लोला आमरा लो आतो हो तिते हमारा हो शुख दलान लाला
16:54तमान धुनबा नई पुरान सारी राद भी जैई छोड़ चोड़ रहली हमान गावत रहली हेलल हेलर भाइसिया पाईसिया साथियों उस दिलावर मुसल्मान के यह बात है जो बहुत ही गरीब रहा दो वक्त रोटी मालिक नहीं देते थे
17:19आज अपने बेटवा के लिए आवे चल लेलन मन में अपने एक्षे बाद गुनतर हरन का कि हिंदुन बन बाए आच कि मुलायम सिंग को नीत अपना लेलन कि हिंदुन बन बाए मुसल्मान बदुआ है
17:49सुना बेटवा सूतन रहल जैने कना रहा जाक रहल लेड़ी का के लिए उलन बड़ा खुदबल कलस की बाभू आज कोनी भेर पर इसाजर काम तो नाना बना रसमें मिल गया रहा
18:07करना हाँ बेटा आज तो हैसन कमाई हो जाई जो जिंगी भरो रही बेले करी बाभ चल दुनों रे धरामा के कहीं माना वाँ बाभू का कहत हुआ सम्यात ना हो कले हिंदु धरम या मुसलिम धरम
18:23कर दोनों में सब्सक्राइब करना है करना को लिए का घरिवों का दिल होता है साथियों का बाभू गरदन ये कितना मिल जाई कर कभू हो रहा है ने करी अगरे कि नहादे देते बिता तो जाए
18:53वी आज़े लो बोला के सुन बवादा dal
18:56चैहे लाजनला भगवादा है
19:17वी बीरों की धर्टी है
19:19कितना कूर मुलागीत राजा था
19:21अभी मिल्जापुर का बयान सुने है बनारस की धर्ती पे वह प्रीब मुसल्मान अपने बिटवा के लिया है कि विस्टना जी के मंदिर चल ले लंदेनिया बाग मैदान सी
19:30अरे भोला का नगरिया चासी अभी नाजी घर्म भार में ठस गई निन्ना वखिया ताफी तो वो कहत हो मुसल्मान के बेता यही बनारस की धर्ती है कि हरी इसका नजी धर्म के कारण पार बिके जो मक्य हाथे हो
19:54लेकिनी मुसल्मान यहे मन में गुनत बेचवा के लिया के विस्टना जी के मंदिर पर
20:18कि अरे धन दौलत जमीन सब जगे में ठूट इन गई है वहां में जाए उखारवाई मान
20:28दीर कर बितावा भीर होलन और बीर होलन और बीर होलन कायर के तान्या तो जखावाई लड़कवा करण की बाबू जल्दी हमार गरदनों काट के पपिया के दिखाय कहने दिताए
20:43लड़कवा करस की बाबू जल्दी हमार गर्दनवा काट के पपिया के दिखाय कहने दिता कि बनारस नगरी के लोग कैसन हून एक बाबन को पैसा देके लोटा दिया यहां का गरीब मुसल्मान कैसा है
21:03माले यहां कि बदू हमार गर्दनवा करनार गर्दनवा को पैसा है
21:33पूरा परिवार, बाप बेटा मजूरी करत रहलन, लडिका के गरदन पर तलवार चला देहलन, बेटावा का मौट होगे भी सुना जी के मंदिल के सामने, लेकिन, लेकिन पहना सकता हैं स्यद बेटा का मौटिया, वियरा में जागला उनके भज़र तुपाना,
21:56अरे अपनों करदन वाका तलाओ इस तईस्यद धो लड़ा देहलन, लेकिन पर तोगदायर, बेटा के सामने, लेकिन, लेकिन, लेकिन, लेकिन पर तालो चुझाज के मायों, लेकिन, बेटामन सकताहितने के स मांतरों थारों।
22:22एक यहने के खुन और रंग जेब बनारस में मांगत रहलन गरीब मुसल्मान ये दूनों ही कट गई लन बेटवा का गर्दन कट लन बेटवा के बाद आपन भी गर्दन उतार देलन
22:33अमर किर्थी दुनिया में कायम रही अब हमारे कवीजी बताए हैं वह पहार पे लोरिक पत्थर है जिसे रेने कोट अनपरा जाने वाले भाई लोग देखते हैं एक निसानी बन गे लो सेरन के एक सेर के निसानी भी बनल बाद
22:52कि अमर किर्थी दुनिया में कायम रही अव सेदरयाग के कुरवणिया भूलिना कवार ।
23:20उनकर दूनों को लास उनके गाओं के इल्दिहात में जहां से आए लड़न
23:24कि हिंदु मुस्लिम दूनों मिलकर साजे सुखर जना जा
23:29और नाम पजिनके बजार कान में वही स्यद राजा रहा
23:33लोहु में दूबल कहनियाभु निना कवही रहा
23:39तो जब तक धरती रहेगी साथियों
23:43लिखते लिखते बया आया का गई लेखनी तापी
23:47बिबाद बन काफी में वही धल के जान दापी
23:51मंदिर मजजिद का मिल्या भूलिए
23:54बिबाद बिखते बिफाटे बिखते गदापी
24:13गुरूप विहारी गुर पत्ति आपस्ति सहे बुड़ाई है
24:18कहें चबर हो शक्ते हैं
24:20सो कड़के नहों भलाई है
24:23गुर्वानी हमारे लायन का हुए दुर्जन कभी मुसाफी काते बस्तिबानी हमारे लायन का हुए

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