Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
केंद्र सरकार ने दशकों बाद जातिगत जनगणना कराने का निर्णय लिया है. भारतीय जनता पार्टी इसे बाबा साहेब अंबेडकर को श्रद्धांजलि और पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों का सशक्तिकरण बता रही है, जिसमें कहा गया 'पिछड़ा देश चलाएगा, दलित देश चलाएगा, आदिवासी देश चलाएगा'. वहीं राष्ट्रीय जनता दल समेत विपक्षी दल इसे अपने वर्षों के संघर्ष और दबाव का नतीजा बता रहे हैं, दावा करते हुए कि सरकार बिहार चुनाव के कारण झुकी है, जबकि 1951 में पहली कैबिनेट ने इसे विभाजनकारी मानकर रोक दिया था.

Category

🗞
News
Transcript
00:00अभिशेक जाजी बिहार में मिलेगा फायदा आप लोग इतने सालों से सत्ता में हैं 2005 से नितीश कुमार मुख्य मंत्री हैं डेर सालों को शोड़ दिया जाए तो कामकाज के आधार पर मांगते न वोट के नितीश कुमार मुख्य मंत्री हैं इन्हों ने जो काम किया है बिहा
00:30प्रभाव पड़ेगा और जब हमारे विपुष्ट के साथ ही कि चुनाव पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा यह इनकी अंडर इंडर कॉंफिडेंस को दर्शाता है
00:54कि इस मामले से ही चुनाव हाल जाएंगे तो इसकेपिजम की एक टेंडेंसी इनके अंडर है खेर आप जानती है कि हमाने नेता निटीश कुमार जी ने विभे ने प्लाटफॉंस पर इस मांग को उठाया सर्वदलिये सहमती बनाने की बात हो बिहार विधार सभा से प्रस्ता
01:24के लोगों में एक बहुत संदेश गया है हम लोगों ने आपको ही आगा को शित्रा जी मैंने कई डिबेट साथ के साथ भी की जब ये मुद्दा उतता था और केंडर की सरकार के इससे इतन होता था हम एंडिये में होते हुए भी मुखरता से अपनी बात को रखते और करते �
01:54ये बहुत बढ़ी आपरभाव जालेगा हम इसको चुनाव से नहीं जोड़कर देखते हैं कि कुछ लोग राजनीती के लिए मुद्धो की राजनीती करते हैं तो हम उद्धो की राजनीती करते हैं हमारे लिए मुद्धा सर्व परी होता है और अगर सिर्थ इसको एलेक्�
02:24आप लोगों ने उसको लेकर बहुत सारे फैसले लिए थे जिस पर कोड की ओर से रोक लगा दी गई ये भी अमने बिहार में देखा है लेकिन जल्दी जल्दी विपक्ष के नेताओं की पास तनुष खत्री जी प्रवक्ता जारकर मुक्ती मोचा के हैं संगीत रागी जिए
02:54विपक्षी दलों के प्रधानमंत्री ने तो पूरा किया नहीं पूरा तो किया नरेंद्र मोधी ने तो बोलना ही पड़ेगा थैंक्यू मोधी जी तनुष खत्री जी चलिए अच्छी बात है चित्रा जी जिस परकार से आपने कहा कि भारते जनता पार्टी के नेताओं की �
03:24जबान ने इनको सदबुद्धी दी है और मैं इसको यह नहीं कहूंगा कि देर आये दुरुस्ता है जरूर देर तो हुई है लेकिन सुस्त मत आईएगा तारीक भी बता दीजिए और घोशना मात्र नहीं रह जाने चाहिए यह पुन रूप से हो जाना चाहिए लेकिन जो क
03:54इंद्रा जी अब उनकी भी ताकत कितनी जादा थी यह बताने की जूरत नहीं है दस सालों तक डॉक्र मन मोहन सिंग के सरकार रही राजीव गांदी जी भी 414 के मेंड़िट के साथ 1984 में आय थे किसी और ने नहीं किया ना ये काम तो नरेंद्र मोधी ने किया वो भी जब त
04:24जुठता के साथ चटानी एकता के साथ ये बताने का काम किया कि जातिकत जन्गना कराना होगा हम तो तिति की भी मांग कर रहे हैं मैं वही कह रहा हूं कि बिल्कुल अगर यब घोषना हुई है तो इसका सम्मान होगा स्वागत होगा
04:53और ये तिति की भी घोश्टना हुनी चाहिए और इतने साल से जो जनरल सेंसे है वो भी अभी तक नहीं हुआ है।
05:16तो आप लोगों के पास भी होता ना कि देखे हमारी सरकार ने पहले करा लिया है संगीत रागी जब आपके पास आते वे देखे विपक्षी दलों की ओर से कहा जा रहा है हमारा दवाव काम आया संगीत रागी जी अब जातियों को लेकर सरकार पूछेगी बताओ तुम्हारी
05:46आधार पर इस प्रकार के सेंसस का मैं विरोधी रहा हूं और नैतिक तॉर पर मैं इसे गलत मानता हूं और मैंने पटना हाई कोट में केस भी फाइल किया था कि कॉंग्रेस इस देश को जातिय उनमाद में जोखना चाहती है और ये पंडिक जवाहरलाल नेहु इसका मतलब समा
06:16कि अधेल सब्सक्राइब गांदे ओने तो महागर्थ में घगेल लिए था और उनके बेटे राजिव गांधी ने तो महागर्थ।
06:40आधार पर बात करके और कहेंगे कि हम सिकुलर समाज का निर्मान करेंगे तो संबो नहीं होगा यदि एक धर्म के बात में कात करेंगे तो दूसरा धर्म भी पॉलराइज करेगा वैसे ही जातियों के आधार पर आप कहेंगे कि जाती विहिन समाज की निर्मान करें इससे बड
07:10इन दोनों के बीच में संपर्क है चौछ ए बात में फिर जिक्र करना चाहता हूं कई ऐसीısı समझे नहीं तो सारी did
07:32कि जाती होगा करती थी एक एक टेगरी था वह जिस रूप में आज जाती है जब पहला संसर हुआ था और विदेशी आकर करके हमारे जाती ढूंड रहे थे तब उनको कोई कहता था उससे पूस्ता तक अथा था था मारे था-था-था तीसरा कहता था कुछ और
07:51हमारे समाज की लिए चित्राजी दो तीन बाते आपके दर्च्मू के लिए ग्यान के लिए बता दो
08:19जो गहरे समुद्र में मचली मारते हैं वो भी मचुआरे होते हैं जो चिछले समुद्र में मचली मारते हैं वो भी मचुआरे होते हैं जो नदी में मारते हैं मचली वो भी मचुआरे होते हैं यह कोंकन के स्टडी को मैं बता रहा हूं और जो ऐसे तालाब में मारते हो भी मच
08:49करने के लिए लेकिन मैं फिर भी मानता हूं कि यह नहीं होना चाहिए था इस देश में जिस
09:13जनगर्णा कवरों तर्फे रहे हैं अब सरकार ने फैसल ले लिया है तो अब आपको उसकी तारीफ करनी होगी यह बताते में संगीत रागी जी की राक्षसी प्रवित्ति के लोगों को रोकने के लिए सरकार का यह फैसा अब तरक उतर कितने भी करिए लेकिन सवाल पूछा �
09:43नावन भी चाहता था और वो परफ्रांज भी चाहते थे तो यह दिपकत तेद्रें कि रावन के हाथ में स्रीव का धनुस जाएगा तो उसका उसका बड़ा उसका यह होगा बड़ा मतलब जब रहे हैं वो मोधी सरकार ने खुट के हाँ में थाम लिया है आप यह कह रहे है
10:13झाल झाल झाल झाल

Recommended