Pahalgam Attack: पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान (India vs Pakistan) पर एक के बाद एक कई तगड़े एक्शन ले रहा है... और इन एक्शनस के पीछे की वजह पहलगाम हमले के आतंकियों को पनाह देना है... भारत (India )के एक्शन से पाकिस्तान (Pakistan ) में खलबली मच गई है... वहीं इस बीच गाजी बाबा (Gazi Baba )का एनकाउंटर करने वाले पूर्व बीएसएफ डीआइजी नरेंद्रनाथ धर दुबे (former BSF DIG Narendranath Dhar Dubey )से खास पॉडकास्ट के दौरान युद्ध के हालत पर बहुत कुछ जानने का मौका मिला ...वास्तविक जीवन के बीएसएफ कमांडेंट नरेंद्र नाथ धर दुबे वहीं है जिन्होंने 'ग्राउंड ज़ीरो' में इमरान हाशमी ( Emraan Hashmi )के किरदार को प्रेरित किया
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~PR.338~ED.104~GR.125~HT.96~
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00:00उनका ये कहना कि जाओ जाकर मोदी को बोलो
00:02आपके लिए क्या मतलब है से इस बात का?
00:05जाओ जाकर मोदी को बोलो
00:06मतलब वो ये भी कह सकते थे थे ना?
00:08जाओ अपनी फॉज को याकर बोलो
00:09जाओ अपने बाकी हिंदुओं को याकर बोलो
00:13मोदी को बोलो बात का मतलब क्या है?
00:43मोदी जी में कभी नहीं वह तो कहीं कहीं वो इस hard approach के पीछे current regime के सरवरा के सरवरा chief
00:53के सरवरा chief բारा है? के सरवरा chief? कहीं कहीं उनको इन सारे hard action के पीछे
00:59मोदी जी की figure नजर आती है
01:01ये तगडे निता है
01:03ये ऐसा करा रहा है
01:05इसलिए आतंगबाद के उपर जो होता है
01:07टैक हो रहा है आतंगबाद को
01:09crush किया जा रहा है कश्मीर सेंट्रिक
01:11जितने चीजें हुई हैं प्राइमिनिस्टर की
01:13क्रेजिट है तो एक मेसेज देने को
01:15तरीका है कि जाओ
01:16मोदी जी को बता दो
01:17हम आपको मेसेज दे रहा है
01:20आप देखिए दोजार तीन में बाचपेई जी
01:23प्राइन मंत्री थे
01:24उन्हीं के आगमन के दिन अटेक करना था गाजी भाबने
01:27उनके आगमन के दिन
01:29क्यों अटेक किया
01:29और इस आउगनाईज़सिंट जैशे मुहमद ने
01:32अबू जहल बोला था
01:332000 में इनको
01:34अबू जहल हमारे प्राइम मिनिस्टर को
01:37तो प्राइम मिनिस्टर
01:39ऐस सच लीडर्शिप को
01:41और इस रिजीम के लीडर्शिप को
01:43खास करके
01:43ये इनका
01:59एक बात और बोला
02:11कि वैसे बढ़ी कम
02:13बड़ा कम हिस्सा रहे गया है
02:15जिस मिटी पर आप हो
02:16लेकिन उसके अलावा भी कहीं होगे
02:18खाली पीयोके में ही नहीं
02:20अधर दन पीयोके भी कहीं
02:21दुनिया के गलोब पे होगे
02:22तो हम तुमको छोड़ेंगे नहीं, यह बात उन्होंने बिहार के रेलिग मदुबनी से बोली है
02:26आपने जिसमें सर्फ किया, आप जब अपने ड्यूटी पर थे
02:30उस समय, प्रिटिकल लीडर्शिप की वजह से, हाला कि आर्मी हमारे देश में अपने तरीके से काम करती है
02:36लेकिन फिर भी प्रिटिकल लीडर्शिप का एक अलग इंपक्त होता है
02:39उस समय जो काम करने का तरीका था
02:42और इस रेजीम में
02:43प्राइम मिनिस्टर मोधी की लिडर्शिप में सेना जिस तरह से
02:46बॉर्डर्स को प्रटेक करती है
02:48या सेना के जो अपने ड्यूटी होती है
02:49कहीं कोई फर्क है?
02:52लेकिए कुछ शेरिया में फर्क है
02:54लेकिन जो जो कहते हैं कि टैक्टिक्स
02:56स्ट्रेजी में फर्क हो सकता है
02:58टैक्टिक्स तो जो
02:59ग्राउंड फोर्से उनमें बहुत ज्यादा अंधर नहीं
03:02मेरा कि सवाल विडिस्पेक्ट टू पोलिटिकल विल
03:04पोलिटिकल पावर
03:06उसी बात पे आ रहा हूं है
03:07कि जो इंफिल्ट्रेशन है उस पर क्या बॉर्डर पर जो फोर्से उसको क्या एक्शन करना है
03:13टेरिस्ट की ख़बर लग गई तो उनके खिलाब अपरेट करना है
03:15उनको मारना है इन सब बात इन सब बातों पर
03:18अग्रेसिव अपरोच तब भी था अब भी चलना है
03:20फर्क जो आया है वो सबसे बड़ा फर्क आया है
03:24यह जो ओची डबलू पर है
03:27यानि सोसाइटी के अंदर जो किश्मीरी सोसाइटी के अंदर
03:31जो इन्विजबल आस्तीन में जो बैठे हुए हैं
03:35यानि जो दिखते नहीं हैं
03:37लेकिन वो टेरर अक्टिविटीज में पूरी तरह से सपोर्ट कर रहा है
03:40आइडियोलोजिकली, फैनेंसियली, बाइडियर वर्ड्स, बाइडियर अटेंडेंस, बाइडियर प्रिजेंस
03:46दूसरा जो हुरियत कांफरेंस का वेरियस धड़ा था
03:50आल पार्टी हुरियत कांफरेंस की कोई 10-12-15 उनकी अलगलग बैनर होते थे
03:54और पाकिस्तान का एक्स्टेंडेट काउंटर चला रहे थे शीनगर में
03:57वो दुकान पूरी बंद हो गई और बंद ही नहीं हुई
04:00अनलाफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहद कानून के दारें में उनको लाके गिरफतार करके
04:06उनको जेल में डालने का काम इस गौर्मेंट ने किया है इससे पहले नहीं हुआ था
04:10अलताफ फंटूस, अश्यांदरावी, बिट्टा कराटे, मशर्रत आरम, इंजीनियर, उसके बाद आपका शबीर शाह, उसके बाद आपका ये जो मलिक, यह सिन मलिक, यह सब आज के तारिक में जेल के हवा खा रहा है
04:23और यह बैट के कश्मीर के अंदर, 12-15 दफ्तरों में, जो अलेडी टेरिजम चला था, जो अन्रेस चला था, उसमें यह हवा दे रहे थे, यही वहाँ अगनाईज करते थे, यह वहाँ के नोडल अफीसर बने हुए थे
04:35यह बैट कर दो अब अब जो जेल के हवा ही खा रहे हैं लेकिन यह निकलने वाले नहीं है, इनका कन्विक्शन होगा, इनके खिलाफ एविडेंस है
04:42मतलब मैं अगर नभे के दौर के आतंकवाद की भी बात करूँ, अगर उस मामले में जो जिनको अदालतों ने दोशी पाया है, वो अगर जेल में है और अगर उनका कन्विक्शन नहीं हुआ है अभी तक, तो फिर मेसेज, मेसेज तो एक किसमें कन्विक्शन उसका आना है,
05:12को लाने में अभी कितना टाइम लगा है, अमेरिका से, तो उसमें आपको due course of action फालो करना पड़ेगा, लेकिन यह सारा चीज conviction के तरफ जा रहा है, क्योंकि इनके खिलाब hard evidence है, तो कहने का मतलब कि इतना strict दिल्ली के अंदर judicial custody के अंदर रहना भी इनके activities पर बहुत रोक ल�