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  • 2 days ago
Kahani अपने पराये Story in Hindi _ Hindi Story _ Moral Stories _ Bedtime Stories _ New Story _ Story

"Kahani Apne Paraye" 🧑‍🤝‍🧑💔 ek emotional aur heart-touching Hindi story hai jo dikhati hai apno aur parayon ke beech ka asli farq. Yeh kahani set hai ek Indian gaon ke background mein, jahan parivaar, rishton aur asli moral values ki ahmiyat samajh aati hai. 👨‍👩‍👧‍👦🌾 Kahani mein milegi aapko ek strong life lesson jo har generation ke liye relevant hai.

Dekhiye yeh animated kahani jo aapke dil ko chhoo jaayegi aur sikhayegi ki kaun apna hai aur kaun paraya. 🎥📖
✅ Emotional storyline
✅ Family values & culture
✅ Indian village setting

Bachchon ke liye bedtime story 🛏️ aur bade bhi seekh paayenge ek zaroori jeevan ki seekh. Har hafte nai kahani ke liye channel ko zaroor follow karein! 🔔❤️

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Disclaimer: This video is meant for entertainment and educational purposes only. All characters and storylines are fictional. Any resemblance to real people, living or dead, is purely coincidental. We do not intend to hurt sentiments or promote any bias. Viewer discretion is advised.

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Transcript
00:00अपने पराए घर की लड़ाईयां कितनी भी हो लेकिन ये भी सच है कि किसी पर कोई आपत्ती हो तो अपना ही परिवार साथ देता है
00:12भाईया मेरे पीछे पुलिस लगी है प्लीज मुझे बचालो
00:17रवी और राज दो भाई लेकिन दोनों में कभी नहीं पची
00:22अरे क्या हुआ छोटे क्या कर दिया तुने अरे कुछ नहीं भाईया मेरा दोस्त है ना राजू
00:30वो मुझे लेकर बैंक गया था मुझे नहीं पता भाईया कि वो वहां बैंक लूटने जा रहा है
00:35मैं उसके साथ बैंक में घुसते ही सीसी टीवी कैमरे में दिख गया हूँ
00:40अब पुलिस मुझे डूण रही है वही आप मुझे बचालो
00:43राज कुछ सोचता है फिर कहता है
00:47ओके तुम यहीं रुको मेरा एक दोस्त पुलिस में है मैं बात करता हूँ
00:52तभी वहां रवी की बीवी राज की बीवी के साथ आ जाती है
00:57तुम लोगों की घर जब तक पुलिस का आना जाना है बच्चो को यहीं छोड़ दो उन पर असर ठीक नहीं पड़ेगा
01:03तभी वहां पुलिस आ जाती है
01:05कहानी का फ्लैश बैक
01:20भाईया मुझे मेरे मकान में हक चाहिए ही चाहिए
01:25अरे लेकिन छोटे अभी मेरे बच्चों पर काफी खर्चा है
01:28तेरी भाबी की भी तब्यट ठीक नहीं रहती
01:31बजट बिलकुल नहीं है कि मैं अलग होकर रहूं
01:34देख लो भाईया एक महीना है तुमारे पास जल्दी से घर खाली कर दो
01:38अरे कैसी बात कर रहे हैं भाईया
01:42मेरे शरीर में अभी इतनी हिमत भी नहीं कि घर को खाली करे
01:46तो क्यूं अपना पोशन बेजा भाबी
01:50अरे तुम तु जानती हो पिताजी की बिमारी के कारण उन्हें हमारे जरूरत थी
01:56कैसे आते पैसे
01:58ससूर जी तो बुड़े थे भाबी उनकी बिमारी में भी पैसे लगाना कौन सा अखल का काम था
02:04तो क्या पिता जी को मैं मनने के लिए छोड़ देता
02:07अरे रवी तू दो समझ
02:09पापा को हमारी जरूरत थी
02:11उन्होंने हमारे लिए हर वो काम किया जिससे हमें खुशी मिले
02:15यह मैंने क्या कर दिया था
02:23मैं न पिता का हुआ ना ही भाईया का
02:26मेरे साथ जो हो रहा है ठीकी हो रहा है
02:29तबी वहाँ पुलिस वाला आता है
02:32रवी तुमसे कोई मिलने आया है
02:34भाबी आप यहां क्यों आई
02:38पुलिस स्टीशन है यह भाबी
02:41भाईया आपकी जगं मेरा भाई होता तो क्या मैं नहीं आती
02:46अच्छा यह खाना ले लीजिए
02:48खा लीजिगा
02:49आपके भाईया लगे हैं वकिलों और पुलिस वालों से बात करने में
02:54ड़ने की कोई बात नहीं
02:56जब आपने गुना किया ही नहीं तो सजा भी नहीं मिलेगी
02:59रवी भाबी को देखकर रोने लगता है
03:02घर में साक्षी चुपचाब बैठी होती है कि तभी सोनम कहती है
03:06हरे साक्षी क्या हुआ
03:08परिशान क्यों हो रही हो
03:10भाबी अभी अभी पुलिस टेशन से खबर आई है
03:15इनने बड़े जेल में शिफ्ट किया जा रहा है
03:19मैं क्या करूंगी भाबी
03:21रो मत
03:22हम अच्छे से अच्छा वक्किल करेंगे
03:25लेकिन उसमें तो बड़े पैसे लगेंगे दीदी
03:28हम इतना पैसा कहां से लाएंगे
03:32अरे क्यों ये मकान है न और मेरे कुछ गहने भी है
03:37साक्षी की आँखों में पानी आ जाता है
03:41पापा के बाद भी तो हम लोगों का सब खत्म हो गया था
03:50पापा को तो बचा नहीं पाए
03:52लेकिन भाईया को जरूर बचा लेंगे
03:55और भगवान चाहेंगे न
03:57तो दोनों भाई मिलकर इससे भी बड़ा मकान खड़ा कर लेंगे साक्षी
04:01थोड़ी दिर में राज वहां आता है
04:04सोनम सही कह रही है साक्षी
04:06पैसों की कमी के कारण किसी भी बे गुना को सजा नहीं मिलती
04:10राज एक अच्छा सा वकिल करता है
04:13सोनम और साक्षी बचाये पैसे और अपने गहनों को बेज कर
04:17रवी का केस लड़ते हैं और जल्दी रवी जिल से बाहर आ जाता है
04:21रवी राज को गले लगा कर कहता है
04:25भाईया मुझे माफ कर दो
04:28मुझे साक्षी ने सब कुछ बताया है
04:30भाईया आपने मुझे पर विश्वास किया
04:33मेरे लिए दिन राद महनत की
04:35भाईया आपने तो पापा के लिए भी पैसे नहीं देखे
04:41लिकिन मैं बहुत ही सेल्फिश निकला
04:43भाईया एक आखरी बार मुझे माफ कर दो
04:46मैं शर्बिंदा हूँ
04:48अरे भाई अपने तो अपने ही होते है
04:52पापा ने हमारे लिए क्या नहीं किया
04:54ये तुम्हें बताने की ज़रूरत नहीं है मुझे
04:57और फिर तू तो मेरा भाई है
04:59पैसे से बढ़कर रिष्टे होते हैं भाई

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