Kumbh Mela is a festival that is celebrated 1 time over the course of 12 years. The site for the Kumbh Mela rotates between four places on four sacred rivers —at Haridwar, on the Ganga River, at Ujjain on the Shipra, at Nashik on the Godavari, and at Prayag at the confluence of the Ganges, the Jamuna, and the mythical Sarasvati. But do you know that why Kumbh Mela is celebrated only 1 time in every 12 years ? If not then check out this video. Watch the video to know the interesting history of Kumbh Mela and reason behind the time span of 12 years.
भारत एक ऐसा आध्यात्मिक देश है जहां कई व्रत और त्यौहार मनाए जाते हैं। इसीलिए कोई भी धार्मिक आयोजन हो या आध्यात्मिक | सभी भव्यता व आस्था के साथ मनाए जाते हैं। कुंभ मेला भी इन्ही आयोजनों में से एक है| इस मेले की तैयारियां कई महिनों पहले ही शुरु हो जाती है। ना सिर्फ आम जनता, बल्कि सरकार भी कुंभ से जुड़ी हर छोटी से छोटी चीज़ का ख्याल रखती है। क्योंकि ये हिंदू धर्म का सबसे बड़ा मेला है, इसलिए लोग लाखों की तादाद में आते हैं। इतना ही नहीं, विदेश पर्यटक भी इस मेले में आते हैं। इस बार 2019 में कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में किया जा रहा है। प्रयागराज में अर्धकुंभ 14 जनवरी 2019 से प्रारंभ हो जाएगा और 04 मार्च 2019 तक चलेगा। देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले कुंभ की परंपरा बहुत पुरानी परंपरा है।
भारत एक ऐसा आध्यात्मिक देश है जहां कई व्रत और त्यौहार मनाए जाते हैं। इसीलिए कोई भी धार्मिक आयोजन हो या आध्यात्मिक | सभी भव्यता व आस्था के साथ मनाए जाते हैं। कुंभ मेला भी इन्ही आयोजनों में से एक है| इस मेले की तैयारियां कई महिनों पहले ही शुरु हो जाती है। ना सिर्फ आम जनता, बल्कि सरकार भी कुंभ से जुड़ी हर छोटी से छोटी चीज़ का ख्याल रखती है। क्योंकि ये हिंदू धर्म का सबसे बड़ा मेला है, इसलिए लोग लाखों की तादाद में आते हैं। इतना ही नहीं, विदेश पर्यटक भी इस मेले में आते हैं। इस बार 2019 में कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में किया जा रहा है। प्रयागराज में अर्धकुंभ 14 जनवरी 2019 से प्रारंभ हो जाएगा और 04 मार्च 2019 तक चलेगा। देश के सबसे बड़े धार्मिक मेले कुंभ की परंपरा बहुत पुरानी परंपरा है।
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