Celebration on the birth of daughter in Sagar District Madhya Pradesh
सागर। 21वीं सदी में भी ऐसे परिवारों की कमी नहीं, जो बेटा—बेटी में भेदभाव करते हैं। कन्या भ्रूण हत्या का कदम उठाते हैं और बेटी को अभिशाप मानकर उसके जन्म पर मायूस हो जाते हैं। ऐसे परिवारों को मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर के इस परिवार से सीख लेनी चाहिए, जो बेटी के जन्म पर गाजे—बाजे से खुशियां मनाई। जमकर आतिशबाजी और मिठाई बांटकर बिटिया रानी का इस संसार में आगमन पर स्वागत किया।
दरअसल, सागर जिले के जैसीनगर के विकास रैकवार के यहां सोमवार को बेटी का जन्म हुआ था। जच्चा—बच्चा का शुक्रवार को जैसीनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी मिली। बेटी पैदा होने पर अन्य कई परिवारों की तरह रैकवार के परिवार ने मायूस होने की बजाय मिसाल पेश की।
सागर। 21वीं सदी में भी ऐसे परिवारों की कमी नहीं, जो बेटा—बेटी में भेदभाव करते हैं। कन्या भ्रूण हत्या का कदम उठाते हैं और बेटी को अभिशाप मानकर उसके जन्म पर मायूस हो जाते हैं। ऐसे परिवारों को मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर के इस परिवार से सीख लेनी चाहिए, जो बेटी के जन्म पर गाजे—बाजे से खुशियां मनाई। जमकर आतिशबाजी और मिठाई बांटकर बिटिया रानी का इस संसार में आगमन पर स्वागत किया।
दरअसल, सागर जिले के जैसीनगर के विकास रैकवार के यहां सोमवार को बेटी का जन्म हुआ था। जच्चा—बच्चा का शुक्रवार को जैसीनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी मिली। बेटी पैदा होने पर अन्य कई परिवारों की तरह रैकवार के परिवार ने मायूस होने की बजाय मिसाल पेश की।
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