हार को हराकर ऐसे पाई सरकारी नौकरी | Girdhar Singh Randa

  • 5 years ago
कहते हैं संघर्ष ही जीवन है और जो लोग उस संघर्ष को अपनी हिम्मत और ताक़त के साथ पार कर जाते हैं। वो जीवन में सफलता हासिल कर लेते हैं। गिरधर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।

गिरधर सिंह रांदा हमेशा से सरकारी नौकरी पाना चाहते थे। पर गरीबी के कारण उन्हें छोटी उम्र में ही अपने परिवार की ज़िम्मेदारी उठानी पड़ी। गिरधर दिन में स्कूल जाते और शाम को अपने परिवार के लिए पैसे कमाने के लिए निकल जाते। गरीबी के वजह से उनके जीवन में कई चुनौतियां आई पर उन्होनें हार नहीं मानी। वो हर चुनौती से लड़ते रहे। जब गिरधर बड़े हुए तो उनके बड़े भाई ने आत्महत्या कर ली। जिस कारण गिरधर को बड़ा सदमा पंहुचा। पर उन्होनें अपनी हिम्मत को टूटने नहीं दिया।  

गिरधर सरकारी नौकरी की तैयारी मे लग गए। अपने इस सपने को पूरा करने के दौरान गिरधर करीब 21 बार सरकारी परीक्षा में फेल हुए। पर उन्होनें हर हार के बाद अपनी मेहनत को दौगुना कर दिया और आज वे ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं।

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