शिप के साथ चाइना के लिए निकला तो बीच समंदर में चाइना के फौजियों

  • 5 years ago
-जगराओं के गाँव चीमा में रहने वाला 31 साल का नौजवान जगबीर सिंह अच्छे भविष्य की तलाश में नेवी ेंमें भर्ती हुआ था और 2009 से वो इसी काम को करे हुए कई देशो में जा चूका था, लेकिन जैसे ही उसने 2019 में अच्छी प्रमोशन के चलते मारविन कंपनी ज्वाइन की, उसके लिए तो जैसे मुसीतबें शुरू हो गयी, क्योँकि जगबीर सिंह के साथ पांच और नौजवानो ने जून 2019 में मर्विन कप्म्पनी में नौकरी शुरू की थी और 16 जुलाई को जैसे ही पहली असाइनमेंट लेकर जगबीर अपने शिप के साथ चाइना के लिए निकला तो बीच समंदर में चाइना के फौजियों ने जहाज को चेक किया तो कुछ कागजो की कमी चलते जहाज को अपने कब्जे में ले लिया और साथ ही इन सभी नेवी ऑफिसर्स को भी अपनी हिरासत में ले लिया, जिस के चलते आज पांच महीने बेट जाने के बाद भी जगबीर सिंह के परिवार की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है और जगबीर सिंह के पारिवारिक मेम्बरों ने मांग की है कि देश के विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री इस मामले में उनकी मदद करें, ताकि इस नेवी अफसर जगबीर सिंह की रिहाई हो सके।
वी/ओ --1 ---इस मौके अपने बेटे के बारे में बात करते हुए नेवी अफसर जगबीर सिंह के पिता परमजीत सिंह ने कहाकि उनके बेटे ने सोचकर मारविन कंपनी जॉइन की थी कि उसका भविष्य अब पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा, लेकिन जब थोड़े दिनों बाद उसे एक शिप की असाइनमेंट चाइना ले जाने के लिए कहा गया तो उस वक़्त शिप के कुछ कागज कम थे, जब कैप्टेन बने जगबीर सिंह ने कहाकि यह कागज पूरे नही हैं तो कंपनी के अधिकारियों ने कहाकि आप शिप लेकर चलिए, अगले पोर्ट पर आपको कागज आपको मिल जाएंगे। लेकिन अगले पोर्ट पर पहुंचने से पहले ही चाइना अफसरों ने शिप को समान सहित कागजो की कमी के चलते काबू कर लियबोर साथ ही कैप्टेन जगबीर सिंह और उसके 5 करू मेम्बरों को भी अपनी हिरासत में ले लिया। उननोने ये भी बताया कि जब हमें इस बात का पता चला तो उननोने फौरन मारविन कंपनी से बात की, लेकिन उननोने कोई भी बात सुनने से इनकार कर दिया, जिस से उनकी परेशानी और भी बढ़ गयी और आज पांच महीने बीत जाने के बाद भी उनका बेटा कैप्टेन होने के कारण वहां फंसा हुआ है जबकि उसके साथ के करू मेम्बरों को छोड़ दिया गया है।

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