ढ़र्रे पर चलना है या समझदारी पर? || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:
अद्वैत बोध शिविर , 21.02.19, ऋषिकेश, उत्तराखंड, भारत

प्रसंग:
अतीत के ढ़र्रे को कैसे निकाले दिमाग से?
क्या पुराने रास्ते पर चल के कुछ नया पाया जा सकता हैं?
पुराने ढ़र्रे को त्यागने में क्यों डर लगता है?
कैसे जाने की हम अतीत के ढ़र्रे पर चल रहे है?

संगीत: मिलिंद दाते

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