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सीकर। कोरोना वायरस के चलते देश में 24 मार्च से जारी 21 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच आवागमन के साधन बंद हैं। ऐसे में अनेक मृत लोगों की अस्थियां कलश में मोक्ष का इंतजार कर रही हैं। लॉकडाउन होने के कारण आवागमन के साधन उपलब्ध नहीं होने से मृतकों के परिजन अस्थ्यिां विसर्जन के लिए हरिद्वार नहीं जा पा रहे हैं। परिजनों ने घर के अंदर या फिर मंदिर या शमशान घाट में अस्थि कलश रख रखे हैं ताकि व्यवस्थाएं सुचारू हो तो इनका विसर्जन हरिद्वार, पुष्कर या लोहागर्ल में किया जा सके।
सीकर। कोरोना वायरस के चलते देश में 24 मार्च से जारी 21 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच आवागमन के साधन बंद हैं। ऐसे में अनेक मृत लोगों की अस्थियां कलश में मोक्ष का इंतजार कर रही हैं। लॉकडाउन होने के कारण आवागमन के साधन उपलब्ध नहीं होने से मृतकों के परिजन अस्थ्यिां विसर्जन के लिए हरिद्वार नहीं जा पा रहे हैं। परिजनों ने घर के अंदर या फिर मंदिर या शमशान घाट में अस्थि कलश रख रखे हैं ताकि व्यवस्थाएं सुचारू हो तो इनका विसर्जन हरिद्वार, पुष्कर या लोहागर्ल में किया जा सके।
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