• 4 years ago
Diabetic foot is a complication of uncontrolled diabetes .
मधुमेह चयापचय संबंधी बीमारियों का एक समूह है,जिसमें लंबे समय तक रक्त में शर्करा का स्तर उच्च होता है।
यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, मधुमेह कई जटिलताओं का कारण बन सकता है।
Type 2 Diabetes में लक्षणों का विकास बहुत धीरे-धीरे होता है और लक्षण काफी कम हो सकते है।
Diabetic foot:-(Dr.Sunil Rathore)
पैरों की नसें अवरुद्ध हो जाती हैं, जिसे एथेरोस्केरोेसिस भी कहते हैं। इसके कारण ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी होती है, जिससे एनहायड्रोसिस यानी त्वचा सूखने लगती है, जिससे उसमें दरार पड़ती हैं और बैक्टीरिया होने लगते हैं। इन सबके कारण पैरों में जख्म होने लगते हैं। ध्यान न देने पर इसमें छाला या फोड़ा या फिर संक्रमण हो जाता है, जो गैंगरीन की भयावह शक्ल ले सकता है, जो पैर को पूरी तरह से खत्म कर सकता है। इसे ही डायबिटीक फुट भी कहा जाता है।
Diet:-(Dietician Payal Parihar)
डायबिटीज के मरीजों के लिए खानपान में परहेज रखना सबसे ज्यादा ज़रुरी है। उचित परहेज और व्यायाम की मदद से आप काफी हद तक डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं। डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होता है। इसमें हम जो भी खाते है वह ग्लूकोज में बदलकर खून के द्वारा पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके बाद इंसूलिन हॉर्मोन, ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलता है। डायबिटीज होने पर या तो शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसूलिन नहीं बनता या फिर शरीर सही से इंसूलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाता।
1.शुगर का कण्ट्रोल होना बहुत ज़रूरी है .|
2 थोड़ी थोड़ी देर में थोड़ा थोड़ा खाना खाए ताकि ज़्यादा भूख न लगे और ज़्यादा भूख लगने पर पानी पियें ,खाना ज़्यादा न खाए ।
3 दूध या दूध से बानी चीज़ों का इस्तेमाल ज़्यादा करे लेकिन याद रहे की उसमे मलाई न हो जैसे मठा,काम मलाई का दूध ।
4 अपने शुगर लेवल को जांचते रहें खली पीट (80 - 130) और खाना खाने के 2 घंटे बाद (140 - 180 )।

पैरों के लिए इन बातों का ध्यान रखे :-
1अपने पैरों का ध्यान रखे ।
2 पैरों को आईने से देखते रहे की उसमे कोई चोट तो नहीं लगी ,अगर कुछ भी हो थोड़ा या ज़्यादा तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिले, अपने पैरे अपने हिसाब से न ठीक करें नहीं तो घाव ज़्यादा होने पैर आप बहुत परेशां हो जाएंगे।
कोई भी समस्या हो तो आप कमेंट में पूछ सकते है ।
#DiabeticNeuropathy#Diabetic_Foot#Dietician_Payal_InBhopal

Recommended