सकारात्मक सोच ही मनुष्य का पहला धर्म-साध्वी भव्यगुणाश्री

  • 2 years ago
चिंतामणि पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ महालक्ष्मी लेआउट में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री व साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि सफल स्वस्थ और सुमधुर जीवन का पहला और आखिरी मंत्र है, सकारात्मक सोच। यह अकेला ऐसा मंत्र है, जिससे न केवल व्यक्ति और समाज की, वरन समग्

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