कृषि अनुसंधान अधिकारी सुनील महला ने बताया कि 900 वर्ग मीटर क्षेत्र में हम अनुसंधान कर रहे हैं। इसके लिए हमने पांच प्रकार के बीजों को अलग-अलग जगह उगाया है। उसके लिए अलग-अलग विधि काम में ली गई है। बुवाई का तरीका बदला है। जमीन की सतह ऊंची की गई है, ताकि खारा पानी भरे नहीं।