मदुरै. यहां विश्व प्रसिद्ध मीनाक्षी-सुंदरेश्वर मंदिर के 12 दिवसीय वार्षिक चित्तरै ब्रह्मोत्सवम के तहत सोमवार को आयोजित चित्तिरै थेरोट्टम (रथ उत्सव) में देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। सुबह 6.05 बजे भगवान सुंदरेश्वर को और 6.45 बजे देवी मीनाक्षी अम्मन की रथयात्रा निकाली गई। इस दौरान भक्तों ने मीनाक्षी सुंदर महादेव, सोम सुंदर महादेव, हर हर शंकर महादेव, संभो शंकर-महादेव, कदंबवन सुंदर- महादेव और आल्लाला सुंदर महादेव का जाप करते हुए रथ खींचा। इससे शहर में धार्मिक उत्साह व्याप्त हो गया, क्योंकि हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तडक़े एकत्रित हुए। इस रथ को खींचने और इसको छूने के लिए दूर-दराज से लोग मंदिर पहुंचते हैं। भक्तों की भीड़ सडक़ पर रथ के पास मौजूद थी। यह रथ शहर की सडक़ों से होकर गुजरा। जुलूस निकालने से पहले भगवान सुंदरेश्वर और देवी पिरियाविदै की विशेष पूजा-अर्चना की गई।
कड़ी सुरक्षा के बीच निकली रथयात्रा
जुलूस के दौरान भक्तों ने पूरी तरह सजी हुई लकड़ी की कारों को खींचकर उत्सव मनाया, जिसमें एक कार में भगवान सुंदरेश्वर और देवी मीनाक्षी की मूर्ति विराजित की गई और दूसरी कार में देवी मीनाक्षी की मूर्ति रखकर पूर्वी मासी सडक़ से हर हर शंकर, मीनाक्षी सुंदरा का जाप करते हुए जुलूस निकाला गया। इसके अलावा जुलूस में लकड़ी के छोटे कारों में भगवान विनायका, भगवान मुरुगन और भगवान नयनमार्स रखा गया और उत्सव मनाया गया। तमिल महीने चित्तिरै में मनाए जाने वाले कार उत्सव में राज्य के विभिन्न हिस्सों से भक्त पहुंचते हैं। इस दौरान कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए जुलूस मार्ग के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इसके साथ ही चिकित्सीय सुविधा, एम्बुलेंस सेवा, अग्निशामक सेवा और अन्य आवश्यक सेवाएं मौजूद थी।
कड़ी सुरक्षा के बीच निकली रथयात्रा
जुलूस के दौरान भक्तों ने पूरी तरह सजी हुई लकड़ी की कारों को खींचकर उत्सव मनाया, जिसमें एक कार में भगवान सुंदरेश्वर और देवी मीनाक्षी की मूर्ति विराजित की गई और दूसरी कार में देवी मीनाक्षी की मूर्ति रखकर पूर्वी मासी सडक़ से हर हर शंकर, मीनाक्षी सुंदरा का जाप करते हुए जुलूस निकाला गया। इसके अलावा जुलूस में लकड़ी के छोटे कारों में भगवान विनायका, भगवान मुरुगन और भगवान नयनमार्स रखा गया और उत्सव मनाया गया। तमिल महीने चित्तिरै में मनाए जाने वाले कार उत्सव में राज्य के विभिन्न हिस्सों से भक्त पहुंचते हैं। इस दौरान कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए जुलूस मार्ग के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इसके साथ ही चिकित्सीय सुविधा, एम्बुलेंस सेवा, अग्निशामक सेवा और अन्य आवश्यक सेवाएं मौजूद थी।
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