आपके पास खुशियाँ, पैसा, दौलत, ये सब कैसे आता है

  • 2 months ago
आपके पास खुशियाँ, पैसा, दौलत, ये सब कैसे आता है
Transcript
00:00परमात्मा सबका Source है। परमात्मा सबका Destination है। परमात्मा से ही सब प्रगट हो रहा है कि देने वाला परमात्मा ही।
00:10अपने दिल में परमात्मा के प्रेटी एक सच्या और पक्का विश्वास पैदा करना बहुत जरूरी है।
00:15और ये जानना कि सनसार में जो कुछ भी मुझे मिल रहा है
00:20जो खुशिआं, जऊ आननद, जोभी साधन मिल रहें हैं
00:23वो परमातमा के द्वारा ही मिल रहें है refuse
00:25परमातमा सबका source है
00:28परमातमा सबका destination है
00:30परमात्मा से ही सब परगट हो रहा है और परमात्मा में ही सब विलीन हो रहा है
00:34अगर आप इस बात को स्वीकार कर ले तो ज़ीवन से अनेक दुख क्याओएं वो समागत हो जाये,
00:39परमात्मा ही सोर्स है उसी से सब कुछ आ रहा है
00:43वो हम थक पहुचाने के लिए किसी वेक्ति के थूँ ये काम करवाता है
00:48जिसे हम साधन कertain है
00:50परमातमा ने किसी को साधन बनाकर हमारे पास कुछ भेजा
00:54हम उस वेक्ति के परती तो धन्यवाद करते हैं
00:56उस चीज को स्विकार भी करते हैं लेकिन उसे याद नहीं करते जिसने भेजा है
01:02एक बार याद अच्छे से अपने दिमाग में ये बात बिठा लें कि देने वाला परमातमा है
01:07अगर आपका लेना और देना दोनों परमातमा से होगा तो आपके जीवन में कोई दुख नहीं बच्चेगा तकलीफ नहीं बच्चेगी
01:14क्योंकि परमातमा की सप्लाई कभी भी समाप्त नहीं होगी वो अनंत है
01:19इस दुनिया में अगर किसी ने आपको कुछ दिया तो वो पचीसों बार तो आपका एहसान जदाएगा कि मैंने तेरी मदद करी थी
01:26पचीसों बार तो आपका एहसान जदाएगा उसके बाद भी अगर कभी आपको दुबारा जरूरत पड़ जाए और आप उसके पास जाकर दुबारा से मांगना शुरू कर दें
01:33जो कि अधिकतर लोग करते हैं अधिकतर लोग उस साधन को साध्य समझ लेते हैं
01:38इसके द्वारा परमात्मा ने उसे साधन बना कर आपको दिया वो परमात्मा किसी ओर को साधन बना कर भी देख सकता है लेकिन अधिकतर लोग उसी साधन को पकड़ लेते हैं इसके द्वारा प्राप्ती हुई अगली बार भी इसी से मिलेगी कोई सुख मिला इसके द्वार
02:08रहा था तो रास्ते में एक मंदिर पढ़ता था हलकी बारिश हो रही थी दिल तो नहीं कर रहा था कि उतरूं लेकिन फिर भी उसने कहीं ना कहीं मन में भाव था कि लेट नाइट करीब साड़े ग्यारा बारा का समय होगा तो उतर आखी चलो मंदिर के आगे से निकलत
02:38तो इसने जब प्रात्ना करी तो इसका ध्यान इसके यो तरव गया और इसने कहा कि इसको शायद इसको कोई तकलीफ है इसके आँखों से आशु बहर रहे थे
02:45इसने जब उसको देखा तो मन में इसके मन में बड़ी करुणा आए इसने कहा कि भाई तुम्हें कुछी चीज़ की जुरूरत है तुम परिशान से देख रहे हो और तुम बड़ा रो रहे हो कुछ हेल्ब कर दू
02:54तो इसने कहा कि जी उसने हाथ जोड़ कर प्रात्ना करी कि मेरी बीटी का कोई ओपरेशन होना है कल उसका ओपरेशन है और मुझे करीब 10,000 रुपे की जुरूरत है मेरे पास तो कुछ है नहीं मैं तो एक फकीर जैसा बंदा हूं लिकिन मेरे मेरे को ये तकलीफ है तो मैं �
03:24जब वो दिया उसने बहुत धन्यवाद माना बहुत सर जुकाया परमात्मा के सामने भी और उस वेक्ति के सामने भी सर जुकाया
03:31अब ये वेक्ति जब जाने लगा तो इसने अपना कार्ड पकडाया और कहा कि आगे भी कभी कोई तकलीफ आये ना
03:36तो ये कार्ड रख लेना और मुझे कॉल कर देना कोई तकलीफ आये तो मैं फिर भी तुम्हारा ध्यान रखूँगा
03:42इस वेक्ति ने कहा कि मैं माफ़ि चाहता हूँ लेकिन मुझे आपके किस कार्ड की ज़रूरत नहीं है
03:47उसने पुछा क्यों? क्यों ज़रूरत नहीं है? तो उसने कहा कि मेरे पास एक अंतिम कार्ड है ना
03:53जिन्नोंने आज आपको भेजा है ये किसी ना किसी को भेज ही देंगे
03:58मेरी समस्याओं का समधान इनके पास है आपके पास नहीं
04:02आपको सादन बनाया गया है इसलिए आपका धन्यवाद देता हूँ
04:05बार बार शुक्राना करता हूँ आपका लेकिन देने वाला वो है ये नहीं भूलना
04:10ये नहीं भूलना हम उसको भूल जाते हैं
04:13गुर्णानक साहब जी फर्माते हैं दात प्यारी विस्रया दातार
04:17जो दात मिल गई उसे हम पकड़ कर बैठ गए वो हमें बड़ी अच्छी लगती हैं
04:20लेकिन जिसने दिया उसे भूल जाते हैं तो परमातमा एक दिन आपसे वो दात भी छीन लेता है
04:26क्योंकि परमातमा अंत में अपने बच्चे से मिलना चाहता है वो आपको अपने साथ मिलना चाहता है
04:30लेकिन हम चीजों को पकड़ कर बैठे हैं परमातमा को पकड़ कर नहीं बैठे
04:34परमातमा सोर्स है उसी से सब निकला है उसी पर अपना विश्वास कायम रखना जो आज दे रहा है वो कल भी देगा
04:41इसलिए जो सादन है उनको पकड़ के मत बैठ जाना इस व्यक्ति ने मुझे दिया ये दुबारा देगा ये दुबारा ये नहीं देगा
04:49देने वाला वो है अपना विश्वास अपने प्रभु पर अपने इश्वर पर सदा कायम रखना
04:53गौड अल्वेज एट नंबर वन
04:55मेरे गुरुदेव सदा मेरे लिए नंबर वन है वो ही दे रहे हैं
04:59किसी के द्वारा भी दिलवारे हैं वो ही दिलवारे हैं
05:02अगर कोई सम्मान मिला है तो उसके द्वारा मिला है और अगर कोई सीख मिली है तो भी उसके द्वारा ही मिली है
05:08अगर कोई गुशा करता है तो भी मेरी शिकायत उस व्यक्ति के प्रती ना होकर उस सुप्रीम के प्रती होती है
05:13अगर मेरा कोई भी लेना देना है तो उस से है तो कह देना दिल से कहीं कोई सेख कुछ वावाई हो तो कह देना प्रभु तेरे समर्पित क्योंकि ये भी तेरी कृपा का खेल है और कभी कोई अपमान हो तब भी कह देना प्रभु तेरे समर्पित क्योंकि ये भी तेरी कृ�
05:43में उनको अपनी याद दिलवाने के लिए ऐसा कर रहा हूँ
05:47ये दुख भी उसके जीवन में कुछ उजाला करने के लिए आये हूँ
05:50ये दुख भी उसके जीवन को और पावरफुल, स्ट्रॉंग बनाने के लिए आये हूँ
05:54इसलिए कितनी भी दुख हैं, भूख हैं, बूख हैं, तकलिफें आएं
05:58तो उस देने वाले को नहीं भूलना, ये जानना कि वो मंगलकारी है, वो जो भी कर रहा है
06:04अंत में मंगल ही होगा, आज भी मंगल है और कल भी मंगल ही होगा
06:09सदेव सबका मंगल होगा, ये परमात्मा मंगल भवन, अमंगल हारी है
06:14इसलिए उस पर अपना विश्वास कायम रखना
06:17मेरी आस तू, मेरा विश्वास तू, मेरी दौलत तू, मेरी आमदन तू, मेरी जिन्दी का सच्चा सर्माया तू, सच्चा खजाना तू
06:25ऐसा मांग जब रखेंगे, ऐसा दिल में जब विश्वास रखेंगे, तो परमात्मा कभी भी आपको अपने से दूर नहीं करेगा
06:31उसी के साथ जूड़े रहेंगे, तो अन्त में उसी में जाकर समा जाएंगे
06:35कुछ और करने की जुरूट नहीं, यही है टोटल समर्पन, यही है सरंडर, यही है ओ भाव कि देने वाला भी वही, लेने वाला भी वही, अन्त में मुझे उसी के साथ एक रूप हो जाना है
06:46सेल्फ एविकनिंग मीशन से संजीव मलिक, उमीद करता हूँ यह वीडियो आपको जुरूर अच्छा लगा होगा, वीडियो अच्छा लगे तो लाइक करें, कमेंट करें, चैनल को जुरूर सबस्काइब करने, तेंक्यू, तेंक्यू बेरी मज़ू

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