• 5 months ago
Paris witnessed one of the worst airplane crashes in the world, when a Concorde supersonic jet Air France Flight 4590 crashed, leading to the loss of 100+ people. It was an airplane that was considered a luxury, and it traveled at double the speed of sound. But how did this crash happen? What went wrong? Watch this video to find out as I talk about this incident in detail.

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00:00नमस्कार दोस्तों! 25 जुलाई 2000, शाम के करीब 4 बजे
00:04एर फ्रांस की फ्लाइट 4590 तैयार होती है टेक औफ के लिए
00:08ये विमान पैरिस से न्यू यौर्क जा रहा है
00:10लेकिन ये कोई आम पैसेंजर फ्लाइट नहीं है
00:13बल्कि ये फ्लाइट है सूपर सौनिक कॉनकॉर्ड विमान की
00:16ये एक ऐसा एरोप्लेइन है जो साउंड की स्पीड से दुगनी तेजी से उलता है
00:20यानि इसकी एक स्पीड कमपेर कर सकते हो आप गन से निकली गोली से
00:24आम तोर पर जो पैसेंजर फ्लाइट होती हैं नॉर्मर एरोप्लेइन में
00:27पैरिस से नुयोर्ग जाने के लिए 8 घंटे का समय लेती हैं
00:30लेकिन सूपर सौनिक कॉनकॉर्ड विमान ये सफर सिरफ 3.5 घंटे में पूरा कर सकता है
00:35एक और खास बात ये है कि ये फ्लाइट अमीर लोगों से भरी पड़ी है
00:38कॉनकॉर्ड में उडान भरना एक लक्शरी कंसिडर किया जाता है
00:42ये कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक आम आदमी अफोर्ड कर सकता है
00:45क्योंकि सिरफ एक फ्लाइट टिकट पैरिश से न्यू यौक जाने की और न्यू यौक से वापस पैरिश आने की
00:50बारा हजार डॉलर कोस्ट करती है
00:52और ये मैं बात कर रहा हूँ आज से 22 साल पहले की
00:55अगर आप इंफलेशन को अकाउंट में लो तो ये आज के 20,000 डॉलर के बराबर हैं
00:59यानी 15 लाख रुपए से जादा की ये फ्लाइट टिकट थी
01:034 बचके 40 मिनित ये फ्लाइट टेक औफ करने के लिए तयार होती है
01:07रनवे पर स्पीड अप करना शुरू करती है
01:09जैसे ही ये रनवे पर तेज़ चलने लगता है विमान
01:11एरपोर्ट पर बैठे एर ट्राफिक कंट्रोलर अचानक से देखते हैं
01:15कि कुछ आग सी जलने लग रही है प्लेइन के नीचे
01:17वो पाइलेट को इंफॉर्म करते हैं
01:19लेकिन पढ़ा चलता है कि प्लेइन अलरिडी काफी तेज़ चलने लग चुका है
01:22और अभी ये काफी लेट हो गया है फ्लाइट को अबोर्ट करने के लिए
01:25यहाँ पर प्लेइन को रोका नहीं जा सकता
01:27पाइलेट वापस एयर्ट्राफिक कंट्रोलर को बताते हैं
01:30कुछी सेकिंड्स में ये प्लेइन हवा में उड़ जाता है
01:32और ये आग बढ़ती चली जाती है
01:33देखते ही देखते ये आग आउट अफ कंट्रोल हो जाती है
01:36प्लेइन में बैठे पाइलेट्स प्लेइन को लेवल करने की कोशिश करते हैं
01:39कुछ इंजन सुच औफ कर देते हैं
01:41पढ़ा चलता है प्लेइन में अब इतनी स्पीड नहीं बची
01:43एरपोर्ट के पास मौजूद कुछ हाइवेज पर जा रहे लोग
01:46अपनी गाडियों से प्लेइन को देखते हैं
01:49ये ध्रिश्ये बहुत चौका देने वाले होते हैं
01:51और पाइलेट्स कुछ ही मिन्टों में
01:53पूरी तरीके से कंट्रोल लूस कर जाते हैं प्लेइन पर
01:56और ये प्लेइन 15 किलोमेटर दूर पैरिस से
01:59एक होटेल में जाकर क्रैश कर जाता है
02:02इस क्रैश में 100 के 100 पैसेंजर जो प्लेइन में थे
02:05और 9 के 9 क्रू मेंबर जो प्लेइन में थे
02:07सब मारे जाते हैं
02:14ये प्लेइन क्रैश दुनिया को चौका कर रख देता है
02:16लोगों को यकीन नहीं होता है
02:17यह कैसे ओ सकता है?
02:19यह तो सबसे सरगाह उरु उर्ख है Obama
02:21दुनिया का सबसे तोप क्लास एरोप्लेइट
02:23कॉंकॉर्ड 사ूपर सूनिक एरोप्लेइन
02:25ये कैसे क्रैश कर सकता है?
02:27सूپर सॉनिक कॉंकउर्ड एरप्लेइन की हिस्टरी में
02:29पहला और इकलोता प्लेइन क्रैश था जो हुआ
02:32ना तो इससे पहले कोई कॉंकॉरड विमान क्रैश करा
02:34और ना ही इसके बाद कोई क्रैश करा
02:36लेकिन इस एक प्लेइन क्रैश न
02:39सूपरसॉनिक विमानों का इतिहास बदल कर रख दिया
02:59आवाज की गती से
03:23जो आहम तोर पर स्पीड ओफ साउंड होती है
03:25सी लेवल पर वो अपरोखसिमेटली
03:27पर आवर होती है
03:29अपरोखसिमेट इसलिए गह रहा हूँ
03:31क्योंकि हावा के तापमान पर भी
03:33इसकी स्पीड डिपेंड करती है
03:35अगर हावा का टेंपरेचर ज्यादा या कम है
03:37तो स्पीड ओफ साउंड थोड़ी ज्यादा या कम होती लेती है
03:40अब एक विमान कितनी तेजी से उड रहा है
03:43उसकी स्पीड को चार कैटिग्रीज में डिवाइट किया जा सकता है
03:46सब सॉनिक, ट्रांस सॉनिक, सूपर सॉनिक और हाईपर सॉनिक
03:49मोटे-मोटे तौर पर अगर स्पीड ओफ साउंड से कम है उसकी स्पीड
03:52तो वो सब सॉनिक एरोपलेइन हुआ
03:54पीड ऒप्साउंड के आषास है तो ट्रांस सॉनिक
03:56सपीड ोषाउंड से ज्यादा है तो सूपर सॉनिक
03:58और पॉंच गुना से भी ज्यादा है तो हाईपर सॉनिक
04:01इन स्पीडस ने लिए जौरा היא।
04:05वो बेसिकली रेशयो है एरक्राफ्ट की स्पीड की और साउन की स्पीड की।
04:08आम तोर पर जिन हवाई जहाजों में हम आज कल उड़ते हैं,
04:11जो पैसेंजर एरक्राफ्ट से हैं, उनकी स्पीड 900 किलोमेटर्स पर आवर के आसपास होती हैं.
04:15तो वो सब सॉनिक की कैटेगरी में आएंगे।
04:18जो कॉनकॉर्ड विमान था, और यहाँ पर मैं था कहरा हूँ क्योंकि आज के दिन ये विमान एकसिस्ट नहीं करता।
04:23क्यों नहीं करता, इसकी हम आगे बात करेंगे।
04:25इसकी स्पीड़ होती थी 2160 किलोमेटर्स पर आवर।
04:29यह अल्मोस्ट मार्क 2 के बराबर है और आजकल के हमारे पैसेंजर जेट मार्क 0.8 के बराबर है।
04:35अगर आप जानना चाहते हो, आज के दिन जो सबसे तेज एरोपलेन है, वो कितनी स्पीड़ पर उड़ता है, तो वो है मार्क 3.3।
04:423500 किलोमेटर पर आवर से भी ज़्यादा है और ये फाइटर जेट है लॉक हीट सर 71 ब्लैक बर्ड।
04:47जो इसका अगला मॉडल है SR-72, उसकी डेवलप्मेंट अभी चलने लग रही है और माना जा रहा है कि साल 2025 में उपनी पहली टेस्ट फ्लाइट कमप्लीट करेगा
04:55और उसकी स्पीड बताई जा रही होगी Mark 6 से भी ज़्यादा, 7400 किलोमेटर पर आवर अप्रोक्सिमेटली
05:01इस केस में ये सूपर सॉनिक से भी उपर हाइपर सॉनिक की कैटेगरी में आ जाएगा
05:05क्योंकि ये कैटेगरी Mark 5 से लेकर Mark 10 की स्पीडस के लिए होती है
05:09अब सूपर सॉनिक एरोप्लेइन्स के बारे में सबसे इंट्रेस्टिंग चीज पता है क्या है दोस्तों
05:12जब भी एरोप्लेइन्स हवा में उड़ते हैं, एक सॉनिक बूम जेनरेट होती है
05:26विदिमान आवास से भी तेज उड़ने लग रहे हैं
05:29नॉर्मल पैसेंजर जेट्स के राउंड जो साउन की वेव्स होती हैं, वो कुछ इस तरीके से कर्फ कर जाती हैं
05:35लेकिन सूपर सॉनिक स्पीड इतनी तेज होती है कि ये साउन वेव्स एक दूसरे के उपर ओवरलाब करने लग जाती हैं
05:40तो इसकी वज़े से एक बहुत ही तेज थंडर जैसी आवाज आती है, जैसे कोई बहुत ही बड़ा धमाका हुआ हो
05:45इसे सॉनिक बूम कहा जाता है और अगर आप जमीन पर खड़े हो, आपके उपर से कोई सूपर सॉनिक एरोपलेइन गुजरता है, तो आपको इस सॉनिक बूम सुनाई देगी
05:52इसे आप कमपेर कर सकते हो, जब आप एक बैलून को पिन से फोडते हो,
05:56तो अंदर की हावा का प्रेशर बहुत तेजी से रिलीज होता है, जिसकी वज़ेसे बहुत तेज आवाज आती है फटने की
06:01यही चीज एक बड़े स्केल पर होती है सूपर सॉनिक एरोपलेइन में
06:04इस चीज को बहुत से लोग वेपर क्लाउड से कंफ्यूस कर जाते हैं
06:07यह जो फोटोज आप देखोगे कि एक क्लाउड सा फॉर्म होने लग रहा है जब एरोपलेइन फ्लाय कर रहे हैं
06:11यह वेपर क्लाउड, सूपर सॉनिक एरोपलेएन में भी फर्म हुझेंगे
06:14लेकिन यह त्रांसक् सॉनिक में ही फर्म हो सकते है
06:16अब यह एक ऐसा फ़िनॉमिना है, जो तब होता है कि एक मेक त्रांसक लगाँ का एरॉपलेएन
06:20मॉइस्ट एर में उड़ रहा हो, हवा में जब बहुत ज़्यादा हुमिडिटी हो,
06:23तो उसके विंग्स के अराउंड एर प्रेशर बहुत तेजी से ड्रॉप कर जाता है
06:27और टेमपरेचर भी ड्रॉप कर जाता है.
06:29तो हवा में मौजूद मॉइस्चर अक्शुली में क्लाउड में कनवर्ट हो जाता है.
06:32ऐसा अकसर होता है कि एक क्लाउड वेपर वाला एफेक तब देखने को मिलता है
06:35जब एक एरोप्लेइन साउन बैरियर को तोड़ता है.
06:38लेकिन हमेशा जरूरी नहीं कि ये तब ही देखने को मिले.
06:41अब सुपरसॉनिक फ्लाइट की दोस्तो एक बड़ी ही इंट्रेस्टिंग हिस्ट्री रही है.
06:44आपको ये सारी बातें सुनकर लगेगा कि ये कोई नई टेकनॉलॉजी होगी.
06:47लेकिन अक्चुली में, इंसानों ने 1947 में ही
06:50सुपरसॉनिक बैरियर को ब्रेक कर दिया था.
06:58ओक्टूबर 14 नाइन्टीन 47 में,
07:00मेझर चार्ल्स येगर यूएस एरफोर्स के,
07:03ये पहले पाइलेट थे जिन्नोंने एक एरोप्लेइन को उडाया
07:07ये चीज इन्नोंने करी थी एमेरिका में मुहावे डेजर्ट के उपर.
07:10इसके तुरंत बाद ही, बड़े-बड़े बिजनस्मैन और कमर्शिल एवियेशन कंपनीज को भी
07:14इंट्रेस्ट आने लगा सुपरसॉनिक फ्लाइट्स में.
07:17इन्होंने पुछा कि ये सिर्फ मिलिटरी जेट्स की क्यों सुपरसॉनिक फ्लाइट्स करें?
07:20क्यों नहां हम आम लोगों के लिए, पैसिंजर्स के लिए भी अब ऐसे एरोप्लेइन बनाए,
07:24फ्लाइट्स बनाए, जो सुपरसॉनिक स्पीड्स पर चल सकें?
07:27करीद 10 साल तक इस चीज़ पर काफी काम हुआ, लेकिन एर्ली 1960s में,
07:31कॉल्ड वार चल रही थी, USA और सोवियट उनियन के बीच में,
07:34तो USA की जो एरोस्पेस इंडॉस्ट्री थी, उसने अपना फोकस स्पेस पर लगा दिया.
07:38उनने चांद पर जाने में जैदा एरोदफट ने में ज़यदा इंतरेस था,
07:43एरोपेलेन के किमपरिजन में.
07:44सुपरसॉनिक सेक्टर में जो वचिन चा staged ती हो रही थी,
07:47वह एउरोप में शिफ्ट होgga गए.
07:48प्रांस और बृतेन ने मिलकर साथ में एक मॉल्टी बिलियंड डॉलर डील साइन करी, रीसर्ज करी।
07:53बृतेन और प्रांस प्रांस प्रोजेक्ट के साथ मिलकर साइन करते हैं।
07:56In 1962, a formal agreement was signed between both nations to bring Concorde into being.
08:03This one project committed both nations to Europe's largest technological enterprise
08:0829th November 1962 को, दोनों सरकारों ने Council and Concord Agreement को
08:14दुनिया के सम्भव लाकर रखा।
08:16इस agreement के तहदं दोनों सरकारे मिलकर एक supersonic jetliner बानाएंगि
08:20जिससे पैसेंजर्स के लिए इस्तिमाल किया जाएगा.
08:22सिरफ मिलिटरी के लिए नहीं.
08:23कुछी सालों बाद मार्च 1969 में
08:26पहली कॉनकॉर्ड विमान की सक्सेस्ट्वल फ्लाइट हुए गरने गरने गरते हैं।
08:29और देखते ही देखते कुछ और सालों बाद
08:32कॉनकॉर्ड दुनिया की पहली सूपरसॉनिक फ्लाइट बन गई।
08:35जहाँ पर सिविलियन्स, सिरफ मिलिटरी के लोग नहीं
08:38बलकि सिविलियन्स भी अब ट्रैवल कर सकते थे
08:41सूपरसॉनिक स्पीड्स पर।
08:42जहाँ पर सिविलियन्स, सिरफ मिलिटरी के लोग नहीं
08:45बलकि सिविलियन्स भी अब ट्रैवल कर सकते थे
08:48सूपरसॉनिक स्पीड्स पर।
08:49इस फ्लाइट की टैग लाइन बनी
08:51अराइव बिफोर यू लीव।
08:53क्योंकि एतलांटिक ओशन को क्रोस करके
08:55एरोप से अमेरिका आधे टाइम में पहुंचा सकती थी।
08:58कॉनकॉर्ड के लिए बड़ी प्रेस्टीज की बात है कि
09:00आज के दिन तक ये इकलोता कमर्शियली उड़ने वाला
09:04सूपरसॉनिक एरक्राफ्ट रहा है।
09:06आज के दिन आपको जानकर हैराणी होगी कि
09:0890% एरोप्लेइन्स जो बनते हैं वो दो कंपनीज के दोरा बनाये जाते हैं।
09:13एरबस और बोइंग।
09:15इन दो कंपनीज की अल्मोस्ट एक डूओ पॉली है
09:17दुनिया भर के एरक्राफ्ट मैनिफैक्चरिंग सेक्टर पर।
09:20कॉनकॉड एरोप्लेइन्स अपने आप में बहुत युनीक थे।
09:22शायद से सबसे युनीक चीज इन एरक्राफ्ट के बारे में थी
09:25इनका जो नोज वाला पार्ट होता है।
09:27इनके फ्रंट का ये नोज अक्शुली में उपर नीचे करके एडजेस्ट किया जा सकता था।
09:32टेक औफ और लैंडिंग्स के समय पाइलेट ताकि देख सकें विजिबिलिटी ज्यादा अच्छी हो
09:36ये नोज नीचे की तरफ डूप किया जा सकता था।
09:39और जब एरोप्लेइन आस्मान में तेजी से उड़ रहा हो तो इसे बेटर एरोडाइनमिक्स के लिए वापस उपर किया जा सकता था।
09:45इंटीरियर इसका इतना बड़ा नहीं था आज के एरोप्लेइन के कमपैरेजन में
09:48सिरफ सौ पैसेंजर्स ही बैट सकते थे।
09:50लेकिन शुरुवात में इंटीरियर बड़ा सिम्पल टाइप का हुआ करता था धीरे धीरे टाइम के साथ यह और लुक्शरियस बनता गया
09:56क्योंकि इस एरोप्लेइन की टिकट खरीदना इतना सस्ता नहीं था।
10:00तो जब वैसे ही अमीर लोग इसकी टिकट खरीद रहे थे
10:02तो इस एरलाइन्स में सोचा कि जो इंटीरियर है इसे और लुक्शरियस टाइप का बना दिया जाया।
10:07टाइम के साथ साथ शैम्पेइन और कैवी आर जैसी चीजे भी सर्फ कर रहे जाने लगी इसमें
10:11और इस एरोप्लेइन में ट्रैवल करना एक तरीके का स्टेटिस सिम्बल बन गया लोगों के लिए।
10:151990s में दुनिया भर के जो सबसे बड़े सूपर स्टार्स थे, सेलेबरिटीस थे, स्पोर्ट स्टार्स थे, जो पॉलिटिशिन्स थे, सब ने कॉनकॉर्ड विमान में एक ना एक फ्लाइट जरूर लिए।
10:25Former British Prime Minister Tony Blair भी इस फ्लाइट में बैठे थे।
10:28अपने पूरे करियर के दुरान कॉनकॉर्ड का एक बहुत ही जबर्डस सेफ्टी रिकॉर्ड रहा, कोई प्रॉबलम्स नहीं होती थी इन फ्लाइट में।
10:35आज तक एक भी फ्लाइट क्रैश नहीं हुआ था, 25 साल से ज्यादा हो गए थे इस फ्लाइट को उड़ते हुए।
10:39सब की सेफ्टी का बहुत ध्यान रखा जाता था, लग्जरी भी थी यहांपर, लेकिन ये सब बदल गया 25 जुलाई 2000 को।
10:46एर फ्रांस की फ्लाइट 4590 जब क्रैश कर जाती है पैरिस के पास, इसकी बात मैंने वीडियो के शुरू में करी थी।
10:53प्लेइन में मौझूद 109 के 109 लोग मारे जाते हैं इस क्रैश में।
10:57इंवेस्टिकेशन के बाद पता चलता है कि जो इससे पहले प्लेइन उड़ा था रनवे पर, उसने एक 17 इंच का मेटल का तुकड़ा रनवे पर छोड़ दिया था।
11:05और जब ये वाली Air France की फ्लाइड रनवे पर आई गोडान भरने के लिए, तो ये जो छोटा सा मेटल का तुकड़ा था, ये इसके टायर में जाकर भसा, इससे टायर कट गया, टायर पंचर नहीं हुआ, लेकिन टायर के जो फिर छोटे-छोटे पीसिस हुए, वो प्लेइन
11:35चल रहा होता है, तो उस हीट की वज़ेसे, अब इस फ्यूल पर आग लग गई.
11:39Air Traffic Controller ने नोटिस किया इस आग को जलते हुए, लेकिन तब तक बहुत लेट हो चुका था, प्लेइन को रोका नहीं जा सकता था, तो प्लेइन उड़ गया,
11:47आग बड़ी ही तेजी से फैलती गई, आग को कंट्रोल में नहीं ला सके, प्लेइन के पाइलेट, उन्होंने एंजिन ओफ करने की कोशिश करी, प्लेइन धीरे होता गया, और एवेंचुली, एक होटेल में जाकर क्रैश कर गया.
11:58और जैसा मैंने बताया, इस इंसेरेंट ने दुनिया के लोगों को चौका कर रख दिया, क्योंकि अभी तक हर कोई मानता आ रहा था, कि ये प्लेइन लेना कितना सेफ है, कितने प्रेस्टीज की बात है, कितने स्टेटिस की बात है, इसे टाइटानिक से कमपेर किया जा सकत
12:29जब तक वोर इंवेस्टिगेशन अपनी कमप्लीट नहीं करते
12:32कुछ महीने बाद, नवेंबर 2001 में, वो वापस से कॉनकॉर्ड की फ्लाइट्स को री इंटिडीूस करते हैं, लेकिन उनका बिजनस कभी वापस रिकवर कर ही नहीं पाता
12:41इसके भीचे कई रीजन्स हैं, प्लेइन क्रैश से हुई खराब रेपिटेशन एरोप्लेइन की, ये तो ओब्यस सा रीजन सामने आता ही है
12:47लेकिन इसके लावा, 2001 नवेंबर में, जिस टाइम पर ये एरोप्लेइन को री इंटिड्यूस किया गया, वो एक बहुत ही खराब समय था
12:55क्योंकि सेब्टेमबर 2001 में हम सब जानते हैं क्या हुआ था
12:57वर्ल्ड ट्रेट सेंटर पर हमला किया गया था, उसके बाद पूरी एरक्राफ्ट की इंड़स्ट्री थप हो गई थी
13:02लोगों ने डर में आकर एरोप्लेइन में ट्रैवल करना कम कर दिया था
13:05इसके लावा, इस प्लेइन की अपने आप में भी कुछ कम्या थी
13:09जिस सॉनिक बूम के बारे में मैंने आपको बताया था
13:11एक बारी experience करने के लिए बहुती कमाल की चीज लगती है
13:15लेकिन अगर आप रोज अपने घर के ऊपर से एक सॉनिक बूम को सुनते रहोगे
13:19तो आप फिर इस परेशानी बन जाएगी
13:21जिन पर रहने वाले लोग थे जिनके ऊपर से एक सूपर सॉनिक एरोप्लेइन गुजरता था
13:25वो बड़े परेशान थे इसको लेकिन
13:27नॉइज लेवल्स बहुत ज़्यादा थे इस कॉंकॉर्ड में
13:29नॉइज लेवल्स को कम रखने के लिए
13:31इसके लिए इन एरलाइन्स वालों ने क्या किया था
13:33इन्होंने कहा कि कॉंकॉर्ड का जो फ्लाइट रूट है
13:35हम पानी के ओशन के उपर से ही ज्यादा रखें
13:37लैंड के उपर से कम कर दे
13:39लेकिन फिर भी जिन लोगों के घर एरपोर्ट्स के पास है
13:41उन्होंने प्रोटेस्ट करना शुरूग किया कॉंकॉर्ड को लेकर
13:43इसके लावा एक और प्रॉबलम थी
13:45फ्यूल कंजम्शन को लेकर
13:47एक आम पैसंजर एरोप्लेइन के कमपैरिजन में
13:49कॉंकॉर्ड का जो फ्यूल कंजम्शन था
13:51वो चार गुना ज्यादा था
13:53तो इन ना तो इन्वायमेंट के लिए अच्छा था
13:55ना ही एकानॉमिक्स के लिए अच्छा था
13:57और फाइनली आखरी बड़ी वजह है इन प्लेइन्स को
13:59मेंटेन करने ही कॉस्ट और ओपरेट करने ही कॉस्ट
14:01बहुत ज्यादा हाई थी
14:03अगर आप एक पैसेंजर के पस्पेक्टिव से सोचो
14:05पंधरा लाख रुपए एक फ्लाइट टिकट पर
14:07स्पेंड करना जल्दी पहुँचने के लिए
14:09लेकिन एंड में आप बैठ तो इसी सीट पर रहे हो
14:11जो कोई इतनी ज्यादा बड़ी सीट भी नहीं है
14:13तो वैसे भी इसकी डिमांड इतनी ज्यादा हाई नहीं थी
14:15लेकिन जितनी भी कसर बची थी
14:17वो उस प्लेइन क्रैश ने पूरी कर दी
14:19और रेपिटेशन जब नीचे गई तो
14:21ये कॉनकॉर्ड फ्लाइट्स खाली उड़ने लगे
14:23इनी सब रीजन्स के लिए
14:25आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:27ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:29ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:31ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:33ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:35ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:37ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:39ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:41ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:43ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:45ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:47ये आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:50और 24 उक्टुबर, 2003 को
14:52आखरी कमर्शिल कॉनकॉर्ड फ्लाइट उड़ी
14:55ये आखरी सूपरसॉनिक फ्लाइट भी थी
14:57दुनिया के इतिहास में
14:59आज के दिन, almost 20 साल बाद भी
15:01कोई सूपरसॉनिक कमर्शिल फ्लाइट एकसिस्ट नहीं करती है
15:05आम तोरपर जब हम किसी भी टॉपिक की बात करते हैं,
15:08किसी भी सेक्टर की बात करते हैं,
15:09टेकनॉलजी हमेशा आगे बढ़ती है
15:11लेकिन ये एक ऐसी जगह है दोस्तों,
15:13जहांपर टेकनॉलजी वापस पीछे चली गई है
15:16लोजिकली सोचोगे तो आपको लगेगा कि ये कैसे हो सकता है?
15:19आज के दिन सूपरसॉनिक फ्लाइट और भी कॉमन हो जानी चाहिए थी
15:22कौन नहीं जल्दी पहुंचना चाहता?
15:24एरोप्लेइन्स और तेस्ट ट्रैवल करें
15:26हर कोई चाहता है ये
15:27लेकिन अच्छी ख़वर पता है क्या है?
15:29आज नहीं तो कल सूपरसॉनिक एरोप्लेइन्स
15:31अपनी वापसी जरूर करेंगे
15:33इस टेकनॉलिजी में जो भी कमिया है
15:35उन पर काम किया जा रहा है, सलूशन निकाला जा रहा है
15:38हाल ही में एक स्टार्ट अप उभर कर आया है
15:40बूम नाम से, जो सूपरसॉनिक एरक्राफ्ट को बनाता है
15:43और युनाइटिट एरलाइन्स, एक मेजर अमेरिकन एरलाइन है
15:46इसने अनॉंस किया है कि इन्होंने पंधरा प्लेइन्स
15:49ओडर किये हैं इस स्टार्ट अप से
15:51ये प्लेइन्स मार्क 1.7 की स्पीड पर ट्रैवल करेंगे
15:54इनका नाम इन्होंने रखा है, ओवरचर एरक्राफ्ट
15:57अगर ये डील सक्सेस्फुल हो जाती है
15:59और सब चीज़े एस प्लैन्ड चलती है
16:01तो वापस रनवे पर इन एरोप्लेइन्स को आप देखोगे
16:04साल 2029 में
16:062029 वो साल होगा जब शायद से हम लोगों को
16:10वापस से एक सुपरसॉनिक एरोप्लेइन में बैठने का मौका मिल पाएगा
16:14Environmental damage जो एक negative point था
16:16उसे counter करने के लिए
16:18इस company ने कहा है कि ये सिर्फ sustainable aviation fuel का इस्तिमाल करेंगे
16:22जो biodegradable material से बना है
16:24इन्होंने ये भी कहा है कि इनका जो aircraft बनता है
16:26वो net zero carbon emission से बनता है
16:29जानी कोई extra carbon dioxide produce नहीं की जाती इस process में
16:32लेकिन environmental impact को इतना कम रखना
16:35price को economically feasible बनाना
16:37और technology को time के साथ develop करना
16:41लेकिन interesting चीज़ पता है क्या है
16:43over chair aircrafts अगर आ भी जाते हैं 2029 में
16:46इनकी speed concord के मुकाबले में
16:48फिर भी कम ही रहेगी
16:49ये mark 1.7 पर उड़ेंगे
16:51mark 2.0 के comparison में जिस पर concord रुटता था
16:54तो इनके बाद भी concord दुनिया का
16:56सबसे तेस चलने वाला passenger jet रहेगा
16:58लेकिन इस speed पर भी एक direct फायदा ये होगा
17:00कि दुबाई से सिंगापुर की flight
17:02जो कि आच के दिन साथ घंटे लेती है
17:04इन aeroplanes में सिरफ चार घंटे का समय लेगी
17:06वीडियो interesting लगा तो
17:08बाकी aeroplane related videos भी देख सकते हैं
17:10आप मेरे जहांपर मैंने ऐसी ही और
17:12इस playlist पर ज़रूर्ड क्लिक करिए और west city

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