Shrouded in mystery, Pakistan International Airlines Flight 404 was a Fokker F27 Friendship that disappeared shortly after takeoff on 25 August 1989. The disappearance of the PIA Fokker-F27 remains one of aviation's unresolved puzzles. In this episode, Junaid Akram explores the theories and hidden narratives that have puzzled experts for decades.
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00:00ये कहानी है PIA की एक मिस्ट्री फ्लाइट ही जोके आज से ठीक 35 साल पहले हवा में उड़ती है लेकिन आज तक लैंड नहीं हुई
00:08इसमें 49 पैसेंजर समेध 5 क्रू मेंबर शामिल थे जोके आज तक लापता है और उनके खांदान वाले आज भी उनकी राह तकते हैं
00:17और कुछ माहिरीन का तो ये भी मानना है कि बहुत जल्द ये जहाज हमें मिल सकता है
00:21उस जहाज के साथ ऐसा क्या हुआ वो कहां गाएब हो गया और 35 साल से उसका कोई सुराग नहीं मिल सका
00:28आज हम बात करेंगे PIA की मिस्ट्री फ्लाइट PK-404 की
00:33मेरा नाम है जिने दक्रम और आए चल के आपको यह स्टोरीस पन पोलो
00:37जिस बाहर में
00:41तुम्हें 4, 4, 4, 4,
00:53इस में पीट स्याग धाक राख Crimea
00:57ये बात है पच्चिस अगस 1989 की जब बि.ऐ.ए का फोकर F27 गिलगित से सुबा साड़े साथ बजे स्लामाबाद के लिए रवाना होता है।
01:04मैंड यू ये थोड़ी ही देर पहले गिलगित एक सवारी लेकर आया था यानी ये कंटिन्यूस राउंड में था।
01:09फोकर F27 एक फ्रेंचिप तैयारा था जो के डच टर्बो प्रोप्लाइनर कम्प्ली ने 1950 की दिहाई में इंटुडिउस कर आया था।
01:16इसमें 28 से 52 पैसेंजर सवारी लेकर आया था यानी ये कंटिन्यूस राउंड में था।
01:21इसमें 28 से 52 पैसेंजर से कापासिटी थी और ये मुखतलिफ एर्लाइन ने इसको काफ़ी इस्तमाल किया।
01:25खास तोर पे KLM जो के एक डच एर्लाइन है और लुफ थैंजन ने तो इसका काफ़ी इस्तमाल किया।
01:30वापिस आते हैं PIA के तैयारे पे
01:32इसमें पाँच क्रूब मेंबर मौझूद थे जिन के नाम कैप्टेन ऐसे जुबेर, कैप्टेन ऐसेन आफ़ताब बिलगरामी,
01:38फिर्स्ट उफिसर सुहेल इकबाल, फ्लाइट सीवर्ड मुहमंद मकसूद और एर होस्सिस खालिदा हबीब शामिल थे।
01:44ठीक सुबह मुझे काफ़ी इस्तमाल किया।
01:46कैप्टेन ऐसे जुबेर, कैप्टेन ऐसेन आफ़ताब बिलगरामी,
01:48फिर्स्ट उफिसर सुहेल इकबाल, फ्लाइट सीवर्ड मुहमंद मकसूद और एर होस्सिस खालिदा हभीब शामिल थे।
01:52ठीक सुबह 7 बचकर 35 मिनट पे F-27 फोकर तयारा जो है,
01:58इसलामबाद के लिए गिलगित एरपोर्ट से उडान भरता है।
02:00बाइदबाई ये उस दौर की बात है जब पाकिस्तान में एर ट्राफिक कंट्रोल से राबिता करते हैं,
02:04और उनको अपडेट करते हैं कि जहास इस वक बुंजी चेक पोस के उपर से गुजर रहा है और तमाम पैसेंजर खेरियस से है।
02:08बाइदबाई ये उस दौर की बात है जब पाकिस्तान में एर ट्राफिक कंट्रोल के पास रेडार की टेकनॉलॉजी मौजूद नहीं थी और ये हाई फ्रिक्वेंसी रेडियो सिंगल पे डिपेंड करते थे।
02:14गिल्गिस सेसलावाद का सफर ठीक एक घंडा दस मिनिट की मुसाफत पर मौजूद है और ये तीन माउंटेन रेंजिस के उपर से गुजरता है जिसमें हिमाल के लिए जब पाकिस्तान में एर ट्राफिक कंट्रोल के पास रेडार की टेकनॉलॉजी मौजूद नहीं थी औ
02:44हिंदो कश और करा कुरम वाकह है और खास तोर पे नांगा परबत की पहाड़ी जिसको किलर माउंटेन कहा जाता है उसके उपर से भी गुजरता है
02:51लेकिन उससे पहले मैं आपको थोड़ा बहुत नांगा परबत के बारे में बताता चलूँगा
02:55नांगा परबत जिसको किलर माउंटेन कहा जाता है दुनिया की नवी उची माउंटेन है जिसकी उचाई 8126 मीटर अबव सी लेवल यानी 26,000 फीड से भी ज्यादा उची है
03:06PK-404 का आखरी मेसेच जो के 7 बचकर 40 मिनट पर एर ट्राफिक कंटोल की दरफ जाता है उसके बाद अचानक घाइब हो जाता है और ATC के बार बार राप्ते के बावजूद जब कोई जवाब मौसूल नहीं होता तो एमरजस्री डिकलियर कर दी जाती है और सिविल एविये�
03:36की आग की तरह पहल जाती है और फिर तमाम इदारे
03:39एलर्ट कर दिये जाते हैं और मुतहरक हो जाते हैं
03:41कहा ये जाता है कि रस्ते में मौसम की खराबी के 22 जहास
03:44तूफान में फसा और कैप्टन एसे जोबेर ने
03:47फैसला गया कि कोई अल्टरनेट रूट अपनाया जाए और घालेबन
03:51किसी बरफ के पहार से टकरा गया
03:53वक्ष गुजरता गया और जहास का बिलकुल कोई अतापता मौजूद नहीं था
03:57और ATC को कैप्टन जोबेर की तरफ से किसी बी किसम की मेडे की कॉल नहीं आयी थी
04:02मेडे एक कोड होता है जब एवियेशन इंडॉस्ट्री में
04:05तीन बार किसी जहास से मेडे की कॉल दी जाया
04:07इसका मतलब कि बहुत हाई एलर्ड और बहुती संगीन सिच्वेशन है
04:10और इस मौके पे ATC तमाम जहासों को छोड़के सिर्फ इस जहास पे फोकस करता है
04:15अगले दिन 26 अगस की सुबो सिविल एवियेशन अफिशली स्टेट्मेंट देती है
04:19कि PK-404 का जहास और इसके तमाम क्रूम मेंबर और पैसंजर्स को मिसिंग डिकलियर किया जाता है
04:24उस वक्की वजिराजब मौतरमा बे नजीर बुर्टो फ़ुरण ही सर्च ओपरेशन का हुकम देती है
04:3025 अगस को जिस दिन और जिस वक्की PK-404 नांगा परबत क्रॉस कर रही थी
04:35इत्तफाक से उसी दिन नांगा परबत पे एक American Expedition का ग्रूप नांगा परबत को क्लाइम कर रहा था
04:41और उन क्लाइम्बर्स ने एक स्टेट्मेंट दिया कि उन्होंने नांगा परबत के ऊपर से एक जहास को गुजरते वे देखा है
04:46इस इंफोर्मेशन की बुनियाद पे पाकसान आर्मी, पाकसान एरफोर्स और PIA मिलके एरियल उपरेशन शुरू कर देते हैं
04:55इस एरियल उपरेशन में पाकसान एरफोर्स के चार हेलीकॉप्टर, पाकसान आर्मी के दो C-130 और PIA के दो जहास
05:02मिलके पनागा परबत के उपर एरियल सर्च शुरू कर देते हैं
05:05और लगबग चार दिन ये एरियल उपरेशन जारी रहता है
05:08लेकिन उसके बाद ये डिकलेर किया जाता है कि चुके जहास का रङ्बी सफैध था और बरफ का रङ्बी सफैध है
05:14तो इस सुरत में जहास को सपट करना इंतिहाई ना मुम्किन है
05:18और इसी बुनियाद पर ये सर्च उपरेशन खतम कर दिया जाता है
05:21एरियल उपरेशन को सीज करने के बाद लेन उपरेशन यानी जमीन के रासे से ढूंडने का फैसला किया जाता है
05:27पाकसन आर्मी के एक मेझर जो के खुद एक क्लाइमबर थे उनको और उनकी टीम को ये टास दिया जाता है
05:32और एक 8,000 मीटर के एरिया को कारव आउट किया जाता है
05:35कि इस एरिया के अंदर अंदर हमें जहास के मलबे को ढूडना है
05:39इस सस्पेक्टेट एरिया जहांपे लेन ओपरेशन जा रही था
05:42कई दिनों तक अंथक मेहनत के बावजूद किसी किसम की कामियाबी हासिल नहीं हुई
05:46और फिर इस लेन ओपरेशन को भी हदन करना पड़ा
05:49अब इस विशिंग प्लेइन के बारे में कई थियूरी सामने आई
05:54लेकिन मैं आपको तीन खास थियूरीज जो कही जाती हैं उनके बारे मता दो
05:58पहली ये थी कि ये शायद हवा की वज़ा से तूफान की वज़ा से
06:01एलो सी की तरफ गया और इसको शूट डाउन कर दिया गया दूसरी थियूरी ये दी जाती है कि गाले
06:06बन इसको हाई जैक करके अफगानिस्तान ले जाया गया और तीसरी थियूरी ये कहती है कि ये
06:11आइसबर्ग में क्रैश कर गया तो पहली क्योंस्पिरिसी थियूरी की अगर बात करें के लाइन उफ कंटरोल
06:16पे गाले बन इंडियन एर फोर्स ने उसको शूट डाउन कर दिया इसके बारे में मैं आपको समझाता हूँ
06:20गिलगिच से लाइन उफ कंटरोल का फासला सिर्फ 110 किलो मीटर का है और जैसा कि हमने शूरु में कहा कि एक तूफान का एलर्ट मौझूद था
06:27क्या पता उस तूफान से बचने के लिए कैप्टन ऐसे जुबेर ने जहास का रुख मोडा और अंजाने में लाइन उफ कंटरोल क्रॉस कर दी जिसको इंडियन एर फोर्स ने एक थ्रेट समझ के शूट डाउन कर दिया
06:37जब ये बात काफी जादा फैलने लगी तो पाकिस्तानी हुकूमत ने भारती हुकूमत से राबिता किया कि कहीं ऐसा वाकिया तो नहीं हुआ
06:44जिसको इंडियन एर फोर्स ने बिलकुल डिनाय की और साथ में ये ओफर भी दी कि आप हमारे साथ मिलके भी ये सर्च ओपरेशन कर सकते हैं
06:51दूसरी conspiracy theory जो के hijacking से related थी इसमें लोगों का मानना था के गालेबन इस जहास को hijack करके अफगानिस्तान ले जाये गया है
06:59और कुछी दिनों में hijackers की तरफ से कोई ना कोई demand आएगी
07:03ये theory इस तरह लोगों के जहान में है क्योंके कुछ साल पहले 1981 में PK-326 कराची से hijack करके काबुल ले जाये गया था
07:11Al-Zulfiqar Organization की तरफ से जिसमें 100 passenger मौझूद थे और उन्होंने काफी demands भी lay out की थी
07:17और इसके बाद उस जहास को काबुल से उड़ा के डमासकस ले जाये गया था
07:20और फिर अपनी demands meet कराने के बाद Damashq में उन्होंने hostages को release करना शुरू कर दिया था
07:26अब चूँके इस वाके ने इतनी दैशत फैलाई थी तो लोगना जहन भी इसी तरफ गया कि गालेबन ये जहास भी hijack कर लिया गया
07:32लेकिन कुछ दिनों बाद ये भी प्रूव हो गया कि ऐसा नहीं हुआ है
07:36और तीसी थियरी जो के काफी बिलीवेबल भी है वो ये के जहास गालेबन किसी आइस बर्ट से टकरा है
07:41और टकराते ही बर्फ का एक बहुत बड़ा तोड़ा उसके उपर गिर गया जिसने जहास को अपनी लपेट में ले लिया
07:46उम्मुवन होता ही है कि जब जहास क्राश होता है तो उसका रेकेच फैलता है उसमें से धुआ निकलता है
07:52लेकिन चूके बर्फ के तोड़े ने उसको लपेट लिया इसी वज़ा से वो आज तक नहीं मिल सका
07:57जब ये तमाम सर्च ओपरेशन फेल हुए तो एक पॉइंट के बाद पाकिसानी हुकूमत ने इन तमाम पैसेंजर और क्रू मेंबर को जाँ भाग डिकलेर कर दिया
08:06लेकिन फैमिलीज की तरह से काफी प्रेशर रहा, काफी प्रोटेस भी हुए
08:09लवाहेकीन जो प्रोटेस करते थे, उनकी एक ही डिमांड होती थी कि कमस कम हमें हमारे प्यारों की डेड बॉड़ी फराहम कर दी जाए
08:16ताके उनको एक सुकून आ जाए, ताके उनको एक सबर मिल जाए और वो एक लिए लिए प्रोटेस नहीं होती थी
08:22जब जहाज ही नहीं मिला, तो डेड बॉड़ी मिलने का सवाल ही नहीं होता
08:25अब जिससेरा मेरे शुरु में कहा था कि घालेबन कुछ अरसे में ये जहाज मिल भी सकता है, तो वो कैसे?
08:30माहिरीन का यह मानना है कि जिससेरा दुनिया में क्लामेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग के असराथ सामने आ रहे हैं,
08:36गलेशियर्स पिगल रहे हैं, तो कहीं ऐसा ना हो के बर्फ के पिगलने की वज़ासे ये जहाज नमूदार हो जाता है
08:41इसकी एक जिन्दा मिसाल यह है कि एक ब्रिटिश क्लामबर जिनका नाम जॉर्ज था, आठ जून 1924 को मांट एवरेस सर करने की कोशिश में जान भाग हो गए थे, और उनकी लाश नहीं मिली थी.
08:51लेकिन आठ जून 1924 को मांट एवरेस सर करने की नियत से उस पहाड पे चड़े और फिर लापता हो गए, और 1999 में तक्रीबन 75 साल बाद उनकी लाश नहीं मिली थी, तो इसकी जिन्दा मिसाल यह है कि एक ब्रिटिश क्लामबर जिनका नाम जॉर्ज था, आठ जून 1924 को मा
09:21लाश मिली, तो गालेबन इसी तरह जब ग्लेशिर्स पिगलेंगे, बर्फ पिगलेगी, तो क्या पता
09:26PK-404 भी नजर आजाए. अब PIA की फ्लाइट PK-404 अपनी नौयत में एक वाहिद वाकिया नहीं,
09:32इस तरह के और भी missing planes की कहानियां मौझूद हैं, जो के फ्लाइट जैसी उन्होंने भरी, उसके बाद वो रेडार से भी गाइब हो गए,
09:39ना आज तक उनका मलबा मिला, ना उनका कोई message मिला, ना ही उनकी लाशें मिली.
09:44इसकी पहली मिसाल 1953 में मिलती है, जब Skyways नाम की एक airline, जो के जमेका से उड़ती है, 39 passengers को लेके,
09:52एक SOS call उनकी North Atlantic से मिलती है, लेकिन उसके बाद वो जाहस्व हमेशा के लिए गाइब हो जाता है.
09:58इसी तरह की एक और flight disappearance होती है, 1962 में, American Army का जाहस, Flying Tiger Line,
10:05जो के California से उड़ता है, वेटनाम वार के लिए, इसमें 93-96 US soldiers और कुछ Vietnamese citizen होते हैं.
10:12पहले वो Guam उठरता है, वहाँ पे refueling करता है, उसके बाद उसका अगला stop होता है,
10:17फिलिपाइन, जिसके बाद उसने वेटनाम जाना था, secret operation के लिए.
10:21लेकिन फिलिपाइन के रस्ते में ही, वो जाहस गाईब हो जाता है, और आज तक उसका कोई सुराग नहीं मिलता है.
10:26और इन तमाम Flight Disappearance की सबसे ताजा मिसाल, जो के हम सब दे देखी,
10:30MH370, Malaysian Airline का जाहस, जो के Kuala Lumpur से उड़ता है, 227 passages को लेके,
10:36ओन रूट टू बीजिंग, रास्ते में गाईब हो जाता है, और आज तक उसका सुराग नहीं मिलता है.
10:41इसमें हमने काफी डॉक्यॉमेंट्रीज देखी, नीज कवरेज़ देखी, लाइव नीज कवरेज़ देखी,
10:46लेकिन आज इस बात को 10 साल से जाधा अरसा हो गया, और आज तक इस जहास का सुराग नहीं मिल सका.
10:53अच्छा, PIA का Fokker F-27 ये वाहिद जहास नहीं था, जो क्रैश हुआ, इसके इलावा भी 5 क्रैशेज हुए हैं इसी वेरियंड के.
11:01सबसे पहला होता है, 1970 में इसलामाबा से फ्लाइट लेता है, और इसलामाबाद में ही क्रैश होता है, जिसमें 30 लोग जान भाग होते हैं.
11:07फिर दो साल बाद, 1972 में इसी वेरियंड का जहास, F-27, रावलपिंडी से उड़के वहीं क्रैश हो जाता है, जिसमें 26 लोग अपनी जान से हाथ दो बैठें.
11:16फिर आता है, 1986 में इसलामाबा से एक जहास उड़ता है, 53 लोगों को लेके पिशावर के करीब लैंड होने से पहले ही क्रैश हो जाता है, लेकिन 53 में से सिर्फ 13 लोग जान भाग होते हैं.
11:26चौता जहास, जिसकी हम बात कर रहे हैं, जो के आज तक नहीं मिला.
11:29पाँचवा जहास, 2003 में कोहाट की पहाडियों में क्रैश कर जाता है, जिसमें उस वक्के एर चीफ मार्शल मुशरभ वली और उनकी वाइफ समेध 15 लोग जान भाग हो जाते हैं.
11:39और छटा वाक्या, 2006 में मुल्तान से यही F27 उड़ता है लहोर के लिए, लेकिन लहोर के करीब एक मैदान में क्रैश हो जाता है, जिसमें 41 पैसेंजर समेध 4 क्रू मेंबर जान भाग हो जाते हैं.
11:51F27 की इतनी बुरी पर्फॉर्मेंस और इतने सारे क्रैशिस के बाद, फाइनली PIA, 2006 में F27 को डिसकंटीन्यू करती है और उसको रेप्लेज करती है ATR 42 से और फिर ठीक 10 साल बाद वो ATR भी चितराल में क्रैश कर जाता है, जिसमें जुनेश जम्शेष साहब बच्चमूल का
12:21क्योंकि वर्ल वार्ड 2 के भी जहाजों को डून निकालते हैं,
12:24समंदरी जहाजों को सोना टेकनॉलॉजी के जरीए डून निकाल पाते हैं,
12:28इतनी टेकनॉलॉजी अब क्योंकि हमारे पास मौझूद है,
12:30एक बार फिर इस सर्च ओपरेशन का इंतजाम क्यों नहीं करती,
12:34ताके उस जहाज में मौझूद जितने भी पैसेंजर्स थे,
12:36उनके लवाहिकीन को कमस कम एक सुकून मिल सके,
12:39उनको एक क्लोजर मिल सके.
12:41तो ये कहानी थी पाकिस्तान एरलाइन्स के PK-404 की मिस्ट्री फ्लाइट की,
12:45जो के आज से 35 साल पहले गिलगित से हवा में उड़ी और आज तक नहीं मिली.
12:50I hope आपको ये वीडियो पसंद आई होगी
12:52और इसी तरह की मजीद मिस्ट्री वीडियो देखना चाहते हैं,