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चेन्नई. ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन के साथ स्वदेश लौटी भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने मंगलवार को चेन्नई के एक निजी शिक्षण संस्थान में सम्मानित होने के बाद छात्रों को खेलों में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इससे ‘जिंदगी अच्छी' बनाई जा सकती है।

हरियाणा की इस 22 साल की निशानेबाज ने पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक अपने नाम किए। वह ओलंपिक के किसी एक सत्र में दो पदक जीतने वाली देश की पहली खिलाड़ी हैं। मनु भाकर ने कहा है, "मेरी जीत के पीछे सिर्फ एक व्यक्ति का हाथ नहीं हो सकता है। यह पूरी टीम की कोशिश है जो मुझे पोडियम तक ले जाती है। बकौल मनु, देश प्रगति कर रहा है लेकिन अभी लंबा सफर तय करना है। मनु ने कहा, ‘मैं हमेशा अपने आप से कहती हूं कि चाहे मैं किसी भी प्रतियोगिता में जीतूं या हारूं, मैं हमेशा अपना मनोबल बनाए रखूंगी।
दुनिया घूमना चाहते हैं तो खेल चुनें
मनु ने आगे कहा, सामान्य तौर पर नौकरी के बहुत से अवसर हैं, सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर ही नहीं, उससे भी आगे बहुत से रोजगार के अवसर हैं, खासकर खेल के क्षेत्र में, जो लोग दुनियाभर में घूमना चाहते हैं, उन्हें खेल के क्षेत्र को चुनना चाहिए, मैंने आधी दुनिया घूमी है।

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Transcript
00:00I humbly request our Deputy Correspondent Sir to present a memento to our guests.
00:27Achievers!
00:30who have made our nation proud
00:33when they are entering
00:38they share the podium
00:43with one of the biggest stars of...

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