Reality of India's Delivery Workers and Cab Driver..

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In today's video, we delve into the lives of gig workers, who, rain or shine, ensure timely delivery right to your doorstep. Despite their hard work and essential role during lockdowns as "COVID warriors" and "Lockdown Lifelines," many struggle with long hours and lack of benefits. Understand the reality behind the gig economy, the legal protections they lack, and what we can do to help.
Transcript
00:00नमस्कार दोस्तों, चाहें बहार 45 degree की तबती गर्मी हो या तेज़ बारिश की वज़े से पानी भर गया हो,
00:05चाहें आंधी चल रही हो या pollution ज्यादा हो, चाहें दिन हो या रात हो,
00:10आज इस convenience के जमाने में हमें फिकर करने की कोई ज़रूरत नहीं,
00:15क्योंकि हम हमेशे अपने घर के कमफर्ट से जो चाहें वो ओडर करके मंगा सकते हैं,
00:19सिर्फ एक स्मार्टफोन अप के ज़रीयें।
00:21लेकिन क्या कभी आपने उन अझान लोगों के बारे में सोचा हैं, जो ये काम करते हैं?
00:25कभी चीजों को उनके perspective से सोच कर देखा हैं?
00:30ऐसे लोगों को gig workers बुलाया जाता हैं।
00:35National Council for Applied Economic Research की एक सर्वे के अनुसार,
00:38on average एक gig worker हमारे देश में 69.3 hours काम करता है एक हफते में।
00:44ये ऐसा हो गया कि मान लो हफते में आप सातों दिन काम कर रहे हैं,
00:47almost दस घंटों के लिए और कोई संडे के छुट्टी भी ना मिलती हो।
00:50For comparison इसी सर्वे में, बाकी workers की average है 56 hours पर week।
00:55हमारी senior हमें कोरियत तो दे देते हैं, उनकी एड़े सारी हम पर आ जाती है।
01:00कम से कम 8 घंटे से लेकर 12 घंटे की बीच में में बाईक चलानी फ़रती है।
01:04एक average gig worker जितने घंटे काम करता है, जितना qualified है और जितने कम पैसे कमाता है,
01:09इतनी बूरी हालत शायद ही किसी और worker की है हमारे शेहरों।
01:13कमाल की बात यह है कि एक average gig worker की qualifications बेहतर है बाकी और worker से compare किया जाये तो।
01:19लेकिन at the same time, 75% gig workers हमारे देश में financial difficulties face कर रहे हैं।
01:25On average, सिरफ 18,000 रुपे महीने के यह कमाते हैं इतना काम करके।
01:30आज के इस वीडियो में आये दोस्तों इस gig worker profession को घहराई से समझते हैं।
01:44यह जो gig शब्द है दोस्तों, जी आई जी, इसका मतलब होता है एक temporary job या फिर एक performance act.
01:49अभी के यह gig workers के popular होने से पहले, usually musicians और comedians इसका इस्तिमाल किया करते थे।
01:55क्योंकि इन performing artist की job ऐसी होती है कि इन्हें कोई regular salary नहीं मिलती, इन्हें individual acts के पैसे मिलते हैं।
02:02किसी comedian ने जाकर कहीं corporate company में एक show कर दिया, तो वो उसके लिए एक gig हो गई, जिसके लिए उसे पैसे मिले।
02:08सबसे पहली बार इस gig शब्द का इस्तिमाल एक temporary paid job के लिए किया गया था साल 1952 में, जब एक influential author Jack Kerouac ने एक article लिखा था, कैसे उन्हें railroad में breakman के तौर पर काम करने के लिए एक gig मिली थी।
02:22आज के दिन freelance काम को भी इसी category के अंदर डाला जाता है और पिछले 10 सालों में. In fact, पिछले 4 सालों में covid के बाद से एक जबरदस growth देखने को मिली है gig economy में.
02:32अब वैसे तो gig economy को दो हिस्सों में बाटा जा सकता है. एक है service based gigs और दूसरी है knowledge based gigs.
02:39Service में आगए low to semi skilled workers जैसे कि delivery agents और knowledge में आगए high skilled jobs जैसे कि consultants और data scientists.
02:47Service वालों को blue collar gig workers भी कहा जाता है और knowledge वालों को white collar gig workers भी कहा जाता है.
02:52लेकिन usually जब भी gig workers की बात करी जाती है यहाँ पर first category को ही refer किया जाता है.
02:57वो लोग जो Uber, Ola, Zomato, Swiggy, Urban Company, Porter, Zepto जैसी companies के लिए काम कर रहे हैं.
03:03जिनके काम desk job से हट कर हैं और वो लोग जो इन digital platforms की services को असली में delivery करने का काम कर रहे हैं.
03:10अब theoretically अगर हम देखें normal jobs के comparison में इस gig economy के काफी सारे फायदे हैं दोनो employees और employers के लिए.
03:18इन companies के लिए employers के लिए क्या फायदा है जब मरजी hire करो employees को जब मरजी fire करो कोई contract नहीं है employee के साथ.
03:25अगर कोई पसंद आया तो उसे immediately हटाय जा सकता है job से और अगर कोई पसंद आ रहा है तो immediately उसे hire भी किया जा सकता है.
03:31और दूसरी तरफ employees को मिलती है flexibility जब वो चाहे तब काम करें जिस company के लिए चाहे उसी company के लिए काम करें किसी office में जाने के जरूत नहीं work from anywhere.
03:41एक नौकरी पसंद नहीं आ रही तो उस नौकरी को छोड़ो दूसरी नौकरी दून लो.
03:44साथ साथ multiple companies के लिए काम करना है वो भी possible है एक्स्ट्रा पैसे कमाए जा सकते हैं.
03:48और उपर से अगर आपकी कोई main job है आप इसे side job की तरह कर सकते हो extra supplementary income कमाने के लिए.
03:55चारो तरफ फायदे ही फायदे हैं.
03:57सब कुछ सुनने में तो बहुत अच्छा लग रहा है.
03:59लेकिन आप पूछोगे फिर problem क्या है?
04:01Problem यह है कि ये सारे फायदे बस theoretical ही हैं.
04:04असलियत में practically देखा जाये तो हालात बहुत खराब है.
04:07नीति आयोग की 2022 की report
04:09India's booming gig and platform economy को अगर हम देखें
04:12तो covid pandemic के आने से पहले देश में करीब 30 लाख gig workers थे.
04:16लेकिन यही number 2021 में 77 लाख तक पहुच गया.
04:20और इस sector में इतनी growth expect करी जा रही है
04:22कि 2030 तक ये number 2.35 करोड पर पहुच जाएगा.
04:26Oxford Internet Institute का Online Labour Index हमें बताता है
04:29कि इंडिया का online labour market share 24% पर है.
04:32याने कि इंडिया number 1 देश है दुनिया में इस मामले में.
04:36इससे हमें क्या बता चलता है?
04:37इससे हमें बता चलता है कि ज्यादधर लोग हमारे देश में gig economy को
04:41supplementary extra income के तौर पर नहीं,
04:43बलकि अपनी main job की तौर पर देख रहे हैं.
04:46In fact, EPSOS research के 2024 के survey के नुसर,
04:49देश में 88% gig workers के लिए gig work उनका primary source of income है.
04:54और दूसरी तरफ इस number को देखिये,
04:56Flourish Ventures की September 2020 की research,
04:59lockdown के 6 महीने बाद 90% gig workers ने कहा कि कैसे उनकी तंख्वा नीचे चली गई है.
05:0647% gig workers उस समय पर अपना खर्चा भी नहीं चला पा रहे थे,
05:10बिना borrow करे पैसे को.
05:11COVID के समय पर इन लोगों को हम अकसर COVID warriors,
05:14frontline warriors या lifelines करके पुकारते थे.
05:17लेकिन ज्यादधर लोग इस profession में मजबूरी की वज़ेसे आये.
05:20The Logical Indian ने एक करन सिंग नाम के gig worker की कहानी cover करी थी.
05:24करन दिल्ली में पस्चिम विहार की इलाके में रहते थे,
05:26और construction का काम करते थे.
05:28जब COVID की वज़ेसे construction के काम पर रोक लगा दी गई,
05:31तो इनके लिए कोई खाना, पानी, राशन का जरिया नहीं बचा.
05:34इनकी दो बेटिया थी और एक बीवी थी.
05:36और घर चलाने के लिए जो burden था, वो बढ़ता जा रहा था.
05:39फिर इनके एक दोस्ट ने इन्हें gig work के बारे में बताया.
05:42और इन्होंने फैसला किया कि अपनी आखरी बची हुई savings का इस्तेमाल करेंगे
05:46एक second hand scooter लीस पर लेने में.
05:48और ये एक digital platform के लिए delivery partner बन गए.
05:52Frontline worker होने का मतलब था
05:54कि ये essential goods को delivery करते रह सकते थे COVID lockdown के दोराँ.
05:58लेकिन देखते ही देखते ही उनका main पेशा बन गया.
06:01और आज ये एक bike-taxi service platform में काम करते हैं.
06:05ऐसी कहानियों की भरमार है हमारे देश में दोस्तों
06:07जहांपर gig economy ने लोगों के रोज़गार को बचा लिया.
06:10आज के दिन ये companies अपने gig workers को अलग-अलग नामों से बुलाती हैं.
06:14कोई bike-taxi वाली company है, captain शब्द का इस्तेमाल करती है.
06:17कोई ने expert बुलाता है.
06:19देकिन ज्यादे तर companies इन्हें partner का नाम देती हैं.
06:22अब आम तोर पर किसी business में अगर partnership का इस्तेमाल किया जाता है,
06:25तो इसका मतलब होता है कोई इंसान आपके साथ भागिदारी करेगा,
06:28आपके साथ काम करेगा, जो भी profit और losses होएंगे उन्हें share किया जाएगा.
06:32देकिन क्या gig workers के लिए ऐसा कुछ भी होता है?
06:35gig workers को काम करने के लिए जो scooter या bike खरीदनी होती है,
06:38वो खुद के पैसे से खरीदनी होती है.
06:40पेट्रोल का जो खर्चा आयेगा, अपनी जेब से भरना होता है.
06:43यहां Uber, Ola drivers का एक बड़ा classic example है.
06:46मान लो किसी taxi driver ने आपको एक जगह में drop किया है,
06:49और उस location पर उससे कोई और ride नहीं मिल पाती.
06:52Ride धूनने के लिए उससे 15-20 km दूर travel करना पड़ता है,
06:55किसी hot spot में.
06:56तो उस 15-20 km चलने के लिए,
06:58उससे जो पेट्रोल का खर्चा आया,
07:01क्या company उसका 50% pay करती है?
07:16अगर वो companies इन्हे employees करके बुलाने लग गई,
07:23तो बहुत सारी responsibilities उन companies की उपर आ जाएंगे.
07:26इनके health insurance का ध्यान रखना होगा.
07:28अगर कोई work related accident हो जाता है,
07:30उसकी liability company की उपर आएगे.
07:32Tax और एक minimum wage देनी की responsibility आ जाएगे.
07:35लेकिन Oxford Internet Institute के Fair Work Research Project 2022 के अनुसार,
07:4011 Indian platforms को इन्होंने study किया था.
07:43और इनमेशे एक platform भी सबूत नहीं दे पाया,
07:45कि इनके gig workers को at least local living wage मिलती हो,
07:49सारी work related cost करने के बाद.
07:52Centre for Labour Studies at the National Law School, Bengaluru,
07:54और Montfort Social Institute ने साथ में मिलकर,
07:57एक study करी, जिसमें इन्होंने Ola और Uber के taxi drivers को देखा हिदराबाद में.
08:01इन्होंने एक बड़ी shocking चीज़ पाई,
08:03कि जितना भी पैसा एक driver कमाता है एक दिन का काम करने के बाद,
08:07on average 40% उस कमाई का,
08:10सिर्फ petrol और diesel पर ही खर्च हो जाता है.
08:13और जियादते drivers, 12-14 गंटे काम करते हैं on average एक दिन में.
08:17मतलब सारा खर्चा उठाने के बाद,
08:20अगर सिर्फ minimum wage तक की ही बात बन पा रही है,
08:23तो यही gig workers, extra गंटे काम करने लग जाते हैं.
08:26Note करने वाली बात ये भी है,
08:28कि ये companies खुद को कैसे define करती हैं?
08:30ये खुद को tech aggregator,
08:32या mediator, या facilitator करके पुकारती हैं.
08:35कभी भी employer शब्द का इस्तिमाल नहीं करेंगी,
08:37फिर से legal problems create हो जाएंगी,
08:39कि ये employer बन गए और वो employees हैं,
08:41बहुत सारा खर्चा उठाना पड़ेगा, उनका ध्यान रखना पड़ेगा.
08:44इस सब जंजट में नहीं पड़ना,
08:45हम तो भी tech aggregator हैं.
08:47ये companies अकसर कहती हैं,
08:48कि इन्होंने market को revolutionize कर दिया है,
08:50middlemen को रास्ते से हटा कर.
08:52लेकिन जरा सोच कर देखो दोस्तों,
08:54असलियत में इन्होंने किया क्या है,
08:55कि ये खुद middlemen बन गए हैं.
08:57ये हर ride, हर delivery, हर service का
08:5915-25% commission charge करके,
09:02खुदी एक tech based middlemen बन गए हैं.
09:05और यहां अगर इन tech companies की बात कर ही रहे हैं,
09:07तो ये भी जान लेना ज़रूरी है,
09:09कि इन companies का software और इनके algorithms,
09:11कैसे और problems create करते हैं,
09:13इनके gig workers के लिए.
09:15लेकिन इसकी बात करने से पहले,
09:17मैं आपको आज के वीडियो के sponsor के बारे में
09:19बताना चाहूँगा, जो कि आपके लिए बहुत useful होंगे,
09:21अगर आप अपनी website का traffic,
09:23या website की ranking,
09:25improve करना चाहते हों.
09:27Datware, डैटवेर एक SEO की company है,
09:29जो हजार से ज़्यादा propriety, AI,
09:31algorithms और advanced SEO techniques का इस्तिमाल करती हैं.
09:34ये आपकी मदद करेंगे, आपकी website, या आपके brand को
09:36top पर rank कराने में, Google search results में,
09:39कि आपका brand, या आपका business और visible बन सकें.
09:42और लोग आपकी website पर आ सकें.
09:44ये precise ROI tracking भी करते हैं,
09:46और real time insights भी देते हैं,
09:48ताकि आप इनके results को track कर सकें,
09:50और informed decisions ले सकें.
09:51Search results में अच्छा rank किया जाना,
09:53किसी भी छोटे business के लिए एक लोटरी जैसा है,
09:55क्योंकि हजारों नए customers आपकी website पर आ सकते हैं,
09:58सिर्फ एक Google search करके.
10:00तो अगर आप interested हैं,
10:01आप इनकी website datware.co पर जा सकते हैं,
10:03इसका link नीचे description में भी मिल जाएगा,
10:05और website पर जा कर,
10:06simply अपनी inquiry drop कर सकते हैं.
10:09अब topic पर वापस आते हैं.
10:11Frontline ने एक बड़ा interesting case cover किया,
10:13अंकुर नाम के गिग worker का.
10:15ये father हैं दो बेटों के,
10:16ये 12-14 घंटे एक दिन में काम किया करते थे,
10:19कम से कम 6 दिन एक हफते में.
10:22और काम करते थे ये,
10:23एक cleaner के तौर पे urban company में.
10:25इनका रोज दिली से गुरगाउं आना जाना होता था,
10:28और एक दिन क्या हुआ,
10:29कि इनका accident हो गया.
10:30इसकी वजए से,
10:31उस दिन की जितनी भी और jobs थी,
10:33gigs थी,
10:34उन्होंने cancel कर दी,
10:35क्योंकि खुद की treatment करानी थी ने.
10:37और अगले दिन जब ये अपना account चेक करते हैं,
10:39तो इन्हें ख़वर मिलती है,
10:40कि urban company ने इनका account permanently block कर दिया है.
10:43ये हैरान हो जाते हैं देखकर,
10:44कि क्या कारण हो सकता है इसके पीछे,
10:46और जब इन्होंने देखा,
10:47तो लिखा आता है,
10:48for cancelling more than 5 jobs a month.
10:51पाँच दिन की बात नहीं हो रही है अपर,
10:53पाँच jobs की बात हो रही है.
10:55यानि कि इन्होंने पाँच gigs को cancel कर दिया,
10:58अपने accident की वज़े से,
10:59और उसकी वज़े से इनका account permanently block हो गया.
11:02बहुत से gig workers ये problems face करते हैं,
11:04कि किसी random reason की वज़े से,
11:06इनकी account को या इनकी ID को,
11:08इन apps के द्वारा ban कर दिया जाता है.
11:10इसके बिछे कई सारी reasons हो सकते हैं.
11:12किसी ने company को call करके,
11:13कोई बड़ी complaint कर दिया आपके खिलाफ,
11:15या फिर आपकी ratings कम हो गई एप पर,
11:17या फिर आपने छुटीया ज्यादा मार लिए.
11:19सोच कर देखो दोस्तो,
11:20जब मैंने बताया था,
11:21कि gig economy के क्या फायदे होते हैं,
11:23सबसे बड़ा फायदा employees के लिए ये था,
11:25कि flexibility मिलेगी.
11:27जब वो काम करना चाहें,
11:28तब वो काम कर सकते हैं.
11:29लेकिन अगर ऐसे rules रखे जाएंगे,
11:31कि अगर आपने इतनी jobs reject कर दी,
11:33तो आपको तो app से हटा दिया जाएगा,
11:35cancel कर दिया जाएगा,
11:36तो एक किस तरीके की flexibility होगी?
11:38ये तो एक तरीके की slavery हो गए,
11:40कि आपको इतना काम करना ही पड़ेगा,
11:42अगर आप काम नहीं करोगे,
11:43तो आपको app से हटा दिया जाएगा,
11:45और आपकी नौकरी दितने.
11:46इसी article के अनुसार,
11:47इस urban company के workers claim करते हैं,
11:49कि कम से कम workers की 4.7 की rating होनी चाहिए,
11:52और response rate 70% से उपर का होना चाहिए.
11:55और साती सात,
11:56पाँच jobs से ज्यादा cancel नहीं होनी चाहिए,
11:58एक महिने में.
11:59नहां, employer की definition से बचके,
12:01इसारी companies फाइदे उठा रही हैं,
12:03वहीं हर company अपने अलग-अलग style से
12:05इन workers को exploit भी कर रही है.
12:07इसी front line की article में ये भी example लिखा है,
12:09कैसे एक समय पर urban company ने
12:11customers को discounts देने के लिए,
12:13workers की payment के पैसों का इस्तिमाल किया था.
12:16बहुत 100 से ज़्यादा dark stores,
12:18जिन्ने run किया जा रहा था,
12:19Zomato-owned Blinkit के दोरा Delhi NCR में,
12:21उन्हें shutdown कर दिया गया,
12:23क्योंकि delivery executives strike पर थे.
12:25क्या reason था इसकी पीछे?
12:26क्योंकि इन delivery executives ने,
12:28जब contract sign के थे Blinkit के साथ,
12:30तब इनकी fees रखी गई थी,
12:3150 rupees पर order.
12:32बाद में इसे कम करके कर दिया गया,
12:3425 rupees पर order.
12:35और अब इसे और भी कम करके कर दिया गया था,
12:3715 रुपे पर order,
12:38और थोड़ा सा एक distance based fee का component एड़ कर दिया था.
12:42एक बहुत बड़ा issue यहाँ पर यहाँ है,
12:43कि इन gig workers के लिए,
12:44complaint करने का कोई जरिया नहीं है,
12:46company को.
12:47पिछले साल हमें एक ऐसा case देखने को मिला,
12:49जहाँ पर blanket के employees को मारा पीटा गया दिल्ली में,
12:51क्योंकि उनके पास loose change नहीं थी,
12:53छुट्टा नहीं था.
12:54January 2023 का यह case देखी है,
12:56जहाँ पर 23 साल के मुहमद रिजवान को,
12:59customer के कुट्टे के दुआरा attack किया गया,
13:01जब वो एक swiggy order डिलिवर कर रहे थे.
13:03कुट्टे से अपने आप को बचाने के लिए,
13:05रिजवान तीसरे माले से नीचे गिर गया,
13:07जिसके कारण उनकी मौत हो गया.
13:09Customer ने 5 लाख रुपए की compensation दी इसके लिए,
13:12out of court settlement करके,
13:14लेकिन swiggy की तरफ से एक भी पैसा नहीं दिया गया.
13:16Company ने कहा कि,
13:18रिजवान अपने भाई का account यूज़ कर रहा था,
13:20डिलिवरी करने के लिए.
13:22इसलिए इस accident की उनकी कोई liability नहीं थी.
13:24चलो ये तो एक बहुत rare case हो गया,
13:26बहुत incidents हमें देखने को मिलते हैं,
13:28जहांपर लोग इन gig workers पर चिलाते हैं,
13:30अगर ये late delivery करें तो.
13:32अब workers को अगर कोई issue होता है,
13:34तो उनके पास इकलोता जरिया होता है,
13:36कि वो chat bots का इस्टिमाल करें, help के लिए.
13:38Platform based gig workers have problems
13:42in their execution of work,
13:44and in fact even when customers have issues
13:46with execution of an order,
13:48बहुत rarely ही किसी app में ऐसा होता है,
14:10कि वो call कर सके किसी इंसान को
14:12मदद माँगने के लिए.
14:14Fortune India के अनुसार,
14:16human managers को हटा दिया है,
14:18और वो सिर्फ artificial intelligence का इस्टिमाल कर रहे है,
14:20algorithms का इस्टिमाल कर रहे है,
14:22complaints address करने के लिए.
14:24As a customer, इन apps को बहुत अच्छा बनाये गया है,
14:26अगर आप कुछ order करने के लिए इन apps का इस्टिमाल कर रहे हो,
14:28तो आपके बास बहुत अच्छे जरीयों होंगे,
14:30complaint करने के, और आपको अक्सर पैसे वापस भी मिल जाते हैं,
14:33खराब order के.
14:34लेकिन इन gig workers के लिए,
14:36सिस्टम बिलकुल भी अच्छा नहीं है.
14:38यही कारण है कि हमें इतनी सारी strikes भी देखने को मिलती हैं.
14:41February 2023 में, Ola, Uber, Rapido के workers ने Guwahati में एक strike करें.
14:45क्योंकि इनकी कमाई नीचे गिरती जा रही थी,
14:47और company's का commission rate उपर जाते जा रहा था.
14:50उसी महिने, 2500 Ola, Uber, cab drivers ने भी प्रोटेस्ट किया था,
14:53हेदराबाद में company's के high commission rates को लेकर.
14:562 महीने बाद, April 2023 में,
14:58blanket rate cuts की घटना होई.
15:00पर strikes के बावजूत, rates उतने के उतने ही रहें.
15:03अब बहुत से लोगों को इन company's का rating system भी नहीं समझ में आता.
15:06लोगों को लगता है कि अगर किसी Uber, Ola के driver ने एक अच्छी satisfactory service दी है आपको,
15:11तो उसे 3 या 4 स्टार दे देने चाहिए.
15:135 स्टार तो तब ही मिलेंगे उसे जब उसने कुछ बहुत ही excellent, लाजवाब service दी हो.
15:18दूसरी तरफ, कुछ लोग छोटे-छोटे issues पर stars कम कर देते हैं.
15:21जैसे कि किसी driver को जगह ढूंडने में problem हो गई,
15:24या ज्यादा देर कर दी आने में,
15:26या खुला चुट्टा नहीं था उसके पास,
15:28अगर आप भी यही करते हो, तो जड़ा इन gig workers के perspective से सोच कर देखा करो.
15:32इन लोगों के लिए, 4.5 स्टार से नीचे जाने का मतलब अकसर होता है कि अपनी नौकरी खो देना.
15:37इनका घर चलना बंद हो जाएगा.
15:38इसलिए अगली बार जब भी आप रेटिंग दो, 5 स्टार्स आपके लिए डिफॉल्ट होना चाहिए.
15:42कुछ छोटी मोटी problems हो, तो उन्हें जाने दो unless इन workers की सही में कोई बहुत बड़ी गलती ना होतो.
15:48इसके एलावा इन्हें धन्यवाद जरूर किया करो इनकी मेहनत और इनके काम के लिए.
15:52क्योंकि जिन conditions में इन काम कर रहे हैं, वो सही माईनों में तारीफ के लाइक हैं.
15:56और यहां इन problems को अगर हमें सुधारना है, तो इसका solution ठोस कानून में रखा है.
16:01बाकि और देशों की तरहें, इंडिया में भी जो traditional labor laws हैं, वो gig workers को cover नहीं करते हैं.
16:06और जैसा मैंने बताया, एक companies बढ़ी असानी से loophole दून लेती हैं.
16:09खुद को employer नहीं बुलाएंगी और ना gig workers को employees बुलाएंगी.
16:13इस साल 2020 में ही था, कि Indian Government ने एक social security code पास किया, जिसमें एक gig worker की definition लिखी गई.
16:28इस act के अनुसार, एक gig worker को कई सारे social security benefits मिलेंगे.
16:32जैसे की life और disability cover, accident insurance, health और maternity benefits, और old age protection.
16:38बड़ने में बड़ा अच्छा है, लेकिन सबसे बड़ी problem यह है, कि ये law सिर्फ paper पर ही है, अभी तक operationalize नहीं किया गया है इस कानून को.
16:45दूसरा इस कानून में gig workers की अलग definition है platform workers से, और unorganized workers से.
16:51Platform workers वो हैं, जो traditional employer-employee relationship के बाहर हैं.
16:55लेकिन, they access organizations or individuals through an online platform and provide services for payment.
17:02उबर ओला का driver, technically gig worker भी कहा जा सकता है, platform worker भी कहा जा सकता है.
17:07क्यूंकि इतना overlap है इन definitions में, तो ये बात अभी भी unclear है कि इस schemes exactly कैसे apply होंगी इन workers पर.
17:14तो एक तरफ, जहां इंतिजार किया जा रहा है कि center government अपना social security code implement करे,
17:18वहीं दूसरी तरफ, कुछ state governments ने खुद ही से ही initiative लेना शुरू कर दिया, gig workers के rights को protect करने के.
17:24इस सब से पहले किया था, राजस्तान की सरकार ने 2023 में, उनकी state elections से पहले,
17:29राजस्तान platform based gig workers registration and welfare act.
17:33इस bill में पाँच main चीजे थी, पहला gig workers की registration करी जाएं state government के साथ,
17:38दूसरा, social security schemes का उन्हें access मिले, तीसरा, उन्हें grievance redressal mechanism दिया जाए,
17:44चौथा, welfare boards की establishment की जाए, उनके लिए funds रखे जाए, जिसमें कि state government दे अपनी तरफ से 200 करोड रुपे के funds दिये,
17:51और पाँचवा, penalties हो, non-compliance के लिए, companies पर.
17:55ये सब करने के लिए जो extra पैसे की जरूत पड़ेंगी, उसके लिए एक cess लगाया जाएगा, एक से दो परसंट का,
18:01टोटल बिल पर, जो भी एक platform based transaction होती है उस पर.
18:05और क्योंकि सब कुछ digitally किया जाता है, तो ये चीज सबको पता होगी, कि exactly एक worker के कितने काम करने से,
18:12कितना और पैसा आया है उस fund में.
18:14जो social security benefits workers को दिये जा रहे हैं, उसमें accident, health insurance, maternity, gratuity, pension, EPF, ECIC, और scholarships भी included हैं.
18:23तो सुनने में तो बहुत अच्छा है, लेकिन exactly कितना implement किया जा रहा है इस कानून को राजिस्थान में,
18:28इसके बारे में ज्यादा जानकारी online available नहीं है, तो ये वही लोग बता सकते हैं, जो राजिस्थान में काम कर रहे हैं, gig workers के तौर पर.
18:36अगर आप ऐसे लोगों में से हो, तो नीचे comments में लिख कर बता सकते हो.
18:40राजिस्थान के बाद क्योंकि करनाटिका में भी Congress की ही सरकार है, तो वहाँ भी एक similar कानून propose किया गया है कुछ हफ़ते पहले.
18:47The Karnataka Platform Based Gig Workers Social Security and Welfare Bill 2024.
18:51पर interesting चीज पता है क्या है दोस्तों, इन company's ने already इस bill के खिलाफ प्रोटेस्ट करना चालू कर दिया है.
18:57National Association of Software and Service Companies ने कहा कि इस bill के आने से इन aggregators के business को हाम पहुचेगी.
19:04इस bill में allegedly minimum notice period दिया जा रहा है termination के लिए, algorithmic disclosures की बाद करी जा रही है,
19:10अलग-अलग mechanism को monitor और track करने की बाद करी जा रही है, और कुछ company's का कहना है कि उस से एक बुरा असर पड़ेगा इनके platforms पर, और ये उस state में अपने operations डंख से नहीं कर पाएंगे.
19:21मतलब सोच कर देखो, इन company's को इस से भी problem है कि एक minimum notice period दे दिया जा रहा है gig workers को.
19:27ये जो problems मैंने आपको इस वीडियो में बताई दोस्तों, यही सारी problems दूसरे देश भी face कर रहे हैं, और जिन solutions की मैंने बात करी, यही सारे solutions दूसरे देशों में already implement भी किये जा चुके हैं.
19:37थाइलेंड और मलेशिया में काम करने वाले gig workers को health और accident insurance मिलता है, जिसकी financing करी जाती है, similar 2% का cess लगाकर हर ride पर.
19:47अमेरिका में National Labour Relations Board ने encourage किया है Uber, Lyft, Drivers और बाकी और gig workers को, कि वो organize हों और labour unions को join करें.
19:55UK और Netherlands के देशों ने इस बात को recognize किया है कि gig workers को misclassify किया गया है, वो कदम उठा रहे हैं कि कैसे उन्हें employees की तरहें वापस से reclassify किया जाएं.
20:05और December 2023 में European Union ने भी एक platform workers directive पास किया, इसके अनुसार सभी European देशों में gig workers को rights और protections दी जाएंगे.
20:15इसके लिए उन्हें भी misclassify किया गया है कि वो self-employed हैं और freelance हैं, उन्हें regular employees की तरहें assume किया जाएगा.
20:22इसके लिए उन्हें पाँच criterias बनायें, पाँच एलग-एलग criterias हैं, इन मेंसे अगर दो criterias भी satisfy हो जाते हैं, तो एक gig worker को employee consider किया जाएगा.
20:31बरड़न अफ प्रूफ कमपनीज के उपर रखा गया है कि जो भी gig workers एक company के अंडर काम कर रहे हैं, company की responsibility है वो वो साबित करें कि ये पाँच criteria वो satisfy नहीं हो रहे हैं.
20:40अब वीडियो काफी लंबा हो गया है तो इतनी legal और technical details में मैं जाओंगा नहीं, ये काम इन lawyers पर छोड़ देते हैं और experts पर जो काम कर रहे हैं gig workers के rights के लिए fight करने के लिए.
20:50यहाँ कुनाल कामरा ने एक बहुत बढ़िया documentary भी बनाई है इसी problem को और बिस्तार से समझाते होई, इस documentary का link मैं नीचे description में डाल दूँगा, कई सारी clips जो इस वीडियो में इस्तिमाल की गई, वो इसी documentary से ली गई थी.
21:03और आखिर में हम और आप क्या कर सकते हैं? जिस तरीके से आप order लेने के लिए अपने घर का दर्वाजा खोलते हैं, उसी तरीके से अपने दिल का भी दर्वाजा खोल लीजिये.
21:11place order और your order has arrived तक का जो सफर है बीच का, उसे visualize करके देखिये.
21:17by default अगर काम satisfactory रहा है तो हमेशा इन्हे 5 stars की rating दीजिये.
21:21और अगर आपके order में कुछ problem होई है, तो याद रखिये कि आपके end से complaint करना कहीं ज्यादा भैतर है, as compared to delivery वाले को बताने से.
21:30That way का link नीचे description में मिल जाएगा और यह वीडियो अगर आपको पसंद आया तो इसी वीडियो के contrast में है यह वाला वीडियो,
21:37जहांपर मैंने बात करी है celebrities की fake life के बारे में, यहां click करके देख सकते हैं, बहुत-बहुत धन्यवाद.

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