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बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड अंतर्गत बिशनपुर बघनगरी पंचायत में मुखिया बबिता कुमारी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा प्रबंधन से पंचायत को स्वच्छ बनाया और ग्रामीणों को रोजगार भी प्रदान किया। बबिता कुमारी को इस उत्कृष्ट कार्य के लिए 2 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बबिता ने जहां कचरे से सड़कों की सफाई की, वहीं 17 लोगों को कचरा प्रबंधन के अलावा 50 महिलाओं को जोड़कर पूजा सामग्री और गमला बनाकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। पाइप कंपोस्टिंग की नई विधि में 18 इंच चौड़े और 6 फीट लंबे पाइप में गीला कचरा डालकर खाद बनाई जाती है। यह तकनीक खासतौर पर उन जगहों पर अपनाई गई जहां गाड़ियां पहुंचना मुश्किल था। इसके अलावा, मंदिरों में फूल और बेलपत्र को भी कचरे में न फेंककर जैविक खाद में बदला गया। मुखिया के पति रंजीत कुमार उर्फ बबलू मिश्रा ने बताया कि पंचायत में विभिन्न कंपोस्टिंग तकनीकों से खाद बनाकर पर्यावरण संरक्षण और रोजगार को बढ़ावा दिया गया है। गोबर से बने 21,000 दीये राम मंदिर उद्घाटन पर अयोध्या भेजे गए थे, जिससे ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।

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00:00बिहार के मुजफरपूर जिले की बिशनपूर बघनगरी पंचायत ने स्वच्चता की एक अदभूत मिसाल पेश की है
00:10मुख्या बवीता कुमारी ने स्वच्च भारत मिशन के तहट इस पंचायत को न केवल स्वच्च बनाया बलके यहां के ग्रामीनों के लिए रोजगार के नए अफसर भी दिये है
00:20इस अभियान में कचरा प्रबंधन का एहमी ओगदान है इस काम के लिए गाओं की मुख्या बवीता कुमारी को 2 अक्टूबर 2022 को राश्टरपती पुरुसकार से सम्मानित भी किया गया था
00:32बवीता ने न केवल कचरे का अमबार हटाया बलके 50 महिलाओं को इस अभियान से चोड़ कर पूजा सामक्गरी और गोबर से गमला बनाने जैसे कुटीर उद्योगों की मदद से उन्हें आत्मा निर्भर भी बनाया
00:46इस बात की जानकारी देते हुए मुखिया बवीता कुमारी ने बताया कि स्वच्चता अभियान के तहट गाउं की लगभग 50 महिलाओं को जोड़ कर कचरे में पाय जाने वाले प्लास्टिक से सजावट के सामान और गोबर के फूल का गमला अगर बत्ती धूप और दीब �
01:17गांधी जी का सपना था और ये माननी ये प्रदान मंतरी जी का बहुत बड़ा मीसन एक चला के लोहिया स्वच्च भीहार अभियान की जैसे सहर में हम काम कर रहे हैं उस तरह गाउं में हम काम करें
01:29तो जब गाउं में काम करने का बात आया तो यहां पे क्योंकि खुले अस्थान जादा होते हैं तो लोग कच्रा वहीं पे फेकता था
01:37तो इसको हम कैसे इधर उधर कच्रा नहीं रखके और एक जग कैसे इसको इकठा करें ये सबसी बड़ी प्रणोती थी
01:45तो इसमें काफी सारी परिशानी आई सुरु सुरु में लेकिन आज के देट में हमारे 13 वार्ड में 13 स्वक्षता मित्र हैं और सारे के सारे हर एक घर से कच्रा हमारे यहां उठ रहा है
01:57और इसमें हाउसोल्ड 2196 है लेकिन 1980 घरों से रोज कच्रा हमारे पंचायत को आ रहा है हर एक घर से कच्रा हमको मिल रहा है
02:09बभीता कुमारी के पती रंजीत कुमार उर्फ बब्लू मिश्रा ने बताया कि पंचायत में अलग-अलग कमपोस्टिंग तकनीकों का इस्तमाल करके पर्यावरन और ग्रामीनों के लिए रोजगार के नए अवसर मिले हैं
02:21डे-टु-डे कच्रा उठाब होता है प्लस सुलक-वासूली होता है उनमें उनका सहयोग करते हैं प्लस उसके बाद गिला कच्रा का संगरहन होता है तो उससे खात तैयार किया जाता है वह नौ-विधी से यहां तैयार किया जाता है उन सब कारियों में हम बभीता कुमारी क
02:51पोस्ट मौडल है नौ तरह के मौडल से खात बनाया जाता है
02:55तो हम मुख्याजी को उसमें हम सहयोग करते हैं
02:59कि हमारा ग्रामपंचायत जो है वह साफ सुत्रा स्वक्ष्रा है
03:03तथा कच्रा जो उठाब होता है और खात वगरा जो बनता है
03:07जो दीब वगरा बनता है गुल्डस्ता वगरा तयार होता है
03:11तो उन सब से लोगों को जासे जादा लोगों को रोजगार भी मिल सके
03:14इन में हम इनका हमेशा सहयोग परदान करते हैं
03:17यहां गोबर से बने 21,000 दिये राम मंदिर के उठाटन के मौके पर आयोध्या भी भेजे गए थे
03:23जिससे पंचायत की महलाएं आर्थिक रूप से सशक्त भी हो रही हैं
03:27स्वच्छता के साथ साथ रोजगार और आत्मनिर्भरता का भी अनूठा संग्नम यहां पर देखने को मिलता है

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