• 5 days ago
स्वयं के स्वरुप की अज्ञानता के कारण कर्म बंधन होता हैं | तप और धार्मिक कार्य करने से केवल पुण्य बंधन होता है, मोक्ष प्राप्त नहीं होता| मोक्ष प्राप्ति के लिए आत्मसाक्षात्कार और सम्यक दृष्टी की जरुरत है |