पिनान. दिल्ली-मुंबई सुपर एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार रात करीब दस बजे पिनान इंटरचेंज के निकट श्यामदयाल की पहाड़ी के पास एक नर नीलगाय वाहन की चपेट में आने से अचेत होकर सडक़ पर पड़ी रही। गनीमत यह रही कि वाहन के पीछे वाहन नहीं थे, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
सूचना पर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे डोरोली नाका फोरेस्टर महेंद्र मीणा, सहायक फोरेस्टर सतेन्द्र ङ्क्षसह मय जाप्ते के मौके पर पंहुच घायल नीलगाय को क्रेन की सहायता से ट्रैक्टर-ट्रॉली में लेकर वापस डोरोली नाका पर पहुंचे। वहां वन कर्मियों ने चारा-पानी की व्यवस्था सहित सुबह तक संरक्षण में रखा। उसके बाद उसे पिनान प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय ले गए। जहां चिकित्साकर्मियों ने नीलगाय का उपचार कर निगरानी में रखने की सलाह दी। टीम में हरीश तिवाड़ी, संजय राठौड़ व चिकित्साकर्मी गिरवर दयाल मीणा, रामनिवास मीणा आदि मौजूद थे। गौरतलब है कि सुपर एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा के लिए सडक़ के दोनों ओर भारी भरकर एंगल की रेङ्क्षलग लगी हुई है। फिर भी मवेशी सडक़ पर चढ़ जाते है। ऐसे में सडक़ पर सरपट दौडऩे वाले वाहनों के लिए सुपर का सफर जोखिम भरा हो रहा है।
Category
🗞
NewsTranscript
00:00Oh
00:30Huh