सवाऊ पदमसिंह के चौराहे पर मूर्ति लगाने व हटाने को लेकर मंगलवार को उपजे विवाद पर दूसरे दिन भी गांव पूरी तरह बंद रहा। पूर्व में लगाए स्थान पर मूर्ति दुबारा लगाने की मांग को लेकर आयोजित धरने में क्षेत्र भर से बड़ी संख्या में लोगाें ने भाग लिया। देर शाम सहमति बनने पर व प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त किया।
इससे पहले मंगलवार रात सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल धरने पर पहुंचे। उन्होंने धरनार्थियों से बातचीत की और प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर रोष जताया। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि मामले को प्रशासन को विवाद के बिना ही सुलझा लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जितनी जल्दी यहां मूर्ति हटाने को लेकर की उतनी जल्दी बालोतरा में युवक की हत्या के मामले में आरोपी को पकड़ने में दिखानी थी। उन्होंने कई अन्य आरोप भी लगाए।
पूर्व सांसद भी पहुंचे मौके पर
दोपहर में यहां पहुंचे पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी व अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से समझाइश की। पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी, बालाराम मूंढ ने टेलिफोन पर प्रशासन व प्रदर्शनकारियों से कई बार बात कर समझाईश का प्रयास किया। देर शाम प्रदर्शनकारियों व प्रशासन के बीच में वार्ता हुई। प्रदर्शनकारियों की ओर से सरपंच ओमप्रकाश सारण्, रामरख लेगा आदि जनों ने व प्रशासन की ओर से उपखंड अधिकारी भागीरथराम व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। देर शाम सात बजे दोनों के बीच सहमति बनी।
सवाऊ पदमसिंह के चौराहे पर सोमवार देर रात कुछ जनों ने तेजाजी की मूर्ति लगाई थी। इसकी जानकारी पर अगले दिन सुबह प्रशासन व पुलिस ने इसे हटाया। इससे नाराज लोगों ने इस दिन गांव का बाजार बंद रख विरोध प्रदर्शन किया। देर रात तक दोनों ही पक्षों में देर रात तक सहमति नहीं बनी।
इससे पहले मंगलवार रात सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल धरने पर पहुंचे। उन्होंने धरनार्थियों से बातचीत की और प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर रोष जताया। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि मामले को प्रशासन को विवाद के बिना ही सुलझा लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जितनी जल्दी यहां मूर्ति हटाने को लेकर की उतनी जल्दी बालोतरा में युवक की हत्या के मामले में आरोपी को पकड़ने में दिखानी थी। उन्होंने कई अन्य आरोप भी लगाए।
पूर्व सांसद भी पहुंचे मौके पर
दोपहर में यहां पहुंचे पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी व अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से समझाइश की। पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी, बालाराम मूंढ ने टेलिफोन पर प्रशासन व प्रदर्शनकारियों से कई बार बात कर समझाईश का प्रयास किया। देर शाम प्रदर्शनकारियों व प्रशासन के बीच में वार्ता हुई। प्रदर्शनकारियों की ओर से सरपंच ओमप्रकाश सारण्, रामरख लेगा आदि जनों ने व प्रशासन की ओर से उपखंड अधिकारी भागीरथराम व अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। देर शाम सात बजे दोनों के बीच सहमति बनी।
सवाऊ पदमसिंह के चौराहे पर सोमवार देर रात कुछ जनों ने तेजाजी की मूर्ति लगाई थी। इसकी जानकारी पर अगले दिन सुबह प्रशासन व पुलिस ने इसे हटाया। इससे नाराज लोगों ने इस दिन गांव का बाजार बंद रख विरोध प्रदर्शन किया। देर रात तक दोनों ही पक्षों में देर रात तक सहमति नहीं बनी।
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NewsTranscript
00:00Sir, you yourself went to the protest site, did you have any conversation with the administration?
00:04When the matter came to my attention in the morning, I was in the parliament, in Delhi,
00:10and I spoke to the collector and the SDM.
00:13When the villagers were talking, I told them that the matter will be resolved,
00:18and that they should not be in a hurry.
00:19So the collector was in a hurry, and the matter was resolved.
00:24It was a normal matter.
00:26We also condemn the incident that took place at night.
00:29We should not have done this.
00:30Who was stopping us from doing our own work during the day?
00:32There was no such situation.
00:34Still, some boys did this, so we understood that the matter was being resolved.
00:38But because of their stubbornness, all the people were troubled.
00:42And this kind of stubbornness is not right.
00:45And the people of the entire area have faith in Tejaji Maharaj.
00:49Not only Tejaji, but all the deities have deep faith in him.
00:52And all the people believe in the same religion.
00:59They respect everyone.
01:00They respect all the deities.
01:02Our Thar area has always been a peaceful area.
01:05And in every village, there is a statue of some deity.
01:09If anyone else wants to put it up, then everyone can do so.
01:12There was no such thing.
01:13But intentionally, this matter was put on hold.
01:16Even now, I spoke to the administration and explained it to them.
01:19People have accepted that we have taken the statue, so we will take the stand on our own.
01:24Right now, there is a high-tension line between 33 KV and 11 KV.
01:28This is a danger of an accident.
01:31So, I appealed to the administration that in the morning,
01:33people will be able to move it on their own during the day.
01:36And if they cannot move it, then you can move it.
01:38They are stubborn.
01:39It is not right to be stubborn.
01:41In democracy, the people's voice also increases.
01:44But the administration is stubborn.
01:47This is not right.
01:48It could be a big accident.
01:49I just told the administration not to force it.
01:53And do not ruin the atmosphere.
01:56This is a peaceful area.
01:57Listen to the people.
01:58And in the morning, we will move it on our own.
02:00The village headman has given his permission to move it on his land.
02:06All of us, people from all 37 villages, will put up the statue here.
02:10I also spoke to the small groups.
02:13They also agreed to put up the statue.
02:16No one has any objection.
02:17Did you talk about the statue that the administration has taken from here?
02:21Yes, we spoke to the administration.
02:23They said that they have taken it in the case.
02:27They will take it to the court.
02:28The administration will also help us in that.
02:30We will also bring it back and free it from there and put it here.
02:35What will be the direction of this protest ahead, sir?
02:37The protest is going on peacefully.
02:39If the administration does not force it,
02:41then it will be entirely the responsibility of the administration.
02:44The people are sitting here peacefully.
02:46And on the side, there is the faith of the people of Dejaji Maharaj.
02:50And on the side, they will make their place.
02:53And they will make it under the legal procedure.
02:55And they will make a temple here.
02:57And they are making it with everyone's consent.
02:58There is no big issue here.