Halala is a web series based on the practice of Nikaah Halala.
Afza and Rahil are happily married. But fate has different plans as their beautiful relationship faces turmoil and in rage of fit Rahil gives triple talaq to Afza. Zaid is the only hope to save Afza and Rahil’s broken marriage as the only option left with the couple is Halala Nikaah. Watch the most controversial subject of Halala beautifully.
Afza and Rahil are happily married. But fate has different plans as their beautiful relationship faces turmoil and in rage of fit Rahil gives triple talaq to Afza. Zaid is the only hope to save Afza and Rahil’s broken marriage as the only option left with the couple is Halala Nikaah. Watch the most controversial subject of Halala beautifully.
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Short filmTranscript
00:00ये कहानी कालपनी खेतता महिला सलशक्तिकरण और समानता पर आधारित है।
00:30इस कहानी के सभी पात्र कहानी की पंक्तियां समवात, कथांग, घटनाएं और द्रिश्य पूरी तरह से कालपनिक है।
01:00झालडड़ू
01:08सब्सक्रें
01:38झाल झाल
02:08आज आपको हमारे करीब आने में भी बड़ी हेच किटार महसूस हो रही है
02:38आज एस पर हाथ आजवाए है
02:41शिर्खोर्मा आज एस पर हात आजमा हैं लेजे नौ
03:11देखे एक कस्णी में तो वावाई कर दी है
03:12क्यों इतने अच्छे से पेश आ रहे हैं आप हमारे साथ
03:16शायद आपको याद नहीं है
03:22कि हलाला की मईी साथ दिन में पूरी हो रही है
03:26बहुत भी याद है
03:29और इस बात का भी अलम है कि आप
03:35आप इसे कई बहतर जिन्दगी जीने की हकदार है
03:39हाँ
03:44एक एसी जिन्दगी के
03:57किसी आदमी के कोई तकल अंदासी नहीं
04:00हो अब हमारी जिन्दगी में
04:05किसी भी आदमी की कोई जगा नहीं बची अब ऐसा क्यूं कह रही है
04:10पूरी जिन्दकी पढ़ी है आपके सामने आप ही ने ये सीखा में दी है ना
04:18एक बात कहें आपसे
04:26देखे हम जानते हैं कि आम राहिलमिया की जगा तो आपके जिन्दकी में नहीं ले सकते हैं
04:33लेकिन अगर आपको हमारी मदद की कभी भी जरूरत पड़े
04:36या एक एक अच्छे दोस्त का साथ चाहें
04:42तो हम फॉरण हाजर हो जाएंगे आप बस याद कीजिगा
04:46और एक बात
04:49आपने हमारे लिए जो कुछ भी किया इसके लिए हम हमेशे आपका शुकर गुजार रहेंगे
05:01जो प्यार आपने हमें दिया है
05:03एक एक दोस्त बनकर
05:07हमारा ख्याल रखा है
05:11हमें एक बहतर इनसान बनाया है
05:17इन इहसानों के बदले में आप हमसे कुछ भी मांग सकती है
05:23कुछ भी
05:27हमें तलाग दे दीचे
05:43हमें तलाग दे दीचे
05:45हमें तलाग दे दीजे
05:54अभी
06:06हमें क्या बता था कि मुखबत क्या होती है
06:16एक तुम मिली
06:19और सिंदगी मुखबत हो गई
06:23तलाग
06:29तलाग
06:36तलाग
06:52डिस्ट्रस्ट
06:55जेलिसी
06:57ओवर पोसेसिवनेस
07:00मुस्लिम लॉज
07:02तलाग बिद्दत
07:04और निकाह हलाला ने एक औरत के जिंदगी खत्प कर दी थी
07:08तभा कर दिया गुस्से में एक पल में कहे गए उन शब्दों
07:14ने
07:16उसकी आपरू
07:18उसकी हिजद
07:20खो गई थी
07:22खो गई थी
07:24योर अनर मिसामना ऐसी बेवजा की कहानी से आकर साबित क्या करना चाहती है
07:30यह कोई बेवजा की कहानी नहीं बल्कि एक जबी हुई सच्चाई है
07:34जो निकाहलाला और तलाके बिद्दत के नतीजे को बया करती है
07:38यही सच्चाई है मेरे अमी
07:40अफजा की
07:54आप जो दावा कर रही है उसका आपके पास कोई सुबूत है मिस आमना रिजवी
08:03अम्हें यहीं नहीं अब वर्ण करता है
08:06कि नहीं हुए
08:21यह मेरा बात प्रोग्रेफ्ट
08:29वेड़ी अम्हें की शाहरी की डावेरी
08:32और अंकी कुछ फोलोग्राफ्स, और अंकी परस्नल दायरी.
09:02इसमें है गौरत का सम्मान है, जिसने अपने पधी के प्यार के लिए अपने घरवालों की इसमान है, जिसने अपने पदी के प्यार के लिए,
09:29अपने घरवालों के इज़द के लिए
09:34साइलेंटली
09:37सारे सुल्म सही
09:41डर कर नहीं
09:44वो कामोश रही
09:47क्योंकि वो परवा करती थी अपनों की
09:49यो अनर
09:53जब कुराने पाप में इस तरह से जिक्र नहीं है
09:56तो तलाह के बिद्दत को एक्रेज क्यों किया जा रहा है
10:00सिर्फ इसलिए क्योंकि
10:04कुछ सेलफिश लोगों ने
10:06उसका मतलब अपने हिसाब से समझा कर
10:09कानून बना कर उसे थोप दिया है
10:12फिर इसमें कोई औरतों के हक के बारे में
10:17बात क्यों नहीं करता है
10:18क्यों इंडिया में मुसल्मान औरतों को एक्वालिटी के लिए
10:25इतना लड़ना पड़ेगा
10:27जो कि उनका हक है
10:30इस इस वोट की कॉल जिस्टेस
10:34जबकि कैई इस्लामिक देशों ने भी तलाह के बिद्दत को बैंड कर दिया है
10:41फिर हमारे देश में इसके खिलाफ कड़ा कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा है
10:46आज तलाह के बिद्दत निकाह हलाला से ज़्यादा हूँ
10:58मेरी लड़ाई हर एक शादी शुदव मुसल्मान औरत के मान सम्मान
11:03उसकी इज़त की हिफाज़त को हासिल करने की है
11:07मेरी लड़ाई सिर्फ मेरी अम्मी के लिए इंसाफ पाने की नहीं है
11:14बल्कि हर उस औरत के लिए हैं जिसने कही न कहीं कभी न कभी इस तरह का जुम सहा है
11:19या सहर रही है या फिर सहने के लिए मजबूर की जा सकती है
11:24कि वो अपनी जिन्दगी अपनी मर्जी से जी सके, क्योंकि खुदा को भी अमंजूर नहीं होगा, कि उसकी दी हुए जिन्दगी को कोई किसी और की मर्जी से जीए.
11:54सुप्रीम कोट की पाँच जजों की खंड पीट ने बहुमत के फैसले से तीन तलाक को असमयधानिक बता कर मुस्लिम बहु बेटियों को इससे मुक्ति का रास्ता दे दिया है.
12:11तो शादी वो नहीं कर सकते हैं, इसलिए सिप्रीम कोट ने जो भी मतला फैसले के बहुत अच्छा हम सब महिलाओं के लिए खुशी का दीन है.
12:23और सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के लिए लिए इंडिया में जुतिनी भी महिलाओं के लिए सब के लिए ऐसे बैसे आये तो और बहतर होगा.
12:34हमारी बास तो चुना तो गया, उस तो पर एक डिसीजन दे लिए.
12:37सास सबंदर में भर कर दफन कर दून अफरते.
13:05आज इंसान को महपत की सरूरत है बहुत.
13:35आज इंसान को महपत की सरूरत है बहुत की सरूरत है बहुत की सरूरत है।