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RBI ने वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक 57.5 टन सोना खरीदा है, जिससे भारत का कुल स्वर्ण भंडार बढ़कर 879.6 टन हो गया है। यह खरीद पिछले सात वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी वार्षिक खरीद मानी जा रही है। सोने को सदैव सुरक्षित निवेश माना जाता है, विशेषकर वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के समय। यह कदम अमेरिकी डॉलर की अस्थिरता और वैश्विक दबावों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंक अपनी मुद्रा भंडार को सुरक्षित और संतुलित बनाने के लिए सोने की खरीद बढ़ा रहे हैं। भारत भी इसी दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जानें, इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव हो सकता है।

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00:00गोल की कीमते बढ़ने की बीच RBI ने रिकॉर्ड खरीदारी की है
00:09वित्वर साल 2024 पच्चिस में अब तक कुल 57.5 टन सोना खरीदा है
00:14जिससे देश का कुल स्वरन भंडार बढ़कर 876.6 टन हो गया है
00:20ये खरीद पिछले साथ वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी वार्षिक खरीद मानी जा रही है
00:25सोने को हमेशा से सेफ हैवन या फिर बोले तो मुसीबत के समय काम आने वाला सबसे असान चीज़ के रूप में देखा जाता है
00:34बता दे कि RBI की एक खरीदारी ग्लोबल एकॉनमिक अनसर्टिनिटी और डॉलर की स्थिती को ध्यान में रखते हुए उठाई गई है
00:43दुनिया भर में कई केंद्र बैंक अमेरिकी डॉलर की स्थिरता और पश्चमी अर्थ विवस्ताओं के दबाफ के कारण अपने भंडार में सोने का हिस्सा बढ़ा रही है
00:52भारत भी इस दिशा में एक अदम बढ़ा रहा है ताकि अपने भंडार को और मजबूत और संतुलित बना सके
00:58इसके अलावा देश का अधिकान श्वन भंडार इंग्लैंड और अन्ने विदेशी बैंकों में रखा गया है
01:04वर्ष साल 2024 की पहली तिमाही में भारत उन शीष देशों में शामिल रहा है
01:10जिनने सबसे अधिक मातरा में सोना खरीदा आपके सपर क्या कहना है कॉमेंट सेक्शन में लिखके ज़रू बताएं

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