पुराना एपीएमसी कानून ही किसानों के हित में-लाहोटी

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निचले सदन में नहीं पारित हो सका पुराना एपीएमसी विधेयक

बेंगलूरु. पुराना एपीएमसी कानून ही किसानों के हित में हैं। नया कृषि कानून जहां बड़े-बड़े उद्योग घरानों को लाभ पहुंचाने वाला है। वहीं पुराना कानून किसानों को लाभ पहुंचाने वाला है। यह दुर्भाग्य है कि बुधवार को विधा
Transcript
00:00 आप्यम्सी कृषी कानून जो राज्य सरकार,
00:06 काउंग्रेस पार्टी में यहां अपना गोश्णा पर्थ में किया था,
00:11 उसी तरफ अपर रोज में पास किया है,
00:13 लेकिन कल लोग रोज में संक्या बल कम होने से
00:18 यह बिल को सिलेक्ट कमिटी के लिए स्टिफरिश की गई है,
00:30 लेकिन हम विश्वन्पूर मार्केट यार या आप्स के सिच्चे चाहते हैं कि यह बिल शिगरही पारिथ हो,
00:35 और यह कानून जब प्रधान मंतरी ने वापस ले लिया है,
00:40 यह बिल किसानों के और उनको समर्थन मुल्ये दिलाने में यह एपिम्सी शक्षम है,
00:48 और करनाटक की जो कृषी कानून है, वो पूरा देश पालो करता है,
00:52 तो उसमें कोई दो राई नहीं है कि यह बिल बहुत किसान के लिए फाइदा मंद है,
00:58 यहाँ इतना ही ब्रह्मित है कि किसान चाहे किदर भी बेश सकता है, उसके लिए अलड़ेडी साग और सबजी, कहीं भी किसान किदर भी बेश सकता है,
01:08 कोई रोक लोक नहीं है, हम तो दुसरे समझो मोटे अनाज हैं, चावल धान है, तूर है, उड़ध है,
01:15 तो आक्षन प्रोशेस करनातक में बहतरी है
01:19 एकमृडि के निर्वाइ नहीं हो
01:22 इसल्लेर अक्शन कितंार आपना समर्धनु सकता है
01:26 में एकिया है व्यापारी गया है
01:33 प्ऱमर्ड थकान का ''परोट मेरा''

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