वर्षों से दूषित पानी व सीवेज के बीच रहने को मजबूर कॉलोनी के दो हजार लोग

  • last year
Transcript
00:00 अपनी सब कलोरी में आये थे। एक सब कर ले हम लोग आए थे। कोई आदर लिखले नहीं कालोरी में थे। यह शुरू कर लेगा थे।
00:12 प्रशानी में रह रही हैं प्रशानी में रह रही हैं प्रशानी में होना परेगा
00:37 परवारत पर हैं गरता के लिए प्रवारत पर हैं।

Recommended