राजगढ़. क्षेत्र के दुब्बी गांव के शहीद राकेश मीना की बेटी के विवाह में सीआरपीएफ के अधिकारी एवं कार्मिकों ने कन्यादान किया है। इस पहल की क्षेत्र में चर्चा होने के साथ सराहनीय बताया जा रहा है।
रामप्रसाद पंच दुब्बी व सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश भाबला ने बताया कि शहीद राकेश मीना की बड़ी पुत्री सारिका का विवाह नरेन्द्र मीना पुत्र मानसिंह कटहड्या कल्याणपुर कठूमर निवासी के साथ 23 अप्रेल को सम्पन्न हुआ। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स समूह केन्द्रअज़मेर से डीआईजी संजय, दो कमांडेंट, इंस्पेक्टर, राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक मनीषा मीना एवं सीआरपीएफ बटालियन के जवान शहीद राकेश मीना की बेटी सारिका की शादी में पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया। सीआरपीएफ कोष से एक लाख इक्यावन हजार रुपए की सहायता राशि विवाह प्रमाण-पत्र जारी होते ही सारिका के खाते में डाल दी जाएगी।
उपहार स्वरूप यह भी किए भेंट
केन्द्र समूह प्रथम अज़मेर बटालियन की तरफ़ से एसी, मिक्सर, इलेक्ट्रॉनिक चूल्हा व अन्य सामान सहित नकदी प्रदान कर बिटिया को आशीर्वाद दिया। शादी में सीआरपीएफ के अधिकारी व जवानों ने कहा कि हम आपके बेटे, भाई व बिटिया के पिता को तो नहीं ला सकते, लेकिन आपके परिवार के हर सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर रहेंगे। शहीद राकेश की परछाई बनकर सीआरपीएफ हमेशा परिवार के साथ खड़ा रहेगा। दूसरे दिन बिटिया घर से विदा होने से पहले वर-वधू ने शहीद स्मारक पर पहुंचकर आशीर्वाद लिया। शहीद राकेश मीना की बेटी सारिका की शादी में सैकड़ों लोगों एवं सीआरपीएफ के जवानों की शिरकत से यह शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
रामप्रसाद पंच दुब्बी व सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश भाबला ने बताया कि शहीद राकेश मीना की बड़ी पुत्री सारिका का विवाह नरेन्द्र मीना पुत्र मानसिंह कटहड्या कल्याणपुर कठूमर निवासी के साथ 23 अप्रेल को सम्पन्न हुआ। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स समूह केन्द्रअज़मेर से डीआईजी संजय, दो कमांडेंट, इंस्पेक्टर, राजगढ़ पुलिस उपाधीक्षक मनीषा मीना एवं सीआरपीएफ बटालियन के जवान शहीद राकेश मीना की बेटी सारिका की शादी में पहुंचकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया। सीआरपीएफ कोष से एक लाख इक्यावन हजार रुपए की सहायता राशि विवाह प्रमाण-पत्र जारी होते ही सारिका के खाते में डाल दी जाएगी।
उपहार स्वरूप यह भी किए भेंट
केन्द्र समूह प्रथम अज़मेर बटालियन की तरफ़ से एसी, मिक्सर, इलेक्ट्रॉनिक चूल्हा व अन्य सामान सहित नकदी प्रदान कर बिटिया को आशीर्वाद दिया। शादी में सीआरपीएफ के अधिकारी व जवानों ने कहा कि हम आपके बेटे, भाई व बिटिया के पिता को तो नहीं ला सकते, लेकिन आपके परिवार के हर सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर रहेंगे। शहीद राकेश की परछाई बनकर सीआरपीएफ हमेशा परिवार के साथ खड़ा रहेगा। दूसरे दिन बिटिया घर से विदा होने से पहले वर-वधू ने शहीद स्मारक पर पहुंचकर आशीर्वाद लिया। शहीद राकेश मीना की बेटी सारिका की शादी में सैकड़ों लोगों एवं सीआरपीएफ के जवानों की शिरकत से यह शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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00:30Jhoolon ke moosam bote
00:34Hamsre roke bhi roke na gaye
00:40Teri kudumar eke din na gaye
00:45Teri kudumar eke din na gaye