सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सोमवार को प्रशासन के सहयोग से सडक़ के किनारे अलावड़ा स्थित वर्षों पुराने अतिक्रमण को ढहा दिया।
रामगढ़ से पूठी होते हुए अलावड़ा से होकर गुजर रहे सीसी रोड चौमा मार्ग तक सडक़ बनना था, लेकिन अलावड़ा कस्बे में कुछ लोगों के सडक़ के किनारे बने पक्के रैंप व कच्चे मकानों की बाउंड्री बनी हुए थी। जो कि सडक़ निर्माण में बाधा बन रहे थे। सोमवार दोपहर बाद तहसीलदार अंकित गुप्ता, विकास अधिकारी विजय कुमार, पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता खुशबू मीणा, अलावड़ा सरपंच जुम्मा खान, विकास अधिकारी प्रसादलाल मीणा की संयुक्त टीम ने थाना अधिकारी विजेंद्र ङ्क्षसह की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। सीसी रोड निर्माण में बाधित चिन्हित करीब 5 घरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बरसों पुराने बने घरों की बाउंड्री, चबूतरा, रैंप को तोडऩे की कार्रवाई को देख भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। अतिक्रमण की कार्रवाई का ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया, लेकिन प्रशासन ने एक बार भी नहीं सुनी और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान विकास अधिकारी विजय कुमार से मामले में जानकारी चाही गई तो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इतना ही कहा कि हमें तो लाया गया है। इधर गर्भवती महिला ङ्क्षपकी शर्मा प्रशासन के आगे हाथ जोडकऱ विनती करती नजर आई, लेकिन प्रशासन ने अतिक्रमण के दायरे में बताते हुए आशियाना गिरा दिया। जिन पांच घरों पर अतिक्रमण की कार्रवाई की गई है उनका आरोप है कि प्रशासन की तरफ से उनको कोई नोटिस नहीं दिया गया और बिना नोटिस के ही प्रशासन ने तनाशाही रवैया अपनाते हुए उनके मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की है। एक मकान को तो बिल्कुल ढहा दिया। बिना मकान के वे कहां जाए, प्रशासन ने मकान तोडकऱ बड़ी समस्या पैदा कर दी।
रात्रि में कहां सोए: टूटे मकान मालिक की बेटी आरती शर्मा बोली कि सर्दी अधिक है और बरसात हो गई तो घर का बाहर पड़ा सामान सारा खराब हो जाएगा। रात्रि में हम कहां सोए। बच्चों को कहां लेकर जाए। हमारे पास रहने को जगह नहीं।
&रामगढ़ से अलावड़ा शेरपुर होते हुए रोड बनाया जा रहा है। अतिक्रमण से करीब 7 माह से कार्य बंद था। 18 फीट तक चिन्हित अतिक्रमण को हटाने के लिए पंचायत समिति ने कई बार नोटिस दे दिए, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया। मजबूरी में आबादी क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।
-खुशबू मीणा, एईएन, पीडब्ल्यूडी।
&कुछ लोगों ने वर्षों से अतिक्रमण सडक़ किनारे कर रखा था। इसको हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार और पुलिस-प्रशासन का सहयोग लिया गया है। अब सडक़ निर्माण का कार्य जो अधूरा था, उसे पूरा कर रहे है।
-जुम्मा खान, सरपंच, अलावड़ा।
रामगढ़ से पूठी होते हुए अलावड़ा से होकर गुजर रहे सीसी रोड चौमा मार्ग तक सडक़ बनना था, लेकिन अलावड़ा कस्बे में कुछ लोगों के सडक़ के किनारे बने पक्के रैंप व कच्चे मकानों की बाउंड्री बनी हुए थी। जो कि सडक़ निर्माण में बाधा बन रहे थे। सोमवार दोपहर बाद तहसीलदार अंकित गुप्ता, विकास अधिकारी विजय कुमार, पीडब्ल्यूडी सहायक अभियंता खुशबू मीणा, अलावड़ा सरपंच जुम्मा खान, विकास अधिकारी प्रसादलाल मीणा की संयुक्त टीम ने थाना अधिकारी विजेंद्र ङ्क्षसह की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। सीसी रोड निर्माण में बाधित चिन्हित करीब 5 घरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बरसों पुराने बने घरों की बाउंड्री, चबूतरा, रैंप को तोडऩे की कार्रवाई को देख भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। अतिक्रमण की कार्रवाई का ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया, लेकिन प्रशासन ने एक बार भी नहीं सुनी और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान विकास अधिकारी विजय कुमार से मामले में जानकारी चाही गई तो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इतना ही कहा कि हमें तो लाया गया है। इधर गर्भवती महिला ङ्क्षपकी शर्मा प्रशासन के आगे हाथ जोडकऱ विनती करती नजर आई, लेकिन प्रशासन ने अतिक्रमण के दायरे में बताते हुए आशियाना गिरा दिया। जिन पांच घरों पर अतिक्रमण की कार्रवाई की गई है उनका आरोप है कि प्रशासन की तरफ से उनको कोई नोटिस नहीं दिया गया और बिना नोटिस के ही प्रशासन ने तनाशाही रवैया अपनाते हुए उनके मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की है। एक मकान को तो बिल्कुल ढहा दिया। बिना मकान के वे कहां जाए, प्रशासन ने मकान तोडकऱ बड़ी समस्या पैदा कर दी।
रात्रि में कहां सोए: टूटे मकान मालिक की बेटी आरती शर्मा बोली कि सर्दी अधिक है और बरसात हो गई तो घर का बाहर पड़ा सामान सारा खराब हो जाएगा। रात्रि में हम कहां सोए। बच्चों को कहां लेकर जाए। हमारे पास रहने को जगह नहीं।
&रामगढ़ से अलावड़ा शेरपुर होते हुए रोड बनाया जा रहा है। अतिक्रमण से करीब 7 माह से कार्य बंद था। 18 फीट तक चिन्हित अतिक्रमण को हटाने के लिए पंचायत समिति ने कई बार नोटिस दे दिए, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया। मजबूरी में आबादी क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।
-खुशबू मीणा, एईएन, पीडब्ल्यूडी।
&कुछ लोगों ने वर्षों से अतिक्रमण सडक़ किनारे कर रखा था। इसको हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार और पुलिस-प्रशासन का सहयोग लिया गया है। अब सडक़ निर्माण का कार्य जो अधूरा था, उसे पूरा कर रहे है।
-जुम्मा खान, सरपंच, अलावड़ा।
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00:00I tried to stop the police, but the police pushed me.
00:06They didn't even look at my condition.
00:08And ever since I've been unwell, I've been in a lot of trouble.