ब्रेनडेड के अंग दान से चार लोगों को मिला नया जीवन

  • 2 months ago
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में साढ़े तीन वर्ष में 155 ब्रेन डेड बने अंगदाता, 500 से अधिक अंग दान में मिले
अहमदाबाद शहर के असारवा क्षेत्र स्थित सिविल अस्पताल में बुधवार को और एक ब्रेन डेड युवक के दान में किए गए अंगों से चार लोगों को नया जीवन मिल गया। अस्पताल में महज पिछले साढ़े तीन वर्ष में यह 155वां ब्रेन डेड अंगदाता बना है। अब तक 500 से अधिक दान में मिल चुके हैं जिससे 485 लोगों की जान बचाई जा चुकी है।

मूल रूप से उत्तर प्रदेश व पिछले कुछ वर्षों से अहमदाबाद के छत्राल में रहकर मजदूरी करने वाले उपेंद्रसिंह शिवशंकर (32) गत एक जून को दुर्घटनावश गिर गए थे। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उपेेंद्र को पहले छत्राल के एक निजी अस्पताल और बाद में सिविल अस्पताल रेफर किया गया। सिविल अस्पताल में गत सोमवार को चिकित्सकों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया। उपेंद्र के परिवार में माता के अलावा दो बहन और दो भाई हैं। सिविल अस्पताल की टीम ने उनके परिजनों को अंगदान के संबंध में समझाया। मानवीयता के नाते परिजनों ने उपेंद्र के अंगों का दान करने का निर्णय किया। उपेंद्र के लिवर, दो किडनी और ह्दय दान किया गया। इन सभी अंगों को मेडिसिटी कैंपस के अस्पतालों में ही जरूरतमंद मरीजों को ट्रांसप्लांट भी किया गया। दो किडनी और लिवर को इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिजिस एंड रिसर्च सेंटर (आईकेडीआरसी) तथा हृदय का ट्रांसप्लांट यूएन मेहता अस्पताल में किया गया।
दान में मिले अंगों से 485 लोगों की बचाई जान
सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि पिछले साढ़े तीन वर्ष की अवधि में अस्पताल में 155 ब्रेन डेड दाताओं से 501 अंग दान में मिले हैं। इनसे अब तक 485 लोगों की जिंदगी संभल गई। अंगों में सबसे अधिक किडनी हैं। इसके अलावा लिवर, हृदय, पेंक्रियाज, हाथ और त्वचा भी है। उन्होंने बताया कि अंगदान को लेकर जागरूकता फैलाने का काम भी किया जा रहा है ताकि जीवित लोगों को अंग नहीं देने पड़े।

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