• 4 years ago
प्रदेश सरकार के श्रम सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ उर्फ़ मन्नू कोरी एक बार फिर अपने विवादित बयान के कारण घिर गए हैं। उन्होंने मिशन शक्ति के अंतर्गत स्थानी पुलिस लाइन में आयोजित एक समारोह के दौरान अपना विवादित बयान दिया। सार्वजनिक मंच से दिए गए इस बयान को सुनकर सभी हैरत में पड़ गई साथ ही उनके बयान की कहीं प्रशंसा हुई तो कहीं तिरस्कार हुआ। मंत्री जी के आसपास मौजूद छोटे भैया बीजेपी नेताओं ने उनकी वाह भाई की तो कई विपक्षी दलों के नेताओं तक जब यह बात पहुंची तो उन्होंने मंत्री जी के इस बयान को शर्मनाक बताया। श्रममंत्री ने मिशन शक्ति के शुभारंभ पर सार्वजनिक मंच से कहा कि "सरकार द्वारा नारी सुरक्षा के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं कई टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं जिनके माध्यम से वह अपनी सुरक्षा के संबंध में शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचा सकती है एवं समय पर उन्हें सहायता भी मुहैया हो सकती है । इसके साथ ही उन्हें अपने पास एक चाकू रखना चाहिए जो जरूरत पड़ने पर निकाल कर सामने बाले वार कर देना चाहिए भगवान सब ठीक करेंगे"। यह विवादित बयान उन्होंने समारोह में मौजूद पुलिस महकमे के साथ-साथ कई स्वयंसेवी संस्था और आम नागरिकों के बीच दिया। इसके साथ ही वह अपने भाषण के दौरान पुलिस की इमरजेंसी सेवा 100 नंबर सहायता की बात करने लगे जबकि बीजेपी सरकार ने ही 100 नंबर को बदलकर 112 कर दिया जो उन्हें याद तक नहीं रहा।
जैसी ही यह बयान सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हुआ और लोगों तक पहुंचा दो इस बयान के बारे में तरह-तरह के वक्तव्य भी आना शुरू हो गए और बयान पर राजनीतिक प्रक्रिया भी शुरू हो। कानून के जानकारों ने इसे शर्मनाक और आपराधिक बयान बताया तो वहीं उसके आसपास मंडराने बाले छुटभैयाओं ने उनकी सराहना भी की।
हालांकि कानून की नजर से यदि उनके बयान को देखा जाए तो उन्होंने उकसाने का काम किया है जिससे अपराध भी हो सकता है । लेकिन यदि समय और परिस्थिति के हिसाब से देखा जाए तो बयान की सार्थकता भी साबित होती है।
गौरतलब है कि नारी सुरक्षा को लेकर सरकार काफी संजीदा है और इसीलिए उन्होंने मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए कई क़दम उठाएं है ताकि नारी की अस्मत सुरक्षित रहे।

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