Student Affair With Her Class Teacher _ movie explained in hindi_Urdu _ All Things Fair(480P)

  • 2 months ago
Student Affair With Her Class Teacher _ movie explained in hindi_Urdu _ All Things Fair(480P)
Transcript
00:00दोस्तो ये कहानी है कि स्कूल के हरामी लोंडे और इसकी मैड़म की है
00:04जो दिन रात स्कूल और घर में दबा दबा के समभोग बाजी करते हैं
00:08और साथ मैं ये लोंडा मैड़म की हर एक खुस्बू को 10 मिनट की दूरी से भी पहचान लेता है
00:13और बस दबा दबा के ये दोनों अप डाउन अप डाउन का गेम खेलते रहते हैं
00:18तो चलिए देखते हैं जब ये बात मैड़म के पती को पता चलेगी तो क्या होगा
00:22तो कहानी के सुरुवात में हम इसी स्कूल के कुछ लड़कों को देखते हैं
00:26और साती कुछ ठरकी लोंडियों को भी देखते हैं
00:29जो बस लोंडों से सेटिंग बाजी करने के लिए तडबती रहती थी
00:33लेकिन उन लोंडियों की ताड़ा ताड़ी छोड़कर सभी लड़कों स्कूल में आई नई मैड़म फटी फुद्धी के दिवाने थे
00:39उसके क्लास में आते ही बच्चे एक दूसरे के कानों में मैड़म फटी फुद्धी को लपेटेने का प्लैन बनाते थे
00:44फटी फुद्धी की बात कोई भी नहीं सुनता था
00:47क्योंकि सभी लड़के उसको जोड़दा लगडना चाते थे
00:50यहां मैड़म भी इनकी हरकतों को अच्छे से समझ रही थी
00:53कि ये भेसरी के मेरी मोत के कुए में फांसी की सजा काटना चा रहे हैं
00:57लेकिन एक लड़के को छोड़कर सभी लोंडे फुस हो जाते हैं
01:00जिसका नाम है रोज पेलू उठा के लेलू
01:02ये साड़ा फटी फुद्धी को ऐसे ताड़ता है कि क्या बताऊं
01:06और साथ ये कागज पर मैड़म के बारे में एक सेक सारीं लिक लिक के पूरी क्लास में बाड़ता है
01:11लेकिन मैड़म तो एक ही जटके में पैचान जाती है
01:14कि ये सबी लड़के कुछ तो गडबड करने में लगे हैं और मैड़म रोज पेलू उठा के लेलू को पकड़ लेती है
01:19और क्लास के ऐंड में उससे पूछती है कि तुम ये सब मेरे बारे में सोचते हो छी छी छी तुम कितने गिनोने और गंदे लड़के हो
01:26अब ये सब सुनकर रोज पेलू उठा के लेलू की नज़रे मैड़म से नहीं मिल पाती
01:31तो मैड़म सजा के तौर पर उससे पूरी क्लास साफ करने की सजा देती है
01:35और जब रोज पेलू उठा के लेलू ये सब कर रहा होता है
01:38तो वो सफाई से ज़ादा मैड़म फटी फुद्धी को ताडने में लगा होता है
01:41तो मैड़म भी समझ जाती है कि ये मेरा बक्षा देख देख के मजे ले रहा है
01:45तो मैड़म उसे वहां से घर जाने को बोल देती है
01:48वहीं साम को हम देख पाते हैं कि रोज पेलू उठा के लेलू एक थिरेटर में वेटर का काम करता है
01:53अब अगले दिन जब वो स्कूल जाता है
01:55तो मैड़म फटी फुद्धी उसके आसपासे गुमती रहती है
01:58जिससे वो थोड़ा अजीब सा फिल करता है
02:00यहां हमें साफ साफ पता चलता है
02:02कि मैड़म फटी फुद्धी जान बुझकर रोज पेलू उठा के लेलू के पीछे पीछे डोल रही है
02:07इसके बाद जब रोज पेलू उठा के लेलू अपनी जॉब से वापरद घर आता है
02:11तो वो एक लॉंड या लेजबो को देखता है
02:13जो इसके पढ़ोस में ही रहती है
02:15जो रोज पेलू उठा के लेलू को बहुत पसंद करती है
02:17और उससे हर एक वो चीज करना चाती है
02:19जो एक आदर्स गल्फ्रेंड अपने बैफ्रेंड से चाती है
02:23लेकिन रोज पेलू उठा के लेलू उससे घंटा भाव नहीं देता
02:25इसलिए वो उसे इगनोर करता रहता है
02:27क्योंकि उसके आसपास तो बस मैडम फटी फुद्धे की खुजबू ही खुजबू थी
02:31वो घंटो घंटो स्कूल में मैडम को देख देख के ताड़ता रहता था
02:35मैडम भी उसे ऐसे बाव दे रही थी
02:37कि जैसे उसने अपना पितारा रोज पेलू उठा के लेलू के नाम कर दिया हो
02:41अगले दिन जब क्लास में कोई नहीं होता
02:43तो वो मैडम से बहुत सारे सवाल पूछता है
02:45जिसके जवाब मैडम भी बड़े मज़े से हस हस के दे रही थी
02:49और इसी मौके का फाइड़ा उठा कर
02:51जब वो कुछ किताबों को उसके पास रखने जाता है
02:53तो वो मैडम की खुस्बू से मन मौख हो जाता है
02:55और मैडम भी उसे पूरा महसूस करती है
02:57इन दोनों के दिल और दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था
03:01इस सीन के बाद से
03:03वो दोनों एक दूसरे की खुस्बू को
03:05सूंख सूंख और ताड़ा ताड़ी करते रहते थे
03:07स्कूल में, प्लेग्राउंड में
03:09और कभी कभी तो रोज पिल उठा के
03:11लेलू मैडम के घर भी उसे ताड़ना चला जाता था
03:13अब मैडम फटी फुद्धी भी पूरी तरा से
03:15समझ जाती है कि ये मेरे
03:17मौत के कुए ऐसे खेलना चारा है
03:19इसलिए वो भी इसकी तरफ खिशती जा रही थी
03:21अगले दिन जब स्कूल में
03:23फटी फुद्धी कुछ समान उपर ले जा रही थी
03:25तो उनके पीछे रोज पेलू उठा के
03:27लेलू भी जाने लगता है
03:29जब मैडम उसे अपने पीछे देखती है
03:31तो वो उसे कुछ नहीं बोलती
03:33बोलती भी कैसे प्यास तो मैडम को भी लगी थी
03:35धीरे धीरे ये दोनों उपर चलते चले जाते हैं
03:37और जब रोज पेलू उठा के लेलू
03:39फटी फुद्धे से मिलने ही वाला था
03:41कि तब भी वहाँ कुछ टीचर आजाते है
03:43जिससे इनकी आसकी बाजी यहीं पर खतम हो जाती है
03:45अब मैडम के भाव देने से
03:47रोज पेलू उठा के लेलू पागल सा हो जाता है
03:49वो मैडम की हर एक चीज को छूने
03:51चूमने सूंगने लगता है
03:53मैडम भी उससे पूरा भाव
03:55यानि मुषकरा मुषकरा के यह कह रही हो
03:57आओ बाबू धुम्म उठा दो
03:59अब धीरे धीरे पेलू मैडम का इतना दिवाना
04:01हो जाता है कि मैडम जहां जहां
04:04वहां वहां रोज पेलू उठा के लेलू
04:06उन कुर्सियों को सूंगता रहता था
04:08अब ये सड़ा कौन सी महक सूंग रहा है
04:10और इससे क्या मजा रहा है ये तो इससे ही पता होगा
04:12एक दिन उससे ये सब करते उसके
04:14दोस्त भी देख लेते हैं तो वो उससे
04:16पूछते हैं कि भेसडी के ये क्या कर रहा है
04:18तो रोज पेलू उठा के लेलू कुछ बहाना
04:20बना कर बातों को गुमा देता है
04:22एक दिन जब जंग में सभी प्लेन उड़ने
04:24के लिए रैड़ी हो रहे थे तो सभी
04:26स्कूल के लड़के बहार आ जाते हैं
04:28अब अंदर जाने में उसकी फटके 64 हो रखी थी
04:30कि क्या होगा अब मैडम गेट खोलेगी
04:32ये लाथ मारकर मुझे भगा देगी
04:34पर मैडम जैसे ही गेट खोलती है
04:36वो पूरी मनमौक हो जाती है
04:38क्योंकि आज बैल घुद चलते चलते
04:40उसे सिंग मारने आया है
04:42अब मैडम ज़रासी भी देरी नहीं करती
04:44और उसे अंदर बुला लेती है
04:46और फिर दोनों वो सब करते हैं
04:48जो ये काफे दिनों से चाह रहे थे
04:50यानि कि मौत के कुएं का प्यासा गेम
04:52इसके बाद ये दोनों बहुत फ्रेंक हो जाते हैं
04:55यानि कि मौत के कुएं का प्यासा गेम
04:57इसके बाद ये दोनों बहुत फ्रेंक हो जाते हैं
04:59और बहुत सारी बाते करते हैं
05:01यहां फटी फुद्धी रोज पेलू उठाके लेलू से यह भी कहती है
05:04कि तु मेरे घर रोज मत आयो
05:06यहां रोज पेलू उठाके लेलू को मैडम की बातों से कोई दिक्कत नहीं होती
05:09उसे तो बस मैडम का बब्बु गोसा का तरबूजा बनाना था
05:12अब ये सिलसिला गचा गच गचा गच चालू रहता है
05:15लेकिन एक दिन मैडम से गलती हो जाती है
05:18वो लेलू को बुला तो लेती है लेकिन कुछ ही देर बाद उसका पति फ्रेंक घर पर आ जाता है
05:21और वो लेलू को देख लेता है पर वो उसे कुछ नहीं कहता
05:24उसे लगता है कि ये फटि फुद्धेगर स्टुडेंट है
05:27भला ये क्या करेगा वही मैडम को लगता है कि फ्रेंक को सब कुछ पता चल गया है
05:30लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता जिससे मैडम और सटपट बावडी हो जाती है
05:33क्योंकि जब एक बार मौत के कुए में आग लग जाती है
05:36तो अच्छे अच्छे धरे के धरे रह जाते हैं
05:39अब जब भी इन दुनों को मौका मिलता तो ये रगडा रगड की कोई कसर नहीं छोड़ते
05:42और दीरे दीरे और करीब आते चले जाते हैं
05:45क्योंकि जब एक बार मौत के कुए में आग लग जाती है
05:48तो अच्छे अच्छे धरे के धरे रह जाते हैं
05:51अब जब भी इन दुनों को मौका मिलता तो ये रगडा रगड की कोई कसर नहीं छोड़ते
05:54और दीरे दीरे और करीब आते चले जाते हैं
05:58क्लास के टाम ये बस मुषकरा मुषकरा के एक दूसरे को इसारे करते रहते हैं
06:02लेकिन इन्ने क्या फ़ता था कि आगे अब क्या कांट होने वाला है
06:05अब रोज पेलू उठा के लेलू मेडम का इतना दिवाना हो रखा था
06:09कि इससे अब अकेले नीद भी नहीं आती थी
06:11तो इसलिए वो सीधा फटी फुद्धे के घर चला जाता है
06:14क्योंकि उससे लगता है कि आज फ्रेंक घर पर नहीं होगा
06:17लेकिन वो उस राध घर पर ही होता है
06:19और इससे देख लेता है पर रोज पेलू उठा के लेलू के किसमत अच्छी होती है
06:23कि फ्रेंक नीद में होता है इसलिए वो उसे नहीं देख पाता
06:26और इसी मौके का फायदा उठा कर वो वहां से भाग जाता है
06:29अब इसके कुछ दिनों के बाद मैडम फटी फुद्धे का बर्डे होता है
06:33तो लेलू इसके लिए गिफ्ट लेकर उसके घर जाता है
06:35जहां एक बार फिर से उसकी मुलाकात फ्रेंक से हो जाती है
06:38फ्रेंक उसे अभी भी कुछ नहीं कहता
06:40क्योंकि इसे उनकी अफेर के बारे में कुछ भी नहीं पता होता
06:43लेकिन यहां ये दोनों एक दूसरे से बाते करना शुरू कर देते हैं
06:47जिससे इनकी दोस्ती अच्छी होने लगती है
06:49ऐसे ही एक दिन जब फ्रेंक घर पर आता है
06:52तो उसे फिर से रोजपेल उठा के लेलू घर पर ही मिलता है
06:55वो दोनों फिर से बाते करते हैं
06:57यहां लेलू को लगता है कि फ्रेंक एक अच्छा इंसान है
07:00उसकी अपनी बीवी से इसलिए नहीं बनती होगी
07:02क्योंकि वो सराब पीता है
07:05इसलिए एक दिन जब रोजपेल उठा के लेलू मैडम के घर सेटलेस होता है
07:10तो तब ही वहाँ पर फ्रेंक भी आजाता है
07:12जिसे देखकर रोजपेल उठा के लेलू की फट जाती है
07:15तो फ्रेंक कहता है गबरा मत बेटे मुझे तेरे और अपनी लुगाई की अप्पेर के बारे में पता है
07:20जब लेलू इस पर उसे सफाई देने की कोसिस करता है
07:23तो फ्रेंक उसे सफाई देने से मना कर देता है
07:25और अपनी बीती कहाने को बताने लगता है कि कैसे वो साधी सिदा होने के बाद भी किसी दूसरी लड़कियों के साथ सोता था
07:31और मज़े करता था
07:33जब ये बात मैड़म फटी फुद्धी को पता चली
07:35तब से लेकर अब तक वो मुझसे सीधे मुझ बात नहीं करती
07:38और उस दिन से लेकर आज तक मैंने उसे कभी भी ना तो रोका और नहीं तोका
07:42एक रात लेसबो जो रोज पेलू उठा के लेलू को बहुत प्यार करती है
07:46वो उसे एक रूम में ले जाती है
07:48और तुरंत सरपट निवस्त धनंगी हो जाती है
07:51लेकर इसके बाब जूझ भी रोज पेलू उठा के लेलू उसे घंटा भाव नहीं देता
07:55क्योंकि ये बस मैडम पड़ी फिदा था
07:57तो लेसबो रोकर वहाँ से भाग जाती है
07:59अब एक रात लेलू फ्रेंक से मिलता है
08:01जो अब दबा दबा के दारू पी रहा था
08:03क्योंकि उसका बिजनस अमेरिका में होने वाले दंगो के कारण पूरी तरह से थप हो गया था
08:09तो लेलू उसे समझाता है कि तुम कोई और काम कर लो
08:11लेकर ये दारू बाजी मत करो
08:13ये तुमारा जीवन खतम कर देगी
08:15और ये सारी बात दूर खड़ी मैडम भी सुन रही थी
08:17जो इसकी बातों से बहुत खुश होती है
08:19और उसे अपने पास बुलाती है
08:21अब ये सब देखकर रोज पेल उठा के लेलू सोच में पड़ जाता है
08:25वो सोचता है कि मैं कहीं फ्रेंग को धोका तो नहीं दे रहा
08:29क्योंकि उसकी फ्रेंग के साथ एक अच्छी दोस्ती हो गई थी
08:31इसलिए वो मैडम के पास नहीं जाता
08:33और अपने घर चला जाता है
08:35जिससे मैडम गुस्सा हो जाती है
08:37अगले दिन स्कूल में भी रोज पेलू उठा के लेलू मैडम से जदा बात नहीं करता
08:41और ये बात मैडम को मनी मन खा रही थी
08:43वो बहुत कोसिस करती है कि लेलू इसके करीब आ जाए
08:47लेकिन लेलू ऐसा नहीं करता
08:49वो वहाँ से सीधा घर चला जाता है
08:51वही मैडम फटी फुद्धे का मौत का कुआ पानी मांग रहा था
08:54वो पूरी तरह बावली हो जाती है और फैसला करती है
08:57कि वो रोज पेलू उठा के लेलू से मिलने थिरेटर में जाएगी
09:00जहां वो काम करता है
09:02और उनकी मलाकात भी होती है
09:04लेकिन अब पहले जैसा कुछ नहीं होता
09:06इसके बाद रोज पेलू उठा के लेलू
09:08ये रिस्था खतम करने मैडम के घर जाता है
09:10जहां मैडम सराब के नसे में जूम रही थी
09:13और अपने आपको चोट पोचाने लगती है
09:15इसलिए लेलू को अपने इस रिस्थे को
09:34वैसे ही रहे जैसे पहले रहता था
09:36यहां लेलू अब इस गल्टी को दुबारा नहीं
09:38दोराना चाता था इस वज़े से
09:40रोज पेलू उठा के लेलू पूरी तरह से तूट जाता है
09:42वो घंटो घंटो तक थिरेटर में
09:44बैटकर सोता रहता था
09:46अगर आपको यह मूवी देखनी है तो आप
09:48हमारे टेलिग्राम के चनल से देख सकते हो
09:50और चनल को सब्सक्राइब करने के लिए
09:52तो पूरी स्कूल में बेज़िती हो जाती है
09:54और यहीं पर यह मूवी खतम हो जाती है
09:56अगर आपको यह मूवी देखनी है
09:58तो आप हमारे टेलिग्राम के चनल से देख सकते हो
10:00और चनल को सब्सक्राइब करने के लिए
10:02तो पूरी स्कूल में बेज़िती हो जाती है
10:04और यहीं पर यह मूवी खतम हो जाती है
10:06अगर आपको यह मूवी देखनी है
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10:12तो पूरी स्कूल में बेज़िती है
10:14और यहीं पर यह मूवी खतम हो जाती है
10:16अगर आपको यह मूवी देखनी है
10:18तो आप हमारे टेलिग्राम के चनल से देख सकते हो

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