Shaurya aur Suhani episode 19

  • 2 months ago
Transcript
00:0020 साल पहले यही कल्पी राजे हरा भरा था
00:10चारो तरव चारो तरव खोशियान ही खोशियान थी
00:18महाराज महाराज हंसा के राजे
00:24दो मुख्या सलकार हुआ करते थे
00:28दक्षक और वीर्सेन
00:38हम दोनों से पूछे बिना महाराज हंसा कोई फैसला नहीं किया करते थे
00:44यहां तक कि आँखे बंद करके भी हम दोनों पर विश्वास कर लेते थे
00:51परन्तु एक दिन
00:57परन्तु एक दिन
00:59परन्तु एक दिन
01:24कौन है
01:27कौन है वहाँ
01:29कौन है वहाँ
01:59कौन है वहाँ
02:02कौन है वहाँ
02:06कौन है वहाँ
02:30तक्षक
02:32तुम
02:37यह बात हम दोरों के बीच रहे है
02:40राज कोश से चोरी
02:43शोर मत पचाओ विश्वास
02:45तुम्हें तुम्हारा हिस्सा मिल जाएगा
02:47हिस्सा
02:48इस चोरी में
02:50तुम्हारी यह कहने के हिम्मत कैसे हुई तक्षक
02:53तुम्हारी यह कहने के हिम्मत कैसे हुई तक्षक
02:58कियों समय वेर्त कर अत्याँ मीरते।
03:02कितना हिसा चाये ही बता
03:04बीरिसेन भी काव़ नहीं है
03:07और मुझे तो अभी तक विश्वास ज्यो राआत तक्षक
03:10मत करो विश्वास की रचय
03:12मतकरो.
03:14इस विश्वास घात की वज़ा जान सकता हूँ, तक्षक?
03:16विश्वास घात?
03:18ना सूचो, वीरसे.
03:20प्रशासन हम चलाते हैं.
03:23युध हम करते हैं.
03:24अपनी जान भी खतरे में हम डालते हैं.
03:26और वहाँ महराज किवल
03:28पर पैटकर करीबों में आश्वासन पाटते हैं.
03:32मतलब में हमें क्या मिलता है, वीरसे?
03:34एक सुखी जीवन जीने के लिए जितना कुछ होना चाहिए,
03:38वो सब कुछ है हमारे पास.
03:40चाहिए.
03:49मुझसे थोड़ा और लेला.
03:51और इस घटना को भूल जा.
03:52अभी भी कुछ नहीं भिगड़ा, शमा मांग लो.
03:56महराज तुम्हें माफ कर देंगे.
04:05माफी तो महराज माँगेंगे हमसे.
04:08दर्शो चो वीरसे, ये महराज हमारे पिना है क्या?
04:16अगर हम दोनों ठान लें,
04:18तो धन तो रत तो क्या?
04:21ये राज ये हमारा हो सकता है.
04:22दक्षक!
04:27केवल छोरी की बात होती,
04:30तो शायद मैं अन्देख ही कर देता.
04:33पर दक्षक के इरादों को जानकर,
04:37मैं अपने आपको रोख नहीं पाया.
04:48ये क्या हो रहा है, वीर्जे?
04:50क्या बात है?
04:51महाराज, मैंने सेनापति दक्षक को
04:55राज कोईस्ट से छोरी करते हुए
04:58रंगे हाथ पकड़ा है.
05:05सेनापति दक्षक!
05:14शमा कीज़ी.
05:16शमा कीज़ी, महाराज.
05:18गलती इनसान से हो ही जाती है.
05:22मैं अपनी तरव से वचन देता हूँ.
05:26दक्षक ऐसी गलती दुबारा नहीं करेगा.
05:28वीर्शन, इससे कोँँ
05:31कल सुभाह होने से पहले, ये
05:33राज महल छोड़ कर चला जाया.
05:35परन्तु महाराज.
05:49चोड़कर चला जाये.
05:50परन्तु महाराज.
05:51ये कैसा दंड है, महाराज?
05:54मैंने वर्षों आपकी सेवा किये हैं.
05:56और...
06:00ये हमारा आख्री फैसल है तक्षक.
06:13ये हमारा आख्री फैसल है तक्षक.
06:19तक्षिक महाँ से चला तो गया
06:22मगर मैंने उसकी आँखों में
06:25बदले की आँख साफ साफ सुलक्ती देखी
06:29परने समझ गया
06:32कि उसने हार नहीं मानी
06:36समय बीटता गया
06:38और वो घटना
06:39हम सबके स्वर्ण से
06:41करता गया
06:43करता गया
06:45और वो घटना
06:47हम सबके स्वर्ण से
06:49उधर गयी
06:51कल्पी की खुशें तो बढ़ती जा रही थी
06:54लेकिन एक छेड़ ऐसा था जो
06:56जो नहीं भर पा रहा था
07:00और जो हम दोनों की परिवारों को
07:03व्यकुल किया जा रहा था
07:07महाराज
07:16क्या बात है महाराज
07:18आप चंतित दिखाई दे रहे हैं
07:24हाँ वीर्जेन
07:26अमारे विवाह को
07:28पांट साल हो गए
07:31और फिर भी
07:33हमें कोई संपान नहीं होई
07:37महाराज की इस व्यकुलता का
07:39हल ढूनने के लिए
07:41मैं दर्बदर भटका
07:43हम दोनों परिवारों ने वही किया
07:45और नौ मिने बाद
07:47हमारी खोई हुई खुशियां लोट आई
07:51महाराज हंसा को एक सबल सपुत्र पैड़ा हुआ
07:55और तो और
07:57सबसे बड़ी बात ये थी कि
07:59कलपी राज्ये को एक नया
08:01नया चिराग मिल गया था
08:03और मुझे प्यारी सी बिट्या
08:05इतने सालों के इंतजार के बाद घर में
08:07नन्नी किलकारिया सुन कर
08:09हम दोनों की खुशियां असीम हो गयी थी
08:11वो दिन मेरे जीवन का
08:13सबसे बड़ा
08:15सबसे बड़ा खुशिया
08:33उठगा कुछ परदे
08:45कुछ उठने को हैं बाकिया
08:49खुजा के मुंदी
08:51पूछे बचुली
08:53अब छुपोगे किसका
08:55पीठे वीर फरे
09:04इस dus
09:25पिठा जी वो से कर रहे थे
09:27बाबा
09:33अगर आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पहता है, आपको पह
10:03आप ये थारी है जा शुरू कोई सीट जील रूटी बैं टौख मुझे खो परतेम है.
10:09हमालित है जीकाइ तॉटि चीज़ बार मालीन खेल चीज़।
10:16dåt changed है !
10:22भी गकोने का मातवाल की परंदने की चीज़स थे,
10:25इतने वर्षों तुमने हमें दोखा दिया?
10:55इतने वर्षों तुमने हमें दोखा दिया?
11:26ये शाही वस्त्र!
11:29ये हारन मूस!
11:35कहा रखे थे चुपा करती इतने दिनों?
11:43महामंद्री बशंदे!
11:44महाराज!
11:45पहलिया मत पुछाओ!
11:48सथ चुनने के लिए हमारे कान तरस रहे हैं.
11:51अपिटिजे महाराज!
11:52बोलो!
11:53बोलो!
11:54बोलो!
11:55बोलो!
11:57महाराज!
11:58लग गया है टाला जुमान पर वीर्फैन के!
12:02देखकर वीर्फैन की आँखे
12:04मैं ही बता देता हूँ सच पूरा!
12:20सेना पति जी!
12:22सेना पति जी आओगा!
12:26सेना पति जी!
12:27सेना पति जी शमईयाँ आगया हूग्या,
12:31शमयाँ आगया!
12:34क्या बहुक होयं!
12:36ברים लाएा।
12:38देखने लाएंगाल करलो अच्छीक्रिट से।
12:41सेनापती जी, सेनापती जी
12:44शमय आ गया, आ गया शमय, शमय आ गया
12:49क्या पक रहा हैं?
12:50खुजा के मुण्डि कहे वशुन्डी
12:53खत्म करके उन्हें कलपी राज पर कभजा करने का
12:57यही है शमय सबसे उठ्तम
13:00अगर तुम्हारी वाणि सही निकली
13:01मैं तुम्हे कलपी राजे का महामन्त्री बनाते हूँ.
13:04इसके लिए करनी होगी आपको शत्रों पर विजय हाचिल.
13:08सेना कहाई?
13:10सेना पतिराओं!
13:14दुश्मन पर विजय हासिल करनी लिए
13:17दुश्मन के किले की दिवार की सबसे कमजोर नी पहचानी पड़ती है.
13:24तबी तो सेन लगाई जा सकती है.
13:29मैंने राजा हंसा के कुछ सेनेगों को अपनी मुद्धी में कर लिया है.
13:36महाराज हंसा भी है माल ते दूर.
13:40परिवार के साथ किसी आश्रम में.
13:43सेना भी लेकर खुचा के मुंदी कहे बशुन्दी.
13:48खत्म करती उन्हें कल्पी राज पर अपना अपना करने का सबसे सही समय है यही उत्तम.
13:59प्रणारी कर लो.
14:04कल्पी राजे पर सबसे बड़े आक्रमं के.
14:08चलो.
14:13प्रणारी कर लो.
14:43प्रणारी कर लो.
15:13महराज. महराज. आपकी हला ठीक नहीं है महराज.
15:17आप यहाँ अराम किजिए. मैं दुश्मनों को देखता हूँ.
15:23तुम, तुम हमारे चिंदा मत करोगे.
15:27कल्पी राज के राजकुमार को बचाना जाधा सुरूरी है.
15:32तुम, तुम हमारे चिंदा मत करोगे.
15:36कल्पी राज के राजकुमार को बचाना जाधा सुरूरी है.
15:41नहीं महराज. मैं आपको छोड़कर ऐसी हालत में नहीं जाओंगा.
15:44भीर, तुम जाओं यहाँ से.
15:46नहीं महराज.
15:48भीर, ये हमारा अदेश है.
15:50महराज.
16:01स्वावरी, हमें बहुत ख़वरा आता हूँ.
16:04आप चिंदा मत किजे, महराज.
16:07भीर, आप...
16:11चारो तरफ केहर मत चुका है.
16:14हम जंग हार रहे हैं, महराज.
16:17जंग हार?
16:18ये बाते करने का वाक्त नहीं है, महराज.
16:21आप राजकुमार को मुझे दिजी.
16:23इनकी इफ़ासत करना बहुत ज़रूरी है.
16:25नहीं, भीर.
16:27मैं... मैं अपने बच्चे से अरग नहीं होना चाहती.
16:29मैं राजकुमार को नहीं दोगी.
16:31इस वन्श के वारिस की इफासत करना मेरा फर्स है.
16:36फिर चाहे इसके लिए मुझे...
17:01दिजी माराज.
17:03ये माराज का आदेश है.
17:07राजकुमार मुझे दिजी.
17:31मारा के घर...
17:34इस बच्ची का खयार रखेगा.
18:01वो जंगली भील लड़का...
18:05तुम्हारा बेटा नहीं था, बीरती.
18:09राजा हंसा का बेटा था.
18:13इस गल्पी राज्जे का...
18:16असली राजकुमार, शौर.
18:21शौर!
18:30आज़ का आदेश है.