Shaurya aur Suhani episode 23

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Transcript
00:00अपने आसपास देखें, फूल खिल रहे हैं, पंछी गा रहे हैं, जानते हो क्यों?
00:14कुछ कहना चाहते हैं, कुछ कहना चाहते हैं,
00:21हाँ, निहांसे सुने, सुना, क्या कह रहे हैं?
00:33कह रहे हैं, यब हमें कोई नहीं रोख सकता,
00:40यब हमें कोई नहीं रोख सकता, यो अपने सारे बित्दर्ब से दूर जाते हैं,
00:48तक्षक, तुम हमसे क्या चुपाने के कोई निर्भान करते हैं,
01:01तक्षक, तुम हमसे क्या चुपाने के कोई कोई निर्भान करते हैं,
01:12राजकुमारी का विवा उस दीख्षा के विरुद्ध क्यों किया जा रहा था?
01:19समचाते हैं, कुरुज़ी, हमने आपसे ये बात चुपाई,
01:24परमतु हम तो केवल राजकुमारी का बला चाहते हैं.
01:29इतने साल राजकुमारी की परवरिष के बाद
01:34हम सुहाने को अबनी बेटी समझने लगे थे.
01:39और वो पेलों का लड़का.
01:42उन्हें बैकायक हमसे ये देखा नहीं गया.
01:45फेर भी तुम्हें राजकुमारी की पसंद को चिनवती देने का कोई अधिकार नहीं है.
01:51अब कैसे समझाएं कुरुजी?
01:55हमारी बेटी को बड़ी चितराई से एक जाल में पसाया गया है.
02:01क्यों तब भी हमें ये अधिकार नहीं है?
02:03तब जब पता चले कि वो लड़का उस गद्धार वीरसेन का पेटा है...
02:13इसा तुम कह रहे हो तक्षक.
02:17लेकिन वीरसेन के खिलाफ अभी तक इसा कोई सावित नहीं हुआ है.
02:33देखिए.
02:35पड़िये.
02:45वीरसेन के हाथों लिखा हुआ पत्र.
02:49उसने खुद स्विकार किया है कि उसीने ये शिरंत रचा है.
02:54राजा हंसा को मार कर भी जब वो कलपी राजे नहीं हतिया सका,
02:56तो उसने अपने बेटी के ज़रीये खेल रचा है.
02:58अगर ये सत्य है और तुम्हारे बाद सबोत है,
03:02तो वो गद्दार अभी तक जीवित क्यों है?
03:06उसे तुरंट मिरत्य दन्ड दिया जाये.
03:15जो आग्या कुरुजी.
03:19हम चलते हैं.
03:20पाईगे.
03:21जो आग्या.
03:24जो आग्या कुरुजी.
03:26इन बेकार के लोगों के लिए.
03:28अब ये निकम में पंडेत हमें समझाएंगे
03:30के हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
03:34हम करवादरों सरे कि हम पूर्ट करते हैं.
03:38जो आक्या?
03:41जो आक्या, गुरुजी?
03:42इन बेकार के लोगों के लिए?
03:45अब ये निकम्मे पंडित हमें सम्झाएँगे
03:47कि हमें क्या करना चाहिए, और क्या नहीं?
03:57क्या जानना चाहते हो?
03:59हम जानना चाहते हैं, माराज,
04:00हम जानना चाहते हैं, माराज, कि ये हो क्या रहा है?
04:03कौन हैं ये लोग?
04:05क्या तमाशा चल रहा है, नहां?
04:21बस?
04:24इतना ही, माराज?
04:26महा मंत्रि,
04:31राजकुमर सिम्मा को पूरा सच बताने का समय आ गया है.
04:34गिन्टु, माराज?
04:39सिम्मा हमारा बेटा है.
04:44घुदा के मुन्दी, सुनाये बशुंदी,
04:48नहीं है कोई पंडित, वो ऐसे वैसे रिशी है,
04:52ब्रममन्दिर के संविधान के रखशा.
04:56संविधान?
04:58कैसा संविधान?
05:00वो संविधान,
05:03जो तेय करता है कि कल्पी के राज सिहासन पर,
05:08कौन बैठेगा?
05:10क्या?
05:11राजकुमार, बड़ी लंग्री कहानी है.
05:22ज़रासा, ज़रासा पहले पता चलता ना,
05:26तो उसकी गर्दन मरोड देते हैं.
05:29हमें यकीन नहीं होता हमारी किस्मत पर,
05:32ऐसे हाथ आई थी वो, एक चिड़िया की तरह.
05:35अगर शूर्वीर, उसे उठा के ले गया,
05:39भरी मैफिल से,
05:41दाध देने की बात है,
05:42इतने काबिल राजकुमारों के होते हुए भी,
05:45उसका कोई कुछ नहीं विकार पाया.
05:47कौन था वो जाबाद?
05:49वो जो भी था, हमसे नहीं बचेगा.
05:52देखा नहीं, किस तरह वो रसी के सहारी नीचे आया,
05:56और उसे...
05:58बस कीजिए, वो दुश्मन है हमारा.
06:00आपने सही कहा, भानू.
06:02अगर पहले पता होता,
06:04तो उस जाबाद से दोस्ती कर ले थे,
06:07और बाजी पलक दे थे.
06:10अब वो पकड़ा भी जाये,
06:12तो भी क्या फर्क पड़ता है?
06:14हमें क्यों नहीं सुझा?
06:16यहां तक आ गे थी वर्माला, यहां तक.
06:17उसी समय उसका हाथ खीच ले थे,
06:19तो आज हमारे गले में होती वर्माला, हमारे गले में.
06:22अब क्या करें?
06:24आपकी अयाशियों ने आपको इतना
06:27सुस्त और लापरवाह बना दिया है.
06:30अगर राचकुमारी को बचाने का इतना ही शौक था,
06:33तो उसी वक्त उनके पिछे भागे क्यों नहीं?
06:36क्या करते हम भाग कर?
06:38वर्माला तो वो उसे ही पहना चुकी थी.
06:41क्या?
06:42और नहीं तो क्या?
06:44ये देखकर तो हम स्टब्द रहे गें.
06:46मतलब?
06:48सब कुछ खात्म हो गया?
06:51हर गिज नहीं.
06:52हम उसे इतनी आसानी से नहीं जाने देगे.
06:55वो हमारी लूट है.
06:57उसके पिता ने खुद उसे हमारे हवाले किया था.
07:00हमारे.
07:01लेकिन राजकुमारी ने सब के सामने
07:03किसी और की गले में वर्माला डाली है.
07:06अब वो उसकी है.
07:08यही तो मज़े की बात है
07:09कि उसे वर्माला डालते हुए सिर्फ हमने देखा था.
07:12और किसी ने नहीं.
07:14तो उसकी वर्माला भी हमी निकालेंगे.
07:17उसकी करदान के साथ.
07:19जान कर खुशी हुई
07:22कि हमारा भाई सुस्त नहीं है.
07:26हम दान धर्म करते हैं तो अपनी मरजी से.
07:28कोई उसे जिनने की कोशिश करें
07:31तो उसके हाथ काट कर रख देते हैं.
07:34देखते हैं राजगुमारी सुहानी
07:37कैसे वापस नहीं आती हमारे बिजले में.
07:42अराम से.
07:58चीक हूँ. इन सब आटाओ.
08:03जल्दी, दारा.
08:10सब अंदर चलो.
08:13चलो. बाबा, आये.
08:28चलो, सुहानी.
08:36राजगुमारी सुहानी, अंदर चले.
08:43मुझे राजगुमारी मत कहो, शोमी.
08:46वो दुनिया में पीछे छोड़ा है.
08:51ठीक, हम आपको राजगुमारी सुहानी चले.
08:55हम आपको राजगुमारी नहीं चले.
09:00सिर्व, सुहानी चले.
09:08अभी विदा लग रहा है?
09:18तो क्या, ऐसे ही अंदर चलने के राजा है?
09:25हाँ, ऐसे ही अंदर जाओंगी और हमेशा तुमसे ऐसे ही लिपती रहूंगी।
09:33लोग हमें पागल समझेंगे।
09:35समझने तो।
09:37क्यों?
09:39अरे, लोग कहेंगे कि वो देख पागल राजकुमारी और उसका जंगली प्रेमी।
09:45कहने तो।
09:47अरे, हमारे पारे में चर्चा होगी, बदनाम हो जाएंगे हम दोनों।
09:55मैंचे कोई परवा नहीं शायद।
10:08मैं वादा करता हूँ सुहान, कि तुम्हें कभी भी,
10:13कभी भी मैं तुम्हें उस नारक में नहीं जाने दूँगा।
10:22हम अपनी एक नई दुनिया बचाएंगे शोबू,
10:25जहां कोई राजा या महराजा नहीं होगा।
10:30सिर्फ प्यार होगा।
10:37वादा,
10:41चलो।
10:43यहां बागें।
10:46जब मैं यहां बागें, तब मैं पर बागें।
10:49क्या है सुहान?
11:02क्या होँ सुहान?
11:13कही ये फिर कोई सपना ना।
11:16कि सुबह हुई और तूट गया।
11:19और अगर मैं उस रात को रोख लूँ तो
11:23सुबह ना होने दू।
11:27ये सपना ना तूट गया।
11:35जब तक मैं तुम्हारी वाहों में सो रही था
11:38कोई सपने को नहीं तोड़ सकता।
11:43ये नहीं तोड़ सकता।
11:45ये नहीं तोड़ सकता।
11:47ये नहीं तोड़ सकता।
11:49ये नहीं तोड़ सकता।
11:51ये नहीं तोड़ सकता।
11:53ये नहीं तोड़ सकता।
11:55ये नहीं तोड़ सकता।
11:57ये नहीं तोड़ सकता।
11:59ये नहीं तोड़ सकता।
12:01ये नहीं तोड़ सकता।
12:03ये नहीं तोड़ सकता।
12:05रम घट से वेपेरां की पके
12:07याली का मुझे भगवर्ते हैं
12:09पर हम मैं थी हो काम áี่आ
12:11हम फिर खले चाहते हैं
12:13तो बहुत इसे पाय समयी
12:15मती धी कारणी
12:17चिताती दे कीदा
12:19नरक में जाता है. अब चलते रहो.
12:21अच्छा रहता है.
12:23तुम्हें बड़ा पता है कि ये रास्ता नरक में जाता है.
12:26इससे कितनी बार तुम नरक में गई?
12:29अब चुप चब चलते रहोगे. इस दारा से कुछ सीखो.
12:34मैं तो बुक्के मारे चुप हूँ.
12:49आपको प्रस्तुत करते हैं.
13:20ये तो अच्छी गासी जगा है रहने के लिए.
13:23हाँ, उस कारादार से निकलने के बाद ये जगा कोई स्वर्क से कम नहीं लग रही है.
13:30बाहर से पता भी नहीं चलता नहीं?
13:33हाँ, यहां तो खाना भी पका सकते हैं.
13:37हाँ, यह हमारा गुप निवास्थान है.
13:40हमें यहां पर कोई नहीं ढूंच सकता. हम यहां पर बिलकुल सुरक्षित हैं.
14:10तुम दोनों पहुच से कभी अलग नहीं है.
14:12आ, सक्षा.
14:15दर्शित सकते है, सक्षा.
14:19कुछ बाताश्य करने के दिाएखे.
14:23सुझानन न Days again.
14:27Book is all that I have stresses.
14:29तुम दोनों पेर से कभी अलग ना हो.
14:33मैं जानती थी, शोरी.
14:37तुम नाओंगे जरूरल आओंगे.
14:40मेरा दिल कहता था.
14:45तुम आओंगे जरूरल.
14:59तुम दोनों पेर से कभी अलग ना हो.
15:01मैं जानती थी, शोरी.
15:03मैं जानती थी, शोरी.
15:04मैं जानती थी, शोरी.
15:05मैं जानती थी, शोरी.
15:07मैं जानती थी, शोरी.
15:08मैं जानती थी, शोरी.
15:09मैं जानती थी, शोरी.
15:11मैं जानती थी, शोरी.
15:12मैं जानती थी, शोरी.
15:13मैं जानती थी, शोरी.
15:14मैं जानती थी, शोरी.
15:15मैं जानती थी, शोरी.
15:16मैं जानती थी, शोरी.
15:18मैं जानती थी, शोरी.
15:19मैं जानती थी, शोरी.
15:20मैं जानती थी, शोरी.
15:21मैं जानती थी, शोरी.
15:22मैं जानती थी, शोरी.
15:23मैं जानती थी, शोरी.
15:24मैं जानती थी, शोरी.
15:26मैं जानती थी, शोरी.
15:27मैं जानती थी, शोरी.
15:28मैं जानती थी, शोरी.
15:29मैं जानती थी, शोरी.
15:30मैं जानती थी, शोरी.
15:31मैं जानती थी, शोरी.
15:33मैं जानती थी, शोरी.
15:34मैं जानती थी, शोरी.
15:35तुमारे मेंना कुछ अच्छा नहीं लगता था, शोरी.
15:37समय तू, शोरी.
15:39यातकके खाने में भी मन नहीं लगता था.
15:44हाँ, शोरी.
15:46तुमारी बहुत यादाती थी.
15:49और सुभाइर नहीं, मैं जानती थी.
15:51तुम्हारे बिना कोई चाचा नहीं लगता था, शौरी.
15:53सच शौरी.
15:55या तक कहाने में भी मन नहीं लगता था.
16:00हाँ, शौरी, तुम्हारी बहुत यादा आती थी.
16:04और ये सोचकर भी डर लगता था कि तुम
16:07कभी वापस नहीं आप आओगा.
16:08मेरा सबसे प्यारा दो, मुझे छोड़ कर चला गया था.
16:16मैं शायद ही कोई नया दोस्त बना पड़ता हूँ.
16:19बस अब तुम आ गये हो न, इससे ज़्यादा खुशी की बात और कोई नहीं है.
16:26आप तुम्हें बहुत प्यार करते हैं, शौरी.
16:29तुम नहीं थे, तुम.
16:33जब तक शक्यादमी तुम पे तीच चला रहे था
16:38और जब सेमा ने तुम्हें खाय में धक्यल दिया,
16:44मुझे लगा कि...
16:46हाँ, शौरी, पर तुम आसे बच कैसे गयहा है?
16:51मतलब हमारी आँखों के सामने उन्होंने तुम्हें?
16:54तो सब जानने के लिए उत्सुक है, हम?
17:02बात कुछ हैसी है.
17:06याद है पक्षक का वो महामंत्री, पशुन्डी?
17:17पक्षक का वो महामंत्री, पशुन्डी?
17:23बार-बार एक ही बात दोहरा रहा था.
17:25है वो मामूनी लड़ता या वो दुश्मन
17:29जो बन कर आया है खत्रा
17:30हमारे महाराज के लिए, हमारे राज के लिए?
17:36पक्षक के सबसे बड़े दुश्मन के बारे में
17:39सितारों ने चुना है, जिसने.
17:40उसके शरीन पे हैं त्रीन निषान.
17:45चान!
17:49सूरज!
17:50सितारा!
17:53सितारों ने जिसे चुना है था.
17:57वो.
18:10वो, मैं.
18:40वो, मैं.
19:10पक्षक के सबसे बड़े दुश्मन के बारे में
19:13सितारों ने चुना है, जिसने.
19:14चान!
19:15सितारों ने जिसे चुना है था.
19:17वो, मैं.
19:18पक्षक के सबसे बड़े दुश्मन के बारे में
19:20सितारों ने जिसे चुना है था.
19:21वो, मैं.
19:22वो, मैं.
19:23वो, मैं.
19:24वो, मैं.
19:25वो, मैं.
19:26वो, मैं.
19:27वो, मैं.
19:28वो, मैं.
19:29वो, मैं.
19:30वो, मैं.
19:31वो, मैं.
19:32वो, मैं.
19:33वो, मैं.
19:34वो, मैं.
19:35वो, मैं.
19:36वो, मैं.
19:37वो, मैं.
19:38वो, मैं.
19:39वो, मैं.
19:40वो, मैं.
19:41वो, मैं.
19:42वो, मैं.
19:43वो, मैं.
19:44वो, मैं.
19:45वो, मैं.
19:46वो, मैं.
19:47वो, मैं.
19:48वो, मैं.
19:49वो, मैं.
19:50वो, मैं.
19:51वो, मैं.
19:52वो, मैं.
19:53वो, मैं.
19:54वो, मैं.
19:55वो, मैं.
19:56वो, मैं.
19:57वो, मैं.
19:58वो, मैं.
19:59वो, मैं.
20:00वो, मैं.
20:01वो, मैं.
20:02वो, मैं.
20:03वो, मैं.
20:04वो, मैं.
20:05वो, मैं.
20:06मैं ये देखकर दंग रह गया
20:09कि शरीर पर इतने सारे गहाओ थे
20:12कि बचने की कोई भी सम्भावना नी थीं.
20:15मगर एक तीर के निकालते ही
20:18सारे घटा अपना जमया तेलादा
20:21देखोँई बेपा मुले,
20:22मैं ये देककर दंग रहे गया
20:25कि शरीव पर इतने सारे घाओ थे
20:28कि बचने की कोई भी सम्बावना नहीं थी.
20:31मगर एक तीर के निकालते ही
20:34सारे घाओ अपनी आप भर गये.
20:36जैसे कि कोई चमतकार हुआ हो.
20:38मैं आपका किम शब्दों में धन्यवाद कहूँ
20:41मैं समझ नहीं पारा हूँ.
20:42नहीं, नहीं, ये तो शोरी का भाग्य है.
20:46हमने तो केवल अपने धर्म का ही पालन किया, बस.
20:49आपने अमारे दोस्त की जान बचाई है.
20:52आपके लिए तो जान भी हाज़िर है.
20:54लेकिन महावर, आप इस गुफ़ा में छुप कर क्यों रह रहे हैं?
21:00मैं चमोली राजी का महामंत्री था.
21:04चमोली?
21:06हाँ, लेकिन अब चमोली नष्ट हो चुका है.
21:11पिछले साल, पढोसी राजा ने तकचक के साथ मिलकर हम पर आकमण किया.
21:17एक को भी जिनदबन नहीं छोडा,
21:20यहाँ तक कि और तो और बच्छों को भी उठाकर ले गए.
21:25करिपिता जी, तिम्मोल क्रूर और निर्दाय कैसे हो सकती?
21:30नहीं सुआ आनी,
21:36वो तुम्हारे पिता है ही नहीं.
21:38वो तुम्हारे पिता है ही नहीं.
22:09अब तक तो उस अदमरे वीस ऐनि ने
22:11उसे सârा सच बता दिया फ़ुश.
22:15यानी, जान चुकोड़ी है राज्घुमारी
22:17के वाड़े के पारेंचा के केवल
22:20गच्चांच पर सहेद है.
22:21अब तक तो अदमरे वीर्सेन ने
22:24उसे सारा सच पता दिया होगा.
22:27जानी जान चुकी है राजगुमारी
22:30के वो नहीं है तो पुत्री आपकी.
22:32एसे पुत्री वो वीर्सेन के?
22:35अगर उसे सच पता भी चल गया तो
22:39कौन विश्वास करेगा?
22:40करेंगे साबित कैसे दुणियों के सामने?
22:44वही तो हम पूछ रहे हैं.
22:47साबित कैसे करेंगे?
22:49करेंगे.
22:51यहाँ अगर उसे बहुत भी साच पता रहा है
22:55तो विश्वास चुकी आगे.
22:59नहीं है, गुबरूरी.
23:00यहाँ पुराज़वित होगा.
23:02वह साबित हो कैसे दुनियों के सामनी?
23:05वही तो हम पूछ रहे हैं.
23:07साबित कैसे करेंगे?
23:10करेंगे वो प्रयत्मिस राज को वापस हडपने का.
23:16अर्चे को हडपने का.
23:18वो छे हैं और हम छे सो.
23:21करने दो उन्हें प्रयत्मिस.
23:24कल्पी की सारी सीमाओं को हमारी सेना ने खेर रखा है.
23:27एक बार वो मिल जाएं
23:30तो उनके टुकडे करके जंगली भेडियों को खिला देंगे हम.
23:34समझ नहीं हैं, राज कुमार.
23:36समझ नहीं रहे हैं.
23:52माराज, चीर दीजिए सीना उसका.
23:55वही तो कर रहे हैं.
23:57आकाश पादा लेक कर दो.
24:01अगोड़ से कहकर उस परिणाम लगवाया जाएं.
24:04उसके लाश पर दुगना.
24:07चाहे चितनी धन सब्पति बहाद हो, कज़ भी कर रहो.
24:10अगोड़ से कहकर उस परिणाम लगवाया जाएं.
24:12अगोड़ से कहकर उस परिणाम लगवाया जाएं.
24:41अगोड़ से कहकर उस परिणाम लगवाया जाएं.
25:09होவित दिखटे होने बाद.
25:10मुझे महवकर दो, बेटो.
25:18शारी!
25:40मुझे करता हूँ कि अपने लिए करता हूँ कि अपने लिए करता हूँ कि अपने लिए करता हूँ कि अपने लिए करता हूँ कि अपने लिए करता हूँ कि अपने लिए करता ह�
26:11मैश आपके हाँबा से
26:20हम भहा डेते थी
26:23हम भहा डेते थी
26:29हम बुखी चलंने चले
26:35मैं.. मैं..
26:38जब मैं आपके आसबास होती थी
26:41मुझे हस्यास होता था
26:42कि मैं आपको पहले से तह चाहती हूँ.
26:48मुझे तो ऐसल लगता, अच्छी..
26:51कि मैंने तुम्हें हमेश हमेश के लिए खो दिया.
26:55मैं.. मैं कैसे बताओ?
26:58तुम्हारे मिना मैं इतने साथ कैसे जिया हूँ?
27:02मैं तुम्हें कैसे बताओ, अच्छी?
27:06मैं तुम्हें कैसे बताओ?
27:16छोड़ूँगा नहीं उसे.
27:20जान से मार दूँगा.
27:25जान से मार दूँगा.
27:31शोर्या, बाबा,
27:36इतने सालों मुझे..
27:39मुझे ये क्यों छुपाया क्या?
27:44मैं सही समय का इंतजार कर रहा था, बेटी.
27:46सही समय का इनतजार कर रहे था?
27:49इतने बड़े सच का सही समय?
27:55सच चाहे जो भी हो,
27:59आपी को मैंने बच्चपन से देखा.
28:05आपी ये साथ खेल कर बड़ा हुआ, मामा.
28:08आप..
28:11मैं आपी का बेटा था.
28:15और..
28:16हमेश्या आपी का बेटा रहूंगा.
28:24आपी मेरे बाबा हैं.
28:32और उस तक्षक ने जो मेरे माता, पिता के साथ किया है,
28:39उसके लिए मैं उसे चान से मार दूगा.
28:43छोड़ूँगा नहीं उसे.
28:45खतम कर दूगा उसे.
28:49मैं खुद..
28:51उस इतने सालों में इस धर्त के साथ चूँगे, पिता.
28:53मैं उसके पूरे सामराच चकोँगा.
28:56उस शैतान को हमेशा, हमेशा के लिए खतम कर दूगा, बाबा.
29:00नहीं, बिटा.
29:02तुम जज़वाती होकर कुई काम नहीं करोगे.
29:05क्योंकि वो तुम चाहते ही है कि तुम कोई खलती करो और उसका परता..
29:07खलती ही सही, बाबा.
29:09खलती ही सही.
29:12और अगर मैं मारूंगा ना,
29:16तो उसे साथ लेकर मारूंगा.
29:19नहीं, शोर्या.
29:24नहीं, शोर्या.
29:27नहीं.
29:31चल्दवाजी में तुम
29:33कोई भी कतम नहीं उठाओगे.
29:35तुम हमारी आखरी उम्मीद हो.
29:37पकर ऐसे जज़वाती होने से काम नहीं चलेगा.
29:40तक्षक को हराने के लिए
29:41बहुत सोच समझकर काम करने की जिरुरत है.
29:44बहुत चालाज है वो.
29:45अब तक तो अपना आखरी खेल भी खेल चुका होगा वो.
30:15महाराज ने उन दोनों के सर पर इनाम गोशित किया है.
30:19इन्हें जीवित या अमरित पकड़ने वाले का घर
30:23धन समपत्ती और हीरे मोतियों से बढ़ दिया जाएगा.
30:30इतना बड़ा इनाम!
30:32कहाँ डूने उन वद्माशों को?
30:33अब तक तो राजिया से बाहर जा चुके होंगे.
30:35बड़ा सत्पैरा है सेनगा.
30:36क्या पता यहें गई चुके होंगे.
30:38चोपने रहना.
31:03जब आप करते हैं, आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब आप करते हैं जब �
31:33आप करते हैं