Moonshine (Season 1) Epi.3 Hindi Dubbed

  • 2 days ago
Transcript
00:00:00लिए डिन्डर्स के लिए रेजिनल्म पकाफ वरना नहीं।
00:00:30ट्यूट्यूटू का चोड़ा पाचा।
00:01:00क्या हम पहले कभी मिल चुके हैं।
00:01:20देखो वहाँ है रुको
00:01:22हे रुको
00:01:23पकड़ा उसे जाने मते उसे
00:01:25पकड़ा उसे जाने मते उसे
00:01:31क्या कर रहे हो
00:01:32अरे उसे पकड़ो ना भाग रही है वो
00:01:34मुझे मत पकड़ो उसे पकड़ो
00:01:45रुको
00:01:51भागने की कोशिश मत करना
00:01:55पकड़ो
00:02:26
00:02:29हे रुक जा तुम
00:02:30हह
00:02:54क्या सच में सारा पैसा चला गया
00:02:57हाँ
00:02:58साब क्हटनी
00:02:59सब खत्मी
00:03:03तो अब हम क्या करेंगे
00:03:05भागा दोंगी उसे
00:03:07आखेर मैं एक सरकारी पिठू की साथ कैसे रहोंगी
00:03:25तुम्हारी वज़े से सरकारी पिठू को
00:03:27खूफया गोडाम का पता चल गया
00:03:29मैं नहीं जानता वो वहाँ कैसे चला गया
00:03:33शराब के सो से ज़्यादा गड़े जब्थ हो गए
00:03:36अब मैं अपना धन्दा कैसे करूँगा
00:03:43तुम जैसे निकम्मू के लिए
00:03:45मेरे पास कोई जगह नहीं है
00:03:48मुख्य कारेले का अफसर मनाई जान्च के लिए क्यों आया है
00:04:00तुमारे शांदार काम से खुश होकर
00:04:02ये वस्तर महराज ने तुम्हे भेजा है
00:04:05महराज दयालू है, मैं धन्य हुआ
00:04:18मैंने तुमसे एक सवाल पूछा था
00:04:20तुमने उसके बारे में सोचा
00:04:24महराज और युवराज के लिए मैं हस्ते हस्ते
00:04:27इस कैची की तरब बनने के लिए हमेशा तयार रहता हूं
00:04:31तुम बताओ, तुम ऐसा कर सकते हो
00:04:35मुझे सोचने के लिए थोड़ा समय दीजे
00:04:38महराज ने तुम्हे अनुभव ना होने के बाद भी तुम्हे जांच अधिकारी नियुक्ति कर दिया है
00:04:45क्योंकि तुम्हारे मनोबल को देखकर वो ज़्यादा प्रभावित हुए है
00:04:49जिसका काम सरकारी अधिकारियों पर नज़र रखना हो
00:04:53मैं समझ सकता हूँ
00:04:55तो तुम्हे एक और मौका दिया जाता है
00:05:04तुम्हारे मनोबल को देखकर वो ज़्यादा प्रभावित हुए है
00:05:08जिसका काम सरकारी अधिकारियों पर नज़र रखना हो
00:05:11उसके पास शराप तसकरों के लिए समय नहीं होता
00:05:14तो तुम्हे एक और मौका दिया जाता है
00:05:24क्या करो मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा
00:05:26क्या कहा
00:05:29मैंने उसे बरखास्ट करने को कहा था
00:05:31पर तुमने उसे शाबाशी दिला दी
00:05:33मैं माफ़ी मांगता हूँ जूराज
00:05:35आगे उसे कैसे रोखना इस बारे में सोचा है तुमने
00:05:38अभी बताओ
00:05:40आखिर मैं क्या कर सकता हूँ
00:06:05अब बताओ दिमाग काम करने लगा है अगर नहीं
00:06:21अब भी नहीं
00:06:25इसका मतलब मुझे तुम्हें और पीटना होगा
00:06:29मुझे बगाता है
00:06:32मुझे बगाता है
00:06:33तेरी तो
00:06:36रुख तुझे दिखा दो
00:06:42वो आँखे बिल्कुल काली कहरी और चमकीली थी
00:06:47यू लगा कि जैसे मैंने पहले कभी देखा है उन्हें
00:06:51अरे यहाँ सभी की आँखे काली चमकीली तो है मालिक
00:06:53वो शराब गाड़ी और वो इतने सारे घड़े
00:06:57इतने सारे घड़ों को ठेले में लाथ कर ढोना मुश्किल नहीं होता होगा
00:07:01वो तो काफी भारी होते हैं न
00:07:03मालिक यहाँ सब शराब पीने के लिए मरे जा रहे हैं
00:07:05अब वो किस पे लाए किसे पड़ी है
00:07:07मुझे माफ़ करना
00:07:37मुझे अलग क्यों परोसा तुमने
00:07:47तुम रुदबे और स्ट्री पुरुष के भेदभाव को मानते हो
00:07:49तुम ही हमारे साथ नहीं खाते
00:07:51स्ट्री पुरुष फर्क की बात है तो तुमें अकेले अलग खाना चाहिए
00:07:57और अगर रुदबे का सवाल है तो चुंगे अकेले अलग बैठ कर खा सकता है ना
00:08:01देखा चाहिए तो भेदभाव तुम कर रहे हो
00:08:03स्ट्री पुरुश और अपने रुदबे के बार में फर्क को लेकर
00:08:06यहाँ पर सिर्फ अकेले तुम ही हो जो इतनी परवा करता है
00:08:09इसलिए तुम अकेले बैठ कर ही खाना खाओगे
00:08:12हाँ मैं अब समझा
00:08:13तुम्हें लगता है कि मैं बहुत भेदभाव करता हूँ सब के साथ
00:08:16इसलिए मुझे अलग रहना चाहिए
00:08:18ऐसा करते हैं हम लोग साथमे बैठ के खाते हैं
00:08:21तो वहाँ से लेने में भी आसानी होगी न है न
00:08:23रहने दो मैं अकेले ही ठीक हूँ
00:08:25मुझे अकेले खाने में मज़ा आता है
00:08:28सुनो तुम्हें यहाँ से जल से जल निकलना होगा
00:08:32क्या
00:08:34क्या कहा तुमने
00:08:35पैसो की जरुवत थी इसलिए तुम्हें जहेल रही थी
00:08:37तुम्हें जहेल रही थी अब और नहीं जहेल सकती
00:08:39यहाँ रहने में मुझे कोई बहुत मज़ा नहीं आ रहा है समझी तुम
00:08:42छोटी सी तूटी फूटी खोली है वो भी शहर से एकडम दूर
00:08:45उपर से खाने के हर महीने मैं 30 सिक्के देता हूँ तुम्हे
00:08:47फिर भी रोज वही खाना हा तो ठीक है फिर किसी ऐसी जग़ा जाओ
00:08:50ना जहाँ तुम्हे रोज नए नए पक्वान खाने को मिले मेरा
00:08:53मतलब वो नहीं था मैं किसी तरह से यहाँ पर रहने की कोशिस
00:08:56खाने की बू जाती नहीं है जैसे हो बहुत दिन हो गए
00:09:02सोचा मैं मिल लूँ तुम दोनों ही हो मुझे लगा बहुत है
00:09:05तुम लोग यहाँ पर क्यों आये हो तुम्हें क्या लगता है
00:09:09मुझसे पैसे उधार लेकर तुम यहाँ मज़े से जी सकती हो
00:09:13हमने तो इस महिने के पूरे 20 सिक्के चुका दिये है
00:09:17कल से मेरा दिन भी कुछ खास अच्छा नहीं चल रहा है
00:09:20अगर तुम पूरे पैसे चुका दोगे तो मुझे भी थोड़ा अच्छा लगेगा
00:09:27मुझे थोड़ा वक्त लगेगा लेकिन मैं तुम्हारे सारे सिक्के चुका दूँगा इसलिए महरबानी कर गया
00:09:32यह सारा फसाथ तब शुरू हुआ जब तुम्हारी बैन ने मेरे बाल खीच निका ले
00:09:38मेरे पैसे वापस दे
00:09:44यह देखो यहाँ यहाँ दिखा अब मैं माफ तो नहीं करने वाला
00:09:58तो तुमने जो उधार लिया था वो अब तुम्हारी बैन चुकाएगी
00:10:02अगर नहीं चुका सकती तो उसे बिकना ही पड़ेगा न
00:10:06सही कहा न
00:10:17अपनी उंगलिया प्यारी है तो गुलामी करार पर दस्तखत कर दो
00:10:21अगर कर दोगे तो तुमारा कर्स भी माफ कर दूँगा मैं
00:10:25अब इस उम्र में ये नाचने वाली तो नहीं बन सकती
00:10:28पर शायद किसी कोटे पर मैं तुम्हें बेच पाऊंगा
00:10:31मुझे ये भी जलेगा कोई बात नहीं
00:10:33मेरी बात सुनी तुमने
00:10:42क्या हुआ?
00:10:44इसका कर्स तुम चुकाओगे अभी
00:10:49पती हो इसके
00:10:50अगर वो इसका पती भी है तो उसकी भलाई इसी में है कि वो यहाँ से भाग जाए
00:10:57कमीने! तुझे लगता है मैं अपनी बेहन को तेरे हाथों बेच दूँगा
00:11:01अबे जा रहे
00:11:04पेसु! पेसु!
00:11:06तेरी हिमद कैसे वे तरदेगी? मैं तुझे छोड़ूगा नहीं
00:11:10क्या? चाकू मारेगी मुझे?
00:11:14पर अफसोस, मैं तुझे ज्यादा तेज हूँ
00:11:19ऐसे दिखरी जैसे खा जाएगी मुझे
00:11:40देश का कानुन ये कहता है
00:11:42कोई जबरदस्ति अगर घर में गुसे
00:11:45और घरवाला उसे मार डाले तो घरवाले निर्दोष माने जाएंगे
00:11:49और कानुन के अनुसार उसे कोई भी सजा नहीं होगी
00:11:54तु कौन है बेह?
00:11:55सरकारी जाँच अदिकारी
00:11:57सरकारी बाबु यहाँ खाना खाने क्यूं आएगा?
00:12:01अरे तू।
00:12:05तुझे तो मैंने देखा था
00:12:07तु तो
00:12:11कौन है तू?
00:12:13क्या लगता है इसका?
00:12:17ये ले लो
00:12:21ये ले लो
00:12:23ये ले लो
00:12:35ले लो
00:12:37तुम ने कहा था कि आउरत पर जबरदस्ति होने पर
00:12:39उसके पास दो ही रास्ते है
00:12:41ये क्या है?
00:12:43दो ही रास्थे ही आ तो खुद मर जाय या गुनेगार को मार डाले
00:12:45और मैं छुनती हूँ
00:12:47दूसा रास्ता
00:12:49ये बापरी माड़ा लेगी क्या?
00:12:51मैं इसे नहीं छोड़ूँगी
00:12:53तीर मचलाना तू
00:13:05निशाना लगाओ
00:13:13कंदे सीधे रहेंगे और पैर जम्य हुए
00:13:15अच्छा तु मुझपर तीर चलाओगी?
00:13:21दोर को पूरी ताकत से पीछे खीचो
00:13:23दाईना हाथ अपने मूँ के नीचे रखो
00:13:33इतनी दूरी से तीर जरूर अपने निशाने पर जाकर लगेगा
00:13:39देखो पहले इसने ही मेरे बाल उख़डे थे
00:13:41मेरे तीन गिनने पर तीर चला देना
00:13:45एक
00:13:49चलो चले हांसे
00:13:51दो
00:13:53चलो चलते हैं गुरुया से
00:13:57मैं जा रहा हूँ
00:13:59सिर्फ अभी के लिए
00:14:05अगर ऐसा कारून भी है
00:14:07ऐसे किसी के सर के और निशाना बांधना
00:14:09बिलकुल ठीक नहीं है
00:14:11है न
00:14:13चलो चलते हैं चलो
00:14:15बाद में देख लेंगे इसको
00:14:17अब आप आपस में ताना
00:14:19तुमने अच्छा किया
00:14:49बाद में देख लेंगे इसको
00:15:19तैरो
00:15:21क्या बात है
00:15:23ऐसे क्या देख रही हो
00:15:25एक दिन अचानक से
00:15:27तुम मुझे घूरने लगती हो
00:15:29फिर पकड़े जाने पर
00:15:31मुझ फुला कर बैट जाती हो
00:15:33लगता है तुम मेरा चेरा
00:15:35कभी देखना ही नहीं चाहती हो
00:15:37मुझसे कोई कलती हुई है क्या
00:15:39नहीं वो तुम्हे देखकर
00:15:41मुझे अजीब सा लगता है
00:15:45और अगर तुम
00:15:47यहाँ रहना चाहते हो तो
00:15:49रह सकते हो
00:15:57मुझे देखकर
00:15:59अजीब सा लगता है
00:16:01मुझे देखकर
00:16:03अजीब सा लगता है
00:16:09आखिर कहना क्या चाहती हो तुम
00:16:25मुझे ऐसे क्यों देख रही हो
00:16:27तुम तो उसे निकालने वाली थी
00:16:29दोस्त को पास और दुश्मन को और पास रखना चाहिए न
00:16:33स्त्री और पुरुष को भी एलग रहना चाहिए
00:16:35बड़े बुजर्ग गलत थोड़ी न कहते हैं
00:16:37हाँ सही कहते है
00:16:39यह कहो न कि तुमें सुंदर नौजवान अच्छा लगते है
00:16:41वो सब छोड़ो अब ठेले से शराब नहीं बेच पाएंगे
00:16:43शराब का रास पकड़ा गया है
00:16:45तो अब लगातार छापे पड़ रहे हैं
00:16:47बिक्री बंग करनी होगी
00:16:49अरे तो फिर पैसे कैसे कमाईंगे
00:16:51अब हम पैसे कैसे कमाईंगे
00:16:53हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:16:55दस दिन में
00:16:57दस दिन के बाद ये बिग़र चाएगा
00:16:59जी ये खूफी अड्डे की घटना का विव्रण है
00:17:01हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:03दस दिन में
00:17:05हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:07हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:09हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:11हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:13दस दिन में
00:17:15हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:17हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:19हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:21हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:23हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:25हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:27हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:29हमें इन घड़ो को दस दिन में कैसे भी बेचना होगा
00:17:31प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
00:17:33प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
00:17:35प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
00:17:37प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
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00:19:03प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
00:19:05प्रिकाष्ट प्रिकाष्ट
00:19:07हा!
00:19:09ये का?
00:19:11खांद़िल
00:19:13अच्छी बीबी चाहिए तो
00:19:15लाल कांदिल, दस बच्चे वाले चाहिए तो
00:19:17दसेरी ए खांदिल लेलो
00:19:19सुन्दर कनियां וे लिए गुलाबी गुलाबी कांदिल
00:19:21कांदिल लेलवाई
00:19:23जिसे पैसे चाहिए वो गड़े वाला कांदिल ले है
00:19:25वो अड्डे पर जो हमारे गड़े पड़े है
00:19:27उन्हें किस जग़ा बेचेंगे
00:19:29पता नहीं
00:19:31लाला गड़ा की रंगो की कंदिल
00:19:33तीन सिक्के में जो मिलेंगे
00:19:35बुद्धा जैनती पर
00:19:37तुम से फेर मिलूंगा
00:19:43बुद्धा जैनती उत्सव
00:19:47हाई नजर न लगे
00:19:49ये बान दो
00:19:51डुपटा अगर गुलाबी होगा
00:19:53तो बहुत अच्छा रहेगा
00:19:55जी राणी जी अभी बान देती हूँ
00:19:57तुम्हें क्या लगता है
00:19:59वो गड़े किसलिये रखे हैं
00:20:01बुद्धा जैनती के लिए ही न
00:20:07तो अब क्या करेंगे
00:20:09बुद्धा जैनती के दिन कोई रोप टोक नहीं होगी
00:20:11और उस दिन कोई पाबंदी भी नहीं होगी
00:20:13बाजार में बहुत पिक्री होगी
00:20:15सारे गड़े जब्थ हो गए है तो
00:20:29हम अपने सारे गड़े बेच देंगे
00:20:31पर हमें पैसे वाले शराबी मिलेंगे कहाँ
00:20:35वो हम अभी से ढूनना शुरू कर देंगे
00:20:41हो गया?
00:20:43जी हो गया
00:20:49अरे नहीं
00:20:51कहीं तुम दोनों को चोड तो नहीं लगी
00:20:55हम लोग बिल्कुल ठीक है
00:20:57चलो अच्छा है
00:21:01इनकी नोग बहुत देज होती है
00:21:03चुप चाए तो बहुत दर्ध होता है
00:21:07चलो चलते है
00:21:11है भगवान ये तो बहुत कीन्ती थे
00:21:13ये तो बहुत कीन्ती थे
00:21:25कितनी खुपसूरत है ना
00:21:27पर ये है कौन?
00:21:29ये गिरिंगा की वुनसेम है
00:21:31कोई कहेगा कि ये 30 साल से उपर है?
00:21:33उस आदमी के बारे में पूछ रही थी
00:21:35वो सौदागर सिम है
00:21:37सौदागर?
00:21:39हाँ, पस्चिम समंदर में उसका एक जहास है
00:21:43ये उसे सौदागर सिम बुलाते हैं
00:22:13किम साब
00:22:31एक आदमी आए है
00:22:33वो कह रहा है कि खुफिया गोडाम का मालिक है वो
00:22:35कहाँ है वो?
00:22:37कोटवाली में उससे पूछताच हो रही है
00:22:39खुफिया गोडाम हमने पकड़ा तो
00:22:41इसलिए चला गया
00:23:01तुमने तो कहा था ये मामला पुलिस वाले को दिया है
00:23:03इस तरह से हम यहाँ कैसे आ सकते हैं
00:23:05मालिक, उसने कबूल किया है
00:23:07ये सब कुछ उसने अकेले किया है
00:23:10सो खोड़े उसने अकेले समभाल लिये
00:23:12ये बात तुम्हें हजम होती है
00:23:14मालिक, जब सब कुछ खोने के नवाद आती है न
00:23:16तो आदमे कुछ भी कर सकता है
00:23:21अरे यार, पता नहीं ये किस चीज की बदबू है मालिक
00:23:25अजीब सी बू है
00:23:27नहां मुझे नमकीन क्रॉकर मच्ची की बदबू आ रही है
00:23:34काफी समय से पहार नहीं चड़ाना तो बहुत भूक लगी है
00:23:37चिप कर बे
00:23:39मुझे नहीं लगता उसने यहां सब बनाया है
00:23:41अगर वो किसी को देखे बिना यहां पे सारा कुछ लिया आया है
00:23:44तो मुझे पक्का यकीने कोई साथ है उसके
00:23:47वो काली आँख वाला आदमी जो पिछली बार हाथ से निकल गया था
00:23:50क्या पता वही उसका साथ दे रहा हो
00:24:00मालिक
00:24:14मालिक
00:24:34अब देखता हूँ कैसे भगता है तु
00:24:38क्या
00:24:40तुम कौन हो
00:24:45गौंगजू
00:24:47वहाँ से यह क्यों आया है
00:24:52मालिक
00:24:56अब रूख
00:24:58क्या बागए
00:25:00ठीक तो है न मालिक
00:25:03कमीना कहिंका
00:25:05दुम दबा के बाग जया
00:25:06तद दिरेगी
00:25:08आपको लगी तो नहीं न
00:25:10है रे कमीना कहिंका
00:25:12वो सरकारी कुटा गोडाम के आसपास घूम रहा था
00:25:16उस जगा पर एक और आदमी भी मौजूद था
00:25:19क्या
00:25:20सरकारी पिठों ने उसे पहचाना
00:25:22और तब मैंने उसे कौंगजू कहते सुना
00:25:25कौंगजू
00:25:26थैनियंग में सारी शराब खत्म हो चुकी है
00:25:28यह खबर नदी के उस पर पहचुकी है
00:25:59पता चला है नाम साब के हाथ से
00:26:01कल एक अपरादी फिर से बाग गया है
00:26:04लेकिन बड़े साब को क्या हुआ है?
00:26:10मैंने सुना है राणी की गोद भरने वाली
00:26:12इनकी सिफारिष करने वालों से अन्बन हो गयी है
00:26:14तो अब ये हमेशा यही रहेंगे
00:26:16और राणी पेट से
00:26:29समझा अब समझा मैं
00:26:36नमस्ते नाम साब
00:26:38आपने जो चित्र मांगा था
00:26:40वो मैं लियाया हूँ
00:26:59महराणी को गर्बाधान की बढ़ाई
00:27:01देखते हैं क्या होता है
00:27:05आप सभी का शुक्रिया
00:27:07पहले मुझे यहां सम्मान नहीं मिलता था
00:27:10अब मुझे मेरा सम्मान मिल गया है
00:27:12आप एक सुन्दर राजकुमार को जन्म देना महराणी
00:27:15ताकि हमारे राज की नीव और भी मजबूत हो सके
00:27:19मतलब तुम यह कहना चाहती हो कि अभी राज की नीव कमजोर है
00:27:24मेरा मतलब था जड़े मजबूत होनी चाहिए
00:27:27ताकि पेड़ बिना डगमगाई मजबूत खड़े रहें
00:27:30किछड़े साल जब हवा का जोका आया था
00:27:45अब तुम यह कहना चाहती हो कि यवराज लापरवा है
00:27:49अरे नहीं आप गललत समझ रही है
00:27:52मैं तो पिछले साल जो पेड़ तूटा था उसकी बात कर रही हूँ
00:28:00बास अंदर से खाली होता है
00:28:03मगर वो हर मौसम में पूरे साहस और मस्पूती से हमेशा डटा रहता है
00:28:07कहते हैं बास का पेड़ और राजवन शेक समान होते हैं
00:28:14अब राणी गर्मबती है ये सब बातें बंद करो
00:28:21रहने दो
00:28:29तुम्हें लगता है वो तुम्हें चैन से जीने देंगे
00:28:34वो कभी संगीत की बात करेंगे तो कभी कला की बात करके कभी सुष्टा चार की
00:28:41हाँ वो लोग चलील करने की कोशिश करेंगे ये देख नहीं सकती मैं
00:28:47तो क्या करोगी
00:28:50पेट में मौजूद उस बच्चे को मार डालोगी
00:28:52ये बगवान क्या बोल रहे हूँ मैं भला बच्चे को कैसे मार सकती हूँ
00:28:56सुनने में आया है चोटी राणी ने नहीं बलकी
00:29:00आपने राजकुम और सियोंग्यान को जैर दिया था
00:29:05ये सब तुम कैसी बात कर रहे हो
00:29:09ये सब तुम कैसी बात कर रहे हो
00:29:13सिर्फ मैं नहीं पूरी दुनिया यही बोल रही है
00:29:18पता नहीं आपको ये ख़बर अब तक क्यों नहीं मिली
00:29:25ये मुझसे वो कैसी बात कर रहा है
00:29:32मैं ऐसा कैसे कर सकती हूँ
00:29:34शात हो जाये
00:29:42मैं चान से रो भी नहीं सकती
00:29:56तुमारे आशूओ का गलत मतलब निकलेगा
00:29:59क्योंकि महराणी अभी गलत मतलब निकलेगा
00:30:01मैं क्या करो यूवराज नहीं सका
00:30:07लोना नहीं है
00:30:11हाँ अब ठीक है
00:30:17महराणी के अच्छे दिन जा रहे हैं ये सुनकर
00:30:20राणी जी फूट फूट कर रोने लगी थी
00:30:23यूवराज की माँ से ऐसी उम्मिद नहीं थी मुझे
00:30:26आपने वो विश्वाल नहीं चाहिए
00:30:27कि जिस दिन राजकुमार सियोंग्योन की मौत हुई थी
00:30:30उसके दूसरे दिन महराणी ली ने मांस का भक्षर किया था
00:30:34शायद इसलिए बोल रहे हैं कि उसने यूवराज सियोंग्योन को जहर दिया था
00:30:38यही अफवा माननी मुक्मंतरी ने भी सुनी थी
00:30:40वैसे में मानेवर मुख्यमंतरी जी को बदाय देता हूँ
00:30:44जल्दी आपका पोता आपकी गोद में खेलेगा
00:30:47अब तो आपको शांदार दावत देनी चाहिए
00:30:51अगर वो जिस दिन राजकुमार सियोंग्योन की मौत हुई थी
00:30:54जाने कैसे नीच लोग हैं जो ये अफवा फैलाते हैं
00:30:59वैसे मैं मानेवर मुख्यमंतरी जी को बदाय देता हूँ
00:31:02जल्दी आपका पोता आपकी गोद में खेलेगा
00:31:05अब तो आपको शांदार दावत देनी चाहिए
00:31:07अब तो आपको एक शान्दार दावत देनी चाहिए
00:31:14क्या बात कर रही हो अचानक दावत होगी
00:31:18हाँ अचानक ही ये एलान हुआ
00:31:20हमारी बिक्री का क्या
00:31:22छोटे सहाब वहाँ होंगे
00:31:24क्या पता शायद इस बार सोने के मोती ले आए
00:31:28महराणी पेट से है तो वो लोग दावत क्यों दे रहे है
00:31:31और तुम वहाँ क्यों जा रही हो
00:31:33क्यूंकि उन्हें लगता है हम भी नाचने वाली है
00:31:36और जलसों में नाच गाना तो होता ही है
00:31:38सुना है कि सब ही नर्ठकियां आने वाली है
00:31:41हम तो वहाँ बस साफ सफाई करने वाली है
00:31:44सब नाचने वाली वहाँ आने वाली है
00:31:47उस दिन हमें उन्जुंग में वो उनसिम मिली वो भी आएगी
00:31:50हाँ जरूर आएगी
00:31:51उसके बिना तो जलसा वैसे भी पूरा नहीं हो सकता
00:31:55उनसिम का कोठा क्या हन्यांग में सबसे बड़ा कोठा है
00:31:59हाँ गिरिंगाक नाम है
00:32:02गिरिंगाक
00:32:03तुमने कहा था न वहाँ भी जाज करवाना मुश्किल है
00:32:06हाँ वो ऐसी जगा है जहाँ बड़े बड़े रहीस आते हैं
00:32:10हम गिरिंगाक में शराब बेचे तो
00:32:13सिर्फ प्यालों में ही नहीं बलकि गड़ों में भी
00:32:18क्या
00:32:19वहाँ तो बहुत सारी शराब पी जाती होगी
00:32:21तवाइफ के यहाँ तो बहुत शराब लगती है
00:32:23उनकी लिये पाच गड़ी तो कुछ भी नहीं
00:32:26क्या बात है
00:32:28तुम इतनी समझ्दार हो मुझे तो पता ही नहीं था
00:32:31हाँ तुम्हारा कहना बिर्कुल सही है
00:32:34अगर ऐसा हो गया
00:32:35फिर तो हम हजारों में कमाईंगे
00:32:37इतने सारे पैसे
00:32:39और शायद
00:32:40डस हजार भी कमा ले
00:32:55इतनी रात में गूम रही हो
00:32:56ओ मा
00:32:58तुमने तो मुझे बहर डरादिया
00:33:00तुमारे हात में यह
00:33:01ये क्या है
00:33:03ये
00:33:04कंदल बनाने के लिए
00:33:05कल बुधा जैंती है न
00:33:08बुच् जैंती
00:33:10कल क्या तुम भी कंदल बनाने वाले हो
00:33:13ये देखो
00:33:14ज़रा तुम इसे ध्यान से देखो
00:33:16शायद तुम इस आदमी को पैचान सको
00:33:22इस आदमी का उस कुदाम से कोई ना कोई वास्ता जरूर है
00:33:29और ये जो भी है
00:33:31किसी पागल राक्षत से कम नहीं है
00:33:40इसकी आखे तो बहुत चानी पैचानी लगती है ना
00:33:44अगर तुमें कहीं दिख जाये तो मुझे तुरंद आकर बता देना
00:33:48अरे अचानक से बड़ी जल्दी होने लगी तुमें
00:33:50तुम ने तो इसे ध्यान से देखा भी नहीं
00:33:51सिर्फ आखे देख कर कैसे पैचान लूगी
00:33:53उसकी आखे इतनी जानी पैचानी लग रही है
00:33:55अरे जरह ध्यान से तो देखो तुम
00:33:56कहा ना मैं इसे नहीं पैचानती
00:33:58हटो
00:33:59अरे देख तो लो इसे
00:34:01अरे तुम तुम कहा भागे जा रही हो
00:34:03जरह देखो तो इसे
00:34:04सुनो अरे सुनो तो
00:34:16बुद्ध जियन्ती पर टांगने वाला मतस से कंदिल
00:34:19मा अपने बेटे के लिए बनाती है
00:34:21वो चाहती है जिंदगी में
00:34:23उसका बेटा कुछ बन सके
00:34:25हमें जिंदगी में कुछ बनना क्यों चाहिए
00:34:29ता कि तुम प्यार कर सको
00:34:31प्यार कर सको
00:34:33अपना नाम बनाना
00:34:35कोई बड़ी बात नहीं होती है
00:34:37बलकि बड़ी बात
00:34:39प्यार की ताकत में होती है
00:34:43कैसा लग रहा है
00:34:49हो गया
00:34:55समभाल के
00:35:09मालिक आप जाग गय
00:35:11आखिर यह सब क्या है
00:35:13मालिक आज बुद्ध जैनती है न
00:35:15यह कंदिल कुमारी रोसियो के पुर्खो की आत्मा की शान्ती के लिए है
00:35:19मेरा मतलब इस कंदिल से था
00:35:21वो आपकी सपलता के लिए है
00:35:23एक हेसु साब के लिए है
00:35:25एक है आपकी लिए है
00:35:31आकिर वो मेरी सपलता क्यों जा रही
00:35:43नाज खुशी का दिन है
00:35:45जंवदिन हमारे धिनिका
00:35:51इतने खुशी के मौकपर
00:35:53आज का दिन बहुत खास है ना
00:35:55बुद्ध का जनम दिन है ना
00:35:57अगर ऐसी बात है तो सबको आज पकोड़ा जाकर बुद्ध के ग्रंध पढ़ने चाहिए ना
00:36:00ना की रास्ते में हंगामा करते फेरे
00:36:02लिकिन आज के लिए तो पाबंदी हटा दी गई ना
00:36:05आज तो वो खास रात है कि जहां नौजवान आउरत और मर्द प्यार की राह लेकर रास्ते में ढकराते है
00:36:11यानि की ये एक बहुती बेहुदा दस्तूर है
00:36:15तुम इसे बेहुदा कहते हो
00:36:17आज तो वो दिन है जब अपने जीवन साती से मिलते है
00:36:21वो पूल पर इतने सारे लोग देख रहे हो आकाश में अपने कंदिल छोड़ने के लिए यहाँ है
00:36:30यूही चलते चलते तुम्हारी नजर किसी खोट्ड़ लड़की से मिलती है
00:36:34तुम्हारी आके चपकती है
00:36:38फिर दोनों बार बार
00:36:40एक दूसरे को प्यार की नजरों से देखते
00:36:46फिर अचानक उनके दिलों की धड़कन तेज हो जाती है
00:36:52फिर उन्हें यहाँ किराय का कमरा मिल जाता है
00:36:57मैंने इससे ज़्यादा अशलील और पेहुदा बात जिंदगी में आज तक नहीं सुनी
00:37:02मैंने इससे ज़्यादा अशलील और पेहुदा बात जिंदगी में आज तक नहीं सुनी
00:37:06क्या मेरे देश के हलात इतने विगड़ चुके है
00:37:09पता है इसी छुट्टी के दोरान मैं अपनी बीबी से मिला था
00:37:12हमने आस्मान में कनिल छोड़े और फिर हम मिल गये
00:37:15मैं और बकवास बिल्कुल नहीं सुन सकता
00:37:27उनके बारे में कुछ तो करो
00:37:30उनके बारे में कुछ तो करो आज बुद्ध जयन्ती है इसलिए आपको बाहर आने मिला
00:37:35आज आप सिर्फ कन्दिल उडाने का आनंद लीजिये
00:37:36इस चुट्टी के दिन भी, मैं मौज मस्ती करने से रूकना, आपले लोगो को शर्म नहीं आती क्या
00:37:42मुझे मौज मस्ती करने से रोकना यह भी कोई बात हुई क्या
00:37:47हरे, इस पहले से मीठ है चाश्नी में क्यों डबो रहे हो
00:37:50चाश्नी में क्यों डूबोर रहे हूँ?
00:37:53आप नहीं समझोगे.
00:37:54इसे चाश्नी के साथ ही खाते हैं.
00:37:58लो, खुद चक्कर देख लो.
00:38:00नहीं, इसे तुम भी खाओ.
00:38:17ये क्या?
00:38:19ये किसे ने किया?
00:38:20मुझे माफ कर दो, दोस्त.
00:38:23गलती से मेरे हाथ से मिठाई चूड़ गई.
00:38:25कपड़े खराब हो गए, दाग लग गया.
00:38:27हाथ अटाओ.
00:38:31ध्यान रखना, मुझे कोई पैचान नपाए.
00:38:35अगर लोगों की नजर में नहीं आना चाते हो,
00:38:37तु इस तरह की हरकतें क्यों करते हो, हाँ?
00:38:39एई, मिठाई के पर लगे होते हैं,
00:38:41जो उड़कर हमारे साहब के गाल से तक्राईगी.
00:38:43नुक्सान नहीं हुआ है.
00:38:45आप अपने रास्ते जाएँगे, हम अपने रास्ते जाएंगे.
00:38:46नहीं, नुक्सान तो हुआ है.
00:38:47मैंने आपके कपड़े खराब कर दिया.
00:38:50मेरी बात सुनो,
00:38:51कुछ ऐसा करें जिससे हम दोनों का काम बन जाये.
00:38:59मुझे मेरे सिपाईयों से पीछा चुडाने में मदद करो.
00:39:04मेरा गिरे बान कसके पकड़ो.
00:39:06क्या?
00:39:07चलो.
00:39:09क्या आप इसे जानते?
00:39:10बिल्कुल नहीं जानता. चलो यहाँ से.
00:39:12अरे अरे रुको रुको रुको.
00:39:14मैं माफ़ी माँग रहा हूँ और आप मेरी बात नहीं मान रहे हैं.
00:39:22चलो यहाँ से पकड़ो.
00:39:24बाबले.
00:39:26छोड़ो.
00:39:26छोड़ो इन्हें. पीछा है पीछा है अटा.
00:39:28आप लोग भी जाये.
00:39:30कृपया करके इन्हें यहाँ से ले जाये यहाँ से.
00:39:32चल्ये चल्ये चल्ये चल्ये.
00:39:35ठयरो.
00:39:39मेरे बात सुनो.
00:39:40सरकारी अफसर का
00:39:42गिरेबान पकड़कर इस तरह जा नहीं सकते.
00:39:45अपने घरवलो को नाम मताओ.
00:39:47तुम्हारी शकल देखकर नहीं लगता
00:39:50कि तुम किसी भी शरीब घर के हो.
00:39:53दिखो.
00:39:54अपनी पैचान की चिप्पी दिखो.
00:39:55चाने दिजी ना हम चलते हैं.
00:39:56नहीं आप रुक्किये.
00:39:57सुना है सरकारी विभाग के कुट्टे आम तोर पर
00:39:59काटते काम और भौगते ज्यादा हैं.
00:40:02ये चक्कर लगाने वाले पिल्ले ज्यादा भौगते हैं.
00:40:05बहु.
00:40:06बहु.
00:40:06क्या कहा?
00:40:07हमें जानवर बोल रहा है?
00:40:09तु यहाँ खड़ा होकर
00:40:10सरकार विभाग का पान कर रहा है?
00:40:12मुझे रोकिये मन.
00:40:13पर आप आये.
00:40:13तु आप देख.
00:40:14तुने मेरे अंदर के शेर को जगा दिया है.
00:40:18कौन है तु?
00:40:19चल.
00:40:20अपनी चिपी दिखा.
00:40:23तेरी तो.
00:40:24पता है तुम किस से बात कर रहे हो?
00:40:26पहचान दिखाया हूँ?
00:40:27हाँ दिखा.
00:40:28नहीं दिखाता.
00:40:29नहीं दिखाईगा?
00:40:31चल ये दिखा.
00:40:35ये तो मिठाई है.
00:40:37तुने मेरी मिठाई फेख दी.
00:40:40अरे आप देख क्या रहे हैं?
00:40:41ये रोकी तो ज़रा.
00:40:42मैं की रोकू?
00:40:44रुको.
00:40:45चलो छोड़ो.
00:40:54कौन होँ तुम लोग?
00:40:55चलो अपनी चिपी दिखाओ.
00:40:57दिखाओ.
00:40:57चलो चलो.
00:40:58चलो दिखाओ.
00:40:59रुको.
00:41:01रुक रुक रुक.
00:41:03रुक तु.
00:41:04रुक तु अपनी पहचान दिखाता हूं मैं.
00:41:06वो तुम्हें चक्मा देकर निकल चुका है.
00:41:08तुमने देखा भी नहीं?
00:41:10तुम लोग इतने लापरवा अखिर कैसे हो सकते हो?
00:41:17अरे अरे अरे नहीं.
00:41:28अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे �
00:41:58अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे अरे �
00:42:29एवा
00:42:41भेना पती पधार रहे हैं
00:42:58त़४ UP respectful
00:43:20मैं महरानी की गर्भावस्था की बदाई देता हूं मानेवार
00:43:23nothing
00:43:23व्यस्तता की वजसे मैं आपका निमंत्रन भूल गया था प्रधान सेवक जी
00:43:29आपका स्वागत है
00:43:31बहुत बहुत धन्यवाद
00:43:33मानने वर
00:43:35मैं आपके लिए शराब का तोफ़ा लाया हूँ महाराज की ओर से
00:43:45ये नाचीज सेवक
00:43:48ये नाचीज सेवक महाराज की भेट बड़े आधर से स्विकार करता है
00:44:10ये तो धोकेबाजी का प्याला है ना
00:44:17ये प्याला मेरी तरफ से आपको भेट है मानने वर मुखमंत्री जी
00:44:21कहते हैं जब फूल खिल जाए तब उसे तोड लेना चाहिए और जब शराब चल जाए तो उसे पीना छोड देना चाहिए
00:44:27कहीं ज़्यादा पीने पे ऐसा ना कर बैठें की पच्ताना पड़ें
00:44:30हैसियत और प्याला हर इन्सान का अलग होता है शराब का पूरा घड़ा खाली करने के बाद भी किसी का प्याला नहीं चलगता और किसी का ढक्कन भर भी नहीं समापाता
00:44:47वक्त वक्त की बाद है आज तुम्हारा है कल हमारा होगा
00:44:53तुम्हारा है तुम्हारा होगा
00:45:19क्या बाद है तुझे जिन्दगी पहले नहीं
00:45:24सुना था हान्याँ में कहीं शराब नहीं
00:45:31तो ये कहांसे आया?
00:45:32कहांसे लेके आया है तुझे?
00:45:34मुझे भक्ष दो
00:45:36कौन था वो?
00:45:38बता ये तुझे किसने बेची?
00:45:41इसे चुपके से गिरिंगाक के उनसिम को दे देना
00:45:45मोलभाव हम बाद में कर लेंगे
00:45:48नमस्ते
00:45:53अब क्या करो?
00:45:59क्या चाहिए?
00:46:03वो मुझे गिरिंगाकी उनसिम से मिलना है
00:46:07उनसिम भाई से?
00:46:09वो तो शायद चली गई है
00:46:12क्या काम है?
00:46:13मुझे बाद में कर लेंगे
00:46:15क्या काम है?
00:46:16मुझे...
00:46:20उनसे ही बाद करनी है
00:46:23मैं गिरिंगाक की उक्रान हूँ
00:46:25उनसिम ना हो तो मैं समहालती हूँ
00:46:27मुझे बताओ
00:46:30ठीक है
00:46:46माल्किन, माल्किन
00:46:47माल्किन, आप इसे ठीक से ओड लीजिये
00:46:49अरे, नहीं ओडना है मुझे
00:46:51और क्या पता?
00:46:52शायद मुझे मेरा राजकुमार मिल जाये
00:46:54जिस से मैं बात में शादी कर लूँ
00:46:57शादी में लड़के का परिवार देखा जाता है
00:46:59ना कि छेहरा देखा जाता है
00:47:01तुम कैसे बाते कर रहे हो?
00:47:02मुझे वो छेहरा जिन्दगी बर देखना है
00:47:04ऐसी बाते करने या तो मेरे साथ मताओ
00:47:07माल्किन, माल्किन
00:47:10हटो मेरी रास्ते से
00:47:11माल्किन
00:47:29परिवार देखा जाता है
00:47:59आपको छोट तो नहीं आयिना?
00:48:16मैं आप जासे सुन्दर से
00:48:18पूल को निचे कैसे गिरने देता?
00:48:20माफ करना मैं अच्छी जळती मैं हूँ
00:48:22काश आप की खुष्बूलेने रुख सकता
00:48:28अरे रुखो तो, नाम तो
00:48:29बदाते जाओ
00:48:35माल्किन
00:48:41माल्किन
00:48:44अगर आपके उपड्दो, तो विनल्स यहूभी ईक missed
00:48:46माल्किन
00:48:51मुझे पक्का यकीन है वो कुछ छुपा रहा था
00:48:54जब मैंने उससे कहा की चिप्पी दिखाओ
00:48:57तो वो कैसे पूछ दबा कर भाग गया
00:48:59तुम्हारी भलाई इसी में है कि वो तुम्हारे सामने कभी ना आए
00:49:02तुम्हारी भलाई इसी में है कि वो तुम्हारे सामने कभी ना आए
00:49:14अरे साहब जी अरे मेरा कुटना
00:49:17साहब मैं आ रहूं मैं आ रहूं
00:49:19बहुत तेस है
00:49:32बाज़ उटो
00:50:03परमेशन परियां
00:50:10तुम यहा?
00:50:13हम बारबार क्यों एक दूसरे के सामने आ रहे हैं?
00:50:16ये ज़रूर किसमत का कोई खेल है
00:50:20शराब?
00:50:32आपको पतकत करते हैं और आपको पतकत करते हैं
00:51:02बहग गया
00:51:24ये तो
00:51:32अगर आपको करता है, आपको करता है, आपको करता है,
00:51:34आपको करता है, आपको करता है,
00:51:36आपको करता है, आपको करता है,
00:51:38आपको करता है, आपको करता है,
00:51:40आहु!!
00:52:05यह यहां क्यों हाई है?
00:52:08आप उसमें चानती हैं?
00:52:10आफसर है
00:52:14ओ आप मुसीबत में पड़ गए
00:52:18मुझे पता है तुम अंदर हो खोलो
00:52:30तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो हाँ
00:52:32यहाँ पर क्यों आये हो
00:52:34पहले तुम मुझे जवाब दो
00:52:36अंदर वो आदमी कौन है
00:52:39मेरा आशिक है
00:52:41तुम्हारा चाहने वाला
00:52:43अरे आज आपके लिए पाबंदी हटा दिये
00:52:45आज तो वो खास राथ है जहाँ
00:52:47नौजवान औरत और मद प्यार के चाह लेकर रास्ते में टकराते हैं
00:52:51आपको बताया खाना
00:52:53मैं बिलकुल समझ गया
00:52:54तुम एक आवारा लड़की हो इस पात में कोई ताज़ूब नहीं है
00:52:58पर तुम्हें पता भी है कि यहाँ पर क्या होता है
00:53:01यह एक खाली पड़ा दवा खाना है
00:53:03तो उसका क्या
00:53:04अचानक उनके दिल की धर्कन बहुत देस हो जाती है
00:53:08तुम यहाँ पर इस खाली दवा खाने में अखिर क्या करने आई हो
00:53:11यह सब जानना तुम्हारा काम नहीं है
00:53:13अब जाओ यहाँ से
00:53:18ठीक है
00:53:20तो फिर तुमने मेरे लिए वो कंदल किसले बनाया था हाँ
00:53:23क्या
00:53:25कागस बच गया तो मैंने कंदल बनाया
00:53:30तुम बेकार में कुछ करने वालों में से नहीं हो
00:53:32कुछ तो पक्का गडबड है
00:53:34क्या
00:53:35बेकार में
00:53:36तुम्हारी भलाई के लिए बनाया था
00:53:38मेरी भलाई की तुम्हें इतनी क्यों पढ़ी है
00:53:40बेकार में
00:53:42तुम्हारी भलाई के लिए बनाया था
00:53:44मेरी भलाई की तुम्हें इतनी क्यों पढ़ी है
00:53:46अब इतनी भी नहीं पढ़ी है
00:54:10यह तो वही है
00:54:26यह नहीं हो सकता
00:54:28बिल्कुल नहीं
00:54:32बाज़ू अटो
00:54:34अटो मुझे देखना है
00:54:36कहाना नहीं अटूंगी
00:54:38अटूँगी
00:55:08अटूँगी
00:55:10अटूँगी
00:55:12अटूँगी
00:55:14अटुँगी
00:55:16अटुँगी
00:55:18अटुँगी
00:55:20अटुँगी
00:55:22अटुँगी
00:55:24अटुँगी
00:55:26अटुँगी
00:55:28अटुँगी
00:55:30अटुँगी
00:55:32अटुँगी
00:55:34अटुँगी
00:55:36मेरे धन्दे के इलाका में
00:55:38तुने शराब लाने के हिम्मत कैसे की?
00:55:40किस के लिए काम करते हो?
00:56:00तब ही मुझे वच्चानी पैचानी लगी
00:56:02शराब का ठेला
00:56:04शराब का ठेला?
00:56:06तुम्हारा दिमाग खराब है?
00:56:08और इसलिए मुझे घर से निकालना चाती थी?
00:56:10उसके लिए माफी मांगती हूँ
00:56:14मतलब
00:56:16मतलब मैंने सोचा भी नहीं था
00:56:18अपने ही घर में जानच अफसर को रहने दिया
00:56:20तुम्हारे हिम्मत की तो दाद देनी पड़ेगी
00:56:22ये आदमी कितनी बात करता है
00:56:24तुम्हें नहीं बता
00:56:26जादा बात करने वाले लोग जल्दी मरते हैं
00:56:28देखना तुम भी
00:56:30एक दिन इसी तरह बात करने की वज़य से
00:56:32जल्दी मर जाओगे
00:56:34आज बुद का जनम दिन है
00:56:36इसे पीकर हमारी पुरानी आदो को मिटा दे दे
00:56:38लो ये लो पियो
00:56:40लो पियो
00:56:42इसे दूर अटाये
00:56:44अरे यार ये शराब भी नहीं पीता
00:56:46ये लो
00:56:48तुम शराब पीकर देखो
00:56:50पियो पियो इसकी रखम मैं चुका दूँगा
00:56:52ये लो तुम शराब पीकर देखो
00:56:54पियो पियो इसकी रखम मैं चुका दूँगा
00:56:56एक पियाले का एक नियांग
00:56:58सब मिला के सो नियांग होई
00:57:00सो पियाली
00:57:02जरा रुको
00:57:04तुम सच में वो पी लोगी
00:57:06इसे बेचना ही क्या कम था
00:57:08जो तुम अब इसे पीओगी
00:57:10इसे बेचना ही क्या कम था
00:57:12जो तुम अब इसे पीओगी
00:57:14साथ मिलकर पियेंगे तो ही तो ख़त्म होगा न
00:57:16इन्सान की इजद पानी की तरह होती है
00:57:18पानी अगर एक बार बह जाये तो वापस उसे नहीं पासकते
00:57:20इजद अगर एक बार चली जाये तो उसे पाना वापस मुझे...
00:57:22मुझे बंद रखो
00:57:24इन्सान को पेड़ भरने तक खाना चाहिए
00:57:26और नशा होने तक पीना चाहिए
00:57:30मैंने कहा उसे मत पीना तुम
00:57:34वर्ना मैं तुम्हे ठाने ले जाओंगा
00:57:36मैंने कहा उसे मत पीना तुम
00:57:40वर्ना मैं तुम्हे ठाने ले जाओंगा
00:58:06क्या बात है
00:58:08पूरा प्याला पीजाओ
00:58:10पूरा पीजाओ
00:58:26मैं एक खूब सूरत जीवन साती चाहती हूँ
00:58:36मेरा आर
00:58:38मेरा आर
00:58:40मेरा आर
00:58:42मेरा आर
00:58:46मेरा आर
00:59:06कितना अच्छा लग रहा है न
00:59:10बुद्ध का जनन दिन पूरा होने को है
00:59:14अब क्या करने वालो मेरे साथ
00:59:16कल सुबह तक मुझे यही पर बांद कर रखोगे
00:59:20फिर परसो तक भी बांद कर रखोगे
00:59:22तुम्हें लगता है कि मैं इसे आसानी से जाने दूँगा
00:59:24एक अपरादी गवा को कभी जिन्दा नहीं छोड़ता
00:59:30क्या?
00:59:34मजाग कर रहा हूँ
00:59:36तुम भी न दूर गई
00:59:42यह तो ख़दम हो गया
00:59:44मैं जाकर दूसरा घड़ा लेकर आता हूँ
00:59:46हाँ ठीक है
00:59:54वादा करो मुझे पर कारवाही नहीं करोगे
00:59:56तो उसके वापस आने तक तुम्हे छोड़ दूँगी
00:59:58क्या कहा?
01:00:00आज बुद्धा का जन दिन है
01:00:02और मैंने कन्दिल से तुम्हारे बार में कामना की
01:00:04कि तुम आज जो भी देखोगे उसे अंदेखा करोगे
01:00:06अघ तुमने भगबानबुद्ध के सामणे कामना की है
01:00:08तो यह सब मुझे क्यों बतारी हो हा?
01:00:10सिफ आज के दिन लो थे
01:00:14आज तुमने जो भी देखा उसे जाने दोना
01:00:16मैंने जो देखा उसेना देखने का दिखावा कईसे करसे काल.
01:00:18सिर्फ आज के दिन की बात है।
01:00:20आज तुमने जो भी देखा उसे जाने दो ना।
01:00:22मैंने जो देखा उसे ना देखने का दिखावा कैसे कर सकता है।
01:00:24आओ यू समझो कि तुमने कुछ नहीं देखा।
01:00:26तुम मुझे डाट क्यों रही हो।
01:00:28क्या खराबी है शराब में।
01:00:48उन्हें गर्मी का एहसास देती थी।
01:00:52बिल्कुल दवाई की तरह।
01:00:56इसलिए हम चावल से शराब बनाते हैं।
01:01:00उन्होंने यही सिखाया था।
01:01:04मगर आजकर लोग ऐसे बात करते हैं जैसे
01:01:06शराब पीना मानो गोर पाप करने जैसा है।
01:01:10शराब तो शराब है ना।
01:01:18मैं कह रही हूँ कि ये शराब बंदी लगाने की जरुवत क्या है।
01:01:24तुम्हें तो चड़ गई है।
01:01:28पहले अच्छे दिन थे जब मेरे पिताजी साथ में थे
01:01:36और मुझपर कोई कर्ज नहीं था
01:01:39तो सिफ एक दिन के लिए तुम मेरे लिए बुद्धा का वरदान बन जाओ।
01:01:52दर्वाजा खोलो।
01:02:09ये जगा तो शराब से मेख रही है।
01:02:12जी ओम, बेहन मैं माफ़ी जाती हूँ।
01:02:18अरे देखो तो कौन है?
01:02:22देखो तो यहां कौन शराब बेच रहा है जबकि ये काम तो मैं भी नहीं कर सकता।
01:02:27तो वो तुम हो।
01:02:29अरे ये तो वही अफसर है ना जो तुमारे वहाँ आया था।
01:02:33बांद कर क्यों रखा है उसे।
01:02:35अच्छा अच्छा तो तुमारे बीच कोई चक्कर चल रहा है।
01:02:40तो बांधा क्यों है उसे।
01:02:42यही तो मैं भी पूच रहा हूँ।
01:02:44जी ओम को जाने दो।
01:02:45अगर ये मेरे करस को लेकर है तो कल मैं सारा करजा चुका दूँगी।
01:02:49बेहन..
01:02:50करस को छोड़ो।
01:02:51क्या कर रहा है।
01:02:52समझो तुमारी जिन्दगी अब खतम।
01:02:55हान्यंग में इस वक शराब बनाना और बेचने पर पाबंदी चल रही है।
01:02:59और वो हुकम यहाँ पर भी लगा है।
01:03:02यहाँ आधी रात को कौन चिला रहा है।
01:03:09इतने सारे बच्चूरत लोग एक साथ।
01:03:11बात तेरी की..
01:03:12कौन है ये?
01:03:13तुम्हारे साथ है क्या?
01:03:20यही इंतिजार करो..
01:03:21मैं अभी आता हूँ।
01:03:22राजकुमार..
01:03:23सरा..
01:03:25मुझे जल्दी शराप पीनी है..
01:03:26इसलिए सब एक साथ आ जाओ।
01:03:27पहले इसे निप्टाओ..
01:03:28तुम यहाँ आओ।
01:03:29सियो..
01:03:31जीयो..
01:03:32सियो..
01:03:55सुनु..
01:03:57मुझे जल्दी से खोल दो..
01:03:59सोच क्या रही हो..
01:04:00खोलो..
01:04:09सभल कर..
01:04:25तुम किसी काम के नहीं हो..
01:04:26ओफिसर..
01:04:28सभल कर..
01:04:29पीछे.. पीछे देखो..
01:04:36ये सब क्या है..
01:04:37इतने सारे लोग कहां से आ गए..
01:04:38ये..
01:04:44मुझे..
01:04:55मुझे..
01:05:07ये क्या..
01:05:14ये क्या हो रहे है..
01:05:17ये ले..
01:05:25लोग पर हुए..
01:05:28लोग पर वालिया है..
01:05:42जल्ली कर वाली..
01:05:43चलू...
01:05:51चलू..
01:05:52चलो यहाँ से.
01:05:54तुम आगे जाओ.
01:05:56चलो.
01:05:57जाओ बोला न.
01:05:58जाओ.
01:05:59जाओ न.
01:06:05तुम ठीक हो?
01:06:07तुम कुछ बोलते क्यों नहीं?
01:06:12अभी खोलती हूँ.
01:06:13संभालो अपने आपको.
01:06:22क्या तुम ठीक हो?
01:06:40तुम जाओ यहाँ से.
01:06:41मैं इसे कैसे भी करके रोखता हूँ.
01:06:46बहुत प्यारी जोड़ी है तुम्हारी.
01:06:52अगर तलवार चलाना सीखा नहीं तुमने
01:06:54तुम जैसो को ठीक करना मुझे
01:06:56मुझे बड़े अच्छे से आता है
01:07:23अब बोलो
01:07:25तलवार नहीं सीखी उस बात का अफसोस हो रहा है
01:07:52अब बोलो
01:07:54तलवार नहीं सीखी उस बात का अफसोस हो रहा है
01:07:56अब बोलो
01:07:58तलवार नहीं सीखी उस बात का अफसोस हो रहा है
01:08:00अब बोलो
01:08:02तलवार नहीं सीखी उस बात का अफसोस हो रहा है
01:08:04अब बोलो
01:08:06तलवार नहीं सीखी उस बात का अफसोस हो रहा है
01:08:08बात का अफसोस हो रहा है
01:08:10बात का अफसोस हो रहा है
01:08:12बात का अफसोस हो रहा है
01:08:14बात का अफसोस हो रहा है
01:08:16बात का अफसोस हो रहा है
01:08:18बात का अफसोस हो रहा है
01:08:20बात का अफसोस हो रहा है
01:08:22बात का अफसोस हो रहा है
01:08:24बात का अफसोस हो रहा है
01:08:26बात का अफसोस हो रहा है
01:08:28बात का अफसोस हो रहा है
01:08:30बात का अफसोस हो रहा है
01:08:32बात का अफसोस हो रहा है
01:08:34बात का अफसोस हो रहा है
01:08:36बात का अफसोस हो रहा है
01:08:38बात का अफसोस हो रहा है
01:08:40बात का अफसोस हो रहा है
01:08:42बात का अफसोस हो रहा है
01:08:44बोह दर्द हुरा है?
01:08:46किने वाल परिया लेकर अपने हाटों से कुछ काफ़ा हुआ रहा है?
01:08:48तुम्हें उस की लड़की से प्यार हो गया है?
01:08:50आप की प्यार है?
01:08:52बात का अफसोस को रह रहा है
01:08:54अपने हातों से तुमने तलवार क्यों रोगी?
01:08:56तुम्हें उस लड़की से प्यार हो गया?
01:08:58तुम्हें एक ऐसे खान्दान से हो जिसका कोई वजूद नहीं है.
01:09:01तुम्हारे पास कोई सहारा नहीं होगा, तब तुम क्या करोगे?
01:09:04तुम्हें एक दिन देखोगे कि ये बेवुकुफ क्या कर सकता है?
01:09:07लगता है तुम मरना चाहते हो.
01:09:09कौर से देखो.
01:09:10सच में मरना चाहते हो क्या?
01:09:12ये तुम्हारे दुआरा किये गए कारियों का नतीजा है,
01:09:15जिसे तुम्हें चुकाना ही पड़ेगा.
01:09:18रहम करके अपना अदेश वापस ले लीजी.
01:09:20उसके बदले मेरी चान ले लीजी.
01:09:22मेरी चान ले लीजी महाराज.
01:09:24महाराज मेरी चान ले लीजी.

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