Moonshine (Season 1) Epi.5 Hindi Dubbed

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00:00:00प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्
00:00:30पिरस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र
00:00:52ओत्या आश सकती
00:00:53मुझे बचालीजिये सहईबा.
00:01:24और आगे, और आगे.
00:01:26और, और करीबी.
00:01:28आये, आये.
00:01:30और, और.
00:01:31अपना हाथ दीजे.
00:01:48खीचो मुझे.
00:01:49अब छोड़ना नहीं, थामे रहना.
00:01:54कसके.
00:01:56खीचो मुझे.
00:01:58छोड़ना नहीं.
00:01:59छोड़ना नहीं.
00:02:24छोड़ना मात. छोड़ना मात.
00:02:39नहीं.
00:02:53खुज़ करना सिर्फ.
00:02:55कभी औने कैना तव नहीं सुझते.
00:03:09इससे खुज़ करना सिर्फ?
00:03:10सिर्फ गड़ना पर खुज़ करते हूँ.
00:03:11जी, लेकिन एक बा applauding, एक बा...
00:03:14जिससे स्रमसी.
00:03:17दाएं, किविश्व, कराएं,
00:03:21चूंडरत हैं?
00:03:22ये देखो!
00:03:52ये खून वो कहा गया?
00:04:23अब हम सब मरेंगे!
00:04:26वो मार देगा हमें!
00:04:34हाँ!
00:04:36हाँ!
00:04:39हाँ!
00:04:41हाँ!
00:04:43हाँ!
00:04:45हाँ!
00:04:47हाँ!
00:04:49हाँ!
00:04:50हाँ!
00:05:05अखिर क्या हो गया था मुझे?
00:05:08मैं शायद पक्का पागल हो गया था!
00:05:11मैं? मैं ये? ये तुमने?
00:05:14अखिर तुमने ये क्या कर दिया?
00:05:16बताओ तुम यहां किसली आये?
00:05:18क्या कहा?
00:05:19हमेशा मेरा पीछा क्यों करते हो?
00:05:21तुम्हारा पीछा?
00:05:23मैं कोई तुम्हारा पीछा नहीं कर रहा था!
00:05:27रुक जाओ!
00:05:45मुझे तो लगा कि तुम मेरे पचेडो में नहीं पढ़ना चाहते?
00:05:47तुम नहीं चाहते थे ना कि मैं तुम्हे अपनी जिन्दगी में घसीट हूँ?
00:05:50अब शान्त क्यों खरे हो? जारा मुझ खोल के बताओगे?
00:05:54बिगाड रहा हूं मैं?
00:05:55मेरा पीछा क्यों करते हो?
00:05:57अगर तुम नहीं होते ना तो मैंने अपना कर्जा चुका दिया होता
00:06:00तुम्हे पता है? मेरे पास तो पैसे भी आ गए थे
00:06:03तुम हो जिसने कानून तोड़कर शराब बनाई है
00:06:06अब हम सब पक्का मरने वाले है
00:06:08उह शायद मर गए होगा, वैसे भी उझ जादा दिर जीरा नहीं रहने वाला था
00:06:11हमने उसे खिला तो दिया था ना, है ना? सियो ?
00:06:14हाँ ?
00:06:16खिलाया था । क्या खिलाय था तुमने उसे?
00:06:21मोत का फरिश्टा
00:06:23मौत का फरी याने की
00:06:26अरे तुमने उसे जहर खिला दिया क्या?
00:06:29हाँ तो और क्या करते हम वरना वो हमें जान से मार देता
00:06:34मैंने नहीं डाला
00:06:37क्या?
00:06:39मैंने उसे जहर नहीं खिलाया समझ गई तुम?
00:06:57सी ओ
00:06:59हाँ शुक्र है याने शायद अभी भी तुम में थोड़ी सी इंसानियत लगता है बच्ची हुई है
00:07:07शुक्र है? शुक्र मनाने जैसा क्या है?
00:07:11संगमोग जानता है कि हम कहा रहते हैं
00:07:27बात क्या है बैहना? हम रात को इस सराय में क्यों आये है?
00:07:31वो दीवारे गिरने से हो गई थी पिछले साल की बारिश की वजिज़से दिवारे कमजौर हो गई
00:07:38कमजौर हो गयी ती? कहाँ पे?
00:07:40पिछले कमरे में इसने देखा था, हैणा?
00:07:47क्या? देखा?
00:07:48तुमने कहा था कि उन दीवारों में दीमक लग गई है?
00:07:56दीमक लगई हुई है आपकी दीवार में
00:07:58दीवारे बाहर से भले ही ठीक दिखे
00:08:00पर वो अंदर से एकदम खोकली हो गई है सच में
00:08:04है न?
00:08:08सोचो बारिश और दीमक से दीवार खोकली हो जाए तो क्या होगा?
00:08:12बोलू न
00:08:14वो तूट जाएगी
00:08:15वो तूट जाएगी चकना चूर हो जाएगी
00:08:25नाम सहाँ
00:08:36सही है आपकी नजर बहुत तेज है मुझे गर्व है
00:08:43नहीं नहीं नहीं
00:08:46मुझे पर थोड़ा रहम कीजिये
00:08:50मैं सब जानती हूँ
00:08:53मुझे पाप ने भी मुझे बेचा था और तुमने पाला
00:08:58मुझे नाचना सिखाया
00:09:01और ये सब मैं तुम्हारी खातिर कर रही हूँ
00:09:06दर्वाजा खोलो
00:09:09तुम्हें लगता तुम ऐसे चैन से जी पाऊगी
00:09:12दर्वाजा खोलो
00:09:20ओन्सिम दिदी
00:09:24ओन्सिम दिदी
00:09:27चलिये मेरे साथ जल्दी
00:09:38ये तो संग मोग है
00:09:42मैं साधागर सिम को बुलाती हूँ
00:09:45नहीं
00:09:48अब बहुत देर हो चुकी है
00:09:50हमें तमाशा नहीं करना
00:10:09तुम बहर क्यों आई ?
00:10:13हवा की आवाज सुणकर
00:10:22तुम्हारा ये तीर कमान तेज हवा में काम नहीं करेगा
00:10:27एक काबिल तीरन दास हवा का बहर
00:10:30तुम बहुत प्रता चुकी
00:10:32तुम बहुत प्रता चुकी
00:10:33आरा ये तीर कमान तेज़ हवा में काम नहीं करेगा
00:10:36एक काबिल तीरनदाज हवा का भाव समझता है
00:10:48मुझे तेज़ हवाय पसंद नहीं है
00:10:51वो कई बुरी यादे याद लाती है
00:10:56बखेडो में पढ़ने की तुम्हारी हरकते देखकर
00:10:58मुझे यकीन है तुमने कई बुरी यादे बनाई है
00:11:03जिस दिन पिताजी गुजर गए थे उस दिन तेज़ हवा चल रही थी
00:11:24पिताजी
00:11:26पिताजी
00:11:40उस तुफानी हवा के बाद लगातार मेरी जिन्दी में तुफान आते गए
00:11:56तुम्हें अंदर जाकर सो जाना चाहिए
00:12:01अगर गे संगमोग जिन्दा भी होगा तो
00:12:04आज रात वो कुछ करने की हालत में भी नहीं होगा
00:12:13ये बताओ तुमने मुझे गिरफतार क्यों नहीं किया
00:12:18मैं शराप का ठेला चलाती थी
00:12:20बुत जैनती के दिन भी मैंने शराप बेची
00:12:23मैंने गे संगमोग को कैद किया तुम्हें तो सब कुछ पता है
00:12:26फिर भी तुमने मुझे गिरफतार नहीं किया
00:12:31तो तुमने ये मामला दर्ज क्यों नहीं किया
00:12:33कहीं तुम उस लड़की के लिए जजबाती तो नहीं हो गए
00:12:50ऐसी कोई बात नहीं है
00:12:52कैसी कोई बात नहीं है
00:12:57वो ऐसा है कि
00:12:59किसी को पता चला कि तुम शराब बेचती हो तो मैं जानत से बिल्कुल नहीं बचपाऊंगा
00:13:07क्योंकि मैं तुम्हारे हाँपर रहता था
00:13:09मैंने अपना मुझ इसलिए बन करके रखा था कि
00:13:12मेरी इजद और नौकरी दोनों बची रहे
00:13:19एक बात कहो
00:13:20अगर मुझे कुछ भी हो जाना मैं तुम्हारा नाम कभी नहीं बताऊंगी
00:13:24मेरा मतलब है
00:13:26मैं कहोंगी तुम्हें कुछ नहीं पता तुम सब यहां रह रहे थे
00:13:29मैं सब अपने सरपे ले लूगी कसम से
00:13:34मुझे बाते छिपाना बिल्कुल पसंद नहीं है
00:13:36जो भी कसुर्वार है मैं साफ साफ बता दूँगा
00:13:39और मुझे पता है
00:13:41इस मामले में कसुर्वार एक और आदमी भी है
00:14:06आज से मुझे युवराज के शिक्षक के लिए नियूक्ट किया गया है
00:14:11मेरा नाम नाम्यंग है
00:14:14युवराज जी अपना सर जुका कर इने दो बर परणाम कीजिए
00:14:20सर जुखाँ इसके आगे
00:14:26युवराज जी अपने गुरु को आदर दीजिए
00:14:29पहले तुमने इस देश के युवराज का अपमान किया
00:14:33और अब शिक्षक बनना चाते हो
00:14:36अपनी खैर चाते हो तो अपने घर चले जाओ
00:14:39युवराज जी इससे पहले कि मैं आपकी पढ़ाई शुरू करूँ
00:14:42मुझे आपसे अकेले में बात करनी है
00:14:44अपने सेवकों को यहाँ से जाने के लिए कहिए
00:14:47मैंने तुम्हें जाने को कहा है
00:14:49मुझे जरूरी बात करनी है
00:14:53अपना मुझ बंद रखो
00:14:56अब एक और शब्द जुबान से निकला
00:14:58तो तुम्हारी जुबान काट लूँगा
00:15:01युवराज जी
00:15:02बाकी सेवकों को भी
00:15:05जाने के लिए कहिए
00:15:15सोच क्या रहे हो
00:15:17उठा उसे
00:15:20अपनी जुबान चलाने का बहुत शौक है न तुम्हें
00:15:23पहले उस तलवार से मेरी पोशाक को छू कर दिखाओ
00:15:26तलवार एक खतरनाक अतियार है इसलिए मैंने सीखा
00:15:28तुम्हें मेरी ताकत का अन्दाजा नहीं है
00:15:31अपनी ताकत की बढ़ाई करने के बजाए मुझे से बात करिये
00:15:39बोला थाना जुबान काट लूगा
00:15:43उठा उसे
00:15:46तुमने कहा
00:15:48पोशाक चू कर दिखाओ
00:15:52पहले मुझे हरा कर दिखाओ
00:15:54उसके बाद
00:15:55शायद मैं तुम्हें मेरे उस्ताद बनने का अफसर दूँ
00:16:21चलो फिर से उठाओ
00:16:25पहले मुझे हरा कर दिखाओ
00:16:39लगता है गुरू बनने से पहले ही गुज़र जाएगा
00:16:56चलो बताओ
00:16:58और क्या आता है तुम्हें
00:17:00विवराज जी
00:17:02मुझे हर मानना नहीं आता
00:17:04बिरकुल भी नहीं आता
00:17:06क्या आप समझे
00:17:15एलडोंग
00:17:17उस्ताद को बाहर छोड़ा आओ
00:17:19आगे की पढ़ाई किसी और दिन करेंगे
00:17:22ठेरो
00:17:24ठेरो अबी
00:17:29अरे यार ये बहुत धीट है
00:17:33इस बार ऐसा सबक सिखाँगा कि दुबारा खड़ा नहीं हो पाएगा
00:17:37तुम्हारी पोशाक
00:17:40मैंने छूली
00:18:06कुछ दिखा क्या नहीं तोड़ा और उपर कुछ नहीं दिख रहा
00:18:26लगता है वो अब मुडने ही वाली है
00:18:30महाराने मुझसे और साहना ही जाएगा
00:18:33नहीं नहीं नहीं बस थोड़ी देर और
00:18:36महाराने
00:18:41महाराने
00:18:43वो इस तरफ मुड़ रही है
00:19:07मैं पीले फूल लाया हूँ
00:19:10इने कमर के पास रखने से आपको जरूर बेटा पैदा होगा
00:19:14इने आप गमले में रखना पर घर में हो तब अपनी कमर के पास रखना
00:19:20दादा जी आप कब से इन सब चीज़ों में विश्वास करने लगे है
00:19:22अगर इस तरह से फूल कमर पर बानने से लड़का ही पैदा होता तो
00:19:28आज राज़घराने में मेरी जग़ा कोई राजकुमार होता
00:19:32जो पिरिकारी भी तो बदला उसने तक तब विश्वास नले ज़रूर पैदा हुँ
00:19:37आपको अवश्यलाब होगा
00:19:41अगर इस तरह से फूल कमर पर बानने से लड़का ही पैदा होता तो
00:19:47आज राजखराने में मेरी जगा कोई राजकुमार होता
00:19:51जो भी हो
00:19:54आपके गर्व से राजकुमार ही पैदा होना चाहिए
00:19:58मैं अपने पूरी कोशिश करूँगे दादा जी
00:20:02महराणी का तेज इतना जादा था
00:20:05कि मैं बच्चे की उर्जा महसूस नहीं कर पाई
00:20:08उनमें सेनापती सा तेज है
00:20:10अगर वो पुरुष पैदा हुई होती
00:20:12तो एक बड़े राष्टर का निर्मान करती
00:20:15सेनापती
00:20:16मैं चानती थी वो मुझसे 20 साल चोटी है
00:20:21फिर भी मैं उसका सामना करने से डरती थी
00:20:24इसका मतलब तुम ये पता नहीं कर पाई
00:20:27वो लड़का है ये लड़की
00:20:29इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसे लड़का पैदा होगा या लड़की
00:20:33आप बच्चे के रहना
00:20:34आप उसका मुकाबला कभी नहीं कर पाएंगी महराणी
00:21:04गुरेमो !
00:21:18वो क्या बोले ? उसे आदे किसी नहीं देखा
00:21:22उन्होंने कहा नहीं देखा
00:21:26तुम्हें यकीन है कि हन्यांग में ऐसा कोई नऊजवान नहीं है
00:21:30यहाँ ऐसा कोई नोजवान नहीं जो अब तक कुमारा हो
00:21:33मतलब वो लड़का शादी शुदा है ?
00:21:38हो सकता है वो हन्यांग में ना रहता हो
00:21:40हन्यांग से बाहर ढूनने के लिए मुझे और ज़्यादा पैसे चाहिए होंगे
00:21:51क्या यह तुम्हारे लिए काफी होगी ?
00:21:52यह दामोग का गेयुंग गंगसंचित्र यह तो बहुत कीम्ती है
00:21:57क्या यह तुम्हारे लिए काफी होगा ?
00:21:59यह हमारे राजघराने का सबसे कीम्ती चित्रकला है
00:22:05क्या कह रहे हो ? तुमने हमारे गुरू को नहीं देखा ?
00:22:07शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:12शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:17शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:21शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:26शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:32शाही गुरू कुल के विद्जवान एक निवेदन करने निकले है
00:22:40अरे तुम ? हम उस दिन बाजार में मिले थे
00:22:43अली... अभी मै थोलि जल्दी में हूं
00:22:47अच्छा... उस दिन तुमने अपना नाम् तक नहीं बताय to मुasil
00:22:51मेरा नाम जिन है
00:22:55अरे ऐसी क्या बात है के तुम हमेशा जल्दी में ही रहते थे
00:22:58उस दिन भी तुम जल्दी में ही थी
00:23:00तुम उस दिन एक नो ज़वान के साथ थी
00:23:02क्या वो तुम्हारा प्रेमी है
00:23:06अच्छी तरह से सुन लो
00:23:08तुम उस दिन के बारे में कभी किसी को एक शब्द भी नहीं कहोगी
00:23:12वरना मैं तुम्हारे बार में सब कुछ पताओंगी
00:23:15अगर लोगों को पता चला कि शरीफ घर की लड़की बाजार में चोरी करती है
00:23:19तो शर्म आईगी न
00:23:21मगर तुम्हारे पास भी तो कोई गडबड चीज थी न
00:23:24जो भी हो
00:23:26बात बाहर आने से हमें कोई फायदा नहीं होने वाला
00:23:30थोड़ा समहल कर रहो
00:23:32क्या उनने साथ नहीं होना चाहिए था
00:23:37आवयद समपंध
00:23:39स्टाम हमें हर दावशाखी या हमें साथ
00:23:41हमें जब संगर्य ते करता था
00:23:44पहला फाजह चीज के लिए
00:23:46तुम्हारे आपको जो बात बेंचने से बचता है
00:23:47वो गितर गेड़े चलके ना करते हूं
00:23:49अपने पास गितर के बार जोड़ो
00:23:51जो तक वो जड़ो गाना करें
00:23:53गंडे गरीब जंता का बुरी तरा
00:23:55शोषन कर रहे हैं और उनपे भयानक
00:23:57जूलम ढा रहे हैं
00:23:59अवयज समबंद
00:24:00शराबबदी विभाग बंद करो महराज
00:24:03शराबबदी कानून के तहच शराबबदी विभाग के गुण्डे घरीब जंता का बुरी तरा शोषन कर रहे हैं
00:24:08और उनपे भयानक जुल्म ढा रहे हैं
00:24:09शरापबंदी विभाग को बंद कीजीए
00:24:11शराप बंदि विभाग बन्द करो महाराज
00:24:13कृपा करके उस धूर्त लीषी हॉँँ को बरखासन कर दीजे महाराज
00:24:18आपकी प्रजाब तरस्थ हो च慁की है
00:24:20आप से निवेधन है उसे परत्थास कर दीजे महराज
00:24:25कहते हैं आस्मान अपनी
00:24:27इच्छा लोगों के मन के जरीये बताता है
00:24:31जनता की अर्जी
00:24:33मुझे नहीं लगता कि महराज अन्देखा कर देंगे
00:24:44इस तरह तो बात विगड रही है
00:24:47ऐसे में मुझे चेहन कैसे मिल सकता है
00:24:56तुम्हें बरखास्त कराने के बाद
00:24:59जाहिर है वो युवराज के पीछे पड़ जाएंगे
00:25:03आप चिन्ता मत करें महराज
00:25:05जब तक मेरे जिसमें जान है
00:25:08कोई भी युवराज को कुछ भी नहीं कर पाएगा
00:25:10मैं आपसे ये वादा करता हूँ
00:25:41पीछे चलो
00:25:59प्रणाम सेनापति
00:26:01ये नयाय विभाग वाले यहां कैसे आ गये आज
00:26:04हमने कुछ लोगों को पकड़ा है
00:26:06जो बाजार में अवयद रूप से शराब बेच रहे थे
00:26:08महराज ने नयाय विभाग को आधेश दिया है
00:26:10बेच करे है इस मामले की जाज करे
00:26:12अरे क्या
00:26:14ले चलो ने
00:26:16ये क्या कर रहे हो
00:26:27तुम सब बाहर जाओ
00:26:28ये तुम क्या कर रहे हो
00:26:46आप कहना क्या चाँते हैं मंतरी जी
00:26:54क्या आपको ये लगता है कि मैंने च्हाऊनी के सिवाहियों को अवयद शराब बेच रहे हूँ
00:26:59ये पूछते है
00:27:01सेना की च्हाऊनी में 5000 सिवाहियों है
00:27:04उन सब पर हम अपनी नज़र में
00:27:06वैसे 5000 सिवाहियों की संख्या बहुत जादा है
00:27:10जंग के समय ज़ाधा सिवाहि बढ़ती कर लिये गए थे
00:27:13लिकिन उनको वेतन नहीं मिल पाया समय से
00:27:14मुझे लगता है इसी कारण से उन्होंने अपनी कमाई के लिए
00:27:18बाजार में अवैत शराप बेची है
00:27:23सिवाहियों की छटनी करनी होगी
00:27:26यूराज महल के बाहर शराप के मज़े ले रहा है
00:27:31शराप बंदी का आखर लक्ष क्या है
00:27:33शराप बंदी महराज ने लगाई है
00:27:37वो ही फैसला कर सकते हैं कि कौन सा कानून रहना है और कौन सा हटना है
00:27:41शराप पे छूट दी जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये उस पर
00:27:48मगर आज महराज जिस परिस्थिती में है उसके जिमदार तुम हो केवल
00:27:52तब क्या होगा कभी सोचा है आपने
00:27:54नहीं सोचा है तो सोची है
00:27:56तो ठीक है
00:28:21प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा दिया जाये या प्रतिबंद लगा द
00:28:51हमारे आपके किलाने के लिए यह तरह है
00:28:58मेरा शाय़त पला है
00:29:10परिकाल में...
00:29:15thing!
00:29:18कोई बढमिस
00:29:22ये तुम क्या कर रहे हो हाँ?
00:29:24वही तो मैं पूछना चाहता हूँ.
00:29:25तुम मेरे चहरे को इस तरह छूँ क्यों रहे थे?
00:29:28थोड़ी तो शर्म करो.
00:29:30ये क्या था?
00:29:32नाम साहब जी, आप ठीक हो न?
00:29:34हाँ, हाँ ठीक हूँ.
00:29:35याल डॉंग, जाओ साफ पानी लेकर आओ.
00:29:40ये साफ तो है.
00:29:42तो फिर पी कर दिखा.
00:29:49लाता हूँ साफ पानी.
00:29:57चलो, बताओ क्या बोलना है?
00:29:59अपनी जान जोखे में डाल कर, क्या बोलना था तुम्हें?
00:30:30अरे, उन्सिम देवी आयी है आउशोदी शाला में.
00:30:34मैंने सुना है, आप टूटी हड़ी और मास पेशो का इलाज करने में माहिर हैं.
00:30:38आप मेरे साथ चलेंगे? एक मरीज को देखना है.
00:30:42मरीज कहाँ है?
00:30:43वो इस हालत में नहीं है कि यहां आ सके.
00:30:45आपको हमारे साथ चलना होगा.
00:30:47ठीक है, मैं अभी आता हूँ.
00:30:50वो महिला चिकितसक भी...
00:30:54साथ रहेंगी तो अच्छा होगा.
00:30:59जी, मैं?
00:31:15जी, मैं?
00:31:42क्या हुआ?
00:31:44सियो, मुसीबत हो गई.
00:31:46मुसीबत?
00:31:47वैध्या जी ने बताया कि अब वो खतरे से बाहर है.
00:31:51होश में आते ही वो हमें मारने आएगा.
00:31:55हमें तुरंदी ये नामियंग को बताना होगा.
00:32:00किसी को पता चला कि तुम चुपके से शराब बेचती हो तो...
00:32:04मैं जान से नहीं बच पाता क्योंकि मैं तुम्हारे आए खिराइदार था.
00:32:10ये हमारा मामला है. उनका टांग अढाना ठीक नहीं होगा.
00:32:13तो अब हम क्या करेंगे? कहीं दूर भाग जाए?
00:32:20सियो...
00:32:21ओ...
00:32:32सुनो... अपने कपड़े उतारो.
00:32:38अपने कपड़े उतारो.
00:32:41वो मरीज के लिए कुछ आयर्वेदिक दवाया मंगवाई गई थी.
00:33:11तुम्ही नहीं पता क्या? नहीं. अभी पता चल जाएगा.
00:33:42तुम्ही बुद्ध जैनती के दिन वहाँ क्या देखा था?
00:33:45दरसल मैंने उस दिन गे संगमोग को देखा.
00:33:49तुम्ही गे संगमोग को देखा है?
00:33:52उसके संग एक लड़की भी थी. उसका छेहरा मैंने नहीं देखा.
00:33:55उसने टोपी पहनी थी, महिला चीकितसक वाली.
00:33:58शिम साब! शिम साब! शिम साब! वो किरिंग अक में है सन.
00:34:05गेरिंग अक में है चथि, गिरिंग अक में है.
00:34:28अगर आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करत
00:34:58करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आप करते हैं, आ�
00:35:29गिरिंगाक, संग्मोग गिरिंगाक में है, उसके बाद भी वो महाँ चली गई
00:35:39मगर आप दोनों साथ में कैसे
00:35:46कैंक्सियो कहाँ पर है, तुमने कैंक्सियो के कपड़े पहने है
00:35:50उसने कहा हम कपड़े अदल बदल कर ले, फिर उसने कुछ दवाईन लिया और गिरिंगा की तरफ चली गई
00:35:54दवाईन, वो दवाई लेकर उसकी जान बचाने गयी है
00:35:57वो उसकी जान लेने वहाँ गयी है
00:35:59क्या कहा?
00:36:01वो जान लेने वहाँ का यहें है
00:36:04क्या कहा?
00:36:05या फिर
00:36:06ये कहना बिल्कुल सही होगा कि
00:36:10वो अपनी जान कवाने का यह है
00:36:32मुझे माफ करना
00:36:34पर और कोई रास्ता नहीं बचा
00:36:38अगर तुम्हें जीने दिया
00:36:40तो तुम मेरी दोस्त, मेरे भाई और नाम साप को जीने नहीं दोगे
00:36:43मुझे माफ करना
00:36:45पर और कोई रास्ता नहीं बचा
00:36:49अगर तुम्हें जीने दिया
00:36:51तो तुम मेरी दोस्त, मेरे भाई और नाम साप को जीने नहीं दोगे
00:37:04मैं अपने इस पाप की सजा
00:37:06अगली जिन्दगी में सह लूगी
00:37:14आगे बढ़ो
00:37:23वो उसे मारने के बाद वहाँ से
00:37:26वहाँ से जिन्दा बिल्कुल भी नहीं लोड़ पाईगी
00:37:35उसके शरीर में जो नशीली दवाई है
00:37:38उसके वज़े से वो बेहोष है
00:37:40मतलब वो अपना बचाओ नहीं कर सकता
00:37:43अब उसे मार तो या मर जाओ
00:37:50फैसला अब तुमारे हातों में है समझ गई
00:38:10इसलिए युद की असली चाल धोखे में है
00:38:14दुश्मन सोचे या तैयारी करे
00:38:17उसे पहले उस पर हमला कर दो या अगर युद पर दिया
00:38:21युद की असली चाल नहीं थे
00:38:24क्या तुम वहाँ पर टलवार दिकातेओं रहे अन्पर तूट पड़ोगे
00:38:26मरने के लिए छोड़ दे
00:38:29सुन्जू
00:38:30ने कहा है
00:38:32युद्ध की असली चाल धोके में है
00:38:34दुश्मन सोचे
00:38:35या तयारी करे
00:38:37उससे पहले उस पर हमला कर दो
00:38:39यहां तक कि उसे धोके की
00:38:41परच्छाई का एसास कभी ना हो
00:38:44संग्मो के अहाँ आ आई है यह ख़बर पक्की है ना
00:38:47जी साहब
00:38:48वो इस कमरे में है शिम साहब
00:39:02बस थोड़ी दिर पहले ही उसे दवाई दी है
00:39:14बस थोड़ी दिर पहले ही उसे दवाई दी है
00:39:21एक संग्मोक
00:39:23तुम जागरे हो का संग्मोक
00:39:30बहुत बहादुर हो तुम
00:39:33जो यहां अकेली चलियाई
00:39:35क्या संग्मोक आपके कहने पर
00:39:38मिरा कतल करने आया था
00:39:40तुमारा कतल मैं करवाऊंगी
00:39:43जैसे तुम्हारा कतल करवाके मुझे कोई बड़ा फायदा हो जाता
00:40:02तुमपर इतना करसा है
00:40:03तुम्हारे पास कहासे आया
00:40:05इस महीने की किष्टना देने के वजे से करसा है और बड़ गया है
00:40:07करजा और बड़ गया है
00:40:09काबिल से काबिल इनसान इतना पयसा
00:40:11एक महिने में नहीं कमा सकता
00:40:13और अगर एसा ही चलता रहा तो
00:40:15तुम्हारे ऊपर करजा हमेशा
00:40:17दुगना होता रहेगा
00:40:19करजा चुकाने के लिए तुम्हे कुछ और करना पड़ेगा
00:40:21पर तुम तो वो मौका भी खो चुकी हो
00:40:23ये आखरी मौका था
00:40:33जल्द ही गे संग मौक को होश आ जाएगा
00:40:35फिर या तो तुम्हे कोठे पर बेश दिया जाएगा
00:40:37या किसी पैसे वाली की रखेल बना दिया जाएगा
00:40:39कुछ भी तुम्हारी मरजी से नहीं होगा
00:40:41तुमने सोचा है कभी तुम्हारे साथ ऐसा हुआ तो
00:40:43तुम्हे कैसा लगेगा
00:40:47लेकिन
00:40:51मैं तुम्हे देना चाहती हूँ
00:40:55खुद को बचाने का एक आखरी मौका
00:40:57फिर तुम अपनी किसमत की बाजी को पलट सकती हो
00:41:01सिर्फ एक आखरी मौका दूँगी
00:41:03अखिर तुम कहना क्या चाहती हो
00:41:05पहले तो मैं सोच रही थी कि तुम दोनों सरफिरे बदमाश हो
00:41:09या तो सरकार के हाथों चड जाओगे
00:41:11या फिर उससे भी बुरा कुछ होगा
00:41:13लेकिन
00:41:15तुम ने तो एक बड़ा दाओ खेल दिया
00:41:19सुनो
00:41:21जब आम आद्मी को पैसी की जर्रत होती है
00:41:23तब या तो वो सब कुछ पेश देता है
00:41:25या फिर छोरी करने का रास्ता चनता है
00:41:27कुछ तो करना ही पड़ता है
00:41:29लेकिन
00:41:31तुम आम लोगों से अलग हो
00:41:35तुम तो शराब का ठेका चलाने लगी थी और
00:41:37यहाँ तक कि मुझसे भी धन्दे की बात करने आ गई थी
00:41:39और इतना ही नही
00:41:41गे सेंग मौक का भी तुम ने ये हाल कर दिया
00:41:43तुम
00:41:45सच में
00:41:47सच में
00:41:49सच में
00:41:51सच में
00:41:59मैं एक कमाल की लड़की हो
00:42:01और मुझे तुम पसंद आई
00:42:03वो
00:42:05सोचो
00:42:07उन्होंने मुझे कितने में बेचा होगा
00:42:09बहुत कम सिक्को में
00:42:11मेरे बाप की शराब के लिए
00:42:15मगर आज के दिन तो देखो
00:42:17मेरी कीमत उन सिक्को से
00:42:19कई गुणा जादा है
00:42:21तुम खुद को मुझे बेच सकती हो
00:42:25क्या तुम नहीं जानना चाहोगी
00:42:29कि तुम क्या क्या हासिल कर सकती हो
00:42:37पड़ो
00:42:39पड़ो
00:42:41पड़ो
00:42:43पड़ो
00:42:47पड़ो
00:42:49पड़ो
00:42:53हम सरकारी काम से आये हैं
00:42:55हमारा सायोग करो
00:43:15मैं उन्हें वहाँ पर उल्जाता हूँ
00:43:17आप गैंग को ढूंड कर निकल जाओ यहाँ से
00:43:19मैं केसेंग मौ को ढूंडता हूँ
00:43:25हम सरकारी विभाग से आये हैं
00:43:29इस जगा की अच्छे से कोने कोने में जान्ज करो
00:43:31जी
00:43:37हाँ
00:43:47तुम्हारा यह हाल किसने किया
00:43:49उनका हुलिया कैसा था
00:43:51यह अब क्या बात कर रहे है
00:43:53होश में आओ और बता मुझे
00:43:55बता मुझे वो लोग कौन थे
00:43:57वो गई संगमोक
00:44:01शेम साफ छापा पढ़ा है
00:44:03छापा
00:44:09रे संगमोक
00:44:13महरानी छापा पढ़ गया
00:44:15छापा
00:44:23उन्होंने पूरी राजधानी छान मारी
00:44:25पर उन्हें एक भी लाश नहीं मिली
00:44:27तब ही मैं समझ गई थी
00:44:29कि तुम्हारे पीछे किसी का हाथ है
00:44:31मगर किस का हाथ है
00:44:33ये मुझे अब तक उम्मेद नहीं थी
00:44:35मेरे पीछे
00:44:37क्या मतलब है आपका
00:44:39जूट बोलना हो तो
00:44:41अपने चेहरे के भाव को चुपा कर बोला करो
00:44:47सरकारी अफसर और शराप तसकर
00:44:49हाथ में हाथ टाले
00:44:53ऐसे काले धन्दे तो
00:44:55हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते
00:45:09ये देखो इस कमरे में देखो
00:45:39गुरि जी
00:45:53गुरि जी
00:46:03ये सब क्या चल रहा है
00:46:05हमें कुछ नहीं बता साभ
00:46:09तुक कुछ नहीं बता साभ
00:46:11मेरा हाथ
00:46:15इसके हाथ और पैर की हड़िया तूट गई है
00:46:17तुम ठीक तो हो न
00:46:19क्या
00:46:21मेरे हाथ पैर बिलकूल ठीक है
00:46:23नही
00:46:29मुझे याद है
00:46:31मैं उस चौराय पर एक आख वाले
00:46:33और लोहे के बक्तर वाले से मिला था
00:46:35मेरी हालत देखकर मुझे लगता है कि
00:46:37वो अब तक जरूर मर चुके होंगे
00:46:41सोगं का क्या हुआ
00:46:43हमने जीत लिया न
00:46:45क्या हुआ
00:46:47उन्होंने छीन लिया
00:46:49वो तो बर्सों पहले की बात है
00:46:51अरे आप किसकी बात कर रहे हो
00:46:53अफसर
00:46:55सरकारी अफसर यहाँ पर
00:46:57क्या कुछ गडबड हुई है
00:46:59नाम सहब
00:47:01हम लोगों के एक तैखाना मिला है
00:47:07अरे
00:47:09क्या कर रहे हो पागलो
00:47:11अरे
00:47:13माफ कीजियेगा
00:47:15मुझे पता नहीं था
00:47:19तो क्या आप
00:47:21साने कमरे देखेंगे
00:47:23हातों क्या नाम लेकर बुलाऊं उसे
00:47:25यह कोई मज़ाग की बात नहीं है
00:47:27गिरिंगाग पर छापा मारना
00:47:29वो भी अधिकारी को बिना बताए
00:47:31आपके उस दर्खास की वज़ा से
00:47:33जाच विवाग पर मुझीवत आगई है
00:47:35आप तो हम सबके
00:47:37सरधर से अलग करवाकर ही मानोगे
00:47:39सबके सर सलामत रहेंगे
00:47:41मैं आपसे वादा करता हूँ
00:47:43कौन?
00:47:45तुम तो वो बाजारू लफंगे हो न?
00:47:49आप लफंगे भी इस तरह के
00:47:51वादे करने पर लग गये हैं
00:47:53मेरे पिता कौन है ये जानकर
00:47:55मुझे यकीन है आप जौंग जाएंगे
00:47:57क्या बक्वास है?
00:47:59मैं आपके लफंगे पर
00:48:01आप लफंगे भी इस तरह के
00:48:03वादे करने पर लग गयें
00:48:05मेरे पिता कौन है ये जानकर
00:48:07मुझे यकीन है आप जौंग जाएंगे
00:48:09क्या बक्वास है?
00:48:11मैंने सभी मंत्रों के बच्चे देखे
00:48:13और मैं सभी को पहचानता हूँ
00:48:15तो मुझसे बक्वास मत करो
00:48:17वहांग साहब आप थोड़ा
00:48:19सोच समझ कर समहल कर बोलिये
00:48:21समहल कर क्या बोलू? चलो अपनी पहचान
00:48:23चिपी दिखाओ वहांग साहब थोड़ा
00:48:25थोड़ा विनमरता से बोलिये चलो जल्दी अपनी पहचान
00:48:27की चिपी दिखाओ क्यों?
00:48:29दर गया? अबी और दरेगा
00:48:31ये हमारे युवराज है
00:48:33अले ये कहीं का युवराज हो
00:48:35पहले ये मुझे अपनी पहचान की चिपी दिखाए
00:48:39क्या? ये कौन है?
00:48:41युवराज
00:48:43युवराज?
00:48:45अच्छा?
00:48:47हाँ
00:48:49ये क्या?
00:48:51युवराज?
00:48:53बेगे उठा ता ना आप चॉक जाएंगे
00:48:55जानना चाते हैं मेरे पिता कौन है?
00:48:57मैं मृतियों धन्ड के लायक हूँ युवराज
00:48:59ये जैसा कहें वैसा करोगे तो
00:49:05युवराज गुस्सा नहीं होने वाले
00:49:07और तुम्हारी सारी बत्तुमीज़ीो को
00:49:09देखा करके माफ कर देंगे
00:49:12तो बोलो मन्जूर है
00:49:15क्या हुआ? मेरे पीछे आओ
00:49:17जी? यूवराज जी चले
00:49:28यही वो जगह है साहब
00:49:35इसकी चाबी मेरे पास है
00:49:40मैं यहां की देखपाल करती हूँ
00:49:43आपके लिए इसे खोल देती हूँ
00:50:09यहां सक्त शराब बंदी है
00:50:12और हम कानून के खिलाफ नहीं जाते हैं
00:50:39और हाँ, मैंने यहां एक औरच चीकितसक को देखा था
00:50:45बड़ी अजीब बात है न?
00:50:49तकलीफ के लिए माफ किजीगा
00:51:00निकलो यहां से
00:51:03उसकी ढोपी से लगता है कि वो महिला चीकितसक होगी
00:51:09मुझे जाने दो
00:51:40खेरो
00:51:43अपनी पैचान बताओ
00:51:50मैंने कुछ पूछा तुमसे
00:51:52अपनी पैचान बताओ
00:51:53मैं बहुत मामूली सौदागर हूँ
00:51:55मुझे पे ध्यान दनी के जरूत नहीं है आपको
00:51:58पश्यम दरिया में मेरे माल का जहास लगा है
00:52:02सौदागर हो?
00:52:03तो फिर कोठे पर कैसे आना हुआ?
00:52:06मैं यहाँ सिर्फ कुछ दासियां लेने आया था
00:52:08तो मारा नाम क्या है पर
00:52:11पश्यम दरिया में मेरे माल का जहास लगा है
00:52:15सौदागर हो तो फिर कोठे पर कैसे आना हुआ
00:52:19मैं यहाँ सिर्फ कुछ दासियां लेने आया था
00:52:22पर आज का दिन मेरे लिए कुछ खास नहीं है
00:52:25किसी और दिन आओगा
00:52:29ठैरो
00:52:33तुम्हारा नाम क्या है
00:52:34मेरा नाम शिम्यून है
00:52:37आप जब चाहें हमारे जहास में आ सकते हैं
00:52:39हमें सेवा का मौका दे
00:53:04आप क्या है आप क्या है
00:53:35जो ढूंडने आये थे वो तो मिल गया
00:53:39अब चले यहाँ से
00:53:41चलो
00:53:55आकर तुमने ये क्या सोच कर किया हाँ
00:53:57मुसीबत में पढ़ने की आदक पढ़ गी है क्या तुम्हे
00:54:00अगर किसी ने तुम्हे वहाँ पर पैचान लिया तो तुम नहीं पढ़ा
00:54:02अगर किसी ने तुम्हे वहाँ पर पैचान लिया तो तुम क्या करती
00:54:10वो वो सब छोड़ो तुम
00:54:13तुम तुम ठीक हो न
00:54:15सरकारी अफसर और शराप दसकर हात में हाथ टाले
00:54:19ऐसे काले धन्दे तो हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते
00:54:22तुम यहाँ क्यों आये हो
00:54:25मैं यहाँ पर क्यों आया अच्छा तुमें क्या लगता है तुम बिना कुछ सोचे समझे ऐसे अखिर क्यों
00:54:37ठीक है छोड़ो अब बस करते हैं यह सब
00:54:40यह तुम्हारे चहरे पर क्या हुआ
00:54:45चोट कैसे लगी
00:54:51करते हैं
00:55:10सियो
00:55:11तुम यहाँ
00:55:12तुम ठीक तो होना
00:55:14तुमें चोड़ तो नहीं लगी
00:55:18आप किसी शरीफ लड़की का हाथ ऐसे नहीं पकर सकते
00:55:20अरे तुमने भी तो पकड़ा हुआ था
00:55:22वो तो मैने मजबूरी में पकड़ा था
00:55:26अरे आप दोनों ये क्या कर रहे हो
00:55:30तुम इसे गेसियाओंग से क्यों लाए हो
00:55:32और ये क्या पहना है तुमने
00:55:34और अब तुम सरकारी अफसर बनने का ढोंग कर रहे हो
00:55:37इसने कहा मुझे
00:55:39तुम्हें सिपाई के कपड़े नहीं पहने थे इसलिए तुमने ये सब अपनी मरजी से पहनाया
00:55:44तुम दोनों का दिमाग तो ठिकाने पर है न तुम मेंसे एक को दूसे को रोकना चाहिए था
00:55:50तुम दोनों को तो ज़रा भी फर्क नहीं पढ़ता
00:55:54मतलब हम दोनों में ज़रा भी फर्क नहीं है जो मन में आया वो बोल दोगी तुम
00:55:57तुम्हें इतना बुरा क्यों लग रहा है अच्छा तो क्या मुझे इसपर गर्व होके खुश होना चाहिए
00:56:01मुझे भी कोई खुशी नहीं हो रही
00:56:04सियो कहा जा रही हूँ अच्छा सुनो तुमने जो बोला वो वापस लो अभी
00:56:08रुखो
00:56:10हटो तेरी तो
00:56:12मेरा मतलब मैं शादी करवा देता हूँ रक्षा मंत्री जी
00:56:16क्या शादी कराओगे
00:56:20जो परिवार के साथ मंगनी तूट चुकी है
00:56:23तुम्हें अब दूसरा जमाई डूनना ही पड़ेगा
00:56:27ओह हाँ
00:56:29बगर मेरी बेटी अब तक समझदार नहीं हुई है
00:56:34वो अभी बाहरी दिखावे को ज्यादा मानती है इसलिए
00:56:40मेरी नजर में एक बहुती सही लड़का है उसके लिए
00:56:43जी
00:56:44दिखने में बहुत खुप्सूरत है
00:56:46बहुत ओनहार और काबिल भी है
00:56:49राज की परिक्षा भी पार कर ली है
00:56:51सरकारी सेवा में है
00:56:54महाराज भी बहुत खुष है उससे
00:56:57राज के प्रति उसकी वफ़ादारी तारीफ की काबिल है
00:57:00ऐसा लड़का अच्कल मिलना बहुत ही मुश्किल है जिसमें सारी काबिलियत हो
00:57:06कौन है वो?
00:57:18हम लोग इतना महंगा मास खाने जा रहे हैं
00:57:21आज तो मज़ा आ गया
00:57:24राज में ऐसे मास खाने पर पाबंदी लगाई गई है
00:57:26तुम्हें जो मन में आया आखिर तुम वो करते क्यों हो?
00:57:31चुपचाब यहां बैट जाओ
00:57:33खाते वक तुकने से खाने वालो की भूक मर जाती है
00:57:37चलो खाओ
00:57:38मुझे भूक नहीं है
00:57:41चलो मुझ खो लोग
00:57:53सरकारी अफसर और शराप दसकर हात में हाथ डाले
00:57:58ऐसे काले धन्दे तो हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते
00:58:04वैसे नाम साहब
00:58:06नाम साहब जिस दिवाल को आपने खोखली कहा वो तो ठीक लगी मुझे
00:58:13मुझे तुम माफ करना
00:58:16काफी गरम जा
00:58:24तुम भी चक कर देखो
00:58:28सियो
00:58:30हाँ
00:58:31खाना जल रहा है
00:58:33हाँ
00:58:36अरे बापरी इतना महेंगा मास जल गया ये देखो
00:58:40तुमें क्या हुआ तुम इतना क्या सोच रही हो
00:58:43कुछ भी तो नही
00:58:47अब ये खा कर देखो
00:58:50अब ये खा कर देखो
00:58:52अरे आप मास के साथ कुछ कुर्मत था खा कर देखो
00:58:55ये कहा मिला तुमको
00:58:56रसुय में थे
00:58:57जिबा के रखी थे इसलिए ढूंडना बहुत मुश्किल था
00:59:01सच बताओ तो इने कच्चा खाना चाहिए
00:59:06नई
00:59:07सियो तुमने इसे क्यों फेक दिया
00:59:22हट नई
00:59:23मुझे ये बिलकोल पसंद नही
00:59:26है न सियो
00:59:27मास के साथ खाने से
00:59:29ये अफशोगुन होता है
00:59:30हा हा सही कहा
00:59:32हा
00:59:38हा
00:59:48अरे रें दरजो
00:59:50अंडर चलो
00:59:51चलो चलो
00:59:52चलो बचो
00:59:53सब समाल देनागनागनागना
00:59:55अज़ाओ
00:59:57अंकरपर आ� vardırलांसे जलति करो
00:59:58अंडर चलो
00:59:59आज़ा चलो चलो
01:00:00अंगिना चलो
01:00:01आ ज्यान पर र damages जुड़ा के ये preparing
01:00:03आजाओ सोरा समान अंदर ना पहुत गरम है
01:00:05आजाओ आजाओ जल्दी करो
01:00:07क्या कर रहो
01:00:17अरे बापरे
01:00:33अरे बापरे
01:00:55है न और शगोट
01:01:03आजाओ गरम है
01:01:13आजाओ गरम है
01:01:19एक मल शराब के बीच सिक्के दूँगी
01:01:23सिर्फ दस मल के दो सो कमा लोगी
01:01:25अगर पचास मल लाई तो हजार
01:01:29चाहे कॉय सी भी शराब लाओ मुझे फर्क नहीं पड़ता
01:01:31वो बस बेहतरीन होनी चाहिए
01:01:39जिसे पैसो की इतनी समझ है
01:01:41वो कभी इतने भाव में नहीं खरीदेगी
01:01:43आखेर तुम
01:01:45इस सोधे से क्या हासल करोगी?
01:01:51वही जो तुम चाहती हो
01:01:55आजाधी
01:01:57फिर चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े
01:02:23सोधा अच्छा है
01:02:25मुझे मनजूर है
01:02:55आजाधी
01:03:19आपको बढ़ाई हो मालिकिन
01:03:21रक्षा मंत्री के वहां से तुमारे लिए रिष्टा आया है
01:03:23शायद वो अकेले रहना चाहते है
01:03:25चलो यहां से
01:03:27तुमारी दर्खास पढ़के मैं समझ चुका हूँ
01:03:29कि तुम बहुत हुनार आदमी हो
01:03:31तुमने साजिश करने की हिम्मत कैसे किया?
01:03:33तयारी करो
01:03:35हम कल सुबह निकलेंगे
01:03:37मैं एक मिसाल बना रहा हूँ
01:03:39हान्यांग से गल्डारी करने का यही अंजाम होता है
01:03:41सुनो जरहा
01:03:43तुम अपना ख्याल रखना यही कहने आया था मैं
01:03:45मेरी जिंदिकी भी दक्खल देना बंद करो
01:03:47शराफ़ा से बोरो यहां से चले जाओ
01:03:49जाओ पनी जिंदिकी जीओ
01:03:51अपना
01:03:53अपना
01:03:55कभी ख्याल भी तो रख लिया करो