सवाईमाधोपुर.राज्य सरकार की अनदेखी से प्रदेश सहित जिले में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। सरकार ने स्कूली बच्चों को उचित पोषण उपलब्ध कराने व नामांकन बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का शुभारंभ किया था लेकिन सरकार की अनेदखी के चलते बच्चों के हाथ से दूध का गिलास गायब होने के कगार पर है।
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को सेहत वाला दूध का गिलास मिलना बंद हो गया है। इसका कारण है लंबे समय से स्कूलों में मिल्क पाउडर की सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा में अध्ययनरत जिले के 76 हजार 184 नौनिहालों को परेशानी हो रही है। जिले के सरकारी स्कूलों में चार माह से पाउडर की सप्लाई बंद है। वहीं ताजा दूध वितरण का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में पड़ा है।
अप्रेल में आखिरी बार वितरण
बाल गोपाल योजना के तहत जिले में अप्रेल माह में आखिरी बार दूध पाउडर के पैकेटों का वितरण किया गया था, उसके बाद से दूध पाउडर वितरण पूर्णतया बंद हो गया है। जिले में अधिकतर विद्यालय में दूध वितरण बंद हो चुका है। चार माह पहले जो दूध के पैकेट वितरित किए गए थे, उसके स्टॉक को कई विद्यालय आपस में बांटकर जैसे-तैसे काम चलाया लेकिन अब अब वह स्टॉक भी खत्म हो गया है। यदि जल्दी दूध पाउडर या ताजा दूध के संबंध में निर्णय नहीं किया गया तो बाल गोपाल योजना विद्यालय में पूर्णता बंद हो जाएगी।
इतनी मात्रा में दिया जाता है दूध
पहली से पांचवीं कक्षा तक 15 ग्राम, 6 से 8वीं कक्षा तक 20 ग्राम मिल्क पाउडर का प्रावधान है। जानकारी के अनुसार 1 से 5वीं तक 15 ग्राम मिल्क पाउडर प्रत्येक विद्यार्थी को 150 ग्राम पानी मिला कर उबाल कर दूध बनाया जाता है। कक्षा 6 से 8वीं के प्रत्येक विद्यार्थी को 20 ग्राम पाउडर में 200 ग्राम पानी में उबाल कर देते है।
सिरे नहीं चढ़ा नया प्रस्ताव
दूध पाउडर की जगह गाय का दूध संबंधित स्कूल के निकट से खरीदने का प्रस्ताव भी अब तक सिरे नहीं चढ़ा है। इस प्रस्ताव के संबंध में लिखित में अभी तक जिला शिक्षा अधिकारियों के पास कोई सूचना भी नहीं है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय तथा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद स्तर पर यह प्रस्ताव बना था कि पाउडर की जगह पर ताजा दूध विद्यार्थी को पिलाया जाए मगर यह प्रस्ताव धरातल पर नहीं उतरा है।
फैक्ट फाइल...
-जिले में पहली से आठवीं कक्षा तक कुल संचालित स्कूल-684
-विद्यार्थियों की संख्या-76 हजार 184
-अप्रेल माह से स्कूलों में बंद है पाउडर की सप्लाई।
इनका कहना है...
यह उच्च स्तरीय मामला है। जिले के विद्यालय में दूध पाउडर के पैकेट का अप्रेल के बाद से वितरण नहीं हुआ है। दूध पाउडर को लेकर सूचा मांगी थी, हमने प्रस्ताव बनाकर भेजा है। सरकार की ओर से दिशा-निर्देश व दूध पाउडर की सप्लाई आने के बाद भी स्कूलों में वितरण किया जाएगा।
मंजूलता जैन, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सवाई माधोपुर
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को सेहत वाला दूध का गिलास मिलना बंद हो गया है। इसका कारण है लंबे समय से स्कूलों में मिल्क पाउडर की सप्लाई नहीं हो रही है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा में अध्ययनरत जिले के 76 हजार 184 नौनिहालों को परेशानी हो रही है। जिले के सरकारी स्कूलों में चार माह से पाउडर की सप्लाई बंद है। वहीं ताजा दूध वितरण का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में पड़ा है।
अप्रेल में आखिरी बार वितरण
बाल गोपाल योजना के तहत जिले में अप्रेल माह में आखिरी बार दूध पाउडर के पैकेटों का वितरण किया गया था, उसके बाद से दूध पाउडर वितरण पूर्णतया बंद हो गया है। जिले में अधिकतर विद्यालय में दूध वितरण बंद हो चुका है। चार माह पहले जो दूध के पैकेट वितरित किए गए थे, उसके स्टॉक को कई विद्यालय आपस में बांटकर जैसे-तैसे काम चलाया लेकिन अब अब वह स्टॉक भी खत्म हो गया है। यदि जल्दी दूध पाउडर या ताजा दूध के संबंध में निर्णय नहीं किया गया तो बाल गोपाल योजना विद्यालय में पूर्णता बंद हो जाएगी।
इतनी मात्रा में दिया जाता है दूध
पहली से पांचवीं कक्षा तक 15 ग्राम, 6 से 8वीं कक्षा तक 20 ग्राम मिल्क पाउडर का प्रावधान है। जानकारी के अनुसार 1 से 5वीं तक 15 ग्राम मिल्क पाउडर प्रत्येक विद्यार्थी को 150 ग्राम पानी मिला कर उबाल कर दूध बनाया जाता है। कक्षा 6 से 8वीं के प्रत्येक विद्यार्थी को 20 ग्राम पाउडर में 200 ग्राम पानी में उबाल कर देते है।
सिरे नहीं चढ़ा नया प्रस्ताव
दूध पाउडर की जगह गाय का दूध संबंधित स्कूल के निकट से खरीदने का प्रस्ताव भी अब तक सिरे नहीं चढ़ा है। इस प्रस्ताव के संबंध में लिखित में अभी तक जिला शिक्षा अधिकारियों के पास कोई सूचना भी नहीं है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय तथा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद स्तर पर यह प्रस्ताव बना था कि पाउडर की जगह पर ताजा दूध विद्यार्थी को पिलाया जाए मगर यह प्रस्ताव धरातल पर नहीं उतरा है।
फैक्ट फाइल...
-जिले में पहली से आठवीं कक्षा तक कुल संचालित स्कूल-684
-विद्यार्थियों की संख्या-76 हजार 184
-अप्रेल माह से स्कूलों में बंद है पाउडर की सप्लाई।
इनका कहना है...
यह उच्च स्तरीय मामला है। जिले के विद्यालय में दूध पाउडर के पैकेट का अप्रेल के बाद से वितरण नहीं हुआ है। दूध पाउडर को लेकर सूचा मांगी थी, हमने प्रस्ताव बनाकर भेजा है। सरकार की ओर से दिशा-निर्देश व दूध पाउडर की सप्लाई आने के बाद भी स्कूलों में वितरण किया जाएगा।
मंजूलता जैन, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, सवाई माधोपुर
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