• 2 months ago
दिल्ली: कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने पंजाब के सीएम भगवंत मान पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के ट्वीट को लेकर कहा कि मुझे ज्यादा डिटेल तो मालूम नहीं है इसलिए ज्यादा कमेंट नहीं करना चाहूंगा लेकिन बीजेपी और नड्डा जी से एक बात जरूर पूछना चाहूंगा कि आपके और आम आदमी पार्टी के रिश्ते क्या हैं, यह कभी स्पष्ट नहीं है कभी आप लोग साथ चलते हैं, कभी यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जिस चुनाव में आपको लगता है कि आप चुनाव हार रहे हैं तो एकाएक वहां आम आदमी पार्टी एक्टिव हो जाती है। वहीं हरियाणा चुनाव में कुमारी सैलजा की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि हमारे यहां क्षेत्र से नेता होते हैं वो अपने-अपने समाज समुदाय का नेतृत्व करते हैं। विचारों से नेता बनते हैं, क्योंकि कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है इसमें चाहें आंदोलन की बात हो चाहें और समझ की बात हो इश्यू की बात हो हर तरह का नेता है हमारे यहां एक आदत है कि हम अपनी बात स्पष्ट रूप से पार्टी के मंच पर और बाहर भी जरूरत पड़े तो बोलते हैं कहीं और बात नहीं करते, जब हमारे बारे में यह बात करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं। इसके अलावा पवन कल्याण के सनातन बोर्ड बनाने वाले बयान पर भी संदीप दीक्षित ने प्रतिक्रिया दी।

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00:00हमें तो कोई उम्हीद नहीं है
00:02ना कोई प्रशाषन में फ़र्क पड़ने वाला
00:04ना किस तरीके से दिल्ली में काम चल रहा था
00:07पिसके 8-10 साल से इसमें कोई फ़र्क पड़ने वाला
00:10क्योंकि इन्हों लोगों ने बी बात स्पश्ट कर दी
00:13मुख्यमंतरी तो केज़री वाली रहेंगे
00:15अब वो कोड़ ने कह दिया था कि आप कुछ नहीं कर सकते
00:19ना फाइल साइन कर सकते हैं
00:21ना पढ़िकारियों से बात कर सकते हैं
00:23ना सच्च वाले जा सकते हैं
00:25क्योंकि कोड़ को लगा कि जिस हालत में
00:27जिन केसों में जिन चीजों में लिप्थ थे केज़री वाल
00:31शायद उनको लगता होगा कि अगर ये जाएंगे डफटर
00:33फाइलों को देखेंगे तो सभूत मिटा सकते हैं
00:35कुछ और बदमाशी कर सकते हैं
00:37क्या मालू? जुप्रीम कोड तो यही शक रहा होगा
00:39तो उसके बाद तो नया मुख्य मंतरी बनना था
00:41तो इन्होंने जिसको सूटिबल समझा उनको बना दिया
00:45एक होता है कि कोई भी पार्टी का विग्ति अगर नेटा बने
00:49आप जिस राजी के होते हैं वहां बले आप
00:51पॉलिटिशन हो लेकिन आप एक नागरिक भी होते हैं
00:53एक कुछ उमीद होती है नए से
00:55लेकिन जहां तक यह जो नया मुख्य मंतरी बन रहा है
00:59इससे ना कोई उमीद है ना कोई हम लोगों को लगता है
01:01कि दिल्ली की जो बिगड़ती हुई हालते हैं
01:03और जो तूटता हुआ शहर बन गया है दिल्ली
01:05इसमें कोई फर्क पड़ने वाला
01:07यह तो सब कोई मसला मुझे इसका बहुत ज़्यादा डीटेल नहीं मालूं है
01:11इसमें मैं बहुत ज़्यादा टिपड़ी नहीं करना चाहूँगा
01:13लेकिन मैं एक इंडिरेक तरीके से भारती जंता पार्टी से ये बात जुरूब पूछना चाहता हूँ
01:20कि आपके और आमाद्मी पार्टी के रिष्टे क्या हैं ये कभी सपश्ट नहीं हो
01:25कभी आप लोग साथ चलते हैं
01:27कभी ये बात सपश्ट हो जाती है कि जिस चुनाओं में आपको लगता है कि आप चुनाओं हार रहे हैं
01:33यका यक वहां आमाद्मी पार्टी अक्टिव हो जाती है
01:37वही हर्याना जहां वो गुहार लगाय करते थे कि कॉंग्रेशन को एक दू टिक्टे दे दे
01:41एकड़म वो 90 सीटों पर लगने लग रहे हैं
01:44और जो ऐसे राज जा रहे हैं जहां केवल कांग्रेश और भारती जंता पार्टी के बीच में लड़ाई है
01:49वहां लगता है एकड़म दिखता है कि आमाद्मी पार्टी सक्री हो जाती है
01:53ना केवल सक्री हो जाती है जो पार्टी कहती है कि हमारे पास दिल्ली चराने के लिए फंड्स नहीं है
01:59उस आमाद्मी के पास एकड़म सैखनों करों का फंड आ जाता है
02:03जब आपकी नहीं बनती है बीजेपी की और इनकी तो बीजेपी को ये भी पता चल जाता है कि वो फंड कहां से आया
02:09सचा गुजराद का केश ले लिए, पंजाब का केश ले लिए
02:12तो मैं ये बात नहीं समझ पाता हूँ कि ये जो इन में आपस में, अंग्रेजी में है न
02:16कभी hot, कभी cold, कभी गरम, कभी सर्दाप के जो रिष्टे होते हैं
02:20एक बार स्थाई रूप से तै कर लीजे कि आप लोग साथी हैं या आप लोग साथी नहीं है
02:26दिखें ये लोग एक बात नहीं समझ पाते, Congress में दो चीज़े हैं, एक तो Congress में जिसको कहते है प्राक्रतिक या नैचुरल लीडरशिप हमारे हां बहुत है
02:36हमारे हां छेतरों से नेटा होते हैं, अपने अपने समा समुझाय का नेटरित्व करते हैं, अपने अपने विचारों से नेटा बनते हैं, और क्योंकि Congress एक बड़ी पार्टी है जिसमें चाहिए अंधुलन की बात हो, चाहिए विश्यों की बात हो, चाहिए समाजों की बात
03:06नहीं कहपा है, तो हमारे नेटा जब कभी अपनी बात करती हैं, इसका ये मतलब नहीं होता, वो पार्टी छोड़ रहे हैं,
03:11ये क्योंकि भारती जनता पार्टी हमारे इस चरिक्त को नहीं समझ पाती है, इसलिए वो हमेशा कोशिश करती है कि जाब कुछ खलल हो रहा है, इसमें हम खेल खेल ले,
03:19खटर जी से मैं इतना कहूँगा कि आप एक सियम थे, अब आपके दो एक सियम हो जाएंगे हर्याना में अगले 10-15 दिन।
03:25अब क्या उनका मतलब है मुझे तो नहीं समझ में आता, लेकिन मैं उनको ये बताना चाहूँगा, वो तो नए नए प्रसाषर में आये हैं,
03:31कि पूरे कानून है इस देश में कोई ऐसी बात नहीं हो, खाने पीने की जीज़ों को बनाने के पदार्थों पे कंटोल रखने के रेगुलेट करने के भी कानून है,
03:41चाए छूटी संस्था बनारी हो, चाए धार्मिक संस्था बनारी हो, चाए धाबे में बन रहा हो, चाए होटलों में हो, ऐसा कोई नहीं, आपके पास सरकार है, आप सुनिश्चित करियें कि जितने भी कानून सरकार के हाथ में हैं, और वो किसी भी चीज़ पर ध्यान रख
04:11करने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने के लिए जरने

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