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What is Gnan Vidhi? It is the process of Self-Realization, in just 2 hours. It is about getting the Pure Knowledge of 'Who am I?' The existing knowledge that we have, for instance, I am a doctor / I am someone's brother/husband/son, etc is all worldly knowledge. Gnan Vidhi will provide the Absolute Knowledge. One may wonder 'Why should one take Gnan?' It is about living a peaceful life, by avoiding clashes. After Gnan Vidhi, our external situations will remain the same, but it is our understanding that will make the difference. More importantly, it does not require one to change his religion/guru, etc. We can continue our life normally as we did earlier. It is the right understanding after Gnan Vidhi that will lead us to a blissful life.
Transcript
00:00ग्यान विदी की समर्ष
00:22आपकी सूरत, सूरत रभ की आप महुची मैं ढूनती ढूनती लबती लबती
00:29मैं बहुत भटकी हूँ, बहुत भटकी हूँ तो मुझे अब ज्ञान चाहिए
00:33हाँ, ये इन्ही के लिए है कि सारी दुनियां बटक पटक करके ठक गए हैं
00:39उन्ही के लिए ही ये ज्ञान है
00:41ज्ञान विदी क्या है?
00:48तो ये ज्ञान विदी याने क्या है?
00:50कि मैं खुद कौन हूँ, उसका ज्ञान लेते हैं
00:54ज्ञान याने क्या? पहले जो ज्ञान है, वो संसारी ज्ञान है
00:58एंजिनियर हूँ, मैं इनका पुत्र हूँ, मैं इनका भाई हूँ, ये मेरा फ्रेंड है
01:02ज्ञान क्यों लेना चाहिए?
01:32ज्ञान क्यों लेना चाहिए? ज्ञान क्यों लेना चाहिए?
01:36ज्ञान क्यों लेना चाहिए? ज्ञान क्यों लेना चाहिए?
01:40ज्ञान क्यों लेना चाहिए? ज्ञान क्यों लेना चाहिए?
01:44ज्ञान क्यों लेना चाहिए? ज्ञान क्यों लेना चाहिए?
01:48ज्ञान विदी से क्या पराप्त होता है?
02:13प्रत्तिक्ष घ्यान प्राप्त करने के बाद
02:17मैं हरीराम नहीं लेकिन मैं शुद्ध आत्मा हूँ
02:21यह ख्याल में रहता है
02:23अभी वो माजी ने बताया ना
02:25मुझे हमेशा दिन रात रहता है
02:27फिर शान्ती शान्ती रहती है
02:30क्रोदमान मायलोब हमारे उपर सवार नहीं रहते हैं
02:36हमें कल घ्यान लेना है
02:38तो हमें कल हमारे सथ क्या लाना है
02:42पैसा वगर कहां देना पड़ेगा
02:49ऐसा है सच्चा घ्यान अमुल्य होता है
02:55अमुल्य की क्या खिमत दोगे
02:58उसकी कोई मॉलही नहीं है
03:00इसलिए लेना, देना बंद रखा है
03:04अमुल्य आप देनहीं सको गये
03:06और अमुल्य हम ले भी नहीं सिक किनिगे
03:10लेना, देना बंद है
03:12सिरब अपने सात भाव हो के लिए उपर
03:16कि मैं किस तरह से ये ज्यान प्राप्त करूँ
03:21और मोक्स में जल्दी पहुंच जाओ
03:26सारे कर्मों को खतम करूँ
03:28कोई प्री कंडिशन माइन मत लियाओ
03:31जो भी मिलेगा, मेरे आत्मा का ही होगा
03:34इससे ही मेरा उधार है
03:36उसी में मुझे रहना है
03:38अब हम समझ लेते हैं
03:43ज्यान वीधि में भाग लेते समय
03:45ध्यां रखने लाए कुछ बाते
03:48ज्यान विधि में 18 आथारा साल की उम्र
03:51या उस्से बड़े साबी वियक्ति भाग ले सकते है
03:56ज्यान वीधि से पहले
03:59पहले सच्संग हॉल के बाहर घ्यान वीधी काउंटर पर आपको एक फॉर्म भरना है।
04:08फॉर्म में आपका नाम, पता और फून नंबर साफ अक्षरों में लिखना है।
04:14जिन्होंने पहले घ्यान ले लिया है, उन्हें ये फॉर्म भरने की आवश्यक्ता नहीं है,
04:19लेकिन वे घ्यान वीधी में भाग ले सकते हैं।
04:23फॉर्म जमा करवाने पर आपको एक टोकन, भगवान का फोटो और चरण वीधी की पुस्तक दी जाएगी।
04:32उसके बाद आप सच्चंग हॉल में प्रथम बार घ्यान लेने वालों के लिए नियत किये गए स्थान पर बैठे।
04:42घ्यान वीधी कारिकरम में लगबग धाई तीन घंटे लगेंगे।
04:48इसमें तीन विभाग हो जाते हैं, पहले समर्पन वीधी कराते हैं, घ्यान, मोकर्मो, सब भगवान को समर्पन करते हैं,
04:59और बाद में एक घण्टे में आत्मा आनात्मा को जुदा करनी का भेगन्तव घ्यान का प्रयोग है,
05:04वेगन्तव घ्यान के बाक्य आए, बुलाते हैं।
05:07तो दादा जी ने आत्मा का अनूभ रो किया, आत्मा का स्वअ रुप क्या है, अनात्मा काँ स्व़ रुप क्या है।
05:14वो बुलाते हैं, एक घनटा आपको बोला हैं
05:16तीसरा डिविजन, दुसरे गंटे में पाँच आज्या समझाते हैं।
05:20आज्या इन्हें, ये कोई नियम नहीं है, बाधा नहीं है,
05:24मगर ये ज्यान में रहने की जागरतिकी चाबिया हैं,
05:28कै कैसे हम ज्यान में रह सकते हैं?
05:30तो ये पाँच आज्या का उप्योग करोगे, तो आप आत्मा में भी रह सकोगे,
05:33जीवन का व्यवार संभाव से पूरा हो जाएगा,
05:36और नए कर्म चार्ज नहीं हो जाएगे।
05:38ये कोई नियम बाधा नहीं है, ये धर्म परिवर्तन भी नहीं है,
05:42ये कोई वाड़ा संप्रदाई में डालने की बात भी नहीं है,
05:45आप अपने गुरू छोड़ दो, या अपना धर्म बदली करो,
05:48ये नया धर्म पकड़ो, ऐसी भी बात नहीं है।
05:51पाँच आज्या अच्छी तरह समझ कर ही,
05:55आप ग्यान को जीवन में उतार सकेंगे।
05:58ग्यान विधी का कारेकरम लगबग 2.5-3 गंटों में पूरा होगा,
06:02अतर उस अनुसार समय लेकर आईएगा।
06:06जय सच्छिना ने, कल ग्यान विधी ली,
06:09और सुबह से इतना अच्छा लग रहा है कि ये जागरूती है,
06:13मैं शुदा आत्मा हूँ, मैं रादा भगवनारा का भारी रहूंगा जिन्देगी बार।
06:37दिपक भाई, जब से ये घ्यान लिया और आपका सच्छं सुनना शुरू किया,
06:42तब से ऐसा लग रहा है जैसा हमें जो होना था, वो सब कुछ मिल गया।
07:12सब कुछ मिल गया।

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