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अजमेर, राजस्थान: ख्वाजा साहब की दरगाह पर बसंत उत्सव मनाया गया। शाही कव्वालों ने बसंत उत्साह के गीत भी गाए। मजार पर पीले फूल चढ़ाए गए जो गंगा-जमुनी तहजीब को दर्शाते हैं। अजमेर दरगाह के वंशानुगत सज्जादानशीन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि भारत की परंपराएं और संस्कृति की एक विशिष्ट पहचान है और इसका सबसे प्रमुख उदाहरण आज मनाया जाने वाला बसंत उत्सव है। यह भारतीय संस्कृति का सार दर्शाता है जिसमें हमेशा आध्यात्मिकता और आनंद का मिश्रण रहा है।

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