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00:00बंचवटी मन भावन उपवन जिस उपवन में मन को मोहें श्री रखुवर की चितवन
00:22मोहक चितवन
00:26सुन्दर चितवन
00:42कोमल कलियां खिल खिल जाए लता व्रिक्ष से मिल मिल जाए
00:53दादुर मोर पपी हाँ आए
00:59मधुर मधुर स्वर हर पल
01:04मधुर स्वर हर पल
01:09मधुर स्वर हर पल
01:12तोट गए पिंजरे के बंधन
01:25मुक्त हुए पंची के गुंजन
01:29मोहक मंद सुगंध पवन से महक रहा है मधुबन
01:45प्यारा मधुबन मेरा मधुबन
01:54मन आनंदित पुलकित काया
02:10चंदन वट की शेतल जाया
02:15साजन के संग इस उपवन में लट के आया बचपन
02:25पंचवती मन भावन उपवन