Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • yesterday
Kedarnath Yatra 2025 Begins : केदारनाथ यात्रेला सुरुवात, पंचमुखी पालखी मंदिर परिसरात दाखल, थेट आढावा

Category

🗞
News
Transcript
00:00पैल्गाम हल्यालंतर उत्तर भारतात तनावाच्छ वातावरन अस्तानाच केदारनाथ यात्रेला आसपासना सुर्वाच जली है
00:04बाबा केदार यांची पंचे मुखिडोली काही बला पुर्विस केदारनाथ मंदिर परिसलात पोहुच ली है
00:09अणि अवरी मोठ्या संखेने भाविकांची गर्दी पाहला मेंतिये
00:12तबने पाल्खी केदार धाम मदे पोहुच लेली आहे अणि मोठी गर्दी
00:17या ठीकानी बगहला मेंतिये
00:19एकी कडे पैल्गाम हल्यालंतर उत्तर भारतात कहिसा तनावाच्छ वातावरन अस्ताना
00:39को में कैसा उत्साह दिख रहा है आपको
00:41बिल्कुल देखे बहुत जादा उत्साह है जिदार धाम यात्रा की शुरुआत हो गई है
00:49कलकपाट खुल जाएंगे और उखी मठ से जो डोली है वो पहुच गई है और
00:53exclusive हमारे साथ वो लोग जो हैं जो डोली को लेकर आए हैं तो सबसे पहले हम इनसे बात करेंगे लेंगे एक बार तस्वीर दिखा देते हैं आप देखिए किस तरीके से जो पूरा केदारनात मंदिर का प्रांगर है वो इस वक्त भक्तों से भरा हुआ है बड़ी संक्या में �
01:23है क्या अनुभा रहता है आप लोगों का और क्या परंपरा ही है बहुत उत्सा है हमारे साथ के युवा सातियों में जो हम पजगाई के लोग हैं जो इस कारे को पूर्ण करते हैं बहुत उत्सा बहुत उत्सा खल से बाबा अपने वैसे भी समाधिकाल से हम बाबा को जगा
01:53विशेस लोगी नियुक्त होते हैं कि ये तैह कि कौन लेकर राएगा डोली तो आप लोग उसी समधाय से उसी उसे बिल्कुल बिल्कुल हम उखिमाट पंचिगाई समाच से हैं तो हम लोगों का ही काम रहता है कि डोली तक यहां पहुंचाना तो क्या परमपरा रहती डोली को
02:23ठीक है उसके बाद परमपरा है कि छे महीने देवता पूचते हैं और छे महीने मनुश्यों के जारा पूजा होती है और जब कल कपार खुलेंगे बाबा समाधी से जागेंगे उसके बाद ही परसों बहरनात के कपार खुलेंगे सनिवार को जब डोली के दाद धाम पहुं�
02:53बताइए कि यह कैसी रही यात्रा क्योंकि कठीन रास्ता है आज भारिश बूई रास्ते में तो दिक्कत भी आती होगी सर वैस्तो दिक्कते तो कापी आती है लेकिन भोले के साथ चलते चलते हमको दिक्कतों को कोई सामना करना पड़े लेकिन हमें एसास नहीं होता है सबसे �
03:23गुजराच से आया हूं सर्जीक बहुत बढ़िया नुबाबस 14 साल से मैं आ रहा हूं पहली बार कपाट खुलने जो पहले एक दिन आ गया और दोली का दर्शन करने को मोका मिला मेरे को मैं साथ प्रणाम करता हूं बाबाजी को स्तने वाद एबीपी माजा उगडा डोले �

Recommended