बारिश के अभाव में मुरझा रहीं फसलें, फव्वारे से कर रहे सिंचाई

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प्रतापगढ़. जिले में इस बार गत दिनों से तेज बारिश नहीं हो रही है। वहीं कुछ जगहों पर खंड बारिश हो रही है। ऐसे में खरीफ की फसलों में पानी के अभाव में सूखने की चिंता सताने लगी है। वहीं दूसरी ओर बारिश की आस में किसान भी कई प्रकार से जतन करने में लगे हुए है। जिन किसानों के पास जलस्रोत के साधन है, वे सिंचाई करने में लगे हुए है। जबकि पहाड़ी और पथरीले खेतों में फसलें सूखने के कगार पर है।
गौरतलब है कि इस वर्ष सीजन में शुरुआत से खंड बारिश हुई। जिससे भी फसलों की बुवाई में अंतराल है। जिन इलाकों में पहले बारिश हुई थी। वहां फसलें बड़ी होने लगी है। ऐसे में यहां पानी की आवश्यकता होने लगी है। वहीं जिन इलाकों में बाद में बुवाई की गई है। वहां भी फसलें अंकुरित होने के बाद पानी के अभाव में मुरझाने लगी है। इस वर्ष जिले में एक 86 हजार हैक्टेयर में खरीफ की बुवाई की गई है।
प्रमुख फसलों की हुई बुवाई
जिले में खरीफ में प्रमुख रूप से फसलें सोयाबीन और मक्का है। इस वर्ष जिले में सोयाबीन की बुवाई एक लाख 29 हजार हैक्टेयर में की गई है। इसके साथ ही मक्का की बुवाई 44 हजार हैक्टेयर में की गई है। वहीं मूंगफली की बुवाई करीब सवा नौ हजार हैक्टेयर में की गई है।
किए जा रहे कई जतन
गत करीब एक माह पहले खंड बारिश में किसानों ने खरीफ की फसलों की बुवई की थी। वहीं अधिकांश किसानों ने 28 से 5 जुलाई तक बुवाई की थी। ऐसे में फसलें इन दिनों लहलहा रही है। वहीं गत दिनों से मौसम खुला रहने से किसानों ने फसलों से खरपतवार हटाने का काम भी किया है। अब फसलों को पानी की आवश्यकता होने लगी है। ऐसे में किसान बारिश की कामना के लिए देवी-देवताओं की शरण में जा रहे हैं।
मेरियाखेड़ी. क्षेत्र में इस सीजन में अब तक बारिश काफी कम हुई है। ऐसे में अंकुरित हो चुकी फसलों के सूखने की आशंका है। ऐसे में कई किसानों ने फसलों को बचाने के लिए फव्वारा सिंचाई शुरू की है। जिससे फसलें सूखने से बच सके। इसके तहत यहं नारायण खेड़ा गांव के एक खेत में फव्वारे से सिंचाई की जा रही हैं।
पूरी हुई खरीफ की बुवाई
इस वर्ष जिले में खरीफ की बुवाई पूरी हो गई है। कृषि विभाग की ओर से इस वर्ष बुवाई का लक्ष्य एक लाख 86 हजार सौ हैक्टेयर में रखा गया था। इसकी एवज में एक लाख 86 हजार 65 हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। इसमें से सोयाबीन एक लाख 29 हजार, मक्का की बुवाई 44 हजार, मूंगफली की नौ हजार हैक्टेयर में बुवाई की गई है।

जिले में खरीफ लक्ष्य और बुवाई का आंकड़ा
फसल लक्ष्य बुवाई
मक्का 50000 44090
ज्वार - 138
दलहन 2100 1124
सोयाबीन 125000 129130
मूंगफली 3000 9247
तिल - 40
अन्य 4000 2296
योग 186100 186065
(आंकड़े कृषि विभाग के अनुसार)

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