"चतुर खरगोश: शिक्षा से भरी मजेदार कहानी - Best Moral Stories for Children!"

  • 2 days ago
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Discover the enchanting world of our clever rabbit as he navigates through life’s challenges with his wits! ✨ This delightful story not only entertains but also imparts valuable lessons for children about wisdom, kindness, and the importance of making thoughtful choices. Perfect for parents looking to inspire and engage their little ones, this animated tale combines fun and education seamlessly.

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Transcript
00:00एक उपवन में एक खरगोष रहा करता था, वह बहुत चालाग था।
00:06एक बार उसके मन में खेद को देखकर ख्याल आया
00:11कि अगर उसे उस खेद से उसके खाने के लिए बहुत सारी सबजिया हुगानी है,
00:18उसे उस खेद में उगी हुई गास काट कर खेद को साफ करना पड़ेगा
00:24और पुरे खेद को साफ करना तो उसके अकेले के बस की बात ही नहीं थी।
00:29तो उसने एक तरकीब सोची, वह एक लंबी सी रसी ले आया
00:36और उस रसी का एक फेरा एक बड़े पेड को डाल कर उसने रसी खुली छोड़ दी
00:42और वह नज़दी के जाड़ी में जाकर छुप गया
00:46थोड़े ही देर में एक बड़ा सा हाथी महाँ से गुजर रहा था
00:51खरगोश सामनी आया, उसने उसे रोका और वो बोला
00:55अरे हाथी दादा मैं तुझे मेरे साथ रसा कशी करने के लिए चुनोती देता हूँ
01:01क्या तुम प्यार हूँ
01:08मेरे साथ रसा कशी में ठिक पाओगे
01:11ये तुमने सोझ भी कैसे लिया
01:14चलू एक ही पल मैं तुम्हें हरा देता हूँ
01:20ऐसा कहकर हाती ने उसके सुन्द में रस्सी पकड़ ली
01:24और खरगोष की चुनौती स्वीकार कर ली
01:28फिर खरगोष ने उस रस्सी का दूसरा छोर पकड़ा
01:32और खेट के दूसरी तरफ जो ज्जाडी थी वहां जाकर चुक गया
01:37उतने में वहां पर एक हिपो आ गया
01:41खरगोष उसके सामने जाकर खड़ा हो गया और बोला
01:45अरे मेरे दो थिपो मैंने खई प्राणियों से तुम्हारी शक्ती के बारे में सुना है
01:52पर मुझे उनकी मातों पर संदे है
01:55तो मैं तुम्हें मेरे साथ रस्सा कशी करने की चुनौती देता हूँ
02:01तुम मुझे हराऊगे चलू एक ही पल मैं तुम्हें हरा देता हूँ
02:13ऐसा कहकर हिपो ने उसके मुँ में रस्सी पकड़ ली और खरगोष की चुनौती सुवीकार कर ली
02:22फिर खरगोष उस रस्सी के बीचों बीच पहुँच गया और उसने रस्सी को एक जटका दिया
02:29उस जटके से हाथी और हिपो दोनों को संदेज मिल गया के अब खेल शुरू हो गया है
02:36तो दोनों ने अपनी अपनी ताकत लगाई और एक दूसरे को खीचने की कोशिश करने लगे
02:44पर चुकी दोनों हिपो और हाथी पूरी ताकत से रस्सी को खीच रहे थे
02:50रस्सी जमिन पर घिसने लगी और जैसे जैसे वह आगे पीछे होने लगी
02:56वैसे पूरे खेद की जोताई अपने आप हो गई
03:01खरगोश तो यही चाहता था
03:03उसने चलाखी से हिपो और हाथी की ताकत का उपयोग करके खेद को जोता
03:10बाद में उसमें सबजियों के बीज भोए और फसल आने पर पेड़ भर खाने का इंतजाम कर लिया

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