सवाईमाधोपुर. शहर के विकास का दंभ भरने वाली नगरपरिषद का खजाना खाली है। एक तरफ नगरपरिषद प्रशासन के पास बजट का टोटा है, तो दूसरी ओर ठेके पर लगे सफाईकर्मी इन दिनों भुगतान का इंतजार कर रहे है। पिछले 10 माह से नगरपरिषद में ठेके पर कार्यरत सफाईकर्मी व सीएलसी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। इससे सफाई कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।
नगरपरिषद में बजट की कमी से इन दिनों ना केवल विकास कार्य अटके है, बल्कि ठेके पर लगे सफाई कर्मचारियों का भुगतान भी अटका है। अस्थाई सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर परिषद ठेकेदार ने उनको 10 महीने से वेतन नहीं दिया है। समय पर वेतन नहीं मिलने से अस्थाई सफाई कर्मचारी परेशान है और परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। उधर, दस माह के बकाया में छह माह का ठेकदार का व 4 माह का सीएलसी संस्था का भुगतान बकाया है।
सफाई व्यवस्था रही चौपट
ठेके पर कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों का भुगतान नहीं होने से शनिवार को जिला मुख्यालय पर मानटाउन, आलनपुर, हाऊसिंग बोर्ड, शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट रही। हालांकि स्थाई कर्मचारियों ने कुछेक जगह सफाई कर इतिश्री पूरी की लेकिन शहर के वार्डों में पूरी तरह से सफाई नहीं हो सकी। ऐसे में जगह-जगह कॉलोनियों में कचरे व गंदगी के ढेर लगे रहे।
त्योहारी सीजन में हो रही परेशानी
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि आगामी दिनों में दशहरा व दिवाली त्योहार आने है। ऐसे में भुगतान नहीं होने से आर्थिक परेशानी हो रही है। जब भी ठेकेदार से भुगतान करने के लिए कहते हैं, तब ठेकेदार कहता है कि नगर परिषद की ओर से उसे भी भुगतान नहीं हो रहा है। ऐसे में वह भी समय पर भुगतान नहीं कर पा रहा है। इससे कर्मचारियों में रोष बना है।
32.50 लाख का भुगतान अटका
जानकारी के अनुसार नगरपरिषद में ठेके पर कार्य 65 सफाईकर्मियों का 32 लाख 50 हजार रुपए का भुगतान अटका है। प्रतिमाह 65 कर्मचारियों का करीब 50 हजार रुपए का भुगतान बनता है। ऐसे में पिछले 10 माह की बात करें तो 32 लाख 50 हजार रुपए की राशि बकाया है।
परिवार पालन में आ रही परेशानी
सफाईकर्मी घनश्याम, रामजीललाल, लखन, वीरू, गायत्री, बनवारी, आरती, माया, अभिषेक, सूरज, राजदुलारी, प्रेम, रजनी ने बताया कि ठेके पर लगे सफाईकर्मियों को बीते छह महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार का पालन-पोषण करने में परेशानी हो रही है। सभी अस्थाई कर्मचारियों ने शनिवार को सफाई कार्य नहीं किया।
फैक्ट फाइल...
-पिछले दस माह से नहीं मिल रहा ठेके पर लगे सफाईकर्मियों को भुगतान।
- कुल 65 है सफाईकर्मी।
-प्रति कर्मचारी को प्रतिमाह पांच हजार रुपए मिलता है भुगतान
-10 माह में 65 कर्मचारियों का 32.50 लाख रुपए है बकाया।
-10 माह से ठेके पर लगे व 4 माह का सीएलसी संस्था के सफाईकर्मियों का बकाया है राशि।
इनका कहना है...
ठेके पर कार्यरत अस्थाई सफाईकर्मियों का भुगतान नहीं होने की जानकारी है। बजट की कमी से भुगतान नहीं हो रहा है। सरकार से भी बजट नहीं मिला है। ऐसे में जल्द ही नगरपरिषद के राजस्व से कर्मचारियों का भुगतान किया जाएगा।
सुनील तिलकर, सभापति, नगरपरिषद सवाईमाधोपुर
नगरपरिषद में बजट की कमी से इन दिनों ना केवल विकास कार्य अटके है, बल्कि ठेके पर लगे सफाई कर्मचारियों का भुगतान भी अटका है। अस्थाई सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर परिषद ठेकेदार ने उनको 10 महीने से वेतन नहीं दिया है। समय पर वेतन नहीं मिलने से अस्थाई सफाई कर्मचारी परेशान है और परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। उधर, दस माह के बकाया में छह माह का ठेकदार का व 4 माह का सीएलसी संस्था का भुगतान बकाया है।
सफाई व्यवस्था रही चौपट
ठेके पर कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों का भुगतान नहीं होने से शनिवार को जिला मुख्यालय पर मानटाउन, आलनपुर, हाऊसिंग बोर्ड, शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट रही। हालांकि स्थाई कर्मचारियों ने कुछेक जगह सफाई कर इतिश्री पूरी की लेकिन शहर के वार्डों में पूरी तरह से सफाई नहीं हो सकी। ऐसे में जगह-जगह कॉलोनियों में कचरे व गंदगी के ढेर लगे रहे।
त्योहारी सीजन में हो रही परेशानी
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि आगामी दिनों में दशहरा व दिवाली त्योहार आने है। ऐसे में भुगतान नहीं होने से आर्थिक परेशानी हो रही है। जब भी ठेकेदार से भुगतान करने के लिए कहते हैं, तब ठेकेदार कहता है कि नगर परिषद की ओर से उसे भी भुगतान नहीं हो रहा है। ऐसे में वह भी समय पर भुगतान नहीं कर पा रहा है। इससे कर्मचारियों में रोष बना है।
32.50 लाख का भुगतान अटका
जानकारी के अनुसार नगरपरिषद में ठेके पर कार्य 65 सफाईकर्मियों का 32 लाख 50 हजार रुपए का भुगतान अटका है। प्रतिमाह 65 कर्मचारियों का करीब 50 हजार रुपए का भुगतान बनता है। ऐसे में पिछले 10 माह की बात करें तो 32 लाख 50 हजार रुपए की राशि बकाया है।
परिवार पालन में आ रही परेशानी
सफाईकर्मी घनश्याम, रामजीललाल, लखन, वीरू, गायत्री, बनवारी, आरती, माया, अभिषेक, सूरज, राजदुलारी, प्रेम, रजनी ने बताया कि ठेके पर लगे सफाईकर्मियों को बीते छह महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार का पालन-पोषण करने में परेशानी हो रही है। सभी अस्थाई कर्मचारियों ने शनिवार को सफाई कार्य नहीं किया।
फैक्ट फाइल...
-पिछले दस माह से नहीं मिल रहा ठेके पर लगे सफाईकर्मियों को भुगतान।
- कुल 65 है सफाईकर्मी।
-प्रति कर्मचारी को प्रतिमाह पांच हजार रुपए मिलता है भुगतान
-10 माह में 65 कर्मचारियों का 32.50 लाख रुपए है बकाया।
-10 माह से ठेके पर लगे व 4 माह का सीएलसी संस्था के सफाईकर्मियों का बकाया है राशि।
इनका कहना है...
ठेके पर कार्यरत अस्थाई सफाईकर्मियों का भुगतान नहीं होने की जानकारी है। बजट की कमी से भुगतान नहीं हो रहा है। सरकार से भी बजट नहीं मिला है। ऐसे में जल्द ही नगरपरिषद के राजस्व से कर्मचारियों का भुगतान किया जाएगा।
सुनील तिलकर, सभापति, नगरपरिषद सवाईमाधोपुर
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