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राजसमंद. जिले में संविधान दिवस उत्साहा से मनाया गया। इसके तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें संस्थाओं के प्रतिनिधियों, आमजन के साथ स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसी प्रकार वि​धिक सेवा प्रा​​धिकरण की ओर से जेल में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर वि​धिक सेवा प्रा​​धिकरण के सचिव संतोष अग्रवाल ने संविधान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान न्याय, समानता और बंधुत्व का प्रतीक है। इस दौरान उन्हे संविधान के उद्देश्य उसकी प्रस्तावना आदि के बारे में जानकारी दी गई। दूसरी ओर जिला कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष हरिसिंह राठौड़ कि अध्यक्षता एवं पूर्व जिला प्रमुख नारायण सिंह भाटी के सानिध्य में सघन क्षेत्र विकास समिति पर भारत संविधान सभा की ओर से हमारे संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर विचार गोष्ठी हुई। गोष्ठी में जिलाध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर संविधान को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह सुनिश्चित किया कि यह न्याय, समानता और बंधुत्व का प्रतीक हो। आज देश में व्यापक जाति जनगणना की आवश्यकता है, जिससे समानता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को बल मिलेगा। इस दौरान जिला परिषद सदस्य लेहरू लाल अहीर, ब्लॉक अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, राजेश गुर्जर, शंकर लाल जाट, महिला जिलाध्यक्ष राजकुमारी पालीवाल, सेवादल जिलाध्यक्ष पुष्कर श्रीमाली, एसी जिलाध्यक्ष परसराम पोडवाड़ आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन जिला प्रवक्ता कुलदीप शर्मा ने किया।

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00:00You have not been bailed, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace, you have no right to live in peace,

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